चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय

  1. महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय, जाने यहाँ
  2. Chandra Shekhar Azad in Hindi चंद्रशेखर आजाद जीवन परिचय with Real Picture
  3. Independence Day 2023


Download: चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय
Size: 66.31 MB

महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय, जाने यहाँ

“ अभी भी जिसका खून ना खौला, वो खून नहीं पानी है जो देश के काम ना आए, वो बेकार जवानी है” महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद द्वारा भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कहे गए ये शब्द आज भी देश के करोड़ो युवाओ को मातृभूमि की सेवा के लिए प्रेरित करते है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान प्रमुख क्रांतिकारियों में शुमार चंद्रशेखर आजाद द्वारा मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए अपने जीवन को समर्पित किया गया था। देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्ति दिलाने में देश के क्रांतिकारियों में चंद्रशेखर आजाद का नाम प्रमुखता से लिया जाता है। जीवन भर देश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने वाले चंद्रशेखर आजाद को ब्रिटिश उपनिवेशवाद की बेड़ियाँ कभी कैद ही नहीं कर पायी। आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको भारत माता के सच्चे-सपूत एवं महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय (Chandra Shekhar Azad Biography in Hindi) सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्रदान करने वाले है। चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय साथ ही इस आर्टिकल के माध्यम से आपको चंद्रशेखर आजाद के जीवन से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओ के बारे में भी अवगत कराया जायेगा। • चंद्रशेखर आजाद का जीवन परिचय चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, राम-प्रसाद बिस्मिल एवं अन्य क्रांतिकारियों का चेहरा याद आने लगता है। अपने जीवन की अल्पायु से ही मातृभूमि की सेवा में समर्पित चंद्रशेखर आजाद ने वयस्क होते से क्रांतिकारी गतिविधियों में भाग लेना शुरू कर दिया था। देश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान औपनिवेशिक शासन के अत्याचारों के फलस्वरूप बाल चंद्रशेखर के मन में मातृभूमि की आजादी के संकल्प ने जन्म लिया एवं यह नौजवान अपनी अल्पायु में ही देश के स्वतंत्रता आन्दोलन को न...

Chandra Shekhar Azad in Hindi चंद्रशेखर आजाद जीवन परिचय with Real Picture

Chandra Shekhar Azad का नाम आज हर हिन्दुस्तानी जानता है क्योंकी उनके जिवन बलिदान की वजह से ही अपना देश आजदा हुआ था, चंद्रशेखर आजाद एक बहुत बड़े क्रन्तिकारी थे और उनका जन्म आदिवासी ग्राम भाबरा में 23 जुलाई, 1906 हुआ था। शुरु से ही वो एक बड़े देश भक्त रहे थे, जिस प्रकार तात्या टोपे, झाँसी की रानी, Maharana Pratap जैसे महँ क्रांतिकारियों ने देश के लिए बलिदान किया था उसी प्रकार भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में Chandra Shekhar Azad का बहुत बड़ा योगदान दिया था। उन्होंने जब अंग्रेजो द्वारा 15 कोडो की सजा सुनाई गयी तो वो हर कोड़े के मारने के बाद जवाब वन्दे मातरम बोले, कहने का मतलब उनके अंदर देश भक्ति का इतना बड़ा जज्बा था जो कोडो की की इतनी मार से भी नहीं बदला और अंग्रेजो के सामने जब वो कैद थे उस समय वन्दे मातरम के नारे लगाये उस समय उनकी उम्र केवल 14 वर्ष ही थी। चलिए Chandra Shekhar Azad in Hindi में जानते है उनके महँ जीवन की कुच्छ यादगार पहलू। Contents • • • • • • • • चंद्रशेखर आजाद जीवन परिचय chandra shekhar azad बायोग्राफी आजाद 23 जुलाई, 1906 को एक आदिवासी ग्राम भाबरा में जन्मे थे, उनकी माता का नाम मां जगरानी तथा उनके पिता का नाम सीताराम तिवारी जो उतर प्रदेश के उन्नाव ज़िले के एक छोटे से गाव बदर में रहते थे।Chandra Shekhar Azad ने कासी में संकृत की शिक्षा प्राप्त की। चंद्रशेखर आजाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महान नेता थे। उन्होंने भारत की आजादी के लिए बहुत संघर्ष किया था। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के महत्वपूर्ण नेताओं में से एक थे। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ब्रिटिश सरकार के खिलाफ अहिंसा के माध्यम से संघर्ष किया था और इसके लिए उन्हें “आजाद” के नाम से जाना ...

Independence Day 2023

हमारा देश भारत की Independence Day की 75वीं वर्षगाठ मानने वाला है। 75 साल पहले हमें आजादी उन देशभक्तों के कारण मिली जिन्होंने अपनी तमाम सुख-सुविधाएँ, अपना कैरियर, अपना परिवार, यहां तक कि अपनी जान भी देश के नाम कर दी। हमें आजादी दिलाने वाले लोग ऐसे लोग थे। जिनके अंदर देश भक्ति कूट-कूट कर भरी हुई थी। उन्हें देश के अलावा कुछ और दिखाई नहीं देता था। आईए हम उन वीर महापुरूषों के बारे में आपको Independence Day 2023- स्वतंत्रता संग्राम के 7 महानायक देश को स्वतंत्रता दिलाने में अनगिनत लोग शहीद हुए और जेल गए मगर हम आपके लिए स्वतंत्रता संग्राम के 7 महानायक की कहानी लेकर आये हैं। आइए इनको पढ़ते हैं और अपने बच्चों को इनके बारे में बताते हैं ताकि वो भी इनकी तरह देश के प्रति समर्पित हो सकें। शहीद भगत सिंह की कहानी दुनिया भर में जब भी अपने देश के लिए जान कुर्बान करने वाले नौजवानों की बात आती है तो सबसे पहला नाम शहीद भगत सिंह का लिया जाता है। केवल 23 वर्ष के उम्र में, जिस समय हमारे देश के बच्चे काॅलेज की पढ़ाई पूरी कर रहे होते हैं। उस उम्र में उन्होंने अपने विचारों और अपनी देश भक्ति के दम से अंग्रेज सरकार की जड़े हिलाकर रख दी थी। भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में नौजवान शहीद भगत सिंह के जीवन से प्रेरणा लेते है और उन्हें अपना आदर्श मानते हैं। भगत सिंह के अंदर देश भक्ति का भाव बचपन से ही था। एक बार की बात है। भगत सिंह के चाचा घर में एक बंदूक लेकर आए। उन्होंने अपने चाचा से पूछा कि इससे क्या होता हैं? भगत सिंह के चाचा ने उनसे कहा कि वे इससे अंग्रेजी हुकूमत को इससे लड़ के अपने देश से भगा देगें। कुछ दिनों बाद जब भगत सिंह के चाचा जब खेत में काम करने गए तो भगत सिंह भी उनके साथ खेत में गए। चाचा खेत क...