भगत सिंह का जन्म कहां हुआ

  1. पाकिस्तान या भारत... कहां है भगत सिंह का गांव और क्या है खटकड़ कलां गांव की कहानी?
  2. भगत सिंह की जीवनी :
  3. भगत सिंह का जन्म कब हुआ था ?
  4. भगत सिंह का जन्म कहाँ हुआ था और कहाँ का रहने वाले थे? » Bhagat Singh Ka Janam Kaha Hua Tha Aur Kaha Ka Rehne Waale The
  5. Bhagat Singh Biography in Hindi
  6. भगत सिंह का जन्म, भगत सिंह के कोट्स, भगत सिंह के विचार, भगत सिंह की बायोग्राफी, भगत सिंह हिंदी में, Bhagat Singh Janm, Bhagat Singh Quotes, Bhagat Singh Thoughts, Bhagat Singh Biography, Bhagat Singh In Hindi
  7. भगत सिंह जी का जन्म कब हुआ था, उनके माता पिता का नाम क्या था? » Bhagat Singh Ji Ka Janam Kab Hua Tha Unke Mata Pita Ka Naam Kya Tha


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पाकिस्तान या भारत... कहां है भगत सिंह का गांव और क्या है खटकड़ कलां गांव की कहानी?

पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) में जीत दर्ज करने के बाद आप के सीएम पद के उम्मीदवार भगवंत मान ( (Bhagat Singh Village) खटकड़ कलां में शपथ लेंगे. भगवंत मान की ओर से खटकड़ कलां को चुने जाने के बाद इस गांव की काफी चर्चा हो रही है और इस गांव से जुड़ी कई जानकारी सामने आ रही है. लेकिन, कई लोगों का सवाल ये भी है कि भगत सिंह का जन्म तो पाकिस्तान हिस्से वाले ‘भारत’ में हुआ था, तो फिर खटकड़ गांव कैसे भगत सिंह का गांव है. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं कि भगत सिंह का गांव कौनसा है और इस खटकड़ कलां गांव से भगत सिंह का क्या कनेक्शन है. इसके साथ ही हम आपको बताएंगे कि आखिर इस गांव का नाम खटकड़ क्यों पड़ा और इस गांव की क्या कहानी है. कौनसा है भगत सिंह का गांव? शहीद भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1907 को हुआ था. भगत सिंह का जन्म स्थान लायलपुर में है, जो विभाजन के बाद पाकिस्तान के हिस्से में चला गया. आज लायलपुर को पाकिस्तान के फैसलाबाद जिले में आता है. उनके पिता का नाम किशन सिंह और मां का नाम विद्यावती था. खटकड़ कलां में भगत सिंह का पैतृक गांव है. कहा जाता है कि एक बार खटकड़ कलां गांव में प्लेग की बीमारी फैल गई थी, जिसके बाद वो लयालपुर चले गए. ये भगत सिंह के जन्म से पहले की बात है, इसके बाद भगत सिंह का जन्म लयालपुर में हुआ था. खटकड़ कलां में से भगत सिंह का कनेक्शन? वैसे आपको बता दें कि खटकड़ कलां गांव स्वतंत्रता सेनानियों के लिए ही जाना जाता है, जहां सरदार किशन सिंह, सरदार अजीत सिंह, सरदार श्रवण सिंह और भगत सिंह जैसे कई स्वतंत्रता सेनानी हुए हैं. पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर की वेबसाइट के अनुसार भगत सिंह के चाचा अजीत सिंह ने अपने एक लेख में इस गांव के बारे में लिखा है. इस लेख में अज...

भगत सिंह की जीवनी :

