दीपावली प्रकाश का पर्व है संस्कृत में अनुवाद

  1. दीपावली का महत्व क्या है?
  2. UP Board Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 3 अस्माकम् पर्वाणि – UP Board Solutions
  3. दीपावली पर विस्तृत लेख और निबंध Diwali or Deepawali Essay In Hindi
  4. दीपावली 2021
  5. दीपावली मराठी में अनुवाद : दीपावली, दिवाळी. हिन्दी मराठी शब्दकोश
  6. प्रकाश का पर्व दीपावली
  7. दीपावली का पर्व क्यों मनाया जाता है?


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दीपावली का महत्व क्या है?

सदगुरु : दिवाली (दीपावली) प्रकाश पर्व या प्रकाश का त्योहार है। हमारे देखने के साधन यानि हमारी आँखों की बनावट के कारण ही इंसान के जीवन में प्रकाश का इतना महत्व है। बाकी प्राणियों के लिये प्रकाश का मतलब उनका टिके रहना ही है, पर मनुष्य के लिये प्रकाश सिर्फ देखने या न देखने की बात नहीं है। प्रकाश का आना हमारे जीवन में एक नयी शुरुआत का सूचक होता है और, उससे भी ज्यादा ये हमें स्पष्टता देता है। ज्यादातर प्राणी अपनी प्रकृति, अपने स्वभाव के हिसाब से जीते हैं जिसकी वजह से, क्या करना है और क्या नहीं करना, इसके बारे में उन्हें ज्यादा उलझन नहीं होती। एक छोटा बाघ कभी बैठे बैठे ये नहीं सोचता, "क्या मैं अच्छा बाघ बनूँगा या बस कोई पालतू बिल्ली बन कर रह जाऊँगा"? वो बस अगर अच्छी तरह खाता है तो वो अच्छा बाघ ही बनेगा। आपका जन्म एक इंसान के रूप में हुआ है पर एक अच्छा इंसान बनने के लिये आपको बहुत सारी चीजें करनी पड़ती हैं और उसके बाद भी आपको पता नहीं होता कि आप कहाँ हैं! हाँ, किसी से तुलना करते हुए आपको लग सकता है कि आप उससे बेहतर हैं पर अपने आपमें आप कहाँ हैं, कैसे हैं, आप नहीं जान सकते। मनुष्य की बुद्धिमानी कुछ ऐसी होती है कि अगर आप उसे सही ढंग से संगठित नहीं करते, इस्तेमाल नहीं करते तो जिन प्राणियों के मस्तिष्क आपके मस्तिष्क के लाखवें भाग के बराबर भी नहीं हैं, उनकी तुलना में आपको जबर्दस्त दुख होगा, बहुत ज्यादा उलझन होगी क्योंकि वे सभी प्राणी हर बात में बहुत स्पष्ट होते हैं, जैसे इंसान नहीं होते। एक केंचुआ, कोई कीड़ा भी आसानी से जानता है कि उसे क्या करना है और क्या नहीं करना पर इंसान को ये पता नहीं होता। ये बुद्धिमानी ही हमें उलझन में डालती है, हमारी बुद्धि की काबिलियत की वजह से ही हम हमेशा संघर...

UP Board Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 3 अस्माकम् पर्वाणि – UP Board Solutions

