अक्टूबर में पूर्णिमा कब है 2022

  1. Sharad Purnima 2022:इस साल कब है शरद पूर्णिमा? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
  2. purnima 2022 list date and timing know dates of purnima vrat of new year 2022 sry
  3. Purnima Tithi
  4. Kartik Purnima 2022 When Is Kartik Purnima Kartik Purnima Date Shubh Muhurat Snan Daan Timing
  5. Purnima 2022 Dates And Time
  6. sharad purnima kab hai 2022 date time puja vidhi shubh muhrat dos and donts
  7. Purnima 2022 List: जानिए साल 2022 में कब


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Sharad Purnima 2022:इस साल कब है शरद पूर्णिमा? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Sharad Purnima 2022: हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का खास महत्व होता है। आश्विन माह की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। वैसे तो प्रत्येक माह की पूर्णिमा का अपना अलग महत्व होता है, लेकिन कुछ पूर्णिमा बहुत ही श्रेष्ठ मानी जाती हैं। अश्विन माह की पूर्णिमा उन्हीं में से एक है। चंद्रमा इस दिन पृथ्वी के अति निकट होता है। कहा जाता है कि इस दिन आकाश से अमृत वर्षा होती है। साथ ही इसी दिन से सर्दियों का आगमन भी माना जाता है। शरद पूर्णिमा का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस दिन रात के समय मां लक्ष्मी भ्रमण करती हैं और अपने भक्तों आशीर्वाद देती हैं। ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की पूजा से साल भर तक धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। तो चलिए जानते हैं शरद पूर्णिमा का महत्व, तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि... चौकी के ऊपर मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें और लाल चुनरी पहनाएं। इसके बाद लाल फूल, इत्र, नैवेद्य, धूप-दीप, सुपारी आदि से मां लक्ष्मी का विधिवत पूजन करें। मां लक्ष्मी के समक्ष लक्ष्मी चालीसा का पाठ करें। पूजा संपन्न होने के बाद आरती करें। फिर शाम के समय पुनः मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें और चंद्रमा को अर्घ्य दें।

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Purnima 2022 List In Hindi: नए साल 2022 की पूर्णिमा व्रत तिथियां • 17 जनवरी, दिन: सोमवार: पौष पूर्णिमा • 16 फरवरी, दिन: बुधवार: माघ पूर्णिमा • 17 मार्च, दिन: गुरुवार: फाल्गुन पूर्णिमा • 16 अप्रैल, दिन: शनिवार: चैत्र पूर्णिमा • 15 मई, दिन: रविवार: वैशाख पूर्णिमा • 14 जून, दिन: मंगलवार: ज्येष्ठ पूर्णिमा • 13 जुलाई, दिन: बुधवार: आषाढ़ पूर्णिमा • 11 अगस्त, दिन: गुरुवार: श्रावण पूर्णिमा • 10 सितंबर, दिन: शनिवार: भाद्रपद पूर्णिमा • 09 अक्टूबर, दिन: रविवार: आश्विन पूर्णिमा • 08 नवंबर, दिन: मंगलवार: कार्तिक पूर्णिमा • 07 दिसंबर, दिन: बुधवार: मार्गशीर्ष पूर्णिमा Purnima 2022 List In Hindi: पूर्णिमा का महत्व पूर्णिमा तिथि का अपना महत्व है. इन तिथियों पर महापुरुषों धर्मगुरूओं और देवताओं का प्रादुर्भाव हुआ था. इस वजह से इसका और भी महत्व बढ जाता है. इस दिन चंद्रमा अपने पूर्ण रुप में और सोलह कलाओं से युक्त होता है. धर्म ग्रंथों अनुसार साल की किसी भी पूर्णिमा के दिन तीर्थ स्नान, दान और व्रत करने से सारी कामनाओं की पूर्ति होती है. इस दिन सुहागिनें व्रत कर अपने सौभाग्य की वृद्धि करती है पति की लंबी आयु के लिये वट, यानि बरगद के पेड़ की उपासना की जाती है. इसके अलावा इस दिन बिल्व पत्र से भगवान शंकर और मां पार्वती की पूजा की जाती है. फाल्गुन की पूर्णिमा पर होलिका दहन तो सावन की पूर्णिमा पर रक्षा बंधन का त्योहार मनाते है.जो प्रेम और सौहार्द्र की भावना जागृत होती है. कुंडली का चंद्र दोष खत्म होता है.

