अकबर ने दीन ए इलाही कब शुरू किया

  1. +50 GK question on Mughal Empire in Hindi
  2. अकबर की धार्मिक नीति और दीन
  3. I दीन ए इलाही की स्थापना किसने तथा क्यों की थी? – ElegantAnswer.com
  4. बंगालियों का नववर्ष अकबर के बनवाए कैलेंडर के हिसाब से शुरू क्यों होता है?
  5. [Solved] अकबर के दीन
  6. अकबर की धार्मिक नीति और दीन
  7. +50 GK question on Mughal Empire in Hindi
  8. I दीन ए इलाही की स्थापना किसने तथा क्यों की थी? – ElegantAnswer.com
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+50 GK question on Mughal Empire in Hindi

Table of Contents • • • • • मुगल काल से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर Ques. 1 –: मुगल वंश का संस्थापक कौन था ? उत्तर –: बाबर Ques. 2 –: गुजरात विजय की यादगार में अकबर ने किसका निर्माण कराया था ? उत्तर –: बुलंद दरवाजा Ques. 3 –: किस मुगल बादशाह ने अपनी आत्मकथा फारसी में लिखी ? उत्तर –: जहाँगीर Ques. 4 –: पानीपत का प्रथम युद्ध कब हुआ था ? उत्तर –: 21 अप्रैल 1526 Ques. 5 –: अनवार-ए-सुहैलो ग्रन्थ किसका अनुवाद है ? उत्तर –: पंचतंत्र का मुगल साम्राज्य का पतन mcq Ques. 6 –: धरमत का युद्ध (अप्रैल 1658) किसके बीच लड़ा गया था ? उत्तर –: औरंगजेब और दारा शिकोह के Ques. 7–: प्रसिद्ध संगीतज्ञ तानसेन का मकबरा कहां स्थित है ? उत्तर –: ग्वालियर में Ques. 8 –: ग्रांड ट्रंक रोड का निर्माण किसने करवाया था ? उत्तर –: शेरशाह सूरी ने Ques. 9 –: पटना को प्रान्तीय राजधानी किसने बनाया था ? उत्तर –: शेरशाह सूरी ने Ques. 10 –: कौन-सा मकबरा दूसरा ताजमहल कहलाता है ? उत्तर –: बीबी का मकबरा Mughal kal question Ques. 11 –: उत्तर –: 1582 में Ques. 12 –: दिल्ली का पुराना किला किसके द्वारा बनवाया गया ? उत्तर –: शेरशाह सूरी के मुगल साम्राज्य पर बहुविकल्पीय प्रश्न upsc Ques. 12 –: किस मुगल शासक ने भारत की वनस्पतियों और प्राणी जगत, ऋतुओं और फलों का विवरण अपनी डायरी में किया है? उत्तर –: बाबर ने Ques. 13 –: हुमायूँनामा नामक कृति को किसने लिखा था ? उत्तर –: गुलबदन बेगम ने Ques. 14 –: अकबर के शासन में महाभारत का फारसी भाषा में अनुवाद किया गया था, वह किस नाम से जाना जाता है ? उत्तर –: रज़्मनामा Ques. 15 –: अकबर द्वारा बनाई गई कौन-सी इमारत का नक्शा बौद्ध विहार की तरह है ? उत्तर –: पंचमहल GK question on Mughal Empi...

