आज भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण, जब हम g20 की अध्यक्षता सम्भालने जा रहे हैं। सभी भारतवासियों के लिए गर्व का अवसर, जब विश्व की निगाहें भारत पर होंगी।

  1. G20 Indonesia Bali Summit 2022 What Brings Prime Minister Narendra Modi From It For India Abpp
  2. G20 Summit: इंडोनेशिया ने भारत को सौंपी G20 की अध्यक्षता, PM मोदी बोले
  3. ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के विचार के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के G20 प्रेसीडेंसी के लोगो, थीम का किया अनावरण – News Mobile


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G20 Indonesia Bali Summit 2022 What Brings Prime Minister Narendra Modi From It For India Abpp

भारत दुनिया में अपनी धाक जमाने में कामयाब हो रहा है. इंडोनेशिया के बाली में जी-20 देशों के सम्मेलन में ग्रुप ऑफ ट्ववेंटी (Group Of 20) यानी जी-20 सम्मेलन 2023 की अध्यक्षता की अगुवाई देश करने जा रहा है. इसके साथ ही साफ हो गया है कि दुनिया भारत की आवाज केवल सुनती ही नहीं बल्कि उस पर अमल भी करती है. इसका सबूत है जी-20 नेताओं के बुधवार को यूक्रेन युद्ध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश को स्वीकार करना है. इस सम्मेलन के संयुक्त घोषणापत्र में पीएम मोदी शांति संदेश को आधार बना कर कहा गया, "आज का युग युद्ध का नहीं होना चाहिए". बाली द्वीप पर दुनिया भर के प्रभावी नेता इस सम्मेलन के लिए जुटे थे. यहां प्रधानमंत्री मोदी ने देश का प्रतिनिधित्व मौजूदा हालातों में इस तरह से किया कि 19 देशों और यूरोपियन यूनियन का ये मंच राजनीतिक मतभेदों पर भी संघर्ष से बचा रहा. भू-राजनीतिक तनाव से जूझ रही दुनिया में भारत की क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए पीएम मोदी ने बाली में कोई कसर नहीं छोड़ी. दो दिनों तक चले इस सम्मेलन से भारत के लिए पीएम कई सौगातें लेकर आए हैं. (फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के संग मुलाकात करते पीएम मोदी) जी-20 में भारतीय प्रधानमंत्री का संदेश बना संकल्प इस बार बाली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन की राह इतनी आसान भी नहीं थी. इस मंच पर रूस- यूक्रेन जंग पर सदस्य देश दो भागों में बंटे थे. उधर दूसरी तरफ जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 महामारी से निपटने की जवाबदेहियां मुंह बाएं खड़ीं थीं. वहीं बुधवार 17 नवंबर को नाटो के सदस्य देश पोलैंड में एक मिसाइल गिरने से मामला और संजीदा हो गया था. सबसे अहम था इस मंच पर मौजूद रूस और अमेरिका के बीच संतुलन साधना था. इस मुद्दे पर ऐसे समाधान और सहमत...

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अररिया 01दिसम्बर(हि.स.)। फारबिसगंज कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर संगोष्ठी के आयोजन के साथ हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।कॉलेज मंत्री अभिषेक झा एवं प्रिंस कश्यप के अध्यक्षता मे कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मौके पर उपस्थित अभाविप के विभाग प्रमुख डॉ. संजीव कुमार सिंह ने कहा कि जी-20 दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक मंच है। इसमें अर्जेंटीना,ऑस्ट्रेलिया,ब्राजील,कनाडा,चीन,फ्रांस,जर्मनी,भारत,इंडोनेशिया,इटली,जापान,कोरिया,गणराज्य,मैक्सिको,रूस,सऊदी अरब,दक्षिण अफ्रीका,तुर्की,ब्रिटेन,अमेरिका और यूरोपीय देश शामिल है। उन्होंने बताया की जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत की योजना स्वास्थ्य,आपात स्थितियों की रोकथाम, तैयारी और प्रतिक्रिया के बारे में बात करने की होगी। फार्मास्युटिकल क्षेत्र और डिजिटल स्वास्थ्य नवाचार में सहयोग को मजबूत करना। भारत के जी-20 प्रेसीडेंसी का विषय वसुधैव कुटुम्बकम या एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य है। मौके पर मौजूद जिला संयोजक आकाश श्रीवास्तव ने कहा आज भारत के लिए ऐतिहासिक क्षण, भारत जी-20 की अध्यक्षता सम्भालने जा रहे हैं। सभी भारतवासियों के लिए यह गर्व का अवसर है।सम्मेलन के दौरान विश्व की निगाहें भारत पर होंगी। नगर उपाध्यक्ष डा. राजेश कुमार एवं नगर उपाध्यक्ष डा.ललित झा ने कहा अगले 10 वर्षों में हर इंसान के जीवन में डिजिटल परिवर्तन लाने के लिए जी-20 नेताओं द्वारा काम करने की प्रतिज्ञा ताकि कोई भी व्यक्ति नई तकनीकों के लाभ से वंचित न रहे। महाविद्यालय के दर्जनों छात्र एवं छात्राओं ने बढ़चढ़कर हस्ताक्षर अभियान में हिस्सा लेकर अपना अपना हस्ताक्षर किया।