• WhatsApp • Facebook Messenger • Facebook • Telegram • Twitter • Pinterest • LinkedIn • Print Shaheed Bhagat singh in hindi: एक महान क्रांतिकारी जो 23 साल की छोटी सी उम्र में हंसते-हंसते देश के लिए फांसी पर झूल गए थे. दोस्त इतना तो हम सब जानते ही हैं लेकिन भगत सिंह की जन्म से लेकर मृत्यु तक ऐसी बातें पर हम चर्चा करेंगे जो कि पहले शायद ही आपने सुनी होगी और मैं आपको यकीन दिलाता हूं. आज आपको भगत सिंह के साथ साथ अपने जीवन के लिए भी प्रेरणा मिलेगी. biography of Shaheed Bhagat singh in hindi भगत सिंह जी का प्रारंभिक जीवन:-Shaheed bhagat singh biography in hindi 28 सितंबर 1907,यह बात है आज से करीब 110 साल पहले की जब भारत और पाकिस्तान का बंटवारा नहीं हुआ था. यानी कि पाकिस्तान और भारत एक ही देश था जिसे अंग्रेजों ने अपना गुलाम बना हुआ था. उस समय भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पंजाब प्रांत के जिला लेयारपुर के बंगा गांव में हुआ था जो कि वर्तमान समय में पाकिस्तान का हिस्सा है. भगत सिंह के पिता का नाम सरदार किशन सिंह और माता का नाम विद्यावती कौर था. भगत सिंह के पिता और चाचा अजीत सिंह भी एक सक्रिय स्वतंत्रता सेनानी थे. भगत सिंह के परिवार के सभी लोग बड़े वीर और साहसी थे. भगत सिंह बचपन से ही बहादुर साहसी और निडर थे. उनकी हिम्मत को देखकर उनसे बड़े उम्र वाले बच्चे भी उन से घबराते थे. एक बार की बात है जब अपने पिता के साथ खेत में गए तो उन्होंने अपने पिता ने सवाल किया कि पिताजी आप खेत में क्या करते हो. तो उन्होंने कहा की हम लोग बीज बोते हैं जिससे फसल होती है और ढेर सारा अनाज भी होता है. इस पर उन्होंने अपने पिता से सवाल किया पिताजी अगर ऐसा ही है तो आप लोग खेत में बंदूक क्यों नहीं बोते ताकि ...

भगत सिंह का जन्म कब हुआ था ?

भगत सिंह का जन्म कब हुआ था – भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर , 1907 में लायलपुर जिले के बंगाल में हुआ था । उनके पिता का गांव खट्कड़ कलां है जो कि पंजाब में स्थित है । भगत सिंह के पिता का नाम किशन सिंह था , तथा उनकी माता का नाम विद्यापति था । भगत सिंह का परिवार आर्य समाजी सिख परिवार था । भगत सिंह करतार सिंह सराभा और लाला लाजपत राय से बहुत ज्यादा प्रभावित थे। 13 अप्रैल 1919 में हुए जलियांवाला बाग में हुए हत्याकांड ने भगत सिंह के बाल मन को बहुत ज्यादा प्रभावित किया था । समय भगत सिंह का जन्म हुआ था उस समय उनके चाचा अजीत सिंह और श्वान सिंह भारत की आज़ादी में अपना सहयोग दें रहें थे । भगत सिंह बचपन से ही अंग्रेजों से नफ़रत करते थे । भगत सिंह का स्वभाव कैसा था – जब भगत सिंह छोटे थे तब से ही उनके खेल भी अनोखे थे । भगत सिंह बचपन में ही टोलियां बनाकर एक दूसरे से आक्रमण कर युद्ध करने का अभ्यास करते थे । भगत सिंह के हर काम में उनके वीर, धीर, और निर्भीक होना का आभास होता था । भगत सिंह को फिल्में देखना और रसगुल्ले खाना बहुत पसंद था । इसलिए जब भी उनको मौका मिलता था, वो राजगुरु और यशपाल के साथ चुपके से चले जाते थे । भगत सिंह को चार्ली चैप्लिन की फिल्में बहुत पसंद थी । भगत सिंह के चुपके से फिल्म देखने जाना चंद्रशेखर आजाद को बिल्कुल पसंद नहीं था । भगत सिंह हिन्दी , उर्दू , अंग्रेजी , पंजाबी , बंगला , और आयरिश भाषा के मर्मज्ञ चिंतक और विचारक और एक समाजवाद के पहले व्याख्याता थे । भगत सिंह एक अच्छे वक्ता पाठक , और लेखक थे । भगत सिंह ने ” अकाली ” और ” कीर्ति ” में उन्होंने दो अखबारों का संपादन भी किया है । भगत सिंह की शिक्षा – जब भगतसिंह 14 वर्ष के थे तब उन्होंने अपनी सरकारी स्कूल की पुस्तकें और कपड़...

