चैत्र पूर्णिमा कब है 2023

  1. चैत्र पूर्णिमा 2023 व्रत दिनांक व मुहूर्त New Delhi, India
  2. चैत्र पूर्णिमा 2023 कब है Chaitra Purnima 2023 Date Time
  3. Chaitra Purnima 2023: कब है चैत्र पूर्णिमा? अप्रैल 5 या 6, यहां जानिए सही तारीख और मुहूर्त
  4. Chaitra Purnima 2023 Date And Time Vrat Vidhi Shubh Muhurt Significance
  5. chaitra Purnima 2023
  6. Chaitra Purnima 2023: कब मनाई जाएगी चैत्र पूर्णिमा 5 या 6 ? जानें शुभ मुहूर्त व पूजा विधि
  7. Chaitra Purnima 2023 Exact Date 5 Or 6 April Purnima Vrat Puja Muhurat Hanuman Jayanti


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चैत्र पूर्णिमा 2023 व्रत दिनांक व मुहूर्त New Delhi, India

चैत्र मास में आने वाली पूर्णिमा को चैत्र पूर्णिमा कहा जाता है। चैत्र पूर्णिमा को चैती पूनम के नाम से भी जाना जाता है। चूंकि चैत्र मास हिन्दू वर्ष का प्रथम मास होता है इसलिए चैत्र पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान सत्य नारायण की पूजा कर उनकी कृपा पाने के लिये भी पूर्णिमा का उपवास रखते हैं। वहीं रात्रि के समय चंद्रमा की पूजा की जाती है। उत्तर भारत में चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाती है। चैत्र पूर्णिमा पर नदी, तीर्थ, सरोवर और पवित्र जलकुंड में स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। चैत्र पूर्णिमा व्रत और पूजा विधि चैत्र पूर्णिमा पर स्नान, दान, हवन, व्रत और जप किये जाते हैं। इस दिन भगवान सत्य नारायण का पूजन करें और गरीब व्यक्तियों को दान देना चाहिए। चैत्र पूर्णिमा व्रत की पूजा विधि इस प्रकार है- 1.चैत्र पूर्णिमा के दिन प्रातः काल सूर्योदय से पूर्व किसी पवित्र नदी, जलाशय, कुआं या बावड़ी में स्नान करना चाहिए। स्नान के बाद सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए। 2.स्नान के पश्चात व्रत का संकल्प लेकर भगवान सत्य नारायण की पूजा करनी चाहिए। 3.रात्रि में विधि पूर्वक चंद्र देव का पूजन करने के बाद उन्हें जल अर्पण करना चाहिए। 4.पूजन के बाद व्रती को कच्चे अन्न से भरा हुआ घड़ा किसी ज़रुरतमंद व्यक्ति को दान करना चाहिए। चैत्र पूर्णिमा का महत्व चैत्र पूर्णिमा को चैती पूनम भी कहा जाता है। इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने ब्रज में रास उत्सव रचाया था, जिसे महारास के नाम से जाना जाता है। इस महारास में हजारों गोपियों ने भाग लिया था और प्रत्येक गोपी के साथ भगवान श्रीकृष्ण रातभर नाचे थे। उन्होंने यह कार्य अपनी योगमाया के द्वारा किया था। हनुमान जयंती...

