अर्क पुनर्नवा

  1. गौ अर्क के क्या लाभ है ?
  2. सौंफ का अर्क
  3. पाचन शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा


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पुनर्नवा

पुनर्नवा एक ऐसी वनस्पति है, जो हर वर्ष नवीन हो जाती है, इसलिए इसे पुनर्नवा नाम दिया गया है। सेवन करने वाले के शरीर को यह रसायन और नया कर देता है, इसलिए भी इसका नाम पुनर्नवा सार्थक सिद्ध होता है। विभिन्न भाषाओं में नाम : संस्कृत- पुनर्नवा। हिन्दी- सफेद पुनर्नवा, विषखपरा, गदपूरना। मराठी- घेंटूली। गुजराती- साटोडी। बंगला-श्वेत पुनर्नवा, गदापुण्या। तेलुगू- गाल्जेरू। कन्नड़-मुच्चुकोनि। तमिल- मुकरत्तेकिरे, शरून्नै। फारसी- दब्ब अस्पत। इंग्लिश- स्प्रेडिंग हागवीड। लैटिन- ट्रायेंथिमा पोर्टयूलेकस्ट्रम। गुण : श्वेत पुनर्नवा चरपरी, कसैली, अत्यन्त आग्निप्रदीपक और पाण्डु रोग, सूजन, वायु, विष, कफ और उदर रोग नाशक है। रासायनिक संघटन : इसमें पुनर्नवीन नामक एक किंचित तिक्त क्षाराभ (0.04 प्रतिशत) और पोटेशियम नाइट्रेट (0.52 प्रतिशत) पाए जाते हैं। भस्म में सल्फेट, क्लोराइड, नाइट्रेट और क्लोरेट पाए जाते हैं। परिचय : यह भारत के सभी भागों में पैदा होती है। इसकी जड़ और पंचांग का प्रयोग चिकित्सा में किया जाता है। सफेद और लाल पुनर्नवा की पहचान यह है कि सफेद पुनर्नवा के पत्ते चिकने, दलदार और रस भरे हुए होते हैं और लाल पुनर्नवा के पत्ते सफेद पुनर्नवा के पत्तों से छोटे और पतले होते हैं। यह जड़ी-बूटियां बेचने वाली दुकान पर हमेशा उपलब्ध रहती है। उपयोग : इस वनस्पति का उपयोग शोथ, पेशाब की रुकावट, त्रिदोष प्रकोप और नेत्र रोगों को दूर करने के लिए विशेष रूप से किया जाता है। आयुर्वेदिक योग पुनर्नवासव, पुनर्नवाष्टक, पुनर्नवा मण्डूर आदि में इसका उपयोग प्रमुख घटक द्रव्य के रूप में किया जाता है। * नेत्र रोग की यह उत्तम औषधि है। सफेद पुनर्नवा की जड़ को दूध में घिसकर, यह लेप आँखों में लगाएँ। आँख में फूला हो तो इसे घी के सा...

गौ अर्क के क्या लाभ है ?

हमारे शास्‍त्रों में गौ की अनंत महिमा लिखी है। उनके दूध, दही़, मक्खन, घी, छाछ, मूत्र आदि से अनेक रोग दूर होते हैं। गौमूत्र एक महौषधि है। इसमें पोटैशियम, मैग्नीशियम क्लोराइड, फॉस्‍फेट, अमोनिया, कैरोटिन, स्वर्ण क्षार आदि पोषक तत्व विद्यमान रहते हैं इसलिए इसे औषधीय गुणों की दृष्टि से महौषधि माना गया है। आइये जानते है गौ मूत्र के उपयोग से होने वाले फायदे :- आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में तीनों दोषों की गड़बड़ी की वजह से बीमारियां फैलती हैं, लेकिन गौमूत्र पीने से बीमारियां दूर हो जाती हैं। • गौमूत्र दर्दनिवारक, पेट के रोग, स्किन प्रॉब्लम , श्वास रोग (दमा), आंतों से जुड़ी बीमारियां, पीलिया, आंखों से संबंधित बीमारियां, अतिसार (दस्त) आदि के उपचार के लिये प्रयोग किया जाता है। • गौमूत्र पीने से दिमाग और दिल दोनों को ही ताकत मिलती है और उन्‍हें किसी भी किस्‍म की कोई बीमारी नहीं होती। • शारीरिक कमजोरी और मोटापा दूर करने के लिए भी गौमूत्र का सेवन लाभकारी होता है। • शरीर में पाए जाने वाले विभिन्न विषैले पदार्थों को बाहर निकालने के लिए गौमूत्र पीना बहुत लाभदायक है। आयुर्वेद में देसी गोमूत्र अर्क को एक दिव्य औषधि माना गया है। इसका उपयोग प्राचीन काल से ही रोगों को दूर करने के लिए किया जा रहा है। गोमूत्र से बने अर्क को अगर सुबह-शाम दवा के रूप में लिया जाए तो त्वचा के रोग, नेत्र रोग, महिलाओं के रोग, किडनी रोग, हृदय रोग, कब्ज आदि जैसी बीमारियां को दूर करने में सहायता करता है। आयुर्वेद के अनुसार देसी गाय का गौमूत्र अर्क एक संजीवनी है। गौमूत्र अर्क एक अमृत के समान है जो दीर्घ जीवन प्रदान करता है, पुनर्जीवन देता है, रोगों को दूर रखता है, रोग प्रतिकारक शक्ति एवं शरीर की माँसपेशियों को मज़बूत करता है।...