UP Board Solutions for Class 8 Sanskrit Chapter 3 अस्माकम् पर्वाणि These Solutions are part of अस्माकम् पर्वाणि शब्दार्थाः-संघटते = पड़ता है, अमुष्मिन् दिने = इस दिन, चतुर्दशवर्षमितम् = चौदह वर्ष पर्यंत, प्रत्यागच्छत् = वापस आए, तदा प्रभृति इदम् = तभी से यह, याचामहे = माँगते हैं, वीथीषु = मार्गों में, आपणेषु = दुकानों में, चाकचिक्यम् = चकाचौंध, नयन्ति = ले जाते हैं, नत्वा = झुका करे, परमकारुणिकः = अत्यन्त दयावान्, अजायत् = जन्म लिये। नामधेयेषु = नामक, उपहारान् = भेंट सामग्रियों को, प्रयच्छति = देता है, उपवासं कुर्वन्ति = उपवास करते हैं (रोजा), सुपरिचितेभ्यः = परिचित लोगों के द्वारा, वर्धापयन्ति = बधाई देते है, मनोहराणि नवानि = सुन्दर और नये। दीपावली …………………………………………… इत्यादयः॥ हिन्दी अनुवाद-दीपावली प्रकाश का महोत्सव है। यह महोत्सव कार्तिक की अमावस्या को होता है। इस दिन भगवान रामचन्द्र चौदह वर्ष के वनवास को पूरा करके रावण-वध के बाद अयोध्या लौटे थे। यह उत्सव तभी से प्रचलित है। इस महोत्सव में रात्रि में लक्ष्मीपूजन होता है। उसमें देवी से हम सब धन-धान्य आदि की याचना करते हैं। सब लोग (UPBoardSolutions.com) अपने-अपने घर को दीपमालाओं से सजाते हैं। शाम को हम मार्गों, दुकानों और घरों में सर्वत्र दीपकों का प्रकाश देखते हैं। अहा! प्रत्येक भवन में बिजली के बल्बों की कैसी चकाचौंध है! उत्सवों में दीपावली प्रमुख उत्सव होता है। हमारे देश में दूसरे उत्सव भी हैं। रक्षाबन्धन, विजयादशमी (दशहरा), होलिकोत्सव इत्यादि। कार्तिकमासस्यैव …………………………………………. अप्यायोजयन्ति। 2। हिन्दी अनुवाद-कार्तिक मास की पूर्णिमा को ही गुरुनानक देव की जयन्ती होती है। इस तिथि को ही गुरुनानक देव का जन्म हुआ था। सिख धर्मा...

दीपावली पर विस्तृत लेख और निबंध Diwali or Deepawali Essay In Hindi

Table of Contents • • • • • • • • • • • दीपावली का सीधा अर्थ हैं – दीपों से जगमगा उठने वाला त्यौहार. दीपावली का पर्व खुशियो, प्रकाश तथा उजाले का पर्व कहलाता हैं. यह त्यौहार हिन्दुओं का साल का सबसे बड़ा पर्व होता हैं जो शरद ऋतू के अक्टूबर या नवम्बर महीने में मनाया जाता हैं. दीपावली एक प्राचीन हिंदू त्यौहार हैं. यह त्यौहार अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता हैं. Diwali or Deepawali Essay In Hindi Happy Deepawali नाम – दीपावली और दिवाली अनुयायी – हिन्दू. सिख, जैन और बौद्ध प्रकार – हिन्दू, सांस्कृतिक उद्देश्य – धार्मिक निष्ठा और उत्सव शुरुआत – धनतेरस, दीपावली से दो दिन पहले समाप्ति – भैया दूज, दीपावली के दो दिन बाद तिथि – हिन्दू पंचांग के अनुसार, अक्टूबर 22, 2022 उत्सव – दिया जलाना, घर की सजावट और कुछ खरीदारी समान पर्व – काली पूजा, दीपावली (जैन) अन्य कार्यक्रम – मिठाई बाँटना, घरों को प्रकाश से सजाना और एक-दुसरे को बधाई देना Deepawali Ka Tyohar Nibandh Hindi Me भारत वर्ष में मनाये जाने वाले सभी तयौहारों में दीपावली का सामाजिक और धार्मिक दोनों नजरिये से काफी महत्वपूर्ण माना जाता हैं. इसे दीपोत्सव भी कहते हैं. इस उत्सव को अंधेरे को प्रकाश की ओर ले जाना भी कहते हैं. इसे सिख, कुछ प्राचीन कथाओं के अनुसार इस दिन अयोध्या के राजा श्री राम चन्द्र अपने 14 वर्ष के बनवास काटने के बाद अपने घर अयोध्या वापस आये थे. अयोध्या वासियों के लोगो का दिल श्री राम के प्रति आगमन से उत्साहित था. श्रीराम के स्वागत में अयोध्या वासियों ने घी के दिये जलाये थे. कार्तिक मॉस की सघन अमावस्या की अँधेरी रात प्रकाश के उजाले से जगमगा उठी थीं. तब से आज तक भारतीय लोग हर साल अक्टूबर या नवम्बर के महीने में यह पर्व मनाते...