भगत सिंह का जन्म कहाँ हुआ था और कहाँ का रहने वाले थे? » Bhagat Singh Ka Janam Kaha Hua Tha Aur Kaha Ka Rehne Waale The

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपका प्रश्न है भगत सिंह का जन्म कहां हुआ था कि भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1960 को वर्तमान पाकिस्तान के बंदा एक जगह है उस जगह हुआ था तो बता भरतवाण मुझे पाकिस्तान ने वहां 1960 में 28 सितंबर में 7 को भगत सिंह का जन्म हुआ था aapka prashna hai bhagat Singh ka janam kaha hua tha ki bhagat Singh ka janam 28 september 1960 ko vartaman pakistan ke banda ek jagah hai us jagah hua tha toh bata bharatavan mujhe pakistan ne wahan 1960 me 28 september me 7 ko bhagat Singh ka janam hua tha आपका प्रश्न है भगत सिंह का जन्म कहां हुआ था कि भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1960 को वर्तमान

Bhagat Singh Biography in Hindi

Bhagat Singh Biography in Hindi : दोस्तों आज का हमारा आटिकल देश भक्ति पर होने वाला है जिसे आपको जरुर पढना चाहिए इस पोस्ट में महान क्रन्तिकारी और स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह की जीवनी के बारे में जिसे हमने बहुत सरल शब्दों में बताने जा रहे है जैसा कि आपको मालूम होगा भगत सिंह भारत का एक महान क्रन्तिकारी और स्वतंत्रता सेनानी थे। इन्होंने चन्द्रशेखर आजाद और पाटी के अन्य के सदस्यो के साथ मिलकर इन्होने देश की आजादी के अभूत पूर्व साहस के साथ शक्तिशाली अंग्रेजी सरकार का मुकाबला किया था इन्होने पहले लाहौर में सेंडर्स की हत्या और उसके बाद दिल्ली के केंद्रीय संसद यानि सेंट्रल असेम्बली में बम विस्पोट करके ब्रिटिश साम्राज्य में खुले बिद्रोह की चेतावनी दी थी। • • • • • • • • • • • • • • • • Bhagat Singh Biography in Hindi जीवन परिचय बिंदु भगत सिंह जीवन परिचय पूरा नाम शहीद भगत सिंह जन्म 27 सितम्बर 1907 जन्म स्थान जरंवाला तहसील, पंजाब माता का नाम विद्यावती पिता का नाम सरदार किशन सिंह सिन्धु भाई – बहन रणवीर, कुलतार, राजिंदर, कुलबीर, जगत, प्रकाश कौर, अमर कौर, शकुंतला कौर मृत्यु का दिनांक 23 मार्च 1931 मृत्यु का स्थान लाहौर, पंजाब शहीद भगत सिंह का जीवन परिचय भगत सिंह भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे इसका पूरा नाम भगत सिंह संधू था इसकी जन्म 28 सितम्बर 1907 को माना जाता है परन्तु अन्य तथ्यों के अनुसार इनका जन्म 19 अक्टूबर 1907 को हुआ था भगत सिंह कब पिता का नाम सरदार किशन सिंह संधू और माता का नाम विद्यावती कौर था यह एक जाट परिवार से तलूक रखते थे। अमृतसर में 13 अप्रैल 1919 को हुए जालियावाला बाग हत्याकांड ने भगत सिंह के सोच पर बहुत गहरा प्रभाव डाला था लाहौर के रास्ट्रीय पढाई को छोड़कर भगत सिंह ने...