Purnima Tithi

पूर्णिमा तिथि, नाम और उनके महत्व: जाने वर्ष 2022 में Purnima Tithi कब है हिन्दू पंचांग के अनुसार 2 तिथियों को अत्यन्त महत्त्वपूर्ण माना गया है, एक पूर्णिमा और दूसरी अमावस्या। इन दोनों तिथियों पर भगवान की आराधना करने से सकारात्मक एवं लाभदायक परिणाम प्राप्त होते हैं। आपको बता दें कि पूर्णिमा के दिन हमें भगवान की पूजा करनी चाहिए और अमावस्या के दिन पितरों के नाम पर ध्यान और दान करना चाहिए। आपकी जानकारी में अधिक वृद्धि लाते हुए, हम आपको बता दें कि शुक्ल पक्ष में पन्द्रहवें तिथि को पूर्णिमा होती है और कृष्ण पक्ष में तीसवीं तिथि को अमावस्या। इसमें फाल्गुन पूर्णिमा ,बौद्ध पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा, शरद पूर्णिमा और कार्तिक पूर्णिमा सम्मिलित हैं और इस सभी पूर्णिमा तिथियों का अपना-अपना महत्व है। हर वर्ष की तरह वर्ष 2022 में भी 12 पूर्णिमा के तिथि पड़ रही हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि 2022 में पूर्णिमा की तिथि और महत्व क्या है: जनवरी 2022 में पौष पूर्णिमा तिथि: 17 जनवरी 2022 दिन सोमवार आरंभ: सुबह 03:18 से समापन-सुबह 05:17 18 जनवरी तक फरवरी 2022 में माघ पूर्णिमा तिथि: 16 फरवरी दिन बुधवार आरंभ: सुबह 9:42, 15 फरवरी से समापन- रात 22:55, 16 फरवरी तक मार्च 2022 में हुताशनी पूर्णिमा तिथि: 8 मार्च दिन शुक्रवार आरंभ: दोपहर 1:39, 17 मार्च से समापन- दोपहर12:46, 18 मार्च तक अप्रैल 2022 में चैत्र माह पूर्णिमा तिथि: 16 अप्रैल 2022 दिन शनिवार आरंभ: रात्रि 02:25, 15 अप्रैल से समापन- रात 12:47, 17 अप्रैल तक मई 2022 में वैशाख एवं बुद्ध पूर्णिमा तिथि: 16 मई 2022 दिन सोमवार आरंभ: दोपहर 12:45, 15 मई से समापन: सुबह 09:43, 16 मई तक जून 2022 में ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि: 14 जून 2022 दिन मंगलवार आरंभ: सुबह 3:33,...

Kartik Purnima 2022 When Is Kartik Purnima Kartik Purnima Date Shubh Muhurat Snan Daan Timing

Kartik Purnima 2022 Date, Shubh Muhurat: कार्तिक मास का बेहद धार्मिक महत्व है. इस महीने को सबसे उत्तम माना गया है. भगवान विष्ण और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए इस महीने में नदी में स्नान करना खास है. मान्यता है कि इस महीने में दीप दान और व्रत करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है. पौराणिक मान्यता है कि इस पवित्र महीने में भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार धारण किया था. यही वजह कि कार्तिक मास में भगवान विष्णु की उपासना खास होती है. कार्तिक पूर्णिमा कब है, इसके लिए शुभ मुहूर्त क्या है और कार्तिक पूर्णिमा के दिन-दान करने से क्या होता है इसके बारे में आगे जानते हैं. कार्तिक पूर्णिमा तिथि आरंभ- 7 नवंबर, 2022 को शाम 4 बजकर 15 मिनट से पूर्णिमा तिथि समाप्त- 08 नवंबर, 2022 को शाम 4 बजकर 31 मिनट पर कार्तिक पूर्णिमा व्रत तिथि- 08 अक्टूबर, 2022 ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 57 मिनट से 05 बजकर 49 मिनट तक (8 नबंबर 2022) कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान-दान का महत्व | Kartik Purnima 2022 Snan Daan हिंदू धर्म में कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन स्नान और दान का खास महत्व है. पुराणों के मुताबिक इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं. साथ ही तन-मन में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. पुराणों के अनुसार कार्तिक मास में भगवान विष्णु मत्स्य रूप में जल में विराजमान रहते हैं. यही वजह है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन नदी में स्नान के पश्चाद दान करने से वैकुंठ लोक की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि जो कोई कार्तिक पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर लेता है, उसके दैहिक, दैविक और भौतिक ताप दूर हो जाते हैं. कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाई जाती है. धार्मिक मान...

