दुनिया का पहला सौर ऊर्जा से चलने वाला क्रिकेट स्टेडियम कहा स्तिथ हैं ?

  1. भारत 2030 तक 450 GW अक्षय ऊर्जा का लक्ष्‍य हासिल करने वाला दुनिया का पहला देश होगा
  2. देश का पहला सोलर विलेज बना मध्यप्रदेश का ये गांव, सौर ऊर्जा से रोशन हुआ हर घर
  3. कोच्चि एयरपोर्ट बना विश्व का पहला सौर ऊर्चा से संचालित होने वाला एयरपोर्ट
  4. देश में 21 क्रिकेट स्टेडियम, एक भी क्रिकेटर के नाम पर नहीं, जानिए पूरी कहानी
  5. The world's first 'mobile home' to run on solar power
  6. [Solved] दुनिया का पहला 100% सौर ऊर्जा संचालित हवाई अड्डा
  7. दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा अब नरेंद्र मोदी के नाम से जाना जाएगा, पहला मैच आज


Download: दुनिया का पहला सौर ऊर्जा से चलने वाला क्रिकेट स्टेडियम कहा स्तिथ हैं ?
Size: 4.34 MB

भारत 2030 तक 450 GW अक्षय ऊर्जा का लक्ष्‍य हासिल करने वाला दुनिया का पहला देश होगा

नई दिल्‍ली. भारत में तेजी से अक्षय ऊर्जा के अपने लक्षय की ओर आगे बढ़ रहा है. पिछले साल सालों में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की भागीदारी कई गुना तक बढ़ी है. भारत में इस समय दुयिा का सबसे बड़ा स्‍वच्‍छ उर्जा कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसके तहत 175 गीगा वाट की क्षमता हासिल करने का लक्ष्‍य रखा गया है. इसके तहत ही 2022 तक 100 गीगा वाट सौर ऊर्जा और 2030 तक 450 गीगा वाट सौर ऊर्जा का लक्ष्य है. ये जानकारी नॉलेज पार्क स्थित इंडिया एक्‍सपो सेंटर में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा, रसायन और उर्वरक केंद्रीय राज्यमंत्री भगवंत खुबा ने दी. भगवंत खुबा नवीन और नवीनीकरण ऊर्जा-2021 प्रदर्शनी के 14वें संस्करण को संबोधित कर रहे थे. इंडिया एक्‍सपो सेंटर में पहुंचे केंद्रीय राज्यमंत्री भगवंत खुबा ने कहा भारत के पास अपनी दृष्टि को वास्‍तविकता में बदलने का पूरा दम है. राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन की घोषणा के साथ हमारा उद्देश्य देश को हरित हाइड्रोजन के उत्पादन और निर्यात के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाना है. हमारा देश बायोमास का एक विशाल उत्पादक भी है – लगभग 756 मिलियन टन, जिसमें से 266 मिलियन टन का उपयोग ब्रिकेट और छर्रों के निर्माण में किया जाता है. हमारे प्रयास स्टील, सीमेंट और कपड़ा उद्योगों जैसे भारी उद्योगों के डीकार्बोनाइजेशन की दिशा में भी समर्पित हैं और आने वाले वर्षों में सरकार इस पहलू पर काम करेगी. ग्रेटर नोएडा में आरईआई एक्सपो के 14वें संस्करण के उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए, श्री योगेश मुद्रा, प्रबंध निदेशक, इंफोर्मा मार्केट्स इन इंडिया ने कहा, भारतीय रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र दुनिया में चौथा सबसे आकर्षक रिन्यूएबल एनर्जी मार्केट है. हाल ही में 100 गीगा वाट के मील के पत्थर को पार करने और सरकार द्...

