चैत्र नवरात्र

  1. Chaitra Navratri 2020: Navratri Date, Time, Significance, Shubh Muhurat, Puja Vidhi, Kalash Sthapna
  2. चैत्र नवरात्री आणि दसऱ्यातील शारदीय नवरात्रीमध्ये काय असतो फरक?
  3. Gupt Navratri 2023:June 19 Gupt Navratri begins worship of ten Mahavidyas is fruitful
  4. नवरात्र क्यों मनाया जाता है, जानिए धार्मिक और वैज्ञानिक कारण है।
  5. Happy Chaitra Navratri 2023 Wishes & Quotes In Hindi: चैत्र नवरात्रि के मौके पर अपनों को भेजें ये शुभकामनाएं और बधाई संदेश
  6. चैत्र नवरात्रि कब है? जानिए शुभ तिथि और 9 दिन की उपासना विधि
  7. चैत्र नवरात्रि 2023


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Chaitra Navratri 2020: Navratri Date, Time, Significance, Shubh Muhurat, Puja Vidhi, Kalash Sthapna

नई दिल्ली: चैत्र नवरात्र शुरू हो गए हैं. नवरात्रि (Navratri) यानी कि नौ रातें. चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri) हिन्‍दुओं के प्रमुख त्‍योहारों में से एक हैं. चैत्र नवरात्र के के साथ ही हिन्‍दू नव वर्ष की शुरुआत होती है . नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के सभी नौ रूपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि के नौ दिनों को बेहद पवित्र माना जाता है. इस दौरान लोग देवी के नौ रूपों की आराधना कर उनसे आशीर्वाद मांगते हैं. मान्‍यता है कि इन नौ दिनों में जो भी सच्‍चे मन से मां दुर्गा की पूजा करता है उसकी सभी इच्‍छाएं पूर्ण होती हैं. है. हिन्‍दू कैलेंडर के अनुसार हर साल चैत्र (Chaitra) महीने के पहले दिन से ही नव वर्ष की शुरुआत हो जाती है. साथ ही इसी दिन से चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2020) भी शुरू हो जाती हैं. इसे महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा (Marathi New Year) के तौर पर भी जाना जाता है. कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में इस पर्व को उगादि (Ugadi) के रूप में मनाया जाता है. आपको बता दें कि साल में मुख्य रूप से दो नवरात्र आती हैं जिसमें से चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र होती हैं. चैत्र नवरात्र से हिन्‍दू नव वर्ष शुरू होता है, जबकि शारदीय नवरात्र बुराई पर अच्‍छाई की जीत का प्रतीक है. इसे महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा (Marathi New Year) के तौर पर भी जाना जाता है. कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में इस पर्व को उगादि (Ugadi) के रूप में मनाया जाता है. यह भी पढ़ें • शिल्पा शेट्टी ने दुर्गा अष्टमी पर धोए कन्याओं के पैर, फिर आरती उतार कराया भोज, देखें Video • CM योगी आदित्यनाथ ने दुर्गा अष्टमी के मौके पर गोरखपुर में कुछ इस तरह की पूजा - देखें Video • Durga Ashtmi 2020: देखिए, अष्टमी के दिन देश के मंदिरों और दुर्गा पंडालो...

चैत्र नवरात्री आणि दसऱ्यातील शारदीय नवरात्रीमध्ये काय असतो फरक?

