बिहार में तीज कब है 2022

  1. Kajari Teej 2022: कजरी तीज का व्रत कब? इन शुभ योगों में मनाया जाएगा कजरी तीज का पर्व, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त
  2. Hartalika Teej 2022: हरतालिका तीज का व्रत पहली बार रख रही हैं तो जान लीजिए ये नियम
  3. Kajari Teej 2022: When is Kajari Teej in August know auspicious time puja vidhi and importance
  4. हरतालिका तीज 2022: इस बार हरतालिका तीज पर बन रहे हैं ये दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में करें गौरी शंकर की पूजा
  5. Kajari Teej Date 2022: कब है कजरी तीज? जानें तिथि, योग, पूजा विधि, नोट कर लें पूजन सामग्री लिस्ट


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Kajari Teej 2022: कजरी तीज का व्रत कब? इन शुभ योगों में मनाया जाएगा कजरी तीज का पर्व, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त

Kajari Teej 2022: कजरी तीज का व्रत कब? इन शुभ योगों में मनाया जाएगा कजरी तीज का पर्व, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त | kajari teej 2022 date time tithi shubh muhurat and special yog in teej | Hindi News, Kajari Teej 2022: कजरी तीज का व्रत कब? इन शुभ योगों में मनाया जाएगा कजरी तीज का पर्व, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त Kajari Teej 2022 Date: भाद्रपद माह की शुरुआत 12 अगस्त से हो रही है.हिंदू कैलेंडर का छठा महीना भाद्रपद का होता है. इस माह में कई नए त्योहार और पर्व मनाए जाते हैं. भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कजरी तीज का पर्व मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए कजरी तीज का व्रत रखती हैं. बता दें कि कजरी तीज को कजली तीज, बूढ़ी तीज और सूतड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है. कजरी तीज का पर्व मुख्यतः उत्तर भारत में मनाया जाता है. इस बार कजरी तीज का पर्व 14 अगस्त के दिन पड़ रहा है. कजरी तीज के दिन मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा का विधान है. इस दिन महिलाएं उपवास रखती हैं, 16 ऋंगार करती हैं और मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं. आइए जानते हैं कजरी तीज की तिथि, पूजा मुहूर्त और शुभ योगों के बारे में. कजरी तीज 2022 तिथि और मुहूर्त हिंदू पंचाग के अनुसार कजरी तीज का पर्व कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाएगा. इस दिन तृतीया तिथि का आरंभ 13 अगस्त देर रात 12 बजकर 53 मिनट पर होगा और 14 अगस्त रात 10 बजकर 35 मिनट तक रहेगी. ऐसे में उदयातिथि के आधार पर कजरी तीज 14 अगस्त के दिन मनाई जाएगी. इन शुभ योगों में मनाई जाएगी तीज ज्योतिषीयों के अनुसार कजरी तीज का पर्व सुकर्मा योग और सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा. इस दिन सुकर्मा योग का आरंभ सुबह से लेकर देर रात 01 बजकर ...

Hartalika Teej 2022: हरतालिका तीज का व्रत पहली बार रख रही हैं तो जान लीजिए ये नियम

