अनुराधा पौडवाल

  1. Singer Kumar Sanu And Anuradha Paudwal Reveal Real Name In Kapil Sharma Show
  2. Anuradha Paudwal Biography In Hindi
  3. Anuradha Paudwal Biography in Hindi, Songs, Family, Husband
  4. Anuradha Paudwal Biography Hindi


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Singer Kumar Sanu And Anuradha Paudwal Reveal Real Name In Kapil Sharma Show

Kumar Sanu Anuradha Paudwal Real Name: अपनी रसीली और सुरीली आवाज से देश-विदेश तक नाम कमाने वाले गायक कुमार सानू और अनुराधा पौडवाल बॉलीवुड (Bollywood) के बहुत बड़े सिंगर (Singer) माने जाते हैं. दोनों ने अपने करियर (Career) में एक से बढ़कर एक शानदार गाने गाए हैं. कुछ वक्त पहले ये दोनों सिंगर कपिल शर्मा (Kapil Sharma) के शो में शामिल हुए थे तो उसमें दोनों ने अपना दूसरा नाम रखे जाने की वजह से पर्दा उठाया. क्या है दोनों का असली नाम? बॉलीवुड में काम करने वाले कलाकार अक्सर अपने रियल नेम को छिपाकर दूसरा फिल्मी नाम रख लेते हैं. ये बात फिल्म जगत में कोई बहुत बड़ी बात नहीं मानी जाती है. नाम बदलने वालों की फेहरिस्त में कुमार सानू और अनुराधा पौडवाल भी शामिल हैं. जब कपिल शर्मा ने अपने शो में दोनों से उनके असली नामों के बारे में पूछा तो कुमार सानू ने बताया कि उनका रियल नेम केदार भट्टाचार्य है, लेकिन संगीतकार कल्याण जी ने उन्हें सलाह दी कि ये नाम उनके करियर के लिए सही नहीं रहेगा और कल्याण जी ने केदार भट्टाचार्य को कुमार सानू बना दिया. इसके साथ अनुराधा पौडवाल ने बताया कि वो महाराष्ट्र की हैं और उनके कल्चर में ये बात है कि जब बहू अपने ससुराल जाती है तो उसका नया नाम रखा जाता है. इसी बात के चलते उनका नाम अनुराधा पौडवाल रखा गया, जबकि उनका असली नाम अलका है. फिल्मी करियर कुमार सानू (Kumar Sanu) और अनुराधा पौडवाल (Anuradha Paudwal) ने अपने करियर में बहुत से शानदार गानों (Songs) को अपनी आवाज दी है. कुमार सानू के फिल्म आशिकी (Aashiqui) में गाये हुए गाने आजतक लोगों की जबान पर रहते हैं. इसके साथ अनुराधा पौडवाल ने जुगनी-जुगनी, माई नेम इज लखन, धक-धक करने लगा जैसे शानदार गानों को अपनी आवाज से सजाया है. ...

Anuradha Paudwal Biography In Hindi

बॉलीवुड फिल्मो की सबसे प्रतिभाशाली गायिकाओं में से एक Anuradha Paudwal Biography In Hindi में आपका स्वागत है। जिसकी तुलना महान गायिका लता मंगेशकर से होने होने लगी है। वैसी गायिका अनुराधा पौडवाल का जीवन परिचय देने वाले हे। बॉलीवुड फिल्म हीरो में गाना गाने के उनकी सफलता के पश्यात पूरे देश में प्रसिद्धि प्राप्त कर ली थी। उन्होंने अपनी सुरीली आवाज में सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं लेकिन बंगाली, पंजाबी, तमिल, मराठी, उड़िया, नेपाली और तेलुगु भाषा में भी गाने गाए हैं। आज हम Anuradha Paudwal om Gan Ganpataye Namo Namah Ganesh Mantra, Mahamrityunjaya Mantra by Anuradha Paudwal और Anuradha Paudwal Gayatri Mantra की माहिती के साथ अनुराधा पौडवाल की कहानी बताने वाले है। अनुराधा पौडवाल ने एक फैसला लिया था। की वह सिर्फ T-series के लिए ही गायन करेगी। तक़रीबन 10 वर्ष तक टी-सीरीज म्यूजिक कंपनी के लिए सॉन्ग गाए। वह फैसला उनकी जिंदगी का एक गलत फैसला था। क्योकि उनके करियर के लिए यह अच्छा साबित नहीं रहा था। वह प्रमुख पार्श्वगायिका के साथ साथ अनुराधा पौडवाल के भजन भी हिट हुए है। ऐसा कहे तो कोई गलत नहीं है। की अनुराधा जी हमारे देश की लता दीदी के बाद की सबसे बड़ी गायिका है। तो चलिए अनुराधा पौडवाल बायोग्राफी बताना शुरू करते है। Anuradha Paudwal Biography In Hindi – Original Name (वास्तविक नाम) अल्का नादकर्णी (Alka Nadkarni) Nick name (उपनाम) अनुराधा पौडवाल, टी-सीरीज क्वीन (Anuradha Paudwal) Date of birth (जन्म तिथि) 27 अक्टूबर 1952 Birth Place (जन्मस्थान) करवार, बॉम्बे राज्य (वर्तमान का कर्नाटक), भारत Father Name (पिता) – Mother Name (माता) – Marital status (वैवाहिक स्थिति) विवाहित Marriage Date (विवाह तिथि)...

