Brain stroke meaning in hindi

  1. ब्रेन हेमरेज के कारण, लक्षण और बचाव के टिप्स
  2. ब्रेन हेमरेज के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज
  3. सर्दियों में बढ़ सकता है ब्रेन स्ट्रोक का खतरा, जानिए लक्षण और बचाव के तरीके
  4. Cerebrovascular Accident in Hindi
  5. Brain Stroke Alert: सर्दी में दिखाई दें ये लक्षण तो हो जाएं सावधान नहीं तो आ सकता है ब्रेन स्ट्रोक
  6. स्ट्रोक क्या है? कारण, लक्षण और इलाज


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ब्रेन हेमरेज के कारण, लक्षण और बचाव के टिप्स

ब्रेन हेमरेज क्या है? क्या आप इस बारे में जानते हैं? हम में से कई लोग जानते हैं कि मस्तिष्क हमारे शरीर का अहम हिस्सा है। इसमें अगर जरा सी भी समस्या हो जाए, तो इसका असर पूरी बॉडी पर पड़ सकता है। ऐसे में मस्तिष्क को सुरक्षित रखना बहुत ही जरूरी है। मस्तिष्क में कई तरह की समस्याएं होती हैं। इन्हीं समस्याओं में ब्रेन हेमरेज भी शामिल है। हेमरेज को मानसिक दौरा यानी स्ट्रोक (brain hemorrhage in Hindi) भी कहते हैं। यह समस्या मस्तिष्क की धमनी फटने की (What is brain hemorrhage) वजह से होती है। आज हम इस लेख में ब्रेन हेमरेज के बारे में विस्तार से जानेंगे। आइए जानते हैं ब्रेन हेमरेज क्या है, इसके लक्षण (brain hemorrhage Symptoms) , कारण और बचाव के टिप्स - ब्रेन हेमरेज क्या है ? ( What is Brain brain hemorrhage ) ब्रेन हेमरेज एक ऐसी स्थिति है, जो आर्टरी (हृदय से लेकर शरीर के अन्य हिस्सों में ब्लड पहुंचाने वाली नलियां) के फटने की वजह से होता है। इस स्थिति में आसपास के टिश्यूज में ब्लीडिंग होने लगती है। इस स्थिति में होने वाली ब्लीडिंग की वजह से मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं। साथ ही यह दिमाग के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाने सगती है। साधारण शब्दों में दिमाग में नस फटना ही ब्रेन हेमरेज कहलाता है। वहीं, नस फटने के बाद खून बहने की स्थिति ही हेमरेज स्ट्रोक(hemorrhage Stroke) कहलाती है। इसे भी पढ़ें - यह समस्या अधिकतर मामलों में हाई ब्लड प्रेशर से ग्रसित व्यक्ति, ट्रॉमा से पीड़ित व्यक्ति, दवाइयों का अधिक सेवन करने वाले और कमजोर नस वाले व्यक्तियों को होने की आशंका अधिक होती है। ब्रेन हेमरेज के लक्षण (Symptoms of brain hemorrhage ) शरीर में ब्रेन हेमरेज के कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं। ...

ब्रेन हेमरेज के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और परहेज

ब्रेन हैमरेज तब होता है जब मस्तिष्क के अंदर या आसपास के क्षेत्र में रक्तस्राव होता है। ब्रेन हैमरेज के कारण काफी कुछ हैं। उनमें ब्रेन हैमरेज तब हो सकता है जब समय बीतने के साथ धमनी की दीवारों के खिलाफ रक्तचाप लगातार बढ़ रहा हो। यह उच्च रक्तचाप के दौरान होता है और धमनी की दीवारों के टूटने का कारण बन सकता है। कभी-कभी डॉक्टर के पर्चे की दवाएं ब्रेन हैमरेज में भी योगदान कर सकती हैं। नशीली दवाओं के दुरुपयोग से ओवरटाइम भी धमनी की दीवारों को कमजोर करता है। ब्रेन हैमरेज के लक्षणों में सिरदर्द (एन्यूरिज्म के फटने के परिणामस्वरूप धड़कता हुआ हैमरेज यानि आंतरिक रक्तस्राव एक चिकित्सा आपातकालीन की स्थिति है जो किसी प्रकार के संकेतों और लक्षणों से जुड़ी होती है। हालांकि, हैमरेज के साथ पहला संकेत व्यक्ति के रक्तचाप में अचानक गिरावट है, जिसके बाद शरीर के तापमान में भारी कमी आती है। टैकीकार्डिया, चेतना की हानि, चिंता, भ्रम, कमजोर नाड़ी और चक्कर आना जारी रहते है। जब ब्रेन हैमरेज होता है, तो मस्तिष्क के ऊतकों को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियां फट जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप ऊतकों में रक्त का प्रवाह बाधित हो जाता है, जिसके बाद मस्तिष्क में रक्त जमा हो जाता है। इससे वहां के ऊतकों को ऑक्सीजन की आपूर्ति में कटौती होती है, जिससे मस्तिष्क की कोशिका मर जाती है। कुछ मामलों में स्थिति घातक हो सकती है। ब्रेन हैमरेज के मामले में, सर्जरी के रूप में तत्काल चिकित्सा उपचार की तलाश करना आवश्यक है। हालांकि, सर्जरी का प्रकार रोगी की उम्र, उसकी कुल स्वास्थ्य स्थिति और मस्तिष्क को हुई क्षति की तीव्रता और क्षति के स्थान पर निर्भर करता है। डीकंप्रेसन सर्जरी मस्तिष्क के दबाव को दूर करने में मदद करती है। एक सरल एस...