चैत्र नवरात्रीला हिंदू नववर्ष असेही म्हणतात, कारण ते चैत्रात गुढीपाढव्याला सुरू होते. दुसरी नवरात्र अश्विन महिन्यात येते, याला शारदीय नवरात्री असेही म्हणतात. पौष आणि आषाढ महिन्यातही नवरात्रोत्सव येतो, त्याला गुप्त नवरात्री... • • Last Updated : March 15, 2023, 14:58 IST • Mumbai, India • • • • • • • मुंबई, 15 मार्च : वर्षातून दोन नवरात्री साजरी होतात, हे आपणा सर्वांना माहीत आहे. एक वर्षाची सुरुवात म्हणजे चैत्र महिन्यात ज्याला चैत्र नवरात्री आणि दुसरीला शारदीय नवरात्री म्हणतात. बंगालमध्ये ती दुर्गा पूजा म्हणून विशेष ओळखली जाते. चैत्र नवरात्रीला हिंदू नववर्ष असेही म्हणतात, कारण ते याच वेळी गुढीपाढव्याला सुरू होते. दुसरी नवरात्र अश्विन महिन्यात येते, याला शारदीय नवरात्री असेही म्हणतात. पौष आणि आषाढ महिन्यातही नवरात्रोत्सव येतो, त्याला गुप्त नवरात्री म्हणतात, पण त्या नवरात्रीत तंत्र साधना केली जाते. केवळ चैत्र आणि शारदीय नवरात्र ही गृहस्थ आणि कौटुंबिक जीवन जगणाऱ्यांसाठी शुभ मानली जाते. दोन्हींमध्ये देवीच्या नऊ रूपांची पूजा केली जाते. दोन्ही नवरात्रीच्या उपासनेची पद्धत जवळपास सारखीच आहे, पण दोन्हींचे व्रत पाळण्यात फरक आहे आणि दोन्हींचेही महत्त्व वेगळे आहे. अश्विन शुक्ल पक्षाच्या प्रतिपदा तिथीला संपूर्ण भारतभर दुर्गापूजा साजरी केली जाते. उत्तर आणि पश्चिम भारतात हा सण खूप चांगला साजरा केला जातो. ही नवरात्री मातृशक्तीच्या नऊ रूपांना समर्पित आहे - दुर्गा, भद्रकाली, जगदंबा, अन्नपूर्णा, सर्वमंगला, भैरवी, चंडिका, कलिता, भवानी, मूकांबिका. असे मानले जाते की, नऊ दिवसांच्या दीर्घ युद्धानंतर महिषासुर राक्षसाचा देवी दुर्गेने वध केला होता आणि त्या शुभ मुहूर्तावर हा दिवस साजरा केला जातो. शार...

Gupt Navratri 2023:June 19 Gupt Navratri begins worship of ten Mahavidyas is fruitful

Gupt Navratri 2023: 19 जून से हो रहे हैं।‘गुप्त’ नवरात्र आरंभ , शीघ्र फलदायी है दस महाविद्याओं की उपासना 19 जून से ‘गुप्त’ नवरात्र आरंभ हो रहे हैं। साल में चार नवरात्र आते हैं। माघ, चैत्र, आषाढ़ और अश्विन। इनमें से माघ और आषाढ़ में आने वाले नवरात्र को गुप्त नवरात्र कहते हैं। गुप्त नवरात्र में दस महाविद्य 19 जून से ‘गुप्त’ नवरात्र आरंभ हो रहे हैं। साल में चार नवरात्र आते हैं। माघ, चैत्र, आषाढ़ और अश्विन। इनमें से माघ और आषाढ़ में आने वाले नवरात्र को गुप्त नवरात्र कहते हैं। गुप्त नवरात्र में दस महाविद्याओं की पूजा का विधान है। ये दस महाविद्याएं—मां काली, तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी हैं। गुप्त नवरात्रों में साधक और तांत्रिकों का देवी की अराधना करना अधिक प्रचलित है। लेकिन बहुत से गृहस्थ भी गुप्त नवरात्रों में देवी की उपासना करते हैं। त्रेता युग में ये बहुत धूमधाम से मनाए जाते थे। मां कालीपहले दिन दस महाविद्याओं में प्रथम मां काली की पूजा होती है। इनकी साधना से विरोधियों पर विजय प्राप्ति होती है। मां ताराऐसी मान्यता है कि सबसे पहले महर्षि वसिष्ठ ने इनकी उपासना की थी। इन्हें तांत्रिकों की देवी माना गया है। इनकी उपासना से आर्थिक उन्नति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। मां त्रिपुर सुंदरीइन्हें ललिता या राज राजेश्वरी भी कहा जाता है। इनकी पूजा से धन, ऐश्वर्य, भोग और मोक्ष की प्राप्ति होती है। मां भुवनेश्वरीइनकी साधना से संतान सुख की प्राप्ति होती है। मां छिन्नमस्ताइनकी साधना से सभी चिंताएं दूर होती हैं और समस्त कामनाएं पूरी होती हैं। मां त्रिपुर भैरवीइनकी उपासना से जीवन सभी बंधनों से मुक्त हो जाता है। मां धूमावतीइन...