देश का पहला सोलर विलेज बना मध्यप्रदेश का ये गांव, सौर ऊर्जा से रोशन हुआ हर घर

मध्यप्रदेश के बैतूल का एक गांव सोलर विलेज बन गया है. दावा है कि ये दुनिया का पहला सोलर विलेज है, जहां हर घर सूरज की रोशनी से रोशन है. यहां सौर ऊर्जा से बिजली के उपकरण चल रहे हैं. आईआईटी मुंबई, ONGC और विद्या भारतीय शिक्षण संस्थान दावा कर रहे हैं कि बैतूल जिले का बांचा देश का पहला ऐसा गांव है जहां किसी घर में लकड़ी का चूल्हा नहीं है. एलपीजी सिलेंडर उपयोग नहीं होता है. दूर हुआ अंधेरा- घोड़ाडोंगरी ब्लॉक का एक छोटा-सा आदिवासी बाहुल्य गांव है बाचा. ये हिंदुस्तान के आम गांव से अलग है क्योंकि ये अंधेरे में डूबा हुआ नहीं है. क्योंकि यहां बिजली है. शाम ढलते ही यहां हर घर में बल्ब टिमटिमाने लगते हैं. और ये रोशनी उन्हें कोई बिजली कंपनी नहीं मुहैया करा रहीं, बल्कि सूरज की ऊर्जा से तैयार बिजली से ये रोशन हैं. दावा यहां तक है कि ये दुनिया का पहला सोलर विलेज हैं. ये दावा किया है आईआईटी मुंबई के तकनीकी विभाग, ओएनजीसी और विद्या भारती शिक्षण संस्थान ने. मॉडल विलेज- इन संस्थानों ने 2017 में बाचा गांव को चुना. इस गांव को सोलर विलेज बनाने के लिए काम शुरू किया गया. पूरे गांव में सोलर पैनल लगा कर बिजली तैयार की गयी. उसके बाद हर घर में ज़रूरत के मुताबिक बिजली मुहैया करायी गयी. आज परिणाम सामने है. पूरा गांव सौ फीसदी सोलर एनर्जी से रोशन हो रहा है. बाचा अब मॉडल विलेज है. बच गया जंगल- सौर ऊर्जा का ऐसा बेहतर प्रयोग और क्या हो सकता था कि इससे ईधन की बचत तो हो ही रही है, गांव प्रदूषण से भी बचा हुआ है. ईधन के लिए अब गांव वालों को लकड़ी की ज़रूरत नहीं, इसलिए लकड़ी के लिए पेड़ों की कटाई रुकने से पर्यावरण संरक्षण अपने आप शुरू हो गया है. खुश हैं गृहिणी -बैतूल ज़िले के घोड़ाडोंगरी ब्लॉक के इस गांव में सिर्फ 74 गां...

कोच्चि एयरपोर्ट बना विश्व का पहला सौर ऊर्चा से संचालित होने वाला एयरपोर्ट

नई दिल्ली। वाहनों की तेजी से बढ़ती संख्या, बढ़ते प्रदूषण,चौबीसों घंटे चलते एयर कंडीश्नर और बिजली की ज्यादा खपत जैसे दर्जनों कारणों के चलते ग्रीन हाउस गैसों का असर हमारी पृथ्वी के लिए नया खतरा खड़ा कर रह है। हमें सूरज के रेडिएशन से बचाने वाली ओजोन लेयर में छेद हो चुके हैं। इससे कैंसर समेत कई बीमारियां बढ़ रही हैं। धरती का तापमान बढ़ रहा है। ग्लेशियर पिघल रहे हैं। समुद्र का जलस्तर बढ़ रहा है। इसे ग्लोबल वॉर्मिंग कहते हैं। इस बार संयुक्त राष्ट्र में ग्लोबल वॉर्मिंग पर बड़ी बहस होने जा रही है जिसमें हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे। एजेंडा ये है कि तमाम देश किसी भी तरह पृथ्वी के बढ़ते तापमान को 2 डिग्री से बढ़ने न दें। ये बड़ी चुनौती है। ये तभी हो सकेगा जब हम अपने पर्यावरण को लेकर जागरूक हों। आज से आईबीएन7 कहानियां आपको दिखाएंगे जो जागरूकता बढ़ाने में मददगार होंगी। पहली कहानी कोच्चि एयरपोर्ट की है जिसने अपना बिजली का बिल शून्य कर दिया है। कैसे हुआ ये चमत्कार, पढ़िए आईबीएन7 की ये विशेष रिपोर्ट। कोच्चि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट अब दुनिया का ऐसा पहला एयरपोर्ट बन गया है जो सौर ऊर्जा से संचालित होता है। ये प्रोजेक्ट महज 6 महीने में पूरा हुआ और ये यूनिट 50 से 60 हजार यूनिट बिजली पैदा करता है। ऐसे में जबकि विश्वभर में कार्बन उत्सर्जन और प्रदूषण के चलते जलवायु परिवर्तन एक बड़ा मुद्दा है ये स्वच्छ ऊर्जा का एक बेहतरीन उदाहरण है। तकरीबन एक महीने पहले कोच्चि के अंतरराष्ट्रीय एयरोपोर्ट का एक महीने का बिजली का बिल तकरीबन एक करोड़ आता था और यही सबसे बड़ा कारण था जिसने एयरपोर्ट अथॉर्टी को ग्रीन एनर्जी जैसे दूसरे विकल्प पर सोचने के लिए मजबूर कर दिया और ऐसे में सौर ऊर्जा का विकल्प बना पहला विकल्प...

