अजमेर शरीफ का सच

  1. क्या है अजमेर शरीफ में चमकती 'अलौकिक रोशनी' का सच ?..the truth of 'supernatural light' shining in Ajmer Sharif
  2. Ajmer India Enjoy More Freedom Development Than Those In Neighbouring Countries Indian Minorities Foundation
  3. अजमेर शरीफ दरगाह जाने से पहले जान लें ये जरूरी बातें
  4. अजमेर शरीफ़ दरगाह का इतिहास
  5. अजमेर शरीफ के खादिम सरवर चिश्ती का बयान, 'लड़की ऐसी चीज है कि बड़े
  6. Ajmer Shareef Urs 2023 Starts Thousands Of Devotees Reached Ajmer To Offer Followers Of Devotion Ann


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क्या है अजमेर शरीफ में चमकती 'अलौकिक रोशनी' का सच ?..the truth of 'supernatural light' shining in Ajmer Sharif

highlights • हजरत ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में दिखा साक्षात चमत्कार • न्यूज़ नेशन की पड़ताल में सामने आया सच • पड़ताल में गलत साबित हुआ वीडियो में किया जा रहा दावा New delhi: सोशल मीडिया पर अजमेर शरीफ़ दरगाह का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है... वीडियो में दरगाह के ऊपर एक रहस्यमयी रोशनी चमकती हुई दिखाई दे रही है...ये रोशनी कुछ देर तक इसी तरह चमकती रहती है, फिर अचानक मछली की आकृति लेकर दरगाह के गुंबद में समा जाती है. दावा किया जा रहा है कि इस रोशनी के जरिए हजरत ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती ने अपनी मौजूदगी का एहसास कराया है. कुछ लोग इसे चमत्कार बता रहे हैं तो कुछ विजुअल इफेक्ट का कमाल कह रहे हैं. वीडियो को शेयर करते हुए मोहम्मद अजमत नाम के यूजर ने लिखा..."अजमेर शरीफ़ दरग़ाह पर हुआ चमत्कार, कैमरे में कैद हुआ". पड़ताल अजमेर शरीफ दरगाह में चमत्कार के दावे पहले भी किए जाते रहे हैं, लेकिन इस बार सोशल मीडिया में एक वीडियो भी वायरल है. इसलिए हमने वीडियो की पड़ताल की...लेकिन पड़ताल के दौरान वीडियो में शक की कई वजह दिखाई दी... शक की पहली वजह वीडियो के 12वें सेकंड में आसमान में रोशनी चमकने लगती है, लेकिन नीचे मौजूद लोग इसकी तरफ नहीं देखते, अगर हकीकत में कोई रोशनी चमकी होती तो लोगों की नज़र उसकी तरफ जरूर जाती. शक की दूसरी वजह आसमान में जब रोशनी दरगाह के गुंबद की तरफ बढ़ती है तो दरगाह के आसपास एक धुंधली छवि दिखती है, जिससे शक होता है कि इसे स्पेशल इफेक्ट्स की मदद से बनाया गया है. Miracle in Ajmer Sharif Dargah caught by Camera — MOHAMAD AZMAT (@AzmatMohamad) शक को दूर करने के लिए हमने एक विजुअल एक्सपर्ट शैलेंद्र पुलांडे की मदद ली...तो उन्होंने वीडियो को देखते ही बता दिया कि वीड...

Ajmer India Enjoy More Freedom Development Than Those In Neighbouring Countries Indian Minorities Foundation