हरतालिका तीज व्रत विवाहित महिलाएं व कुंवारी कन्याएं रख सकती हैं. इस दौरान भूलकर भी अनाज व जल ग्रहण नहीं करना चाहिए. हिंदू पंचांग के अनुसार, हरतालिका तीज (Hartalika Teej) भाद्रपद माह (अगस्त-सितंबर) की शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता है. हरतालिका तीज को सबसे बड़ी तीज के रूप में पूजा जाता है. हरतालिका तीज का व्रत वैवाहिक सुख और संतान के लिए मनाया जाता है. पंडित गोविंद पांडे बताते हैं कि हरतालिका तीज पर महिलाएं गेहूं या मिट्टी से बनी मूर्तियों को तैयार करके भगवान शिव और देवी पार्वती की विधि-विधान से पूजा करती हैं. इस दिन महिलाएं निर्जला और निराहार व्रत रखकर अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं. कुंवारी कन्याएं भी हरतालिका तीज व्रत रखती हैं. मान्यता है कि इससे कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है. हरतालिका तीज 2022 का शुभ मुहूर्त इस बार हरतालिका तीज व्रत 30 अगस्त 2022 को रखा जाएगा. इस दिन सुबह साढ़े छह बजे से लेकर 8 बजकर 33 मिनट तक हरतालिका तीज की पूजा होगी. वहीं, शाम 6 बजकर 33 मिनट से रात 08 बजकर 51 मिनट तक प्रदोष काल रहेगा. ये भी पढ़ें- हरतालिका तीज की कहानी पौराणिक कथा के अनुसार, देवी पार्वती की सहेलियां उनको जंगल में ले गईं ताकि उनके पिता उनकी इच्छा के विरुद्ध भगवान विष्णु से विवाह करने के लिए मजबूर न कर सकें. हरतालिका तीज की पूजा सुबह के समय की जाती है. हरितालिका तीज पर श्रीगणेश, भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. तीनों को वस्त्र अर्पित किए जाते हैं और हरितालिका तीज व्रत कथा सुनी जाती है. ये भी पढ़ें- हरतालिका तीज व्रत का नियम 1- हिंदू मान्यताओं के अनुसार, हरतालिका तीज व्रत विवाहित महिलाएं व कुंवारी कन्याएं रख सकती हैं. 2- इस दिन महिलाएं निर्जला और निराहार व...

Kajari Teej 2022: When is Kajari Teej in August know auspicious time puja vidhi and importance

Kajari Teej 2022: यूपी, बिहार, राजस्थान और एमपी में तीज का त्योहार धूमधाम के साथ मानाया जाता है। हर साल भाद्रपद या भादो मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया को कजरी तीज मनाते हैं। कजरी तीज को बूढ़ी तीज, कजली तीज, सातूड़ी तीज भी कहा जाता है। इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए व्रत करती हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में खुशहाली व सुख-समृद्धि का आगमन होता है। सावन के आखिरी शनिवार के ये आसान उपाय, जगा देंगे आपका सोया भाग्य हरियाली तीज के 15 दिन बाद आती है कजरी तीज- सावन और भादो मास के दौरान तीज मनाई जाती हैं। जो कि हरियाली तीज, कजरी तीज और हरतालिका तीज हैं। हरियाली तीज का त्योहार 31 जुलाई 2022 को मनाया गया था। हरियाली तीज से 15 दिनों के बाद कजरी तीज मनाई जाती है। यह आमतौर पर कृष्ण जन्माष्टमी के पांच दिन पहले आती है। इस साल कजरी तीज 14 अगस्त 2022, रविवार को मनाई जाएगी। कजरी तीज का शुभ मुहूर्त- भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 13 अगस्त को रात 12 बजकर 53 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि अगले दिन 14 अगस्त को रात 10 बजकर 35 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार, कजरी तीज व्रत 14 अगस्त को रखा जाएगा। दो दिन मनाई जाएगी जन्माष्टमी, जानें आपके लिए व्रत रखना किस दिन रहेगा उत्तम कजरी तीज पूजा विधि- इस दिन महिलाएं स्नान के बाद भगवान शिव और माता गौरी की मिट्टी की मूर्ति बनाती हैं, या फिर बाजार से लाई मूर्ति का पूजा में उपयोग करती हैं। व्रती महिलाएं माता गौरी और भगवान शिव की मूर्ति को एक चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बिछाकर स्थापित करती हैं। इसके बाद वे शिव-गौरी का विधि विधान से पूजन कर...

