5 साल के बच्चे का स्वेटर

  1. जीरो से पांच साल के बच्चे का विकास में पेरेंट्स काे इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए....
  2. 2 साल के बच्चे को खाना खिलाने के टिप्स, फूड चार्ट और हेल्दी व टेस्टी रेसिपीज
  3. 4 Year Baby Food Chart in Hindi, 4 साल के बच्चे का फूड चार्ट, भोजन
  4. 5 साल के बच्चों के कपड़े पहनती है 24 की लड़की, दिनभर चूसती है प्लास्टिक की चुसनी
  5. 5 साल से छोटे बच्चें के लिए Aadhaar बनवाना हुआ आसान, UIDAI आसान किए नियम


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जीरो से पांच साल के बच्चे का विकास में पेरेंट्स काे इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए....

बचपन के पहले पांच साल बच्चे के विकास के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं, खासकर पहले तीन साल। यह समय बच्चे में सबसे ज्यादा फिजिकल ग्रोथ देखने को मिलती है। यदि इस समय बच्चे के विकास पर ध्यान न दिया जाए तो उनका विकास बाधित हो जाता है।इस उम्र में, दूसरे किसी भी समय के मुकाबले इस दौरान बच्चे तेजी से चीजों को सीखते हैं। इस दौरान शिशु को खास देखभाल, प्यार, लगाव, ध्यान देने की जरूरत होती है। बच्चे के उम्र की हर स्टेज के साथ उनके कुछ सिखने और विकास में बच्चे की मदद करनी चाहिए। इसके लिए पेरेंट्स को ही उनके साथ खेलकूद में समझाते रहना होगा। आज हम बात करेंगे जीरो से पांच साल के बच्चे के विकास (Development to 5 year child) में क्या-क्या डेवलेप्मेंट देखने को मिल सकता है। इसी के साथ ही जीरो से पांच साल के बच्चे के पेरेंटिंग (Development to 5 year child) में किन बातों का ध्यान रखना आवश्यका है। और पढ़ें: 0 से 3 महीने (0-3 Month) आपके बच्चे का मस्तिष्क उसके जन्म के समय से ही दिन प्रति-दिन विकसित हो रहा होता है और कितना विकास हो रहा है, यह उसके द्वारा मिले संकेतों पर निर्भर करता है। क्योंकि वे अपने आसपास के माहौल को समझना और पहचानना शुरू कर देता है। बच्चे आवाज करके और रोते हुए संवाद व अपनी प्रतिक्रिया देने की कोशिश करते हैं। और पढ़ें: 1 से 2 साल (1-2 year) एक से दो साल के बच्चे में आपको काफी विकास देखने को मिलेगा। इस दौरान पेरेंट्स को भी बच्चाें के साथ तरह-तरह की एक्टिविटी करते हैं। बच्चे के साथ गाने और बात करने को कोशिश करें। इससे उसे शब्दों का ज्ञान होगा। उन्हें बात करना सीखने में मदद मिलेगी और यह सीखना शुरू हो जाएगा कि कैसे बारी बारी से और अन्य लोगों के साथ साझा करना है। और पढ़ें: 2 से 4 स...

2 साल के बच्चे को खाना खिलाने के टिप्स, फूड चार्ट और हेल्दी व टेस्टी रेसिपीज

• अपने बच्चे को फास्ट फूड और मीठे एयरेटेड ड्रिंक्स से परिचित कराने में जल्दी न करें, और उसके लिए ताजे, पौष्टिक भोजन को प्राथमिकता दें। • भोजन के लिए निश्चित समय रखें। एक नियमित दिनचर्या बनाने से आपके बच्चे को रोज एक निश्चित समय पर भूख लगेगी और वह सही समय पर भोजन कर पाएगा। • भोजन से ठीक पहले अपने बच्चे को भारी स्नैक्स या बहुत सारे पेय पदार्थ न दें। • प्रत्येक बार भोजन की अवधि 20 मिनट से नहीं होनी चाहिए 2 साल के बच्चे के लिए आहार जबकि हमारे लिए एक संतुलित आहार आवश्यक होता है, बच्चों के लिए ऐसे पोषणयुक्त आहार की आवश्यकता होती है जो उन्हें बढ़ने में मदद करता है। 2. चिकन चिकन और अन्य मांसाहारी खाद्य पदार्थों में आसानी से अवशोषित होने वाले आयरन की अच्छी मात्रा होती है। आयरन खून में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है और एनीमिया से बचाव करता है। शाकाहारी भोजन में पाया जाने वाला आयरन शरीर को अवशोषित करने के लिए कठिन होता है, और इसलिए आपके बच्चे को आवश्यक मात्रा प्राप्त करने के लिए कम से कम दो बार इसका सेवन करना होगा। 3. मछली मछली एसेंशियल फैटी एसिड (ईएफए) का एक अच्छा स्रोत है। ईएफए इम्युनिटी बनाने में मदद करता है और हृदय प्रणाली (कार्डिओवैस्क्युलर) को मजबूत करता है। शाकाहारियों को ईएफए स्रोतों के उचित आहार की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह शरीर में स्वयं उत्पन्न नहीं होता है और केवल बाहरी चीजों से प्राप्त किया जा सकता है। 7. सूर्य का प्रकाश यद्यपि तकनीकी रूप से यह भोजन नहीं है, लेकिन यह कुछ ऐसा है जिसे शरीर अवशोषित करता है, इसलिए हमने इसे इस सूची में शामिल करने का निर्णय लिया है, क्योंकि यह विकास में अभिन्न भूमिका निभाता है। सूर्य के प्रकाश से हमें जो तत्व प्राप्त होता है वह विटाम...