G20 Summit: इंडोनेशिया ने भारत को सौंपी G20 की अध्यक्षता, PM मोदी बोले

बाली: इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता अब भारत को मिल गई है. शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन यानी बुधवार को इंडोनेशिया ने G-20 की अध्यक्षता भारत को सौंपी. जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन सत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया और कहा कि दुनिया को जी20 से काफी उम्मीदे हैं और वैश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं है. बाली के इंडोनेशिया में 1 दिसंबर से भारत को मिल रही जी20 की अध्यक्षता को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि भारत G-20 का जिम्मा ऐसे समय ले रहा है जब विश्व जियो पॉलिटिकल तनावों, आर्थिक मंदी और ऊर्जा की बढ़ी हुई कीमतों और महामारी के दुष्प्रभावों से एक साथ जूझ रहा है. ऐसे समय विश्व G-20 के तरफ आशा की नज़र से देख रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अपनी G20 अध्यक्षता के दौरान इंडोनेशिया के सराहनीय इनिशिएटिव यानी पहल को आगे बढ़ाने का भरसक प्रयत्न करेगा. भारत के लिए यह अत्यंत सुखद संयोग है कि हम G20 अध्यक्षता का दायित्व इस पवित्र द्वीप, बाली में ग्रहण कर रहे हैं. भारत और बाली का बहुत ही प्राचीन रिश्ता है. आज आवश्यकता है कि विकास के लाभ सर्वस्पर्शी और समावेशी हों. हमें विकास के लाभों को ममभाव और समभाव से मानव मात्र तक पहुंचाना होगा. वैश्विक विकास महिलाओं की भागीदारी के बिना संभव नहीं है. भारत 1 दिसंबर से आधिकारिक तौर पर G20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। — ANI_HindiNews (@AHindinews) पीएम मोदी ने कहा कि मैं आश्वासन देना चाहता हूं कि भारत की G-20 अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और क्रिया-उन्मुख होगी. हमारा प्रयत्न रहेगा की G-20 नए विचारों की परिकल्पना और सामूहिक एक्शन को गति देने के लिए एक ग्लोबल प्राइम मूवर की तरह काम करेगा. उन...

‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के विचार के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के G20 प्रेसीडेंसी के लोगो, थीम का किया अनावरण – News Mobile

दिल्ली: वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भारत के G20 प्रेसीडेंसी के लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया. अनावरण के दौरान पीएम ने संबोधित करते हुए कहा, कुछ दिनों बाद 1 दिसंबर से भारत G20 की अध्यक्षता करेगा. भारत के लिए ये ऐतिहासिक अवसर है. आज इसी संदर्भ में इस समिट की लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया गया है. G20 ऐसे देशों का समूह है जिनका आर्थिक सामर्थ्य विश्व की 85% GDP का प्रतिनिधित्व करता है. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में आगे कहा, G20 उन 20 देशों का समूह है जो विश्व के 75% व्यापार का प्रतिनिधित्व करते हैं. G20 उन 20 देशों का समूह है जिसमें विश्व की दो-तिहाई जनसंख्या समाहित है और अब भारत इस G20 समूह का नेतृत्व और अध्यक्षता करने जा रहा है. “G-20 का ये लोगो केवल एक प्रतीक चिन्ह नहीं है… ये एक संदेश है, ये एक भावना है, जो हमारी रगों में है. ये एक संकल्प है जो हमारी सोच में शामिल रहा है. इस लोगो और थीम के जरिए हमने एक संदेश दिया है.” Jun 15, 2023 युद्ध से मुक्ति के लिए बुद्ध के जो संदेश हैं हिंसा के प्रतिरोध में महात्मा गांधी के जो समाधान हैं। G20 के जरिए भारत उनकी वैश्विक प्रतिष्ठा को नई ऊर्जा दे रहा है. पीएम मोदी ने आगे कहा, आज जब भारत G-20 की अध्यक्षता करने जा रहा है तो ये आयोजन हमारे लिए 130 करोड़ भारतीयों की शक्ति और सामर्थ्य प्रतिनिधित्व है. आज विश्व इलाज की जगह आरोग्य की तलाश कर रहा है. हमारा आयुर्वेद, हमारा योग, जिसे लेकर दुनिया में एक नया उत्साह और विश्वास है. हम उसके विस्तार के लिए एक वैश्विक व्यवस्था बना सकते हैं. भारत ने वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड के मंत्र के साथ विश्व में अक्षय ऊर्जा क्रांति का आह्वान किया है. भारत ने वन अर्थ, व...

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