Rajasthan: इंडियन माइनॉरिटीज फाउंडेशन ने कहा- 'भारत में अल्पसंख्यक पड़ोसी देशों की तुलना में अधिक स्वतंत्र' ख्वाजा हजरत मोइनुद्दीन चिश्ती से आशीर्वाद लेने के लिए आईएमएफ प्रतिनिधियों द्वारा राजस्थान में दरगाह अजमेर शरीफ की यात्रा के दौरान विभिन्न धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रमुख नेताओं ने ये विचार व्यक्त किए. Rajasthan News: इंडियन माइनॉरिटीज फाउंडेशन (आईएमएफ) के प्रतिनिधियों ने देश में धार्मिक स्वतंत्रता के संबंध में तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने के प्रयासों और भारत के प्रति पश्चिमी मीडिया और एजेंसियों द्वारा किये जा रहे झूठे प्रचार की कड़ी निंदा की. संगठन ने दोहराया कि भारत में अल्पसंख्यक भारत के पड़ोसी देशों में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदायों की तुलना में कहीं अधिक स्वतंत्र है और विकास कर रहे हैं. ख्वाजा हजरत मोइनुद्दीन चिश्ती से आशीर्वाद लेने के लिए आईएमएफ प्रतिनिधियों द्वारा राजस्थान में दरगाह अजमेर शरीफ की यात्रा के दौरान विभिन्न धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रमुख नेताओं ने ये विचार व्यक्त किए. आईएमएफ के संयोजक, सतनाम सिंह संधू, संस्थापक हिमानी सूद तथा अजमेर में दरगाह शरीफ के गद्दीनशीन और चिश्ती फाउंडेशन के अध्यक्ष हाजी सैयद सलमान चिश्ती इस कार्यक्रम का हिस्सा थे. दरगाह अजमेर शरीफ भारत में न केवल मुसलमानों के लिए बल्कि अन्य धर्मों के लोगों के लिए भी सबसे सम्मानित एवं पवित्र स्थानों में से एक है. यात्रा का उद्देश्य विभिन्न समुदायों के सदस्यों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को बढ़ावा देना और एकता और आत्मीयता के बंधन को मजबूत करना था. जुम्मा मुबारक के मौके पर इंडियन माइनॉरिटीज फाउंडेशन के सर्व धर्म प्रतिनिमंडल ने 50 हजार लोगों के साथ 140 करोड़ भारतीयों की और से भारत में...

अजमेर शरीफ दरगाह जाने से पहले जान लें ये जरूरी बातें

इस दरगाह से सभी धर्मों के लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। इसे सर्वधर्म सद्भाव की अदभुत मिसाल भी माना जाता है। ख्वाजा साहब की दरगाह में हर मजहब के लोग अपना मत्था टेकने आते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो भी ख्वाजा के दर पर आता है कभी भी खाली हाथ नहीं लौटता है, यहां आने वाले हर भक्त की मुराद पूरी होती है। ख्वाजा की मजार पर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, बीजेपी के दिग्गत नेता स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी, देश की पहली महिला पीएम इंदिरा गांधी, बराक ओबामा समेत कई नामचीन और मशहूर शख्सियतों ने अपना मत्था टेका है। इसके साथ ही ख्वाजा के दरबार में अक्सर बड़े-बड़े राजनेता एवं सेलिब्रिटीज आते रहते हैं और अपनी अकीदत के फूल पेश करते हैं एवं आस्था की चादर चढ़ाते हैं। ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का इतिहास अजमेर शरीफ, ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती का बेहद भव्य एवं आर्कषक मकबरा है। इसे ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह के नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दें कि ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती एक प्रसिद्ध सूफी संत होने के साथ-साथ इस्लामिक विद्धान और दार्शनिक थे। उनकी ख्याति इस्लाम के महान उपदेशक के रुप में भी विश्व भर में फैली हुई थी। उन्होंने अपने महान विचारों और शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार किया एवं उन्हें भारत में इस्लाम का संस्थापक भी माना जाता था। उन्हें ख्वाजा गरीब नवाज के नाम से भी जाना जाता था। उनकी अद्भुत एवं चमत्कारी शक्तियों की वजह से वे मुगल बादशाहों के बीच भी काफी लोकप्रिय हो गए थे। उन्होंने अपने गुरु उस्मान हरूनी से मुस्लिम धर्म की शिक्षा ली एवं इसके बाद उन्होंने धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए कई यात्राएं की एवं अपने महान उपदेश दिए। ख्वाजा गरीब नवाज ने पैदल ही हज यात्रा की थी। वहीं ऐसा माना जाता ह...