नवरात्र क्यों मनाया जाता है, जानिए धार्मिक और वैज्ञानिक कारण है।

नवरात्र क्यों मनाया जाता है, जानिए धार्मिक और वैज्ञानिक कारण है। चैत्र नवरात्री क्या है? नवरात्री एक वर्ष में चार बार मनाये जाते हैं| इस समय शक्ति के नव रूपों की उपासना की जाती है क्योंकि ‘रात्रि’ शब्द सिद्धि का प्रतीक माना जाता है। भारत के प्राचीन ऋषि-मुनियों ने रात्रि को दिन की अपेक्षा अधिक महत्व दिया है। यही कारण है कि दीपावली, होलिका, शिवरात्रि और नवरात्र आदि उत्सवों को रात में ही मनाने की परंपरा है| वसंत नवरात्रि, आषाढ़ नवरात्रि, शरद नवरात्रि और महा नवरात्रि। इन चार नवरात्रों में से, दो सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण हैं। उनमें एक है चैत्र नवरात्री| इसे वसंत नवरात्री भी कहते हैं| वसंत नवरात्री या चैत्र नवरात्री चैत्र माह में मनाया जाता है| मौसम परिवर्तन के समय संधि के दौरान यह मनाया जाता है| अंगेजी मार्च- अप्रैल महीने में यह मनाया जाता है चैत्र नवरात्रि हिंदुओं का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है। इस समय के दौरान भक्त लोगों ने ब्रह्मांडीय शक्तियों की देवी माँ दुर्गा, की पूजा करते हैं, ताकि उनकी दिव्य श्रद्धा द्वारा आशीर्वाद प्राप्त किया जा सके। ऐसा माना जाता है कि देवी को भकती श्रद्धा से पूजन करने कसे वे अनेक प्रकार के वरदान प्राप्त करेंगे। चैत्र नवरात्री मनाने का वैज्ञानिक कारण नवरात्रि हमारे देश के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। नवरात्रि में 9 बहुत शुभ रात्रिएं मनाई जाती हैं, जो देवी मां की पूजा के लिए समर्पित हैं। ऐसे नवरात्र सभी मौसमों में मनाए जाते हैं और वसंत नवरात्रि वसंत ऋतु में मनाई जाने वाली नवरात्रि में से एक है। शीतला देवी वसंत देवी हैं, जिन्हें वसंत नवरात्रि के दौरान पहना जाता है। वह शक्तिशाली देवी दुर्गा का एक पहलू है और यह माना जाता है कि उनकी पूजा के द...

Happy Chaitra Navratri 2023 Wishes & Quotes In Hindi: चैत्र नवरात्रि के मौके पर अपनों को भेजें ये शुभकामनाएं और बधाई संदेश

Chaitra Navratri Wishes & Quotes in Hindi: हिंदू धर्म में सभी पर्व और त्यौहार का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि सभी पर्व एक-दूसरे से अलग होते हैं और उनका महत्व भी कई मनाये में विशेष होता है। इन्हीं में से एक है चैत्र नवरात्रि का त्यौहार। इस साल 22 मार्च को देश भर में चैत्र नवरात्रि मनाया जाएगा और समापन 30 मार्च को होगा। चैत्र नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं! 2. जगत पालनहार है मां मुक्ति का धाम है मां, हमारी भक्ति का आधार है मां सबकी रक्षा की अवतार है मां, हैप्पी चैत्र नवरात्रि ! 3. जिंदगी की हर तमन्ना हो पूरी कोई भी आरजू ना रहे अधूरी करते हैं हाथ जोड़कर मां दुर्गा से बिनती कि आपकी हर मनोकामना हो पूरी चैत्र नवरात्रि की शुभकामनाएं ! इसे भी पढ़ें: Chaitra Navratri 2023: नवरात्रि पर बन रहा है विशेष योग, राशियों पर हो सकते हैं ये शुभ प्रभाव चैत्र नवरात्रि कोट्स (Chaitra Navratri Quotes in Hindi) 4. लक्ष्मी का हाथ हो सरस्वती का साथ हो, गणेश का निवास हो और मां दुर्गा के आशीर्वाद से आपके जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो! चैत्र नवरात्रि की शुभकामनाएं ! 5. लाल रंग से सज़ा मां का दरवार, हर्षित हुआ मन, पुलकित हुआ संसार, अपने पावन कदमों से मां आए आपके द्वार, मुबारक हो आपको चैत्र नवरात्रि का त्यौहार ! 6. ओम सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोस्तुते चैत्र नवरात्र की शुभकामनाएं ! इसे भी पढ़ें: Chaitra Navratri 2023: चैत्र नवरात्रि से जुड़ी रोचक कथा के बारे में जानें 9. जगत पालनहार है मां मुक्ति का धाम है मां हमारी भक्ति का आधार है मां सबकी रक्षा की अवतार है मां। हैप्पी चैत्र नवरात्रि ! चैत्र नवरात्रि स्टेटस (Chaitra Navratri Whatsapp Status in Hindi) 10. ...

