बड़ी दीपावली कब है

  1. दीपावली के पांच त्यौहार कैसे, कब और क्यों मनाया जाता है । How, When And Why Five Festivals Of Deepawali Are Celebrated In Hindi
  2. कब है दीपावली 2022: ऐसे समझें इस दिन के तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, महत्व और पौराणिक कथाएं से लेकर आपके घर में सुख
  3. Choti दीपावली कब है 2021? – ElegantAnswer.com
  4. दिवाली कब है? क्यों मनाई जाती है?
  5. Diwali 2022: दिवाली कब है, जानें कब कब पड़ेंगे इससे जुड़े पांच महापर्व
  6. diwali kab hai Know what will be diwali 2022 puja vidhi and shubh muhurt stmp


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दीपावली के पांच त्यौहार कैसे, कब और क्यों मनाया जाता है । How, When And Why Five Festivals Of Deepawali Are Celebrated In Hindi

भारत को त्यौहारों का देश कहा जाता है.शायद ही ऐसा कोई देश होगा जहां पर भारत के समान त्यौहार सालभर में मनाए जाते हाे. दीपावली एक सनातन धर्म का पर्व हैं. हिंदू धर्म के लोग इसे पूरे वर्ष में सबसे बड़ा त्यौहार मानते हैं. पर्व को अधर्म पर धर्म की विजय और अंधकार पर रोशनी की विजय के प्रतीक के रूप में मनाया जाता हैं. इस पर्व के इतिहास से जुडी बहुत सारी कहानियां हैं. पर्व की तैयारियों को लेकर एक माह पूर्व से ही तैयारियों शुरू करर दी जाती है. लोग घरों की सफाई कर उसे सजाते है.माता लक्ष्मी का पूजन किया जाता है. सांकेतिक तस्वीर सोर्स गूगल दीपावली का महत्व (Deepawali Ka Mahatva) Table of Contents • • • • • • • दीपावली पर्व भारत में ही नहीं बल्कि नेपाल, श्रीलंका, मलेशिया, मॉरीशस, सूरीनाम, त्रिनिदाद, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका में भी मनाया जाता हैं. दीपाेत्सव पर्व मुख्य रूप से 5 दिनों का होता हैं. शुरुआत दीपावली के एक दिन पूर्व धनतेरस के साथ होती हैं. दीपाेत्सव के हर दिन का एक विशेष महत्व हैं. जिसके कारण इसे उल्लास और धूमधाम से मनाया जाता हैं. धनतेरस दीपावली की शुरुआत धनतेरस से होती हैं. आपकों नाम से ही स्पष्ट हो रहा होगा कि इस दिन धन की देवी माता लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है. हिंदू धर्म में इस दिन लोग अपने दूकान और व्यवसाय वाली जगह पर माता लक्ष्मी का चित्र रख पूजन करते हैं. इस दिन पर सोना या आभूषण खरीदा जाना बेहद ही शुभफलदायी होता है. रूपचौदस दीपावली का दूसरा दिन रूपचौदस का होता हैं. इस दिन महिलाएं घरों में बेसन से बने उबटन का उपयोग कर अपने रूप को निखारती हैं जिसके कारण इसे रूपचौदस कहा जाता हैं. इस दिन को छोटी दीवाली, रूप चौदस और नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है. मान्य...

कब है दीपावली 2022: ऐसे समझें इस दिन के तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, महत्व और पौराणिक कथाएं से लेकर आपके घर में सुख