चैत्र पूर्णिमा 2023 कब है Chaitra Purnima 2023 Date Time

चैत्र पूर्णिमा 2023 पूजा विधि Chaitra Purnima Puja Vidhi Chaitra Purnima 2023 Date Time पंचांग के अनुसार हर माह का अंतिम दिन पूर्णिमा होता है पूर्णिमा के बाद ही नए माह की शुरुआत होती है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र हिंदी साल का पहला महीना होता है और चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाती है शास्त्रों में यह पूर्णिमा बहुत खास मानी जाती है. चैत्र पूर्णिमा को चैती पूनम या चैत्र पूर्णमासी के नाम से भी जाना जाता है। इस तिथि के स्वामी चंद्रदेव है इस दिन स्नान, दान, व्रत और चंद्रदेव की पूजा बेहद लाभकारी होती है. आइये जानते है साल 2023 चैत्र पूर्णिमा व्रत तिथि, पूजा मुहूर्त, पूजा विधि, और इस दिन किये जाने वाले उपाय क्या है| चैत्र पूर्णिमा शुभ मुहूर्त 2023 Chaitra Purnima 2023 Shubh Muhurat • साल 2023 में चैत्र पूर्णिमा का व्रत 5 अप्रैल बुधवार के दिन रखा जायेगा| • पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ होगी – 5 अप्रैल प्रातःकाल 09:19 मिनट पर| • पूर्णिमा तिथि समाप्त होगी – 6 अप्रैल प्रातःकाल 10:04 मिनट पर| • स्नान दान की पूर्णिमा 6 अप्रैल गुरुवार के दिन है| • हनुमान जन्मोत्सव मनाया जायेगा – 6 अप्रैल 2023| • चंद्रोदय का समय होगा – 6:01 मिनट| चैत्र पूर्णिमा पूजा विधि Chaitra Purnima puja vidhi पूर्णिमा तिथि पर माँ लक्ष्मी, भगवान विष्णु पूजन और रात्रि में चंद्रदेव की पूजा का विधान है. दिनभर व्रत उपवास कर रात्रि में चंद्रमा की पूजा और अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारणा किया जाता है। पूर्णिमा के दिन सुबह उठकर किसी पवित्र नदी या सरोवर में स्नान कर सूर्य देवता को जल का अर्घ्य दें। यदि नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं तो घर पर ही गंगाजल मिले जल से स्नान करे. भगवान सत्य नारायण जी और मा लक्ष्मी की पूज...

Chaitra Purnima 2023: कब है चैत्र पूर्णिमा? अप्रैल 5 या 6, यहां जानिए सही तारीख और मुहूर्त

Chaitra Purnima 2023: कब है चैत्र पूर्णिमा? अप्रैल 5 या 6, यहां जानिए सही तारीख और मुहूर्त Chaitra Purnima 2023: कब है चैत्र पूर्णिमा? अप्रैल 5 या 6, यहां जानिए सही तारीख और मुहूर्त By April 1, 2023 04:39 PM 2023-04-01T16:39:40+5:30 2023-04-01T16:41:57+5:30 श्रद्धालु इस दिन व्रत रखते हैं और ऐसा माना जाता है कि इस दिन उपवास रखने से आप पर भगवान की कृपा होती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ती होती है। चैत्र पूर्णिमा 2023 तिथि और शुभ मुहूर्त द्रिक पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा 6 मार्च, गुरुवार को मनाया जाएगा। पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ: 05 अप्रैल, 2023 को सुबह 09:19 बजे से होगा पूर्णिमा तिथि का समापन: 06 अप्रैल, 2023 को सुबह 10:04 बजे होगा। चैत्र पूर्णिमा का महत्व हिंदू धर्म में चैत्र पूर्णिमा का बहुत खास महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा नव वर्ष की शुरुआत के बाद की पहली पूर्णिमा है। इस दिन कई जगहों पर लोग हनुमान जयंती भी मनाते हैं। हिंदू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक, जो लोग चैत्र पूर्णिमा का व्रत रखते हैं और चैत्र पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है। इसके साथ ही अगर भगवान की सच्चे मन से पूजा कि जाए तो आपके सारे दुख कट जाते हैं और आपकी हर मनोकामना पूरी हो जाती है। इस दिन भक्तों को प्रात: काल उठकर स्नान करके और साफ कपड़े पहनकर भगवान की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए। वहीं, कई लोग इस दिन पूरे दिन का उपवास भी करते हैं और दिन भर भगवान की भक्ति में डूबे रहते हैं। (Disclaimer: यहां लिखे गए आर्टिकल में मौजूद जानकारियों की लोकमत हिंदी पुष्टि नहीं करता है। कृपया किसी भी मान्यता को मानने से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। ) Web Title: Chaitra P...