देश में 21 क्रिकेट स्टेडियम, एक भी क्रिकेटर के नाम पर नहीं, जानिए पूरी कहानी

इस बात से शायद ही कोई अनजान होगा कि भारत (India) में लोग क्रिकेट (Cricket) का खेल दीवानगी की हद तक पसंद करते हैं. यही वजह है कि इससे जुड़ी हर खबर पर उनकी नजर रहती है. क्रिकेटरों से लेकर कोचों तक और एक्सपर्ट से लेकर स्टेडियम तक...क्रिकेट प्रशंसक इस खेल का कोई भी पहलू चूकना नहीं चाहते. ऐसे में जबकि देश की राजधानी स्थित फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का नाम बदलकर अरुण जेटली स्टेडियम कर दिया गया है तो ये चर्चा भी तेज हो गई है कि आखिर देश में कौन से स्टेडियम किसके नाम पर हैं. भारत में मौजूदा समय में 21 सक्रिय क्रिकेट स्टेडियम (Cricket Stadiums) हैं. इनमें से 12 के नाम व्यक्ति विशेष के ऊपर रखे गए हैं, जबकि नौ स्टेडियमों के नाम स्‍थानीय राज्य क्रिकेट संघों आदि के नाम पर. लेकिन बात सिर्फ इतनी ही नहीं हैं. दिलचस्प बात ये है कि इन 12 में से एक भी स्टेडियम किसी क्रिकेटर के नाम पर नहीं है. जी हां, यानी क्रिकेटरों को भगवान की तरह पूजने वाले देश में एक भी ऐसा एक भी स्टेडियम नहीं है, जिसका नाम किसी क्रिकेटर के नाम पर रखा गया हो. 21 में से जिन 9 स्टेडियमों के नाम व्यक्ति विशेष पर नहीं हैं, उनमें कोलकाता का ईडन गार्डेंस, मुंबई का ब्रबोर्न, कटक का बाराबती, नागपुर का विदर्भ, पुणे का महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम, राजकोट का सौराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम, रांची का जमशेदपुर स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम, धर्मशाला का हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम, तिरुवनंतपुरम का ग्रीनफील्ड स्टेडियम शामिल हैं. भारत में कुल 52 क्रिकेट स्टेडियम हैं. यह संख्या इस मामले में दूसरे नंबर पर काबिज इंग्लैंड से 29 स्टेडियम ज्यादा है. इंग्लैंड में 23 क्रिकेट स्टेडियम हैं. भारत में मौजूदा 52 क्रिकेट स्टेडियम में से ...