Purnima 2022 Dates And Time

नमस्कार दोस्तों ठाकुर प्रसाद में आप सभी का स्वागत है हिन्दू पंचांग क अनुसार वर्ष 2022 प्रत्येक महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा तिथि कब कब पड़ रही है , और दिन , दिनांक एवं व्रत कब है हिंदी कैलेंडर के अनुसार पूर्णिमा तिथि को हिन्दू धर्म में विशेष महत्व दिया जाता है।, पूर्णिमा तिथि हर महीने में होती है , पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा अपने पूरे आकार में होने क कारण इसे पूर्णिमा कहते है अलग अलग जगहों पर पूर्णिमा को अलग अलग नाम से जाना जाता है जिसे पूर्णमासिका भी कहा जाता है हिन्दू धर्म में दान ,धर्म एवं स्नान लड़ने से मनुष्य को हर तरह से सुख शांति की प्राप्ति होती है इसलिए पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा और कथा सुनने का महत्व होता है, तो आइये जानते है जनवरी – दिसंबर तक की सम्पूर्ण पूर्णिमा व्रत सूची को जानते हैं Purnima 2022 List In Hindi: नए साल 2022 की पूर्णिमा व्रत तिथियां • 17 जनवरी, दिन: सोमवार: पौष पूर्णिमा • 16 फरवरी, दिन: बुधवार: माघ पूर्णिमा • 17 मार्च, दिन: गुरुवार: फाल्गुन पूर्णिमा • 16 अप्रैल, दिन: शनिवार: चैत्र पूर्णिमा • 15 मई, दिन: रविवार: वैशाख पूर्णिमा • 14 जून, दिन: मंगलवार: ज्येष्ठ पूर्णिमा • 13 जुलाई, दिन: बुधवार: आषाढ़ पूर्णिमा • 11 अगस्त, दिन: गुरुवार: श्रावण पूर्णिमा • 10 सितंबर, दिन: शनिवार: भाद्रपद पूर्णिमा • 09 अक्टूबर, दिन: रविवार: आश्विन पूर्णिमा • 08 नवंबर, दिन: मंगलवार: कार्तिक पूर्णिमा • 07 दिसंबर, दिन: बुधवार: मार्गशीर्ष पूर्णिमा पूर्णिमा व्रत 2022 आशा है कि आपको पूर्णिमा 2022 के व्रत की तिथि , दिन एवं त्यौहार की जानकरी पसंद आयी होगी तो आप सभी भाइयों , बहनों इस जानकारी को अपने दोस्तों क साथ शेयर करे एवं ठाकुर प्रसाद को follow जरूर करें एवं comment ...

sharad purnima kab hai 2022 date time puja vidhi shubh muhrat dos and donts

आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह रात चंद्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होती है। मान्यता है कि चंद्रमा से निकलने वाली किरणें अमृत समान होती हैं। इस साल शरद पूर्णिमा 9 अक्टूबर, रविवार को थी। शरद पूर्णिमा का दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का खास दिन माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन मां लक्ष्मी रात में भम्रण पर निकलती हैं। पूजा -विधि- • इस पावन दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का बहुत अधिक महत्व होता है। आप नहाने के पानी में गंगा जल डालकर स्नान भी कर सकते हैं। नहाते समय सभी पावन नदियों का ध्यान कर लें। • नहाने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। • अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें। • सभी देवी- देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें। • पूर्णिमा के पावन दिन भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना का विशेष महत्व होता है। • इस दिन विष्णु भगवान के साथ माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना भी करें। • भगवान विष्णु को भोग लगाएं। भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को भी शामिल करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी के बिना भगवान विष्णु भोग स्वीकार नहीं करते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। • भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आरती करें। • इस पावन दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का अधिक से अधिक ध्यान करें। • पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा का भी विशेष महत्व होता है। • चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा की पूजा अवश्य करें। • चंद्रमा को अर्घ्य देने से दोषों से मुक्ति मिलती है। • इस दिन जरूरतमंद लोगों की मदद करें। • अगर आपके घर के आसपास गाय हैतो गाय को भोजन जरूर कराएं। गाय को भोजन ...

Purnima 2022 List: जानिए साल 2022 में कब

Facebook Twitter WhatsApp Email Messenger पूर्णिमा 2022:— हिंदू धर्म में पूर्णिमा का बहुत अधिक महत्व होता है। इस दिन व्रत रख कर श्री विष्णु के सत्यनरायण स्वरुप की पूजा-अर्चना कर कथा का पाठ करने से मनचाही इच्छाओं की पूर्ति होती है। पौष पूर्णिमा, कार्तिक पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा, फाल्गुन पूर्णिमा और श्रावण पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। जानिए साल 2022 में पड़ने वाली पूर्णिमा के बारे में। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • माघी पूर्णिमा 2022 साल की दूसरी पूर्णिमा 16 फरवरी, दिन बुधवार को पड़ रही है। इस दिन पूर्णिमा तिथि 16 फरवरी की दोपहर 3 बजकर 51 मिनट से 17 तारीख की दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक रहेगी। लिहाजा व्रतादि की पूर्णिमा 16 फरवरी को और स्नान दान की पूर्णिमा 27 गुरुवार को होगी। कहते हैं कि- माघी पूर्णिमा के दिन स्वयं भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं। माघी पूर्णिमा पर दान-दक्षिणा का बत्तीस गुना फल मिलता है। इसलिए इसे ‘बत्तिसी पूर्णिमा‘ भी कहते हैं। फाल्गुन महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा की तो यह पूर्णिमा 18 मार्च दिन, शुक्रवार को पड़ रही है। इस दिन पूर्णिमा तिथि भोर 3 बजकर 27 मिनट से लेकर देर रात 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगी। फाल्गुनी पूर्णिमा सनातन संवत का अंतिम दिन भी होती है। इसके अगले दिन से सनातन नव वर्ष प्रारम्भ हो जाता है। फागुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। • 2022 में होली कब है? जाने पूजा विधि आरती कथा चैत्र पूर्णिमा 2022 चैत्र महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा की तो इस साल चैत्र महीने की पूर्णिमा 16 अप्रैल, दिन शनिवार को पड़ रही है। इस दिन पूर्णिमा तिथि 16 अप्रैल की दोपहर 12 बजकर 44 मिनट से 17 अप्रैल क...