धरती का विनाश कब होगा

  1. धरती का विनाश कब होगा कौन सी सन में होगा? » Dharti Ka Vinash Kab Hoga Kaun Si San Mein Hoga
  2. इन 3 तरीकों से होगा धरती का विनाश! तबाही आने से पहले दिखेंगे ऐसे संकेत, नहीं बचेगा एक भी इंसान
  3. दुनिया का खात्मा कैसे होगा? – ElegantAnswer.com
  4. धरती का क्रम विकास और विनाश का काल...
  5. धरती का विनाश कब और कैसे होगा? – ElegantAnswer.com
  6. ऐसे होगा धरती का विनाश, जानिए पुराणों की भविष्यवाणी
  7. nasa’s new venus probes to reveal how life on earth will end in via eerie doomsday mission


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धरती का विनाश कब होगा कौन सी सन में होगा? » Dharti Ka Vinash Kab Hoga Kaun Si San Mein Hoga

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपको पूछा गया प्रश्न है धरती का विनाश कब होगा कौन सी सन में होगा इसका उत्तर मैं आपको बताना चाहता हूं कि धरती का विनाश चार पांच छह सौ 3 इयर्स के बाद सब चीज सूरज में समा जाएगी धरती का विनाश हो जाएगा उसके बाद कुछ नहीं बचने वाला है जी हां सब तबाह हो जाएगा दुनिया में कोई नहीं बच पाएगा aapko poocha gaya prashna hai dharti ka vinash kab hoga kaun si san me hoga iska uttar main aapko batana chahta hoon ki dharti ka vinash char paanch cheh sau 3 years ke baad sab cheez suraj me sama jayegi dharti ka vinash ho jaega uske baad kuch nahi bachne vala hai ji haan sab tabah ho jaega duniya me koi nahi bach payega आपको पूछा गया प्रश्न है धरती का विनाश कब होगा कौन सी सन में होगा इसका उत्तर मैं आपको बताना

इन 3 तरीकों से होगा धरती का विनाश! तबाही आने से पहले दिखेंगे ऐसे संकेत, नहीं बचेगा एक भी इंसान

दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने कई बार दुनिया के अंत की भवष्यवाणियां की. इन भविष्यवाणियों के आधार पर कई खबरें बनी, लोगों ने मरने से पहले अपनी आखिरी ख्वाहिशें पूरी की. लेकिन जिस जिन धरती का विनाश होने की बात होती, उस दिन कुछ भी नहीं होता. कई कैलेंडर्स ने भी दुनिया के खत्म होने का ऐलान कर दिया था. लेकिन आज तक दुनिया ज्यों की त्यों ही चल रही है. अब एक्सपर्ट्स ने बताया है कि कौन से वो तीन तरीके हैं, जिनसे धरती का अंत सम्भव है? दुनिया का अंत यानी पृथ्वी से इंसानों का खात्मा. इसकी कई डेट्स आती रहती हैं. कभी किसी की खबर आती है तो कभी किसी अन्य प्रकार का प्रलय आने की बात कही जाती है. लेकिन अब एक्सपर्ट्स ने बता दिया है कई अगर दुनिया खत्म होगी, तो सिर्फ तीन कारणों से. आपको यकीन नहीं होगा कि इसमें से दो कारण खुद इंसान ने बनाए हैं. इंसानों की करतूत का होगा कि दुनिया से उसका खात्मा हो जाएगा. इन वजहों होगा विनाश इस दुनिया के खत्म होने के तीन कारण हो सकते हैं. पहला एलियंस, दूसरा रोबोट्स और तीसरा उल्कापिंड का टकराना. इन तीन कारणों में से आखिरी ही प्राकृतिक है. अगर स्पेस से कोई ऐसा टुकड़ा धरती से टकराया जो बेहद विशाल होगा और सीधे धरती से टकराएगा तो सीधे ले आएगा महाप्रलय. दुनिया से डायनासोर के अंत का भी यही एक कारण था. उस समय कई तरह के डायनासोर पृथ्वी पर रहा करते थे. लेकिन एक दिन धरती से एक उल्कापिंड टकरा गया, जिसके बाद उनका अंत हो गया. इंसानों के साथ भी ऐसा ही कुछ होगा. दो है इंसानों की करतूत उल्कापिंड के अलावा अगर धरती पर प्रलय आएगी तो वो इंसाओं के कारण. बताए गए तीन कारणों में से दो इंसानों ने ही बनाए हैं. दूसरे ग्रह पर रहने वाले एलियंस से इंसान लगातार सम्पर्क करने की कोशिश कर रहा है. ...