दीपावलीया दिवालीहिन्दू धर्मं का सबसे महान पर्व माना जाता हैं, जिसे हर भारतवासी प्रति वर्ष हर्षोल्लास से मानते हैं। दिपावलीशब्द दीपएवं आवलीकी संधि से बना है। दीपका अर्थ दीपकऔर आवलीका अर्थ पंक्तिसे है। इस प्रकार दिपावली का मतलब हुआ दीपों की पंक्ति। दीपों का यह त्योहार अमावस्याके दिन मनाया जाता है। जिस दिन आसमान में अंधेरा छाया रहता है और दीपों की इस रोशनी से पूरा संसार जगमगा उठता है। दीपावली मनाने के पीछे कई कथाएं प्रचलित है। जो इसके महत्व के बारे में बताती हैं… पूजन शुरू करने से पहले गणेश लक्ष्मी के विराजने के स्थान पर रंगोली बनाएं। जिस चौकी पर पूजन कर रहे हैं उसके चारों कोने पर एक-एक दीपक जलाएं। इसके बाद प्रतिमा स्थापित करने वाले स्थान पर कच्चे चावल रखें फिर गणेश और लक्ष्मी की प्रतिमा को विराजमान करें। इस दिन लक्ष्मी, गणेश के साथ कुबेर, सरस्वती एवं काली माता की पूजा का भी विधान है। ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु की पूजा के बिना देवी लक्ष्मी की पूजा अधूरी रहती है। इसलिए भगवान विष्ण के बांयी ओर रखकर देवी लक्ष्मी की पूजा करें। दीपावली पूजन के लिए जरूरी सामग्री लक्ष्मी, सरस्वती व गणेश जी का चित्र या प्रतिमा ,कलावा, रोली, चावल, सिंदूर, एक नारियल, अक्षत, लाल वस्त्र , फूल, पांच सुपारी, लौंग, इलायची, पान के पत्ते, घी, कलश, कलश हेतु आम का पल्लव, चौकी, समिधा, हवन कुण्ड, हवन सामग्री, कमल गट्टे की माला, पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल), फल, बताशे, मिठाईयां, शंख,पूजा में बैठने हेतु आसन, हल्दी, अगरबत्ती, कुमकुम, इत्र, दीपक, रूई,कपूर, आरती की थाली, कुशा, रक्त चंदनद, श्रीखंड चंदन,चांदी का सिक्का। • दीवाली की पूजा में सबसे पहले एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछा कर उस पर मां लक्ष्मी, सरस्वती व ...

Choti दीपावली कब है 2021? – ElegantAnswer.com

Choti दीपावली कब है 2021? इसे सुनेंरोकेंइस साल छोटी दिवाली का पर्व 3 नवंबर 2021 को मनाया जा रहा है, जो कि दिवाली से एक दिन पहले होता है। दिवाली इस बार 4 नवंबर को मनाई जाएगी। छोटी वाली दीपावली कब है? इसे सुनेंरोकेंChoti Diwali 2021 Date: दिवाली से एक दिन पहले 3 नवंबर 2021 दिन बुधवार को छोटी दिवाली मनाई जाएगी. इस दिन को नरक चतुर्दशी अथवा नरक चौदस भी कहते हैं. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने राक्षस राज नरकासुर का वध कर संसार को उसके भय से मुक्त किया था. इस दिन संध्या के समय पूजा की जाती है और लोग परंपरा के अनुसार दीपक जलाते हैं. छोटी और बड़ी दीपावली कब है? इसे सुनेंरोकेंकार्तिक मास कृष्णपक्ष में 14वीं तिथि यानी धनतेरस के अगले दिन छोटी दीवाली का पर्व मनाया जाता है. इस पर्व के दीवाली से जुड़े होने के कारण हिंदु धर्म में इसका विशेष महत्व है. इस पर्व को ‘अनंत चौदस’, ‘काली चौदस’ और ‘नरक चतुर्दशी’ के नाम से भी जाना जाता है. इस वर्ष छोटी दीवाली 3 नवंबर, बुधवार, 2021 को मनाई जाएगी. धनतेरस की खरीदारी कितने बजे करें? इसे सुनेंरोकेंइसके अलावा, दोपहर में 3 बजे से शाम 4.30 बजे तक और शाम 7.30 बजे से रात के 9 बजे के बीच भी खरीदारी करने का शुभ समय है. धनतेरस पर धनवंतरि और कुबेर की पूजा का भी विधान है. धनतेरस और छोटी दिवाली कब की है? इसे सुनेंरोकेंदिवाली का आरंभ धनतेरस (Dhanteras 2021) पर होता है और संपन्न भाईदूज के पर्व पर होता है। इन्हीं त्योहारों कि सूची में नरक चतुर्दशी ( Narak Chaturdashi 2021)या छोटी दिवाली भी आती है। दिवाली की ही तरह इसका भी महत्व है। इस बार दिवाली और नरक चतुर्दशी 4 नवंबर 2021, दिन गुरुवार को पड़ रहा है। दीपावली कौन से वार को है? इसे सुनेंरोकेंइस बार दीपावली का पावन पर्व 4 न...