अजमेर शरीफ़ दरगाह का इतिहास

अजमेरशरीफ़दरगाहकाइतिहास– Ajmer Sharif Dargah History In Hindi कहांस्थितहै (Ajmer Sharif Dargah Location) अजमेर, राजस्थान मजार (Ajmer Sharif Mazar) ख्वाजामोइनुद्दीनहसनचिश्तीकीकब्र प्रसिद्धि पवित्रतीर्थस्थल, लाखोंलोगोंकीआस्थाकाकेन्द्र राजस्थानराज्यकेअजमेरमेंस्थितख्वाजामुईनुद्दीनचिश्तीकीदरगाहभारतकेप्रमुखतीर्थस्थलोंमेंसेएकहै।यहदरगाह, पिंकसिटीजयपुरसेकरीब 135 किलोमीटरदूर, चारोंतरफअरावलीकीपहाड़ियोंसेघिरेअजमेरशहरमेंस्थितहै।अजमेरशरीफकीदरगाहकेनामसेयहपूरेदेशमेंप्रसिद्धहै। इसदरगाहसेसभीधर्मोंकेलोगोंकीआस्थाजुड़ीहुईहै।इसेसर्वधर्मसद्भावकीअदभुतमिसालभीमानाजाताहै।ख्वाजासाहबकीदरगाहमेंहरमजहबकेलोगअपनामत्थाटेकनेआतेहैं।ऐसीमान्यताहैकिजोभीख्वाजाकेदरपरआताहैकभीभीखालीहाथनहींलौटताहै, यहांआनेवालेहरभक्तकीमुरादपूरीहोतीहै। ख्वाजाकीमजारपर ऐसामानाजाताहै, लाखोंधर्मोंकीआस्थासेजुड़ीअजमेरशरीफकीदरगाहकानिर्माणसुल्तानगयासुद्दीनखिलजीनेकरवायाथाइसकेबादमुगलसम्राटहुमायूंसमेतकईमुगलशासकोंनेइसकाविकासकरवाया।इसदरगाहमेंकोईभीसिरखोलकरनहींजासकताहै, बालढककरहीख्वाजाकीमजारपरमत्थाटेकनेकीअनुमतिहै, आइएजानतेहैं, अजमेरशरीफकाइतिहास, इसकीबनावट, नियमएवंइससेजुड़ेकुछअनसुनेएवंरोचकतथ्योंकेबारेमें– ख्वाजागरीबनवाजकीदरगाहकाइतिहास– Moinuddin Chishti History अजमेरशरीफ, ख्वाजामोइनुद्दीनहसनचिश्तीकाबेहदभव्यएवंआर्कषकमकबराहै।इसेख्वाजागरीबनवाजदरगाहकेनामसेभीजानाजाताहै।आपकोबतादेंकिख़्वाजामोईनुद्दीनचिश्तीएकप्रसिद्धसूफीसंतहोनेकेसाथ-साथइस्लामिकविद्धानऔरदार्शनिकथे। उनकीख्यातिइस्लामकेमहानउपदेशककेरुपमेंभीविश्वभरमेंफैलीहुईथी।उन्होंनेअपनेमहानविचारोंऔरशिक्षाओंकाप्रचार-प्रसारकियाएवंउन्हेंभारतमेंइस्लामकासंस्थापकभीमानाजाताथा।उन्हेंख्वाजागरीबनवाजकेनामसेभीजानाजाताथा।उनकी...