अकबर की धार्मिक नीति और दीन

• अकबर की महानता उसकी धार्मिक नीति पर आधारित है। उसने तुर्क-अफगान शासकों की धार्मिक विभेद की नीति के स्थान पर उदार नीति अपनाई तथा सभी धर्मों एवं सम्प्रदायों में एकता और समन्वय स्थापित करने का प्रयास किया। सहिष्णुता के लिए किया प्रारम्भिक कार्य- • अकबर की धार्मिक नीति को निम्नलिखित तीन चरणों में बांटा जा सकता है- • प्रथम चरण के अन्तर्गत 1562-75 ई. • द्वितीय चरण के अन्तर्गत 1575 -79 • तृतीय चरण के अन्तर्गत 1579-82 प्रथम चरण के अन्तर्गत 1562-75 ई.- • 1562 ई. में अकबर ने एक आदेश जारी किया, जिसके अनुसार हिन्दू युद्धबन्दियों को जबरदस्ती इस्लाम में दीक्षित करना वर्जित कर दिया। • 1562 ई. में दास प्रथा पर रोक लगाई, पंजाब में गो हत्या पर रोक। • 1563 ई. में उसने हिन्दुओं पर तीर्थ-यात्रा कर समाप्त कर दिया। • 1564 ई. में हिन्दुओं पर लगने वाला घृणित जजिया कर हटाया। • अकबर ने हिन्दुओं के लिए शाही सेवा के द्वार खोल दिये और भारमल, भगवन्तदास तथा मानसिंह को शाही सेवा में लिया। • 1575 ई. में अकबर ने टोडरमल को दीवान (वित्तमंत्री) के पद पर नियुक्त किया। रामदास को साम्राज्य का नायब दीवान बना दिया गया। ये टॉपिक भी पढ़े 1575 ई. में इबादतखाना की स्थापना - • अकबर ने इबादतखाना (प्रार्थना गृह) की स्थापना 1575 ई. में फतेहपुर सीकरीमें की थी। इबादत खाना का अर्थ ‘पूजा का स्थान होता है परन्तु यहां पर प्रत्येक बृहस्पतिवार की संध्या को विभिन्न धर्मावलम्बियों के बीच धार्मिक विषयों पर वाद-विवाद होता था। • अकबर ने पहले इबादत खाना केवल मुस्लिम धर्म (शेख, उलेमा) से सम्बन्धित लोगों को बुलाया। इस्लाम के मौलिक सिद्धांतों में मतभेद होने के व विभिन्न विद्वान एक-दूसरे को भला-बुरा कहने लगते थे। बाद मे सभी धर्मों के लोगों...

I दीन ए इलाही की स्थापना किसने तथा क्यों की थी? – ElegantAnswer.com

I दीन ए इलाही की स्थापना किसने तथा क्यों की थी? इसे सुनेंरोकेंदीन ए इलाही धर्म की स्थापना किसने की था? .दीन-ए-इलाही दीन-ए-इलाही एक नया धर्म था जिसका आरंभ 1582 ई. में बादशाह अकबर ने किया था। इस धर्म में हिन्दू , मुस्लिम , बौद्ध , जैन , पारसी तथा ईसाई धर्म की मुख्य-मुख्य बातों का समावेश किया गया था। अद्यपि इसका मूल आधार एकेश्वरवाद था, परंतु बहुदेववाद की झलक भी इसमें थी। अकबर ने दीन ए इलाही कब शुरू की? इसे सुनेंरोकेंदीन-ए-इलाही 1582 ईस्वी में मुगल सम्राट अकबर द्वारा एक समरूप धर्म था, जिसमें सभी धर्मों के मूल तत्वों को डाला, इसमे प्रमुखता हिंदू एवं इस्लाम धर्म थे। इनके अलावा पारसी, जैन एवं ईसाई धर्म के मूल विचारों को भी सम्मलित किया। सुलह कुल क्या है? इसे सुनेंरोकेंअकबर ने यह महसूस किया कि सभी धर्मों का एक ही उद्देश्य है। अतः उसने सर्वधर्म समन्वय अर्थात सब धर्मों की अच्छी बातें लेने का मार्ग पकड़ा। इसी को उसने ‘सुलह कुल’ कहा। क्या दीन ए इलाही अकबर की मूर्खता का प्रतीक था? इसे सुनेंरोकेंइतिहासकार विसेंट स्मिथ ने लिखा कि अकबर की दीन-ए-इलाही उसकी मूर्खता की स्मारक (मानूमेण्ट ऑफ हिज फाली) थी। किन्तु अनेक इतिहासकार स्मिथ के विचारों से सहमत नहीं हैं। वस्तुतः अकबर धार्मिक दृष्टि से सहिष्णु और दूरदर्शी शासक था। अकबर की सुलह कुल की नीति? इसे सुनेंरोकेंअकबर ने इस्लामी सिद्धांत के स्थान पर सुलह-ए-कुल की नीति अपनाई। 1582 ई. में उसने सभी धर्मों में सामंजस्य स्थापित करने के लिए ‘तौहीद-ए-इलाही’ या ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया पंथ प्रवर्तित किया। अकबर ही सुलह-ए-कुल की नीति राजनीतिक उदारता एवं धार्मिक सहनशीलता के साथ-साथ उसके उदारवादी सांस्कृतिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित करती है। दीन ए इलाही का सदस्...