हरतालिका तीज 2022: इस बार हरतालिका तीज पर बन रहे हैं ये दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में करें गौरी शंकर की पूजा

• • Faith Hindi • हरतालिका तीज 2022: इस बार हरतालिका तीज पर बन रहे हैं ये दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में करें गौरी शंकर की पूजा हरतालिका तीज 2022: इस बार हरतालिका तीज पर बन रहे हैं ये दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में करें गौरी शंकर की पूजा Hartalika Teej 2022: सुहागिन महिलाओं के लिए हरितालिका तीज का दिन बेहद ही खास और महत्वपूर्ण होता है. इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत करती हैं. Hartalika Teej 2022: हर साल भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है. जो कि सुहगिन महिलाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है. ( Hartalika Teej 2022 Date and Shubh Muhurat) महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए निर्जला व्रत करती हैं. इतना ही नहीं, इस दिन कुंवारी कन्याएं भी अच्छे जीवनसाथी की कामना से व्रत करती हैं. इस बार हरतालिका तीज का व्रत 30 अगस्त 2022 को पड़ रहा है. सबसे खास बात है हरतालिका तीज पर बेहद ही दुर्लभ योग बन रहे हैं. Also Read: • • • हरतालिका तीज पर शुभ योग हरतालिका तीज इस बार 30 अगस्त 2022 को मनाई जाएगी. इस दिन बेहद ही शुभ योग बन रहे हैं और योग में पूजा करने से जातक को लाभदायक फल प्राप्त होगा. हरतालिका तीज पर शुभ योग दोपहर 1 बजकर 4 मिनट पर शुरू होगा और 31 अगस्त को 12 बजकर 4 मिनट तक रहेगा. इस योग में भगवान भोलेनाथ का पूजन करने से विशेष लाभ मिलता है. इसके अलावा हरतालिका तीज पर हस्त नक्षत्र भी रहेगा और शास्त्रों में हस्त नक्षत्र को बेहद ही शुभ माना गया है. हस्त नक्षत्र में 5 तारे आशीर्वाद की मुद्रा में नजर आते हैं. इस नक्षत्र में यदि अखंड सौभाग्य और उत्तम वर की प्राप्ति के लिए पूजा की जाए तो अधिक फलदायी माना जाता है. हरतालि...

Kajari Teej Date 2022: कब है कजरी तीज? जानें तिथि, योग, पूजा विधि, नोट कर लें पूजन सामग्री लिस्ट

हरियाली तीज कजरी तीज हरतालिका तीज कजरी तीज रक्षा बंधन के तीन दिन बाद और कृष्ण जन्माष्टमी के पांच दिन पहले मनाई जाती है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. कजरी तीज का व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं. इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं और पूरे दिन निर्जल व्रत रखती हैं. हालांकि कजरी तीज का व्रत कुंवारी लड़कियां भी रख सकती हैं. तो आइए जानते हैं किस शुभ मुहूर्त पर करें कजरी तीज की पूजा और इस दिन बनने वाले शुभ योग के बारे में- कजरी तीज शुभ योग (Kajari Teej 2022 Shubh Yog) अभिजित मुहूर्त- दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग- रात 09 बजकर 56 मिनट से अगस्त 15 सुबह 06 बजकर 09 मिनट तक विजय मुहूर्त- शाम 02 बजकर 41 मिनट से शाम 03 बजकर 33 मिनट तक कजरी तीज पूजन सामग्री ( Kajari Teej pujan Samagri) कजरी तीज की पूजन सामग्री में पीला वस्त्र, कच्चा सूता, नए वस्त्र, केला के पत्ते, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, जनेऊ, जटा नारियल, सुपारी, कलश, अक्षत या चावल, दूर्वा घास, घी, कपूर, अबीर-गुलाल, श्रीफल, चंदन, गाय का दूध, गंगाजल,पंचामृत, दही, मिश्री, शहद रखें. कजरी तीज पूजा विधि ( Kajari Teej Puja Vidhi) इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहन लें. इस दिन निर्जल व्रत रखा जाता है. लेकिन अगर आप गर्भवती हैं तो फलाहार कर सकती हैं. पूजा करने से पहले मिट्टी के शिव-पार्वती बना लें. आप शिव-पार्वती की प्रतिमा की पूजा भी कर सकती हैं. इसके बाद माता पार्वती को सुहाग का सारा सामना चढ़ाएं और पूजा करें. पूजा के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराएं और दान-दक्षिणा दें. इसके बाद घर में मौजूद सभी बड़ी महिलाओं को पैर छूकर आशीर्वाद लें. रा...