अजमेर शरीफ के खादिम सरवर चिश्ती का बयान, 'लड़की ऐसी चीज है कि बड़े

डीएनए हिंदी: अजमेर शरीफ दरगाह के खादिम (मौलवी) सरवर चिश्ती एक बार फिर अपने एक बयान से फिर से चर्चा में हैं. उनका एक वायरल वीडियो सुर्खियों में हैं. सरवर चिश्ती फिल्म 'अजमेर-92' की रिलीज के बारे में एक बयान जारी कर रहे थे. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि सरवर चिश्ती कह रहे थे कि लड़की ऐसी चीज है जिस पर बड़े-बड़े फिसल जाते हैं. उन्होंने विश्वामित्र और मेनका का उदाहरण देते हुए यह भी कहा कि जितने बाबा आजकल जेल में हैं, वे सभी लड़की के चक्कर में ही फंसे हैं. अजमेर शरीफ दरगाह के खादिमों के संगठन अंजुमन सैयद जदगन के सचिव चिश्ती को यह कहते हुए सुना जा सकता है, लड़की एक ऐसी चीज है जो बड़े से बड़े आदमी को भी फिसला सकती है. उन्होंने कहा, 'इंसान सिर्फ पैसे या संस्कारों की वजह से भ्रष्ट नहीं हो सकता. लड़की एक ऐसी 'चीज' है जो बड़े से बड़े इंसान को भी गुमराह कर सकती है.' यह भी पढ़ें- जारी है 'अजमेर-92' का विवाद 'अजमेर-92' रिलीज से पहले ही विवादों में घिर चुकी है और कई मुस्लिम संगठनों ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. पुष्पेंद्र सिंह के डायरेक्शन में बनी यह फिल्म अजमेर में 100 से अधिक लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म और ब्लैकमेल की 'सच्ची' घटनाओं को दिखाने का दावा करती है. चिश्ती को पौराणिक कथाओं से 'मेनका और विश्वामित्र' प्रकरण का उल्लेख करते हुए वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है: कोई भी इंसान विश्वामित्र की तरह नियंत्रण खो सकता है .. साथ ही, लड़कियों से जुड़े मामलों में कई बाबा जेल में हैं. बता दें कि 'अजमेर-92' 14 जुलाई को रिलीज होने वाली है. रिलीज से पहले ही खादिम प्रतिनिधि इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. अंजुमन सैयद जदगन के साथ ही अलग-अलग मुस्ल...

Ajmer Shareef Urs 2023 Starts Thousands Of Devotees Reached Ajmer To Offer Followers Of Devotion Ann

Ajmer Urs 2023: विश्व प्रसिद्ध अजमेर शरीफ उर्स का आगाज, गरीब नवाज की दरगाह में गूंजे शादियाने और नगाड़े Urs of Khwaja Moinuddin Chishti: अजमेर में गरीब नवाज हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में 811वां उर्स का आगाज हो गया है. इस्लामी माह रजब का चांद दिखने पर उर्स की विधिवत शुरुआत का ऐलान हुआ. Urs in Ajmer Sharif Dargah: राजस्थान (Rajasthan) की धार्मिक नगरी अजमेर (Ajmer) में स्थित विश्व प्रसिद्ध गरीब नवाज हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती (Khwaja Moinuddin Chishti) की दरगाह में 811वां उर्स का आगाज हो गया है. इस्लामी माह रजब का चांद दिखने पर उर्स की विधिवत शुरुआत का ऐलान हुआ. इस मौके पर नौबतखाने में शादियाने, नगाड़े और झांझ बजाए गए. पांच तोपों की सलामी दी गई इस मौके पर बड़े पीर की पहाड़ी से तोपची फौजिया ने पांच तोपों की सलामी दी. गौरतलब है कि यहां साल में चार बार नक्कारे और नौबत बजाए जाते हैं. उर्स के अलावा रबी-उल-अव्वल (जिस माह में पैगम्बर मोहम्मद साहब का जन्म दिन आता है) का चांद दिखने पर, रमजान मुबारक का चांद दिखने पर और ईद का चांद दिखाई देने पर यहां शादियाने बजाए जाते हैं. कौमी एकता की मिसाल है उर्स अजमेर दरगाह शरीफ (Dargah Sharif Ajmer) में शादियाने की गूंज के साथ ही उर्स की मुबारकबाद का सिलसिला भी शुरू हो गया है. यहां लोग ने एक-दूसरे को गले लगाकर उर्स मुबारक कहा. सांप्रदायिक सौहार्द और विश्व शांति का संदेश देने वाला यह उर्स कौमी एकता की भी मिसाल है. यहां देशभर से हजारों जायरीन ख्वाजा की बारगाह में अकीदत के फूल चढ़ाने आते हैं. उर्स शुरू होने के साथ ही जायरीन सिर पर फूलों की टोकरी और हाथों में चादर फैलाए जत्थे के रूप में दरगाह पहुंच रहे हैं. अकीदतमंद यहां मजार पर...