सर्दियों में बढ़ सकता है ब्रेन स्ट्रोक का खतरा, जानिए लक्षण और बचाव के तरीके

डा.शशि कांत जोशी क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ Brain Stroke Symptoms And Cure: सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक की समस्या होने की संभावनाएं ज्यादा रहती हैं। ठंड की वजह से धमनियों में अचानक सिकुड़न (spasm) होने लगती है। खासतौर पर मधुमेह (Diabetes) उच्चरक्तचाप (BP) वाले मरीज और उम्रदराज लोगों को यह समस्या होने की संभावनाएं अधिक रहती हैं। ठंड में खून की धमनियां सिकुड़ने से दिल को पूरे शरीर में रक्त प्रवाह बनाए रखने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। धमनियां सिकुड़ने से रक्त प्रवाह में रुकावट होने से दिमाग की नसें फटने का खतरा बढ़ जाता है। बताया जाता है कि दिमाग में खून जमने से शरीर की मांसपेशियां कार्य करना बंद कर देती हैं, इसे ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) कहा जाता है। ब्रेन स्ट्रोक में मरीज को उल्टी और चक्कर आने की समस्या का भी सामना करना पड़ता है। इस बीमारी के कई मरीज भ्रम की स्थिति में भी रहते हैं। ऐसे में मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है। इस दौरान ब्रेन में तेजी से ब्लीडिंग होती है, जिससे बेहोशी की समस्या भी हो सकती है। ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के तरीके (How to Cure Brain Stroke) जिन लोगों को ब्रेन स्ट्रोक होने की संभावनाएं लगती हों, उन्हें नियमित तौर पर ब्लड प्रेशर चेक करवाना चाहिए। ऐसे में कोशिश करें कि आपके शरीर में ज्यादा कोलेस्ट्राल न हो। कम-से-कम मात्रा में नमक का सेवन करें। घी-तेल से बना हुआ तला-भुना खाना न खाएं। जिन्हें खाने में हरी सब्जियों का प्रयोग करें। रात के समय में भोजन हल्का ही करें। इस दौरान अखरोट का सेवन जरूर करें। संभव हो तो दूध में हल्दी मिलाकर जरूर पीएं। सुबह उठने के बाद कम-से-कम 30 मिनट के लिए व्यायाम करें। हार्ट और ब्लड प्रेशर के म...

Cerebrovascular Accident in Hindi

Cerebrovascular Accident in Hindi | Causes, Symptoms And Treatment of Brain Stroke in Hindi __________________________________________________ Time stamp – 0:42 Brain Stroke kya hota hai 2:04 Causes of Brain Stroke 3:55 Risk factors of Brain Stroke 6:50 Symptoms of Brain Stroke 8:21 Diagnostic Test of Brain Stroke 10:35 Treatment of Brain Stroke __________________________________________________ Keywords – brain stroke kya hota hai brain stroke brain stroke treatment brain stroke symptoms brain stroke recovery brain stroke symptoms in telugu brain stroke ke lakshan brain stroke kaise hota hai brain stroke in hindi brain stroke symptoms in hindi brain stroke animation video brain stroke patient brain stroke telugu brain stroke symptoms in tamil brain stroke in hindi brain stroke ke lakshan brain stroke symptoms brain stroke meaning brain stroke kya hota hai brain stroke treatment brain stroke treatment in hindi brain stroke meaning in hindi cerebrovascular accident cerebrovascular accident in hindi cerebrovascular disease cerebrovascular accident case presentation cerebrovascular accident lecture cerebrovascular disease pathology cerebrovascular accident in tamil cerebrovascular accident nursing cerebrovascular accident pathophysiology cerebrovascular disorders cerebrovascular accident bsc nursing 3rd year cerebrovascular stroke cerebrovascular accident nursing care plan cerebrovascular accident care plan ____________________________________________________ Disclaimer: All ...