Anuradha Paudwal Biography in Hindi, Songs, Family, Husband

वे 1990 के दशक से आज 2019 तक बहुत ही प्रसिद्ध गायिका रही है. अनुराधा जी के गानों से 1990 की सारी फिल्में हिट रही है। आज भी उनके गानों को बड़े ही आनंद के साथ सुना जाता है. अनुराधा पौडवाल जी ने अपने गाने की शुरुआत फिल्म “अभिमान” से कि जिसमे इन्होने जया बच्चन जी के लिए एक श्लोक गया था। इस गाने को उन्होने संगीतकार सचिन देव वर्मन के निर्देशन में गया था. अनुराधा पौडवाल बायोग्राफी : अनुराधा पौडवाल का जन्म 27 अक्टूबर 1952 में कर्नाटक के उत्तर कन्नड जिले के करवार में एक कोंकणी परिवार में हुआ और समय के बीत जाने पर उनका पालन-पोषण मुंबई में हुआ था. अनुराधा पौडवाल का विवाह अरुण पौडवाल से हुआ था जो प्रसिद्ध संगीतकार एसडी बर्मन के सहायक थे. अरुण पौडवाल जो कि स्वयं ही एक प्रसिद्ध संगीतकार थे। अनुराधा पौडवाल नब्बे के दशक में अपने करियर के शिखर पर थीं, अनुराधा पौडवाल के करियर की बहुत ही अच्छी शुरुआत हुई थी जिसकी वजह से उन्होंने दुनिया भर में नाम कमा लिया था. अनुराधा पौडवाल के शिखर पर पहुँचने के बाद उनके पति अरुण पौडवाल की एक दुर्घटना के हो जाने से मृत्यु हो गई थी। अनुराधा अनुराधा पौडवाल का छोटा सा परिवार है जिसमे अनुराधा पौडवाल के एक बेटा आदित्य पौडवाल और बेटी कविता पौडवाल है. अनुराधा पौडवाल ने सन् 1973 में अमिताभ और जया बच्चन की फिल्म “अभिमान” से अपना करियर शुरू किया था| जिसमे उन्होंने एक श्लोक गीत गाया था. एक समय था जब लगभग हर फिल्म में अनुराधा का गाना हुआ करता था। लेकिन अब अनुराधा पौडवाल लंबे समय से गायन से दूर हैं। आखिरी बार उन्होंने 2006 में आई फिल्म “जाने होगा क्या” में गाने गाए थे। अनुराधा पौडवाल ने कभी भी शास्त्रीय संगीत का प्रशिक्षण नही लिया, और ना ही किसी किसी प्रतियोगिता में भाग ल...

Anuradha Paudwal Biography Hindi

2.4 पुरस्कार अनुराधा पौडवाल की जीवनी – Anuradha Paudwal Biography Hindi Anuradha Paudwal Biography Hindi संक्षिप्त विवरण नाम अनुराधा पौडवाल पूरा नाम अनुराधा पौडवाल जन्म जन्म स्थान अल्मोड़ा, उत्तरांचल पिता का नाम – माता का नाम – राष्ट्रीयता भारतीय धर्म जाति जन्म अनुराधा पौडवाल का जन्म करियर Anuradha Paudwal ने अपने करियर की शुरुआत 1973 में फिल्म अभिमान ( अनुराधा को फिल्म हीरो के गानो की सफलता के बाद लोकप्रियता मिली और उनकी गिनती शीर्ष गायिकाओं में की जाने लगी| इस फिल्म मे उन्होने लक्षिकांत-प्यारेलाल के साथ जोड़ी बनाई। हीरो की सफलता के बाद इस जोड़ी ने कई और फिल्मों मे सफल गाने दिए जैसे मेरी जंग, बटवारा, राम लखन और आखरी में तेज़ाब। इसके बाद उन्होने टी-सीरीज़ के विवाद • अनुराधा पौडवाल को अपनी सफलता के साथ कुछ विवादों का भी सामना करना पड़ा। उनके पति अरुण की मृत्यु के बाद उनके और गुलशन कुमार के रिश्तों पर अफवाहें उड़ने लगीं वहीं अपनी सफलता के चरम पर उन्होने सिर्फ़ टी-सीरीज़ के साथ काम करने का एलान कर दिया जिसका फायदा • वह विवादों में तब आईं, जब उन्होंने लोकप्रिय पार्श्व गायिका पुरस्कार • उन्हे 1986 में गीत “मेरे मैन बाजो मृदंग” के लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर (महिला) के रूप में फ़िल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया। • अनुराधा पौडवाल को 1991 में ‘नज़र के सामने’ (फिल्म, आशिकी) और ‘दिल है की मानता नहीं’ (फिल्म, दिल है की मानता नहीं) गीतों के लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर (मादा) के रूप में दो फिल्मफेयर पुरस्कार। • वर्ष 1993 में गीत “धक-धक करने लगा” (फिल्म बेटा) के लिए सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर (महिला) के रूप में फ़िल्मफेयर अवॉर्ड। • 2004 में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा ‘महाकाल पुरस्कार’ से स...