दिवाली कब है? क्यों मनाई जाती है?

Diwali nibandh in Hindi :- ऐसे में इस समय सबसे बड़ी दुविधा जो आती हैं वह आती हैं स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों पर। उनके शिक्षकों के द्वारा उनसे दिवाली पर निबंध लिखने को कहा (Deepawali par nibandh) जाता हैं। अब सुनकर हर छात्र चिंता में पड़ जाता हैं कि वह दिवाली पर क्या ही निबंध लिखे और उसमे क्या क्या चीज़े लिखे। तो यदि आप भी स्कूल में पढ़ रहे हैं और आपके अध्यापक ने आपको दिवाली पर निबंध लिखने को बोला हैं तो हम आपकी इसमें सहायता करने वाले हैं। हम आपसे यह कहना चाह रहे हैं कि इस लेख के माध्यम से आपको दिवाली पर निबंध लिखने के ऊपर सब जानकारी मिलेगी। आप हमारे द्वारा लिखे (Diwali par nibandh in Hindi) गए कंटेंट को ही अपने दिवाली के निबंध में सम्मिलित कर सकते हैं। इससे आपके अध्यापक भी प्रसन्न हो जाएंगे और आपका काम भी बन जाएगा। तो आइए पढ़ते हैं दिवाली के दिन के ऊपर लिखे जाने वाले निबंध के बारे में विस्तार से। 1.10 प्रश्न: दीपावली कब शुरू हुई? दीपावली पर निबंध हिंदी में (Diwali nibandh in Hindi) इसकी शुरुआत हम एक एक चीज़ के साथ करेंगे ताकि आपके द्वारा लिखे जाने वाले निबंध में किसी चीज़ की कमी ना रहने पाए। साथ ही जब यह निबंध आप अपने शिक्षक को दे तो वह आपको बेस्ट छात्र के सामान से सम्मानित करे। तो इसके लिए आपको हमारे द्वारा (Deepawali par nibandh Hindi mein) लिखे गए इस निबंध को ध्यान से पढ़ना चाहिए। हालाँकि आप इसमें से अपनी पसंद का कुछ जोड़ भी सकते हैं और कुछ ना पसंद आये तो उसे हटा भी सकते हैं। यह पूर्ण रूप से आप पर निर्भर करेगा कि आप किस पंक्ति को लेना चाहते हैं और किसे नही। तो चलिए पढ़ते हैं। प्रस्तावना दीपावली का पर्व हिंदू धर्म के प्रमुख त्यौहार हैं जो हर वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या ...