दीन

deen e ilahi was created by in hindi started दीन-ए-इलाही किसने प्रारंभ किया दीन-ए-इलाही धर्म की स्थापना किसने की थी ? प्रश्न : ‘दीन-ए-इलाही‘ एक नया धर्म निम्नलिखित में से किसके द्वारा शुरू किया गया था? (अ) हुमायूं (ब) जहांगीर (स) अकबर (द) शाहजहा S.S.C. F.C.I. परीक्षा, 2012 उत्तर-(स) ‘दीन-ए-इलाही‘ नामक एक नया धर्म अकबर द्वारा शुरू किया गया था। इसके प्रथम अनुयायी बीरबल थे। सभी धर्मों के सारसंग्रह के रूप में अकबर द्वारा 1582 ई. में दीन-ए-इलाही (दैवीय एकेश्वरवाद) का प्रवर्तन किया गया। अबुल फजल इसका प्रधान पुरोहित था। 17. निम्नलिखित में से कौन दीन-इ-इलाही का सदस्य बना? (अ) राजा बीरबल (ब) राजा मानसिंह (स) टोडरमल (द) तानसेन S.S.C. संयुक्त स्नातक स्तरीय (Tier-I) परीक्षा, 2015 उत्तर-(अ) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें। 18. अकबर के एकमात्र किस दरबारी ने दीन-ए-इलाही को स्वीकार किया था? (अ) टोडरमल (ब) बीरबल (स) तानसेन (द) मानसिंह S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2011 उत्तर-(ब) उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें। 19. निम्नलिखित में से कौन सा व्यक्ति निरक्षर था? (अ) जहांगीर (ब) शाहजहां (स) अकबर (द) औरंगजेब S.S.C. स्नातक स्तरीय परीक्षा, 2010 उत्तर-(स) उपर्युक्त मुगल शासकों में से केवल अकबर ही निरक्षर था, जबकि जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब शिक्षित शासक थे। 20. निम्नलिखित में से सही जोड़ा कौन-सा है? (अ) आसफ खां – अकबर (ब) आदम खो – अकबर (स) बैरम खां – अकबर (द) शाइस्ता खो – अकबर S.S.C. संयुक्त हायर सेकण्डरी (10़2) स्तरीय परीक्षा, 2011 उत्तर-(स) दिए गए विकल्पों में सही जोड़ा बैरम खां – अकबर है। बैरम खां अकबर का संरक्षक था तथा 1556 ई. में पानीपत के द्वितीय युद्ध में उसी के से...

बंगालियों का नववर्ष अकबर के बनवाए कैलेंडर के हिसाब से शुरू क्यों होता है?

आज से बंगाली नववर्ष शुरु हुआ है. इसके पहले दिन को राज्य में पहला बैशाख कहा जाता है. वहीं पंजाब, तमिलनाडु और केरल में भी अपने-अपने समाज के हिसाब से नववर्ष शुरू हुआ है. लेकिन इन सब में बंगाल का नववर्ष अपने कैलेंडर की वजह से सबसे अलग स्थान रखता है. उस कैलेंडर की वजह से जिसे मुगल बादशाह अकबर ने बनवाया था. मुगल सल्तनत के तीसरे वारिस अकबर का शासन तकरीबन चार दशकों तक रहा. उस दौर में यह दुनिया का सबसे ताकतवर साम्राज्य था. जब शासन सुव्यवस्थित हो गया तो अकबर की दिलचस्पी राजव्यवस्था से इतर समाज के बौद्धिक और दार्शनिक पक्षों में बढ़ने लगी. अमर्त्य सेन ने अपनी किताब द आर्ग्यूमेंटेटिव इंडियन में बताया है कैसे दूसरे धर्मों में बढ़ती दिलचस्पी की वजह से अकबर उनसे जुड़े कैलेंडरों की तरफ भी आकर्षित हुआ. सेन लिखते हैं कि जब मुगल बादशाह ने एक मिलीजुली मान्यताओं वाला ‘दीन-ए-इलाही’ धर्म चलाया तो इसके साथ ही सन 1584 में एक कैलेंडर – तारीख-ए-इलाही भी शुरू करवाया. कई इतिहासकारों का मानना है कि अकबर ने कैलेंडर धार्मिक रुझान की वजह से शुरू नहीं करवाया था बल्कि इसके पीछे एक दूसरा मकसद था - कर वसूली को आसान बनाना कैलेंडर शुरू करवाने की और भी वजहें थीं कई इतिहासकारों का मानना है कि अकबर ने कैलेंडर धार्मिक रुझान की वजह से शुरू नहीं करवाया था बल्कि इसके पीछे एक दूसरा मकसद था. कर वसूली को आसान बनाना. बंगाली समाज का अध्ययन करने वाले इतिहासकार कुणाल चक्रबर्ती और शुभ्रा चक्रबर्ती इसबारे में लिखते हैं कि मुगलकाल में कर वसूली एक बड़ी पेचीदगीभरी कवायद हुआ करती थी क्योंकि इसका आधार इस्लामी कैलेंडर था और जो चंद्रमा की गति पर आधारित था. इस कैलेंडर में तारीख और महीने मौसम पर आधारित नहीं होते. इसलिए अकबर ने अपने शाही...