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भगत सिंह का जन्म, भगत सिंह के कोट्स भगत सिंह का जन्म पंजाब के नवांशहर जिले के खटकर कलां गावं के एक सिख परिवार में 27 सितम्बर 1907 को हुआ था. उनकी याद में अब इस जिले का नाम बदल कर शहीद भगत सिंह नगर रख दिया गया है. वह सरदार किशन सिंह और विद्यावती की तीसरी संतान थे. भगत सिंह का परिवार स्वतंत्रता संग्राम से सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ था. उनके पिता किशन सिंह और चाचा अजित सिंह ग़दर पार्टी के सदस्य थे. ग़दर पार्टी की स्थापना ब्रिटिश शासन को भारत से निकालने के लिए अमेरिका में हुई थी. परिवार के माहौल का युवा भगत सिंह के मष्तिष्क पर बड़ा असर हुआ और बचपन से ही उनकी नसों में देशभक्ति की भावना कूट-कूट कर भर गयी. शहीद भगत सिंह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रांतिकारियों में से एक थे. मात्र 24 साल की उम्र में देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाला यह वीर सदा के लिए अमर हो गया. उनके लिए क्रांति का अर्थ था – अन्याय से पैदा हुए हालात को बदलना. भगत सिंह ने यूरोपियन क्रांतिकारी आंदोलन के बारे में पढ़ा और समाजवाद की ओर अत्यधिक आकर्षित हुए. उनके अनुसार, ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेकने और भारतीय समाज के पुनर्निमाण के लिए राजनीतिक सत्ता हासिल करना जरुरी था. शहीद भगत सिंह के कुछ अनमोल विचार 1- सूर्य विश्व में हर किसी देश पर उज्ज्वल हो कर गुजरता है परन्तु उस समय ऐसा कोई देश नहीं होगा जो भारत देश के सामान इतना स्वतंत्र, इतना खुशहाल, इतना प्यारा हो. 2- देशभक्तों को अक्सर लोग पागल कहते हैं. 3- प्रेमी, पागल और कवि एक ही चीज से बने होते हैं. 4- मेरा धर्म देश की सेवा करना है. 5- जिंदगी तो सिर्फ अपने कंधों पर जी जाती है, दूसरों के कंधे पर तो सिर्फ जनाजे उठाए जाते हैं. 6- यह एक काल्पनिक आदर्श है कि आप किसी भी कीमत...

भगत सिंह जी का जन्म कब हुआ था, उनके माता पिता का नाम क्या था? » Bhagat Singh Ji Ka Janam Kab Hua Tha Unke Mata Pita Ka Naam Kya Tha

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। दोस्तों प्रश्न है भगत सिंह जी का जन्म कब हुआ था उनके माता पिता का नाम क्या था भगत सिंह भारत के महान क्रांतिकारी थे और बहुत कम उम्र में उनको फांसी के फंदे पर लटक ना पढ़ा था 27 वर्ष की उम्र में उन्हें फांसी दे दी गई तो बहुत सिंह हमारे देश के महान क्रांतिकारियों में से एक थे सरदार भगत सिंह और उनका जन्म सितंबर 1960 ईस्वी में हुआ था पंजाब के लालपुर में बंगा बंगा जगह का नाम बंगाल जो वर्तमान में पाकिस्तान में स्थित है उनके पिता का नाम सरदार किशन सिंह संधू था और उनकी माता का नाम विद्यावती था तो सरदार भगत सिंह जी पर जलियांवाला बाग हत्याकांड जो नहीं सुनी सुनी हुआ उसका गहरा असर पड़ा था और गांधीजी के असहयोग आंदोलन में भी सम्मिलित हुए थे और उनके आगे चलकर उनके संपर्क में राजगुरु सुखदेव यशपाल आदि आए थे सुप्रसिद्ध क्रांतिकारी सचिन ने संन्यास से भी भगत सिंह का परिचय हुआ और इस तरह से भगत सिंह के मन मस्तिष्क पर क्रांतिकारी विचारों का बड़ा असर हुआ और आप सब जानते होंगे कि कि 8 अप्रैल 1929 को भगत सिंह ने भगत सिंह मार्ग बटुकेश्वर दत्त ने केंद्रीय असेंबली में बम थे कार पर छापे का जिस पर लिखा था गौरव को सुनाने के लिए बहरों को सुनाने के लिए बमों की आवश्यकता है क्रांति जिंदाबाद साम्राज्यवाद मुर्दाबाद और इसके बाद इसके बाद सरदार भगत सिंह को पकड़ लिया गया था और अगर जाते तो बटुकेश्वर दत्त के साथ में भाग सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और 7 अक्टूबर 1930 को भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई और अंत में 23 मार्च 1931 को उन्हें राजगुरु तथा सुखदेव के साथ लाहौर में फ...