Chaitra Purnima 2023 Date And Time Vrat Vidhi Shubh Muhurt Significance

Chaitra Purnima 2023 Date: जो पूर्णिमा चैत्र मास में आती है उसे चैत्र पूर्णिमा कहा जाता है. चैत्र पूर्णिमा को चैती पूनम के नाम से भी जाना जाता है. चैत्र मास हिन्दू वर्ष का पहला महीना होता है. इसलिए इस दिन चैत्र पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है. इस दिन भगवान सत्य नारायण की पूजा की जाती है और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए पूर्णिमा का व्रत भी रखा जाता है. इस दिन विधि पूर्वक विष्णु भगवान की पूजा की जाती है. पूर्णिमा की रात में चंद्रमा की पूजा की जाती है. उत्तर भारत में चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती भी मनाई जाती है.चैत्र पूर्णिमा के दिन नदी, तीर्थ, सरोवर या फिर पवित्र जलकुंड में स्नान और दान करने की परंपरा है. चैत्र पूर्णिमा के दिन स्नान-दान से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है. चैत्र पूर्णिमा कब है? पंचांग के अनुसार इस साल चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि 5 अप्रैल को सुबह 09 बजकर 19 मिनट पर शुरू होकर 6 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 04 मिनट पर समाप्त होगी. चैत्र पूर्णिमा का व्रत 5 अप्रैल रखा जाएगा लेकिन उदयातिथि के अनुसार पूर्णिमा स्नान 6 अप्रैल 2023 को होगा. चैत्र पूर्णिमा की पूजन विधि चैत्र पूर्णिमा के दिन प्रातः काल सूर्योदय से पूर्व उठकर किसी पवित्र नदी में स्नान करें. अगर ये संभव ना हो तो नहाते समय पानी में गंगाजल की कुछ बूंदे मिला दें. स्नान के बाद सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य दें. इसके बाद व्रत का संकल्प लेकर भगवान सत्य नारायण की पूजा करनी चाहिए. रात में विधि पूर्वक चंद्र देव की पूजा करें और उन्हें जल अर्पण करें. पूजन के बाद कच्चे अन्न से भरा हुआ एक घड़ा किसी जरुरतमंद व्यक्ति को दान करें. चैत्र पूर्णिमा का महत्व पौराणिक मान्यताओं के अनुसार चैत्र पूर्णिमा ...

chaitra Purnima 2023

सन 2023 में चैत्र पूर्णिमा का प्रारंभ 5 अप्रैल 2023 से होगा और तिथि का समापन 6 अप्रैल 2030 को होगा। अतः जो लोग व्रत रखने वाले हैं उन्हें 5 अप्रैल 2023 को व्रत रखना चाहिए जबकि स्नान एवं दान दिनांक 6 अप्रैल 2023 को किया जाएगा। आइए जानते हैं इस दिन किस प्रकार के उपाय करने से मनोकामना पूर्ति होती है और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।

Chaitra Purnima 2023: कब मनाई जाएगी चैत्र पूर्णिमा 5 या 6 ? जानें शुभ मुहूर्त व पूजा विधि