दुनिया का खात्मा कैसे होगा? – ElegantAnswer.com

दुनिया का खात्मा कैसे होगा? इसे सुनेंरोकें1704 में की भविष्‍यवाणी सर आइसैक न्‍यूटन ने अपने कई नोट्स और चिट्ठियों में दुनिया के खत्‍म होने का जिक्र किया था. उन्‍होंने स्‍पष्‍ट तौर पर कहा था कि अगर साल 2060 तक दुनिया बची रह गई तो ये विनाश की शुरुआत का साल होगा. न्यूटन ने दुनिया के खत्‍म होने का एक फार्मूला भी दिया था. न्यूटन ने ये भविष्‍यवाणी सन् 1704 में की थी. धरती का अंत किधर है? इसे सुनेंरोकेंइंटरनेशनल डेस्क. ये फोटोज धरती के सबसे साउदर्न प्वाइंट पर मौजूद तिएरा डेल फ्यूगो आइलैंड की हैं। ये आइलैंड चिली और अर्जेंटीना के बीच बंटा है। धरती के आखिरी छोर पर बसा ये आइलैंड दुनिया से बिल्कुल अलग-थलग पड़ा है। इसे सुनेंरोकेंमहाविनाश कब होगा जानिए : श्रीमदभागवत के अनुसार ऐसा माना जाता है कि दो कल्पों के बाद सृष्टि का अंत होता है। हर कल्प में एक अर्ध प्रलय होती है। दो कल्पों का अर्थ है कि दो हजार चर्तुयुग। इसी प्रकार दूसरा कल्प पूरा होने पर प्रलय आता है यानि सृष्टि का विनाश हो जाता है। पृथ्वी के लास्ट में क्या है? इसे सुनेंरोकेंधरती के आखरी छोर नही होता है पूरा दुनिया गोल है जहा किसी भी दिशा से रास्ता चालू करे तो आप पूरी दुनिया घूम जाओगे लेकिन छोर नही मिलेगा। सिर्फ धरती से निकलने के लिए आसमान के बाहर जाना पड़ता है । दुनिया का अंत कब होगा और कैसे होगा? पृथ्वी के घूमने की गति कितनी है? इसे सुनेंरोकेंहमारी पृथ्वी किस गति से घूमती है? हमारी पृथ्वी अपने अक्ष पर 1600 km/h की गति से घूमती है और सूर्य की परिक्रमा 108000 km/h की रफ्तार से करती है। दुनिया विनाश कब होगा? इसे सुनेंरोकेंकेवल धर्म ग्रंथों में ही नहीं, बल्कि कई देशों में वैज्ञानिकों ने भी प्रलय की अवधारणा को सही माना है। अमेरिका के...

धरती का क्रम विकास और विनाश का काल...

पुराण और वेद अनुसार धरती की उत्पत्ति, विकास और विनाश के बारे में स्पष्ट रूप से लिखा हुआ मिलता है। धरती सूर्य का एक अंश है। मंगल और चंद्र धरती का अंश है और उसी तरह अन्य ग्रह की स्थिति है। एक महातारा के विस्फोट से यह सभी जन्में हैं। धरती के जन्म के बाद जब धरती की आग ठंडी हुई तो वह करोड़ों वर्ष तक जल में डूबी रही। उस काल को पुराणों में गर्भकाल कहा गया।