4 Year Baby Food Chart in Hindi, 4 साल के बच्चे का फूड चार्ट, भोजन

चार साल की उम्र में बच्चे का मानसिक और शारीरिक विकास बहुत ही तेज़ी से होता है। इसलिए इस उम्र में बच्चे की अन्य बातों के साथ ही उसके आहार (Food) का भी खास ध्यान रखना पड़ता है। ऐसे में माँ की मुश्किलें बढ़ जाती हैं कि आखिर अपने शिशु के लिए ऐसा क्या बनाया जाए कि वो बच्चे को पसंद आये और उसके आहार में पोषक तत्वों की भी कमी न हो। तो आइये आपकी मुश्किलों को कुछ हद तक कम कर देते हैं। जानिए 4 साल के बच्चे का फूड चार्ट (4 Saal ke Bache Ka Food Chart) और पाएं कुछ अन्य जानकारियाँ। 4 साल के बच्चे का फूड चार्ट (4 Year Baby Food Chart in Hindi) आप चार साल के बच्चे के लिए उसके खाने का एक फूड चार्ट बना कर रख सकती हैं ताकि बच्चे को अलग-अलग और नयी डिश रोज खाने को मिले व पूरे पोषक तत्व भी प्राप्त हों। साथ ही आपकी “चार साल के बच्चे को क्या खिलाएं”, “आज क्या नया खाना बनाऊं”, “चार साल के बच्चे का आहार चार्ट” आदि समस्याएं कम हो जाएंगी। तो देखें चार साल के बच्चे के लिए एक सैंपल सात दिन का फूड चार्ट (Food Chart for 4 Year Kid in Hindi) जो इस प्रकार है: सोमवार (Monday) • नाश्ता – दूध का दलिया • ब्रंच – बिस्कुट • दोपहर का खाना – रोटी और सब्जी, जूस • शाम का नाश्ता – उबले हुए कॉर्न • रात का खाना – वेज खिचड़ी मंगलवार (Tuesday) • नाश्ता – सैंडविच • ब्रंच – स्प्राउट्स • दोपहर का खाना – दाल, रोटी और सब्जी • शाम का नाश्ता – फ्रूट सलाद रात का खाना – सब्जी और रोटी बुधवार (Wednesday) • नाश्ता – इडली सांबर या स्टफ्ड इडली (दूध या फ्रेश जूस) • ब्रंच – कोई भी फल • दोपहर का खाना – दाल और चावल • शाम का नाश्ता – सूप • रात का खाना – वेजिटेबल दलिया गुरुवार (Thursday) • सुबह का नाश्ता – पोहा और दूध • ब्रंच – नारियल पानी • दो...