[Solved] अकबर के दीन

सही उत्तर मोहसिन फ़ानी है । • अकबर के दीन-ए-इलाही की चर्चा करने वाले 'दास्तान मज़ाहिब' के लेखक मोहसिन फ़ानी थे। • दीन-ए इलाही "ईश्वर का धर्म," 1582 ईस्वी में मुगल सम्राट अकबर द्वारा शुरू की गई धार्मिक मान्यताओं की एक प्रणाली थी। • अकबर का विचार इस्लाम और हिंदू धर्म को एक विश्वास में जोड़ना था, लेकिन साथ ही ईसाई धर्म, पारसी धर्म और जैन धर्म के पहलुओं को भी जोड़ना था। • अकबर ने धार्मिक मामलों में गहरी दिलचस्पी ली। • उन्होंने 1575 में एक विद्यापीठ, इबादत खाना, "द हाउस ऑफ वर्शिप" की स्थापना की, जहाँ सभी प्रमुख धर्मों के प्रतिनिधि धर्मशास्त्र के प्रश्नों पर चर्चा करने के लिए मिल सकते थे। अकबर • 15 अक्टूबर, 1542 को अकबर का जन्म अबू-फाल जलाल उद-दिन मुहम्मद अकबर के रूप में हुआ था। • अकबर ने अपने पिता हुमायूँ का 1556 में, जब वह 13 वर्ष का था, उत्तराधिकारी बना। • अकबर को उसकी कई उपलब्धियों के कारण 'महान' उपनाम दिया गया था। • अकबर ने एक नया धर्म शुरू किया जो हिंदू धर्म, ईसाई धर्म, पारसी धर्म आदि जैसे प्रमुख धर्मों की शिक्षाओं पर आधारित था। • इस धार्मिक मार्ग को बाद में दीन-ए-इलाही या ईश्वरीय एकेश्वरवाद के रूप में संदर्भित किया गया। • इतिहासकार विन्सेट स्मिथ ने अकबर के दीन-ए-इलही को उसकी बुद्धि का नहीं मूर्खता का स्मारक कहा। UPPSC AE Marksheet released.This is for the 2021 cycle. The Final Result (2021 cycle) was released on December 1, 2022.The UPPSC AE notification for the 2023 cycle is expected to be out soon. Around 350 vacancies are expected to be released for this post. The selection process for the UPPSC AE includes a written exam as well as an interview. Candidates appointed as

अकबर की धार्मिक नीति और दीन

• अकबर की महानता उसकी धार्मिक नीति पर आधारित है। उसने तुर्क-अफगान शासकों की धार्मिक विभेद की नीति के स्थान पर उदार नीति अपनाई तथा सभी धर्मों एवं सम्प्रदायों में एकता और समन्वय स्थापित करने का प्रयास किया। सहिष्णुता के लिए किया प्रारम्भिक कार्य- • अकबर की धार्मिक नीति को निम्नलिखित तीन चरणों में बांटा जा सकता है- • प्रथम चरण के अन्तर्गत 1562-75 ई. • द्वितीय चरण के अन्तर्गत 1575 -79 • तृतीय चरण के अन्तर्गत 1579-82 प्रथम चरण के अन्तर्गत 1562-75 ई.- • 1562 ई. में अकबर ने एक आदेश जारी किया, जिसके अनुसार हिन्दू युद्धबन्दियों को जबरदस्ती इस्लाम में दीक्षित करना वर्जित कर दिया। • 1562 ई. में दास प्रथा पर रोक लगाई, पंजाब में गो हत्या पर रोक। • 1563 ई. में उसने हिन्दुओं पर तीर्थ-यात्रा कर समाप्त कर दिया। • 1564 ई. में हिन्दुओं पर लगने वाला घृणित जजिया कर हटाया। • अकबर ने हिन्दुओं के लिए शाही सेवा के द्वार खोल दिये और भारमल, भगवन्तदास तथा मानसिंह को शाही सेवा में लिया। • 1575 ई. में अकबर ने टोडरमल को दीवान (वित्तमंत्री) के पद पर नियुक्त किया। रामदास को साम्राज्य का नायब दीवान बना दिया गया। ये टॉपिक भी पढ़े 1575 ई. में इबादतखाना की स्थापना - • अकबर ने इबादतखाना (प्रार्थना गृह) की स्थापना 1575 ई. में फतेहपुर सीकरीमें की थी। इबादत खाना का अर्थ ‘पूजा का स्थान होता है परन्तु यहां पर प्रत्येक बृहस्पतिवार की संध्या को विभिन्न धर्मावलम्बियों के बीच धार्मिक विषयों पर वाद-विवाद होता था। • अकबर ने पहले इबादत खाना केवल मुस्लिम धर्म (शेख, उलेमा) से सम्बन्धित लोगों को बुलाया। इस्लाम के मौलिक सिद्धांतों में मतभेद होने के व विभिन्न विद्वान एक-दूसरे को भला-बुरा कहने लगते थे। बाद मे सभी धर्मों के लोगों...