चैत्र नवरात्रि कब है? जानिए शुभ तिथि और 9 दिन की उपासना विधि

Chaitra navratri kab hai 2022 mein: वर्ष में चार नवरात्रियां होती हैं। चैत्र माह में, आषाढ़ माह में, आश्‍विन माह में और माघ माह में। चैत्र माह की नवरात्रि को बड़ी नवरात्रि और आश्विन माह की नवरात्रि को छोटी नवरात्र कहते हैं। आश्विन नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि भी कहते हैं। बाकी दो नवरात्रियों को गुप्त नवरात्रि कहते हैं। आओ जानते हैं कि चैत्र नवरात्रि कब है, शुभ तिथि और 9 दिन की उपासना विधि। Halharini amavasya 2023 : आषाढ़ माह की अमावस्या को हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। किसानों के लिए यह शुभ दिन है। यह दिन किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि आषाढ़ में पड़ने वाली इस अमावस्या के समय तक वर्षा ऋतु का आरंभ हो जाता है और धरती भी नम पड़ जाती है। फसल की बुआई के लिए यह समय उत्तम होता है। इसे आषाढ़ी अमावस्या भी कहा जाता है। Vidur Niti : भारत में कई महान नीतिज्ञ हुए। जैसे भीष्म, विदुर, मनु, चर्वाक, शुक्राचार्य, बृहस्पति, परशुराम, गर्ग, चाणक्य, भर्तृहरि, हर्षवर्धन, बाणभट्ट आदि अनेकों नीतिज्ञ हुए हैं। इन्हें में एक थे महात्मा विदुर। विदुर धृतराष्ट्र के सौतेले भाई थे जो एक दासी के पुत्र थे। आओ जानते हैं कि विदुरजी ने कौनसी 5 ऐसी आदतों का जिक्र किया है जिसके चलते जीवन अंधकार में हो जाता है। Amarnaath Yatra: इस साल की अमरनाथ यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर की ऑनलाइन बुकिंग सेवा शुरू हो गई है। यह सेवा श्रीनगर, बालटाल और पहलगाम से मिलेगी। इस सेवा के शुरू होने से बुजुर्ग लोगों को विशेष तौर पर राहत मिलेगी। इसके अलावा जिनके पास समय कम है, वे भी इसका लाभ उठा सकते हैं। हालांकि इस बार देरी से ऑनलाइन हेलीकॉप्टर बुकिंग सेवा शुरू हो रही है। Astrology : पंचांग में तिथि, नक्षत्र, योग, करण और वार ये पांच ...

चैत्र नवरात्रि 2023

हिन्दू धर्म में नवरात्रि का पर्व काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। एक वर्ष में कुल चार बार नवरात्रि का पर्व आता है परन्तु इनमें से माघ और आषाढ़ नवरात्रि गुप्त नवरात्रि होती है। इनके अलावा चैत्र तथा आश्विन नवरात्रि वह दो नवरात्रि हैं, जिनका हिंदू धर्म में सबसे अधिक महत्व है। चैत्र नवरात्रि के वसंत ऋतु में मनाये जाने के कारण इसे ‘वासंती नवरात्र’ भी कहते हैं। इसके साथ ही इस पर्व का विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि चैत्र नवरात्रि के पहले दिन से हिंदू नववर्ष की शुरुआत भी होती है। चैत्र नवरात्रि 2023 – (Chaitra Navratri 2023) वर्ष 2023 में चैत्र नवरात्रि 22 मार्च, बुधवार से शुरु होकर 31 मार्च, शुक्रवार को समाप्त होगा। चैत्र नवरात्रि क्यों मनाया जाता है?(Why Do we Celebrate Chaitra Navratri?) एक वर्ष दो प्रमुख नवरात्रियां मनायी जाती है, शारदीय नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि। नवरात्रि के इस पर्व को पूरे भारत भर में बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। इस दिन को लेकर कई सारी मान्यताएं प्रचलित है। एक प्रमुख मान्यता के अनुसार चैत्र नवरात्रि के पहले दिन ही माँ दुर्गा का जन्म हुआ था और उनके कहने पर ही भगवान ब्रम्हा ने संसार की रचना की थी। यहीं कारण है कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा यानि चैत्र नवरात्रि के पहले दिन हिंदू नववर्ष भी मनाया जाता है। इसके अलावा पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान श्रीराम का जन्म भी चैत्र नवरात्रि में ही हुआ था। माँ दुर्गा को आदि शक्ति के नाम से भी जाना जाता है और हिंदू धर्म में उन्हें सबसे प्राचीन दैवीय शक्ति का दर्जा प्राप्त है, क्योंकि माँ दुर्गा का जन्म बुराई का नाश करने के लिए हुआ था। इसलिए चैत्र माह में उनकी पूजा-अर्चना करने के कारण हमारे अंदर सक...