सौंफ का अर्क

सौंफ का अर्क (Saunf Arq) पाचक होता है। यह पाचन शक्ति में सुधार लाता है और भूख को सामान्य करता है। इसका प्रयोग आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सक पेट के रोगों के लिए करते है। यह दाह कम करता है और उदर में बने आम विष को शरीर से बाहर निकालता है। इसका छर्दि (vomiting) रोग में उपयोग किया जाता है। यह उबाक कम करता है और छर्दि का इलाज करता है। इसके इलावा, यह अपचन, अतिसार, शूल और श्वसन संबंधी बीमारियों में भी उपयोग किया जाता है। Contents • • • • • • • • • • • घटक द्रव्य एवं निर्माण विधि सौंफ अर्क में निम्नलिखित घटक द्रव्यों है: घटक द्रव्यों के नाम मात्रा सौंफ 1 भाग पानी 4 भाग निर्माण विधि आयुर्वेदिक गुण धर्म एवं दोष कर्म रस (Taste) मधुर, कटु, तिक्त गुण (Property) लघु, स्निग्ध वीर्य (Potency) शीत विपाक (Metabolic Property) मधुर दोष कर्म (Dosha Action) विशेष रूप से पित शामक औषधीय कर्म (Medicinal Actions) सौंफ अर्क में निम्नलिखित औषधीय गुण है: • उदर शूलहर • अम्लत्वनाशक (अम्लपित्तहर) • क्षुधावर्धक – भूख बढ़ाने वाला • तृषणा निग्रहण • दुर्गन्धनाशक • पाचक – पाचन शक्ति बढाने वाली • अनुलोमन • छदिनिग्रहण • दाहहर या दाहप्रशम – जलन कम करे • मूत्रल चिकित्सकीय संकेत (Indications) सौंफ का अर्क निम्नलिखित व्याधियों में लाभकारी है: औषधीय मात्रा (Dosage) बच्चे 10 से 20 मिलीलीटर वयस्क 20 से 60 मिलीलीटर सेवन विधि दवा लेने का उचित समय (कब लें?) ख़ाली पेट लें या खाना खाने के 30 मिनट पहिले लें या खाना खाने के 1 घंटे बाद लें दिन में कितनी बार लें? 2 बार – सुबह और शाम (जरुरत अनुसार इसका प्रयोग 3 बार भी किया जा सकता है।) अनुपान (किस के साथ लें?) गुनगुने पानी में मिलकर उपचार की अवधि (कितने समय तक लें) चिकित्सक की सलाह...

पाचन शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा

Details About Product: • liver Bestie पाचन शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा है। • 100% आयुर्वेदिक और 19 प्राकृतिक जड़ी बूटियों का मिश्रण। • कोई दुष्प्रभाव नहीं। • पाचन समस्या जैसे पेट का फूलना , कब्ज , गैस की समस्या , आदि से राहत दिलाने में सक्षम। • शरीर के अंदर खराब चर्बी को खत्म व रोकने में कारगर। • लिवर से खराब तत्वों को निकाल करके उसे स्वस्थ करने में मदद करती है। • Liver cirrhosis, jaundice ( पीलिया ), hepatitis में फायदेमंद। • बहुत पौष्टिक कैप्सूल। • शारीरिक शक्ति और सहनशक्ति में सुधरती है। • एंटी – ऑक्सीडेंट सपोर्ट। • वायरस और बैक्टीरिया से बचाव करने में मदद करता है। • लिवर या यकृत को स्वस्थ बनाती है। • अग्रिम आर्डर पर 10% छूट। • 800Mg टैबलेट। • सर्वोत्तम परिणाम पाने के लिए रोजाना 2 टेबलेट का सेवन करें। • 1 सुबह नाश्ते के बाद और 1 रात्रि भोजन के बाद। • आप इस टेबलेट को गुनगुने पानी या दूध के साथ ले सकते हैं। • पाचन शक्ति मजबूत करने की असरदार और सुरक्षित दवा। • हर उम्र के लोगो के लिए फायदेमंद दवा। • पेट की हर समस्या को जड़ से खत्म करने का रामबाण इलाज। • 3 पैकेट के combo पैक में 180 कैप्सूल हैं जो 3महीने के लिए पर्याप्त है। • मुफ्त डिलीवरी और कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध है। • ऑर्डर करने के लिए नीचे ‘Add To Cart’ बटन पर क्लिक करें। • अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए आज ही आर्डर करें। Description अगर आपकी पाचन शक्ति कमजोर है और आप पाचन शक्ति कैसे बढ़ाए? यह एक आसान सवाल है पर मुश्किल तब बन जाता है जब आपको कई सारे विकल्प मिले। आज अगर हम बाजार में पाचन शक्ति बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवा लेने जाएं तो हमें कई सारे विकल्प मिलेंगे। जिनमें से सुरक्षित और असरदार आयुर्वेदिक दवा ढूंढ प...