The world's first 'mobile home' to run on solar power

आने वाला समय नवीकरणीय ऊर्जा का होगा। इसी कड़ी में नीदरलैंड की आइंडहोवन यूनिवर्सिटी के छात्रों ने सौर ऊर्जा से चलने वाला मोबाइल घर बनाया है, जो इन दिनों यूरोप की यात्रा पर है। नीदरलैंड से दक्षिणी स्पेन तक की यात्रा में वे छात्र साथ हैं, जिन्होंने इसका सपना देखा था। व्हीकल कम हॉलिडे होम एक दिन में 730 किलोमीटर चलने लायक सौर बिजली उत्पन्न कर सकता है। इस वाहन घर का नाम स्टेला वीटा दिया गया है। आइंडहोवन ग्रुप के मैनेजर केजल रेवेनबर्ग के मुताबिक तीन हजार किलोमीटर की यात्रा में लोगों को गाड़ी की खासियत और सौर ऊर्जा का महत्त्व बताया जा रहा है।

[Solved] दुनिया का पहला 100% सौर ऊर्जा संचालित हवाई अड्डा

सही उत्तर कोचीन, केरल है। Important Points • अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे: • केरल में कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा दुनिया का पहला सौर ऊर्जा संचालित हवाई अड्डा है। • यह 46,000 सौर पैनलों के माध्यम से लगभग 12 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन करता है। Key Points • कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने उद्यमशीलता की दृष्टि के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण पुरस्कार जीता है क्योंकि यह अपने पूर्ण संचालन के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करने वाला पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा बन गया है। • केरल में 4 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। • कर्नाटक में 2 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। • तमिलनाडु में 4 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। • महाराष्ट्र में 3 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। Additional Information • सौर ऊर्जा: • सौर ऊर्जा को प्रयोग करने योग्य ऊर्जा में बदलने के लिए, फोटोवोल्टिक सेलका उपयोग किया जाता है । • सौर पैनल बनाने के लिए फोटोवोल्टिक सेलएक दूसरे में सन्निहितहोता है। • ये सौर पैनल सूर्य के फोटॉनों को पकड़ते हैं और दिष्ट धाराऊर्जा (DC) उत्पन्न करते हैं और फिर इसे प्रत्यावर्ती धारा या प्रयोग करने योग्य रूप में परिवर्तित करते हैं। • सूर्य के प्रकाश की अनुपस्थिति के दौरान उपयोग के लिए ऊर्जा को संग्रहितकरने के लिए एक बैटरी भी लगाई जा सकती है। • फोटोन: • यह सूर्य का एक कण है जो सूर्य में प्रोटॉन और ड्यूटेरियम की परमाणु संलयन अभिक्रिया के दौरान उत्सर्जित होताहै।

दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा अब नरेंद्र मोदी के नाम से जाना जाएगा, पहला मैच आज

दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा अब नरेंद्र मोदी के नाम से जाना जाएगा, पहला मैच आज गुजरात के अहमदाबाद में बने दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलकर 'नरेंद्र मोदी स्टेडियम' कर दिया गया है। इससे पहले इसे सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम (मोटेरा) के नाम से जाना जाता था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन किया जिसका नाम अब देश के प्रधानमंत्री के नाम पर नरेंद्र मोदी स्टेडियम होगा। इस स्टेडियम में एक लाख 32 हजार दर्शक बैठ सकते हैं। राष्ट्रपति ने गृहमंत्री अमित शाह और खेलमंत्री किरेन रीजीजू समेत कई विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में स्टेडियम का उद्घाटन किया। शाह ने उद्घाटन के बाद कहा ,‘हमने इसका नामकरण देश के प्रधानमंत्री के नाम पर करने का फैसला किया है। यह मोदीजी का ड्रीम प्रोजेक्ट था।’ — DD News (@DDNewslive) इससे पहले राष्ट्रपति कोविंद ने बुधवार को स्टेडियम पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी पत्नी के साथ नवनिर्मित सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव का भूमि पूजन किया। इस दौरान वहां गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय खेल राज्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू, गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। बता दें कि मोटेरा स्टेडियम 63 एकड़ में फैला है। इस स्टेडियम में 1,10,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता है, जो मेलबर्न क्रिकेट मैदान से भी अधिक है। जीसीए स्टेडियम में होने वाले अगले दो टेस्ट मैचों के लिए करीब 55,000 टिकटों को बेचने के लिए रखा गया। यहां हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के नाकआउट दौर के मुकाबले भी आयोजित किए गए थे। बात करें इस ग्राउंड की तो इसपर 2014 के बाद पहला मैच खेला जाएगा। आज भारत और इंग्लैंड के बीच त...