दीपावली 2021

• • • • • • • • • • • • • • • • • • दीपावली का अर्थ दीपावली दो शब्दों से मिलकर बना है, दीप अर्थात प्रकाश तथा आवली अर्थात पंक्ति जिसका सम्पूर्ण अर्थ होता दीपो की श्रंखला या दीपों की पंक्ति। इसलिए इसे दीपोत्सव भी कहते हैं। यह पर्व अंधकार से प्रकाश में ले वाला अर्थात नकारात्मकता से सकारात्मकता में प्रवेश करना। इसलिए इसे प्रकाश पर्व भी कहा जाता है। दीपावली का त्यौहार कब मनाया जाता है दीपावली का त्यौहार दशहरे के 21 दिन बाद प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। ग्रेगेरियन कैलेंडर के अनुसार कार्तिक मास की अमावस्या अक्टूबर या नवंबर माह में पड़ती है। वैसे तो इस त्यौहार की धूमधाम कार्तिक कृष्ण त्रियोदशी से कार्तिक शुक्ल द्वितीय अर्थात 5 दिनों तक रहती है। दीपावली के पर्व विशेषता है की इसके साथ 4 त्यौहार और मनाये जाते हैं। दीपावली का उत्साह सिर्फ एक दिन तक नहीं रहता बल्कि यह एक सप्ताह तक रहता है। दीपावली का त्यौहार वर्षा ऋतु के समाप्त होने और शरद ऋतु के प्रारंभ होने का संकेत होता है। दीपावली के त्यौहार पर मौसम गुलाबी ठण्ड का होता है। जिसमे चारो तरफ मौसम बहुत ही सुहावना रहता है। दीपावली सेलिब्रेशन दीपावली के त्यौहार की तैयारी हम महीना भर पहले शुरू कर देते हैं। घर की साफ़ सफाई से लेकर घर की पुताई आदि कार्य मुख्य रूप से किये जाते हैं। दीपावली पर पहनने के लिए हम नए कपडे खरीदते हैं। कई दिनों पहले घर अच्छे से सजाते हैं, रंग-बिरंगी झालरों से पूरे घर की साजबट की जाती है। दीपावली के दिन अच्छी-अच्छी मिठाइयां व पकवान बनाये जाते हैं। इस दिन हम अपने रिश्तेदारों, मित्रों और आसपास के लोगों में मिठाईया बांटते हैं। दीपावली पर हम दीपक खरीदते हैं, तथा रात को पुरे घर को दीपों से सजाया जात...

दीपावली मराठी में अनुवाद : दीपावली, दिवाळी. हिन्दी मराठी शब्दकोश

"दीपावली" का मराठी में अनुवाद दीपावली, दिवाळी "दीपावली" का मराठी में शीर्ष अनुवाद है। नमूना अनुवादित वाक्य: दीपावली के छह दिन बाद मनाए जाने वाला महापर्व छठ, हमारे देश में सबसे अधिक नियम निष्ठा के साथ मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक है। ↔ दीपावलीनंतर सहा दिवसांनी साजरा केला जाणारा छठपर्व, आपल्या देशातल्या निष्ठापूर्वक साजरा केल्या जाणाऱ्या सणांपैकी एक आहे!