5 साल के बच्चों के कपड़े पहनती है 24 की लड़की, दिनभर चूसती है प्लास्टिक की चुसनी

दुनिया में कई तरह के शौक़ीन लोग होते हैं. कुछ लोगों का शौक इतना अजीब होता है कि उसके बारे में जानकर ही हैरानी होती है. आज हम जिस लड़की के बारे में बात कर रहे हैं उसे बड़े होने से डर लगता है. इस कारण 24 साल की होने के बाद भी वो पांच साल के बच्चे (24 Year Woman Lives Like Kids) जैसी जिंदगी बिताती है. ना सिर्फ वो पांच साल के बच्चों के कपड़े पहनती है बल्कि उनके खिलौने से खेलती है. सबसे हैरानी की बात तो ये है कि लड़की के पार्टनर्स भी उसके इस शौक में उसका पूरा साथ देते हैं. स्कॉटलैंड (Scotland) में रहने वाली 24 साल की डैनी को बड़े होने से डर लगता है. दो साल पहले उसने अपने इस डर से जीतने के लिए एक आइडिया निकाला. उसे बच्चे का रोल प्ले करना शुरू किया. अब वो ट्विटर और इंस्टाग्राम पर बच्चों के जैसे लुक्स में तस्वीरें शेयर करती है. इसमें डैनी बच्चों के कपड़े पहने नजर आती है. साथ ही उसके मुंह में हर समय चुसनी लगी रहती है. डैनी का कहना है कि इस आदत के कारण वो बचपन से अपने मन में पल रहे डर से लड़ पा रही है. दरअसल, डैनी को बचपन से ही बड़े होने से डर लगता है. उसका कहना है कि उसे बच्चों के खिलौने से बड़ा नहीं होना अच्छा लगता है. उसका मानना है कि में काफी सुख है. एडल्टहुड जिम्मेदारी लेकर आता है और उसे जिम्मेदारियों से डर लगता है. वो बच्चों जैसी जिंदगी जी कर खुद को रिलैक्स रखती है. उसे खिलौनों से खेलना भी काफी पसंद है. हालांकि, अपने इस शौक को लेकर डैनी ने बताया कि वो 24 घंटे बच्चे जैसी जिंदगी नहीं जीती. कभी कभी वो बड़ों जैसे ड्रेसअप में बाहर निकलती है. जब वो बच्चों के गेटअप में रहती है, तब उसके अंदर काफी बचपना भर जाता है. वो अपने पार्टनर के साथ भी बच्चों जैसा व्यवहार करती है. डैनी की तस्वीरों पर कई कमें...

5 साल से छोटे बच्चें के लिए Aadhaar बनवाना हुआ आसान, UIDAI आसान किए नियम

नई दिल्ली. मौजूदा समय में आधार कार्ड (Aadhaar Card) जीवन में काफी अहम हो गया है. आधार कार्ड के साथ खास बात यह है कि इसमें न सिर्फ आपके पते की जानकारी होती है, बल्कि इसमें व्यक्ति की बायोमेट्रिक जानकारी भी होती है. इसलिए बच्चों का आधार बनवाना जरूरी हो गया है. देश में आधार कार्ड बनाने वाली सरकारी संस्था यहां बनवा सकते हैं बच्चे का आधार यूआईडीएआई ने बताया, नवजात शिशु का भी आधार बनाया जा सकता है. उनके पंजीकरण की सुविधा अब अस्पताल में भी है. अपने बच्चे का आधार जरूर बनवाएं जिससे उन्हें स्वास्थ्य संबंधी लाभ, स्कूल में दाखिला और छात्रवृत्ति जैसी सुविधाएं भविष्य में आसानी से मिल सके. आधार पंजीकरण के लिए अपने नजदीकी आधार केंद्र, स्कूल या फिर आंगनवाड़ी से संपर्क करें. आधार पंजीकरण पूरी तरह से नि:शुल्क है. ये भी पढ़ें: नीले रंग का होता है ‘बाल आधार कार्ड’ बच्चों के लिए बाल आधार (Baal Aadhaar) बनवाना होता है. यह आधार कार्ड 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बनाया जाता है. बच्चों के लिए जारी किया जाने वाला आधार नीले रंग का होता है, और बच्चे (AadhaarForMyChild) के 5 वर्ष के होने पर यह आधार अमान्य हो जाता है. ये भी पढ़ें: कहां बनेगा बच्चों का आधार कार्ड? अपने बच्चे के लिए बाल आधार-अपने बच्चे के साथ आधार इनरोलमेंट सेंटर जाएं और फॉर्म भरें.सेंटर पर बच्चे का और माता पिता में से किसी एक का जीवन प्रमाण पत्र लेकर जाएं.सेंटर पर बच्चे की फोटो खींची जाएगी जो बाल आधार पर लगेगी. बाल आधार माता पिता में किसी एक के आधार कार्ड से लिंक किया जाएगा. यहां बच्चे की कोई बायोमेट्रिक डिटल नहीं ली जाएगी. इसके लिए अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर जमा कराएं. वेरिफिकेशन और रजिस्ट्रेशन के बाद कंफर्मेशन मैसेज रजिस्टर्ड मोबा...