Brain Stroke Alert: सर्दी में दिखाई दें ये लक्षण तो हो जाएं सावधान नहीं तो आ सकता है ब्रेन स्ट्रोक

डीएनए हिंदी: ठंड में सर्दी-जुकाम होना आम बाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस मौसम में ब्रेन स्ट्रोक (Brain Stroke) का खतरा भी काफी हद तक बढ़ जाता है. हाल ही में पिछले दिनों यूपी के कानपुर में ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक से से 21 लोगों की मौत की खबर भी आई थी. आप आप सोच रहे होंगे कि ऐसे कौन-से कारण हैं(brain stroke causes)जिनसे सर्दी के मौसम में ब्रेन स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है?, ऐसे कौन-से लक्षण(brain stroke symptoms) हैं जो बताते हैं कि आपको ब्रेन स्ट्रोक का खतरा है. आज हम आपके सारे सवालों का जवाब इस आर्टिकल के जरिए देने की पूरी कोशिश करेंगे. क्या है ब्रेन स्ट्रोक? ब्रेन स्ट्रोक (what is brain stroke) एक तरह की न्यूरोलॉजिकल समस्या है जिसे मस्तिष्क का दौरा या ब्रेन अटैक(brain stroke meaning) भी कहा जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार ब्रेन स्ट्रोक की समस्याआमतौर पर तब पैदा (brain stroke reasons) होती है जब दिमाग की नसों में खून का थक्का जमने लगता है या फिर जब ब्लड फ्लो ब्लॉक होने से ब्लड वेसेल्स फटने लगती हैं. इससे मस्तिष्क के टिश्यू में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी होने लगती है और फिर कुछ मिनटों के अंदर ही मस्तिष्क की कोशिकाएं डैमेज होना शुरू हो जाती हैं. दोनों मामलों में दिमाग के कुछ हिस्सों को नुकसान हो है या फिर वो खत्म हो जाते हैं. ब्रेन स्ट्रोक ब्रेन को नुकसान तो होता ही है लेकिन इसके अलावा लंबे समय के लिए डिसेबिलिटी या यहां तक कि मौत भी हो सकती है. ब्रेन स्ट्रोक संकेत और लक्षण स्ट्रोक के दौरान हर मिनट मायने रखता है. ऐसे में फास्ट ट्रीटमेंट(brain stroke treatment) किया जाना बेहद जरूरी है क्योंकि ये मस्तिष्क को होने वाली हानि को कम कर सकता है. अग...

स्ट्रोक क्या है? कारण, लक्षण और इलाज

स्ट्रोक क्या है? What is a stroke? स्ट्रोक एक जानलेवा स्थिति है जो तब होती है जब आपके मस्तिष्क के हिस्से में पर्याप्त रक्त प्रवाह नहीं होता। यह आमतौर पर मस्तिष्क में अवरुद्ध धमनी के कारण बाधित हुए रक्त प्रवाह (blood flow) और ऑक्सीजन के कारण या मस्तिष्क में रक्त धमनी फटने (नस फटने) की वजह से हुए रक्तस्राव के कारण होता है। रक्त की निरंतर आपूर्ति के बिना, उस क्षेत्र में मस्तिष्क की कोशिकाएं ऑक्सीजन की कमी से मरने लगती हैं जो कि स्ट्रोक का रूप लेता है, जिसे ब्रेन डैमेज भी कहा जाता है। दोनों ही सूरतों में मस्तिष्क तक उचित मात्रा में रक्त और ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाता जिसकी वजह से स्ट्रोक होता है। स्ट्रोक आने पर F.A.S.T. को ध्यान में रखें। Keep F.A.S.T. in mind when stroke occurs। स्ट्रोक जानलेवा आपातकालीन स्थिति है जहां हर सेकेंड मायने रखता है। यदि आपको या आपके किसी करीबी व्यक्ति में स्ट्रोक के लक्षण हैं, तो तुरंत 102 या अपने स्थानीय एम्बुलेंस सेवा/आपातकालीन सेवा नंबर पर कॉल करें । जितनी जल्दी स्ट्रोक का इलाज किया जाता है, उतनी ही अधिक संभावना है कि आप विकलांगता के बिना ठीक हो जाएंगे। स्ट्रोक आने पर F.A.S.T. (फास्ट) विचार करें और निम्न कार्य करें :- • F – चेहरा (FACE):- व्यक्ति को मुस्कुराने के लिए कहें। देखे कि व्यक्ति का क्या चेहरे का एक हिस्सा लटक गया है? • A – बाजुएँ (ARMS):- व्यक्ति को दोनों हाथ ऊपर उठाने के लिए कहें। देखे कि क्या एक या दोनों हाथ नीचे की ओर झुक रहे हैं? या एक हाथ उठ नहीं पा रहा है? • S – भाषण (SPEECH):- व्यक्ति को एक साधारण वाक्यांश दोहराने के लिए कहें। देखे कि क्या उसका भाषण गड़बड़ या अजीब है? • T – समय (TIME):- यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण देखते हैं, तो तुर...