धरती का विनाश कब और कैसे होगा? – ElegantAnswer.com

धरती का विनाश कब और कैसे होगा? इसे सुनेंरोकेंमहाविनाश कब होगा जानिए : श्रीमदभागवत के अनुसार ऐसा माना जाता है कि दो कल्पों के बाद सृष्टि का अंत होता है। हर कल्प में एक अर्ध प्रलय होती है। दो कल्पों का अर्थ है कि दो हजार चर्तुयुग। इसी प्रकार दूसरा कल्प पूरा होने पर प्रलय आता है यानि सृष्टि का विनाश हो जाता है। पृथ्वी का कब अंत होगा? क्या 2020 में प्रलय आएगा? इसे सुनेंरोकें– माया सभ्यता के कैलेंडर के मुताबिक साल 2021 में भारी प्रलय आएगा. हालांकि माया कैलेंडर में 21 दिसंबर 2012 के आगे की कोई तारीख नहीं थी, लेकिन इसके बाद साल 2012 और उसके बाद साल 2020 में प्रलय की भविष्वाणी की गई थी. अब 2021 में भी प्रलय की भविष्यवाणी की जा रही है क्या दुनिया का अंत हो जाएगा? इसे सुनेंरोकेंन्‍यूटन ने अपनी गणना के आधार पर कहा कि दुनिया 1260 साल में खत्म हो जाएगी. इसके बाद न्यूटन के मन में सवाल उठा कि ये 1,260 साल किस वर्ष से शुरू माने जाएं. इसके लिए उन्होंने वर्ष 800 को मानक बनाया. न्यूटन की गणना के आधार पर 800 में 1260 को जोड़ने पर साल 2060 आया और उन्‍होंने दुनिया के अंत का साल 2060 बताया कलयुग का अंत में क्या होगा? इसे सुनेंरोकेंकलियुग के पांच हजार साल बाद गंगा नदी सूख जाएगी और पुन: वैकुंठ धाम लौट जाएगी। जब कलियुग के दस हजार वर्ष हो जाएंगे, तब सभी देवी-देवता पृथ्वी छोड़कर अपने धाम लौट जाएंगे। इंसान पूजन-कर्म, व्रत-उपवास और सभी धार्मिक काम करना बंद कर देंगे। एक समय ऐसा आएगा कि जमीन से अन्न उपजना बंद हो जाएगा और पृथ्वी जलमगन हो जाएगी। सौरमंडल के कौन से ग्रह पर जीवन संभव है? इसे सुनेंरोकेंअंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों की टीम की ऐसी ही एक कोशिश ने ऐसा ग्रह खोज निकाला है जिस पर जीवन की काफी संभावनाएं ...

ऐसे होगा धरती का विनाश, जानिए पुराणों की भविष्यवाणी

हिन्दू शास्त्रों में मूल रूप से प्रलय के चार प्रकार बताए गए। पहला किसी भी धरती पर से जीवन का समाप्त हो जाना, दूसरा धरती का नष्ट होकर भस्म बन जाना, तीसरा सूर्य सहित ग्रह-नक्षत्रों का नष्ट होकर भस्मीभूत हो जाना और चौथा भस्म का ब्रह्म में लीन हो जाना अर्थात फिर भस्म भी नहीं रहे, पुन: शून्यावस्था में हो जाना। इस विनाश लीला को नित्य, आत्यन्तिक, नैमित्तिक और प्राकृत प्रलय में बांटा गया है। कलियुग के अंत में होगी प्रलय तब कैसा होगा माहौल : श्रीमद्भागवत के द्वादश स्कंध में कलयुग के धर्म के अंतर्गत श्रीशुकदेवती परीक्षितजी से कहते हैं, ज्यों ज्यों घोर कलयुग आता जाएगा, त्यों त्यों उत्तरोत्तर धर्म, सत्य, पवित्रता, क्षमा, दया, आयु, बल और स्मरणशक्ति का लोप होता जाएगा।... अर्थात लोगों की आयु भी कम होती जाएगी जब कलिकाल बढ़ता चला जाएगा।... कलयुग के अंत में...जिस समय कल्कि अवतार अव‍तरित होंगे उस समय मनुष्य की परम आयु केवल 20 या 30 वर्ष होगी। जिस समय कल्कि अवतार आएंगे। चारों वर्णों के लोग क्षुद्रों (बोने) के समान हो जाएंगे। गौएं भी बकरियों की तरह छोटी छोटी और कम दूध देने वाली हो जाएगी।...वर्षा नहीं हुआ करेगी...भयंकर तूफान चला करेंगे। कलियुग के अंत में भयंकर तूफान और भूकंप ही चला करेंगे। लोग मकानों में नहीं रहेंगे। लोग गड्डे खोदकर रहेंगे। धरती का तीन हाथ अंश अर्थात लगभग साढ़े चार फुट नीचे तक धरती का उपजाऊ अंश नष्ट हो जाएगा। भूकंप आया करेंगे।... कलियुग का अंत होते होते मनुष्यों का स्वभाव गधों जैसा हो जाएगा। लोग प्राय: गृहस्थी का भार ढोनेवाले और विषयी हो जाएंगे। ऐसी ‍स्थिति में धर्म की रक्षा करने के लिए सतगुण स्वीकार करके स्वयं भगवान अवतार ग्रहण करेंगे। महाविनाश कब होगा जानिए : श्रीमदभागवत के अ...