प्रकाश का पर्व दीपावली

परमजीत कौर कलेर हर तरफ फैली हैं खुशियां… ये खुशियां लेकर आई है दीवाली ….अंधकार को मिटाकर दीवाली लाई है रोशनी और प्रकाश …हर घर में छाईं है खुशियों की बहार …हर घर में छाई है रौनक ….बच्चे , जवान ,बुजुर्ग सब हैं इस खुशी में गलतान … आया पर्व है खुशियों का । जगमगाते , झिलमिलाते , दीयों की रात क्या आती है …वो अपने साथ लेकर आती है …ढेर सारी खुशियां…खुशियां हो भी क्यों न …भई ये त्यौहार ही ऐसा है जो सारे अंधकार को तो खत्म करता ही है साथ ही दिलों में फैले अंधेरे कोनो को भी भर देता है प्रकाश से … दीपावली जिसका नाम सुनते ही हमारे अंधेरे मन के कोनों में मानो रोशनी फैल जाती है …हर एक के चेहरे पर छा जाती है… खुशियों की बहार ।भई रोशनी …प्रकाश का त्यौहार है तो नूर तो फैलेगा ही हर इंसान के चेहरे पर …दीवाली को दीपावाली भी कहते हैं…दीपावली जो कि नाम से ही स्पष्ट है दीपकों की माला …दीयों का माला …यानि कि रोशनी का त्यौहार …इस त्यौहार को मनाने के लिए लोग महीना पहले तैयारियां करनी शुरू कर देते हैं… और रोशनी के इस त्यौहार का करते हैं बड़ी बेसब्री से इंतजार…गांव से शहर नगर से महानगर … का हर हिस्सा रोशनी से नहाया नज़र आता है…बाजार भी दुल्हन की तरह सज जाते हैं …लोग अपने घरों को सजाने के लिए महीना पहले ही तैयारियां शुरू कर देते हैं …पहले क्या होता था कि महीना पहले ही घरों को सजाने को लेकर तैयारियां शुरू हो जाती थी …गांव में कच्चे घरों को लीपा पोता जाता था और पक्के घरों को रंग रोगन करवाया जाता था … हर किसी की ख्वाहिश होती है कि उनका घर ही सबसे खूबसूरत दिखे…भई आखिर लक्ष्मी जी को खुश करने का सवाल जो है…… कहते है लक्ष्मी जी को साफ सफाई बेहद भाती है …और वो उसी घर में प्रवेश करती है …यहां साफ सफाई रहती है… इ...

दीपावली का पर्व क्यों मनाया जाता है?

रंगीन पाउडर का प्रयोग कर रंगोली सजाना दीपावली में काफी प्रसिद्ध है अन्य नाम दीपावली अनुयायी हिन्दू, सिख, जैन और बौद्ध [1] उद्देश्य धार्मिक निष्ठा, उत्सव उत्सव दिया जलना, घर की सजावट, खरीददारी, आतिशबाज़ी, पूजा, उपहार, दावत और मिठाइयाँ आरम्भ धनतेरस, दीपावली से दो दिन पहले समापन भैया दूज, दीपावली के दो दिन बाद तिथि कार्तिक माह की अमावस्या समान पर्व काली पूजा, दीपावली (जैन), बंदी छोड़ दिवस दीपावली (संस्कृत: दीपावलिः = दीप + अवलिः = दीपकों की पंक्ति, या पंक्ति में रखे हुए दीपक) शरद ऋतु (उत्तरी गोलार्द्ध) में हर वर्ष मनाया जाने वाला एक प्राचीन सनातन त्यौहार है।[2][3] यह कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है और भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। दीपावली दीपों का त्योहार है। आध्यात्मिक रूप से यह 'अन्धकार पर प्रकाश की विजय' को दर्शाता है।[4][5][6] भारतवर्ष में मनाए जाने वाले सभी त्यौहारों में दीपावली का सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्त्व है। इसे दीपोत्सव भी कहते हैं। ‘तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अर्थात (हे भगवान!) मुझे अन्धकार से प्रकाश की ओर ले जाइए। यह उपनिषदों की आज्ञा है। इसे सिख, बौद्ध तथा जैन धर्म के लोग भी मनाते हैं। जैन धर्म के लोग इसे महावीर के मोक्ष दिवस के रूप में मनाते हैं[7][8] तथा सिख समुदाय इसे बन्दी छोड़ दिवस के रूप में मनाता है। माना जाता है कि दीपावली के दिन अयोध्या के राजा राम अपने चौदह वर्ष के वनवास के पश्चात लौटे थे।[9] अयोध्यावासियों का हृदय अपने परम प्रिय राजा के आगमन से प्रफुल्लित हो उठा था। श्री राम के स्वागत में अयोध्यावासियों ने घी के दीपक जलाए। कार्तिक मास की सघन काली अमावस्या की वह रात्रि दीयों की रोशनी से जगमगा...