+50 GK question on Mughal Empire in Hindi

Table of Contents • • • • • मुगल काल से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर Ques. 1 –: मुगल वंश का संस्थापक कौन था ? उत्तर –: बाबर Ques. 2 –: गुजरात विजय की यादगार में अकबर ने किसका निर्माण कराया था ? उत्तर –: बुलंद दरवाजा Ques. 3 –: किस मुगल बादशाह ने अपनी आत्मकथा फारसी में लिखी ? उत्तर –: जहाँगीर Ques. 4 –: पानीपत का प्रथम युद्ध कब हुआ था ? उत्तर –: 21 अप्रैल 1526 Ques. 5 –: अनवार-ए-सुहैलो ग्रन्थ किसका अनुवाद है ? उत्तर –: पंचतंत्र का मुगल साम्राज्य का पतन mcq Ques. 6 –: धरमत का युद्ध (अप्रैल 1658) किसके बीच लड़ा गया था ? उत्तर –: औरंगजेब और दारा शिकोह के Ques. 7–: प्रसिद्ध संगीतज्ञ तानसेन का मकबरा कहां स्थित है ? उत्तर –: ग्वालियर में Ques. 8 –: ग्रांड ट्रंक रोड का निर्माण किसने करवाया था ? उत्तर –: शेरशाह सूरी ने Ques. 9 –: पटना को प्रान्तीय राजधानी किसने बनाया था ? उत्तर –: शेरशाह सूरी ने Ques. 10 –: कौन-सा मकबरा दूसरा ताजमहल कहलाता है ? उत्तर –: बीबी का मकबरा Mughal kal question Ques. 11 –: उत्तर –: 1582 में Ques. 12 –: दिल्ली का पुराना किला किसके द्वारा बनवाया गया ? उत्तर –: शेरशाह सूरी के मुगल साम्राज्य पर बहुविकल्पीय प्रश्न upsc Ques. 12 –: किस मुगल शासक ने भारत की वनस्पतियों और प्राणी जगत, ऋतुओं और फलों का विवरण अपनी डायरी में किया है? उत्तर –: बाबर ने Ques. 13 –: हुमायूँनामा नामक कृति को किसने लिखा था ? उत्तर –: गुलबदन बेगम ने Ques. 14 –: अकबर के शासन में महाभारत का फारसी भाषा में अनुवाद किया गया था, वह किस नाम से जाना जाता है ? उत्तर –: रज़्मनामा Ques. 15 –: अकबर द्वारा बनाई गई कौन-सी इमारत का नक्शा बौद्ध विहार की तरह है ? उत्तर –: पंचमहल GK question on Mughal Empi...