Diwali 2022: दिवाली कब है, जानें कब कब पड़ेंगे इससे जुड़े पांच महापर्व

Diwali 2022 kab hai: सुख-समृद्धि और सौभाग्य से जुड़ा दीपों के महापर्व दीपावली का इंतजार न सिर्फ हिंदू बल्कि सिख, बौद्ध और जैन धर्म से जुड़े लोगों को पूरे साल बना रहता है. कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की त्रयोदशी से लेकर कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की द्वितीया तक मनाए जाने वाले दीपवाली महापर्व में धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज समेत कुल पांच त्योहार आते हैं. दीपों को उत्सव कहलाने वाले जिस दीपावली महापर्व को अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक माना जाता है, उससे जुड़े 05 पावन पर्व कब-कब मनाए जाएंगे और क्या है उनकी पूजा का धार्मिक महत्व, आइए इसे जाने माने-ज्योतिषविद् एवं कर्मकांड के जानकार पं. राम गणेश मिश्र से विस्तार से जानते हैं. धनतेरस कब है दीपावली महापर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है, जो कि इस साल 23 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा. धनतेरस पर्व धन के देवता कुबेर, माता लक्ष्मी और आरोग्य के देवता माने जाने वाले भगवान धनवंतिर की पूजा का बहुत ज्यादा महत्व है. मान्यता है कि धनतेरस पर विधि-विधान से पूजा करने पर व्यक्ति को धन-धान्य के साथ अच्छी सेहत का भी वरदान मिलता है. इसी दिन भगवान शिव की कृपा बरसाने वालाा प्रदोष व्रत भी पड़ेगा. करवा चौथ पर छलनी से आखिर क्यों देखा जाता है चांद, जानें इससे जुड़ा राज नरक चतुर्दशी कब है दीपावली महापर्व के दूसरे दिन को हनुमान जयंती, रूप चौदस, नरक चौदस और छोटी दिवाली के रूप में मनाया जाता है. नरक चतुर्दशी का यह पर्व इस साल 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जाएगा. नरक चतुर्दशी के दिन नरक से जड़े दोष से मुक्ति पाने के लिए शाम के समय घर के बाहर विशेष रूप से दीया जलाया जाता है. मान्यता है कि संकटमोचन हनुमान जी का जन्म भी नरक चतुर्दशी के दिन ही हुआ...

diwali kab hai Know what will be diwali 2022 puja vidhi and shubh muhurt stmp

Diwali puja vidhi : इस साल दीपावली 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी. इस बार विशेष संयोग है, जब नरक चतुर्दशी यानी छोटी दिवाली और बड़ी दिवाली एक साथ मनाई जाएगी. दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाता है, उसके बाद छोटी दिवाली और फिर अगले दिन बड़ी दिवाली मनाई जाती है लकिन इस बार धनतेरस के अगले ही दिन बड़ी दिवाली है. दिवाली के दिन लक्ष्मी और गणेश पूजन का खास महत्त्व है. दीपावली भगवान श्री राम के अयोध्या लौटने की खुशी में मनाई जाती है. हिंदू कैलेंडर के कार्तिक महीने की सबसे अंधेरी रात थी, अयोध्या के लोगों ने मिट्टी के दीयों से सड़कों पर रोशनी करके उनका स्वागत किया था. लक्ष्मी पूजन सामग्री दीपावली पर लक्ष्मी पूजा में सामान्य पूजन सामग्री जैसे दीपक, प्रसाद, कुमकुम, फल-फूल आदि चीजें तो रखते ही हैं, लेकिन इनके साथ ही और कुछ खास चीजें भी हैं, जिन्हें पूजा में जरूर रखना चाहिए. इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होगीं और दरिद्रता दूर होगी. दिवाली पर पूजा के दौरान नीचे दिए गए चीजों को अवश्य शामिल करें. • लक्ष्मी पूजा में दक्षिणावर्ती शंक जरूर रखें . ये लक्ष्मी माता के भाई के रूप में माने जाते हैं. • दिवाली की पूजा में यदि आप समुद्र का जल शामिल कर लें तो इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, क्योंकि ऐसी मान्यता है कि लक्ष्मी माता की उत्पत्ति समुद्र से ही हुई थी. • मां लक्ष्मी की पूजा में पीली कौड़ी रखने की परंपरा काफी पुरानी है. इससे धन में बढ़ोत्तरी होती है. पूजा के बाद आप इसे अलमारी के में रखना शुभ होता है. • दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा में आप पूजा में गन्ना भी रख सकते हैं. लक्ष्मी जी के ऐरावत हाथी को गन्ना बहुत पसंद है. • लक्ष्मी पूजा में देवी की मूर्ति, सोने-चांदी के सिक्के के साथ ही लक्ष्मी ची के चरण...