Chaitra Purnima 2023 Date: हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व माना जाता है. चैत्र मास में आने वाली पूर्णिमा तिथि को चैत्र पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा और भगवान सत्यनारायण की पूजा की जाती है. साथ ही इस दिन हनुमान जयंती का पर्व भी मनाया जाता है. कुछ लोगों को पूर्णिमा की डेट को लेकर कन्फ्यूजन है, उदयातिथि के आधार पर 06 अप्रैल गुरुवार के दिन चैत्र पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा. इसके साथ ही कुछ जगहों पर इस दिन हनुमान जयंती मनाई जाएगी.आइए जानते हैं कब है चैत्र पूर्णिमा, शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि. क्या है चैत्र पूर्णिमा 2023 महत्व (Chaitra Purnima 2023 Significance) चैत्र पूर्णिमा का काफी महत्व है. चैत्र पूर्णिमा के दिन व्रत और स्नान दान करने से काफी फल मिलता है. इस दिन सत्यनारायण भगवान की पूजा का विशेष महत्व होता है. चैत्र माह की पूर्णिमा को ही राम जी के परम भक्त हनुमान जी का जन्म हुआ था. चैत्र पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ- 5 मार्च सुबह 9 बजकर 19 मिनट चैत्र पूर्णिमा तिथि का समापन- 6 अप्रैल सुबह 10 बजकर 4 मिनट चैत्र पूर्णिमा 2023 स्नान दान (Chaitra Purnima 2023 Snan dan) चैत्र पूर्णिमा के दिन स्नान दान का काफी महत्व है. 6 अप्रैल 2023 को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना शुभ है. चैत्र पूर्णिमा के उपाय (Chaitra Purnima 2023 Upay) माता लक्ष्मी को खीर अत्याधिक पसंद है,चैत्र पूर्णिमा के दिन उन्हें खीर या सफेद मिठाई का भोग लगाने से उनकी कृपा प्राप्त होती है. इसके साथ ही जीवन की सभी परेशानियां भी दूर होती हैं. शास्त्रों के अनुसार, पूर्णिमा के दिन सुबह पीपल को जल अर्पित करने और शाम को दीपक जलाने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. चैत्र पूर्णिमा पूजन ...

Chaitra Purnima 2023 Exact Date 5 Or 6 April Purnima Vrat Puja Muhurat Hanuman Jayanti

Chaitra Purnima 2023 Date and Time: हिंदू कैलेंडर के अनुसार पूर्णिमा तिथि किसी भी माह का आखिरी दिन होता है. अभी चैत्र महीना चल रहा है. चैत्र की पूर्णिमा के बाद वैशाख महीने की शुरुआत हो जाएगी. चैत्र पूर्णिमा हिंदू नववर्ष की पहली पूर्णिमा मानी जाती है. इस दिन स्नान-दान, भगवान सत्यनारायण की पूजा के साथ हनुमान जयंती का त्योहार भी मनाया जाता है. मान्यता है कि पूर्णिमा का व्रत रखने वालों पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है. इस साल चैत्र पूर्णिमा व्रत की डेट को लेकर लोगों में कंफ्यूजन बना हुआ है. आइए जानते हैं इस साल चैत्र पूर्णिमा की सही डेट, पूजा का मुहूर्त और इस दिन के उपाय. चैत्र पूर्णिमा 5 या 6 अप्रैल 2023 कब? (when is Chaitra purnima 5 or 6 april 2023) पंचांग के अनुसार इस साल चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 5 अप्रैल 2023 को सुबह 09 बजकर 19 मिनट पर हो रही है. अगले दिन 6 अप्रैल 2023 को सुबह 10 बजकर 04 मिनट पर समाप्त होगी. चैत्र पूर्णिमा तिथि का अधिकतर समय 5 अप्रैल 2023, बुधवार को होने से इसी दिन व्रत रखना उत्तम रहेगा. चूंकी पूर्णिमा पर चंद्रमा की पूजा का खास महत्व है इसलिए इसी दिन चांद को अर्घ्य भी दिया जाएगा. वहीं उदयातिथि के अनुसार 6 अप्रैल 2023 को पूर्णिमा का स्नान-दान किया जाएगा. इसी दिन हनुमान जयंती भी है. • सत्यनारायण की पूजा का समय - सुबह 10.50 - दोपहर 12.24 (5 अप्रैल 2023) • चंद्रोदय समय - शाम 06.01 • मां लक्ष्मी की पूजा का समय - प्रात: 12.01 - प्रात: 12.46 (6 अप्रैल 2023) चैत्र पूर्णिमा पर जरुर करें ये 3 काम (Chaitra Purnima Puja vidhi) • चैत्र पूर्णिमा व्रत वाले दिन सुबह शुभ मुहूर्त में भगवान सत्यनारायण का पूजन और कथा करें. मान्यता है इससे घर में समृद्धि आती है और ...