nasa’s new venus probes to reveal how life on earth will end in via eerie doomsday mission

नई दिल्ली: दुनियाभर में बढती प्राकृतिक आपदाओं, ग्लोबल वार्मिंग के कारण बढ़ा समुद्र जल का स्तर, कोरोना वायरस जैसे जैविक युद्ध और परमाणु युद्ध का खतरा आदि उस विनाश का संकेत देते हैं कि एक न एक दिन इस पृथ्वी यानी धरती का अंत होना है. अगर ऐसा हुआ तो आगे क्या होगा, क्या इंसानी नस्ल बच पाएगी. मानव अगर बच गए तो उनका गुजारा कैसे होगा. नासा का मिशन 'वीनस' द सन की रिपोर्ट के मुताबिक नासा का नया मिशन दुनिया के सबसे महत्वूपर्ण सवाल का जवाब ढूंढ सकता है. ये खोज शुक्र (Venus) ग्रह की पड़ताल से जुड़ी है. इसलिए संभव है कि वैज्ञानिक उस सिद्धांत को सही तरीके से परिभाषित कर दें कि धरती का अंत कैसे होगा. ये भी पढ़ें- साइंस फोकस की रिपोर्ट के मुताबिक, 'एक थ्योरी ये है कि शुक्र कभी पृथ्वी की तरह रहा होगा. इस सबसे गर्म ग्रह शुक्र में महासागर और धरती की सतह पर मौजूद टेक्टॉनिक प्लेट भी होंगी. जिसका वातावरण घने ग्रीनहाउस गैसों जैसे कि कार्बन डाइऑक्साइड एवं सल्फर डाइऑक्साइड से मिलकर बना होगा. कुछ वैज्ञानिकों का तो ये भी मानना है कि हो सकता है अरबों साल पहले इस ग्रह पर जीवन मौजूद रहा हो.' शुक्र की सतह पर यान भेजेगा नासा कहा जाता है कि शुक्र का ड्यूटेरियम-हाइड्रोजन रेशियो धरती की तुलना में 100 गुना अधिक है. इसकी वजह ये भी है कि 'शुक्र' में पहले बहुत पानी रहा होगा जो अब गायब हो चुका है. शुक्र से जुड़ी ऐसी कई गुत्थियों को सुलझाने के मकसद से नासा कुछ साल बाद 2028 से 2030 के बीच अपना DAVINCI+ Veritas Probes रवाना करेगा. वहीं एक थ्योरी ये भी है कि शुक्र पर मौजूद रहे ज्वालामुखियों ने इसे सबसे गर्म, असहनशील और दुर्गम बना दिया. ये भी पढ़ें- VIDEO DAVINCI + मिशन पर जाने वाला प्रोब यानी यान इसकी सतह पर जाकर इसके...