I दीन ए इलाही की स्थापना किसने तथा क्यों की थी? – ElegantAnswer.com

I दीन ए इलाही की स्थापना किसने तथा क्यों की थी? इसे सुनेंरोकेंदीन ए इलाही धर्म की स्थापना किसने की था? .दीन-ए-इलाही दीन-ए-इलाही एक नया धर्म था जिसका आरंभ 1582 ई. में बादशाह अकबर ने किया था। इस धर्म में हिन्दू , मुस्लिम , बौद्ध , जैन , पारसी तथा ईसाई धर्म की मुख्य-मुख्य बातों का समावेश किया गया था। अद्यपि इसका मूल आधार एकेश्वरवाद था, परंतु बहुदेववाद की झलक भी इसमें थी। अकबर ने दीन ए इलाही कब शुरू की? इसे सुनेंरोकेंदीन-ए-इलाही 1582 ईस्वी में मुगल सम्राट अकबर द्वारा एक समरूप धर्म था, जिसमें सभी धर्मों के मूल तत्वों को डाला, इसमे प्रमुखता हिंदू एवं इस्लाम धर्म थे। इनके अलावा पारसी, जैन एवं ईसाई धर्म के मूल विचारों को भी सम्मलित किया। सुलह कुल क्या है? इसे सुनेंरोकेंअकबर ने यह महसूस किया कि सभी धर्मों का एक ही उद्देश्य है। अतः उसने सर्वधर्म समन्वय अर्थात सब धर्मों की अच्छी बातें लेने का मार्ग पकड़ा। इसी को उसने ‘सुलह कुल’ कहा। क्या दीन ए इलाही अकबर की मूर्खता का प्रतीक था? इसे सुनेंरोकेंइतिहासकार विसेंट स्मिथ ने लिखा कि अकबर की दीन-ए-इलाही उसकी मूर्खता की स्मारक (मानूमेण्ट ऑफ हिज फाली) थी। किन्तु अनेक इतिहासकार स्मिथ के विचारों से सहमत नहीं हैं। वस्तुतः अकबर धार्मिक दृष्टि से सहिष्णु और दूरदर्शी शासक था। अकबर की सुलह कुल की नीति? इसे सुनेंरोकेंअकबर ने इस्लामी सिद्धांत के स्थान पर सुलह-ए-कुल की नीति अपनाई। 1582 ई. में उसने सभी धर्मों में सामंजस्य स्थापित करने के लिए ‘तौहीद-ए-इलाही’ या ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया पंथ प्रवर्तित किया। अकबर ही सुलह-ए-कुल की नीति राजनीतिक उदारता एवं धार्मिक सहनशीलता के साथ-साथ उसके उदारवादी सांस्कृतिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित करती है। दीन ए इलाही का सदस्...

[Solved] अकबर के दीन

सही उत्तर मोहसिन फ़ानी है । • अकबर के दीन-ए-इलाही की चर्चा करने वाले 'दास्तान मज़ाहिब' के लेखक मोहसिन फ़ानी थे। • दीन-ए इलाही "ईश्वर का धर्म," 1582 ईस्वी में मुगल सम्राट अकबर द्वारा शुरू की गई धार्मिक मान्यताओं की एक प्रणाली थी। • अकबर का विचार इस्लाम और हिंदू धर्म को एक विश्वास में जोड़ना था, लेकिन साथ ही ईसाई धर्म, पारसी धर्म और जैन धर्म के पहलुओं को भी जोड़ना था। • अकबर ने धार्मिक मामलों में गहरी दिलचस्पी ली। • उन्होंने 1575 में एक विद्यापीठ, इबादत खाना, "द हाउस ऑफ वर्शिप" की स्थापना की, जहाँ सभी प्रमुख धर्मों के प्रतिनिधि धर्मशास्त्र के प्रश्नों पर चर्चा करने के लिए मिल सकते थे। अकबर • 15 अक्टूबर, 1542 को अकबर का जन्म अबू-फाल जलाल उद-दिन मुहम्मद अकबर के रूप में हुआ था। • अकबर ने अपने पिता हुमायूँ का 1556 में, जब वह 13 वर्ष का था, उत्तराधिकारी बना। • अकबर को उसकी कई उपलब्धियों के कारण 'महान' उपनाम दिया गया था। • अकबर ने एक नया धर्म शुरू किया जो हिंदू धर्म, ईसाई धर्म, पारसी धर्म आदि जैसे प्रमुख धर्मों की शिक्षाओं पर आधारित था। • इस धार्मिक मार्ग को बाद में दीन-ए-इलाही या ईश्वरीय एकेश्वरवाद के रूप में संदर्भित किया गया। • इतिहासकार विन्सेट स्मिथ ने अकबर के दीन-ए-इलही को उसकी बुद्धि का नहीं मूर्खता का स्मारक कहा। UPPSC AE Marksheet released.This is for the 2021 cycle. The Final Result (2021 cycle) was released on December 1, 2022.The UPPSC AE notification for the 2023 cycle is expected to be out soon. Around 350 vacancies are expected to be released for this post. The selection process for the UPPSC AE includes a written exam as well as an interview. Candidates appointed as