Durga chalisa in hindi

  1. दुर्गा चालीसा । Durga Chalisa in Hindi [Lyrics & Video]
  2. maa Durga Chalisa in hindi, श्री दुर्गा चालीसा हिंदी में


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दुर्गा चालीसा । Durga Chalisa in Hindi [Lyrics & Video]

दुर्गा चालीसा ( Durga Chalisa ) में मां के गुणों का वर्णन चौपाइयों द्वारा किया गया है। यहां अत्यंत लघु रचना है जिसमें मां के अनेक रूप, उनके द्वारा किए गए असुरों के वधो आदिओ का वर्णन है। श्री दुर्गा चालीसा इन हिंदी ॥ दोहा ॥ ॐ सर्व मंगल मांगल्ये शिवेसर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमोऽस्तुते॥ ॥ चौपाई ॥ नमो नमो दुर्गे सुख करनी, नमो नमो अम्बे दुःख हरनी निरंकार है ज्योति तुम्हारी, तिहूं लोक फैली उजियारी शशि ललाट मुख महाविशाला, नेत्र लाल भृकुटि विकराला रूप मातु को अधिक सुहावे, दरश करत जन अति सुख पावे तुम संसार शक्ति लै कीना, पालन हेतु अन्न धन दीना अन्नपूर्णा हुई जग पाला, तुम ही आदि सुन्दरी बाला प्रलयकाल सब नाशन हारी, तुम गौरी शिवशंकर प्यारी शिव योगी तुम्हरे गुण गावें, ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें रूप सरस्वती को तुम धारा, दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा धरयो रूप नरसिंह को अम्बा, परगट भई फाड़कर खम्बा रक्षा करि प्रह्लाद बचायो, हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं, श्री नारायण अंग समाहीं क्षीरसिन्धु में करत विलासा, दयासिन्धु दीजै मन आसा हिंगलाज में तुम्हीं भवानी, महिमा अमित न जात बखानी मातंगी धूमावति माता, भुवनेश्वरी बगला सुख दाता श्री भैरव तारा जग तारिणी, छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी केहरि वाहन सोह भवानी, लांगुर वीर चलत अगवानी कर में खप्पर खड्ग विराजै, जाको देख काल डर भाजै सोहै अस्त्र और त्रिशूला, जाते उठत शत्रु हिय शूला नगरकोट में तुम्हीं विराजत, तिहुंलोक में डंका बाजत शुंभ निशुंभ दानव तुम मारे, रक्तबीज शंखन संहारे महिषासुर नृप अति अभिमानी, जेहि अघ भार मही अकुलानी रूप कराल कालिका धारा, सेन सहित तुम तिहि संहारा पड़ी भीड़ संतन पर जब जब, भई सहाय मातु तुम...

maa Durga Chalisa in hindi, श्री दुर्गा चालीसा हिंदी में

श्री दुर्गा चालीसा हिंदी में ,Maa Durga Chalisa In Hindi Durga Chalisa In Hindi , माँ दुर्गा का स्थान हिन्दू देवी देवताओं में सर्वोपरि माना जाता है| माता जी को आदि शक्ति के नाम से भी जाना जाता है| हिंदू धर्म में माता दुर्गा जी का चालीसा का भी एक अलग स्थान माना गया है| ऐसा माना जाता है कि माता दुर्गा जी इस संसार में सभी सुखों की दात्री हैं| माँ की भक्ति तथा पूजा करने तथा इनके चालीसा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं| माँ दुर्गा जी का चालीसा का जीवन में अत्यंत विशेष महत्व है| माँ का चालीसा हर दिन करने से हमारे सभी पापों का नाश होता है| नमो नमो दुर्गे सुख करनी । नमो नमो अम्बे दुःख हरनी ॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी । तिहूँ लोक फैली उजियारी ॥ शशि ललाट मुख महाविशाला । नेत्र लाल भृकुटी बिकराला ॥ रूप मातु को अधिक सुहावे । दरश करत जन अति सुख पावे ॥ तुम संसार शक्ति लय कीना । पालन हेतु अन्न धन दीना ॥ अन्नपूर्णा तुम जग पाला । तुम ही आदि सुन्दरी बाला ॥ प्रलयकाल सब नाशनहारी । तुम गौरी शिवशंकर प्यारी ॥ शिव योगी तुम्हरे गुन गावें । ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें ॥ रूप सरस्वती का तुम धारा । दे सुबुधि ऋषि-मुनिन उबारा ॥ धर्‍यो रूप नरसिंह को अम्बा । परगट भईं फाड़ कर खम्बा ॥ रक्षा करि प्रहलाद बचायो । हिरनाकुश को स्वर्ग पठायो ॥ लक्ष्मी रूप धरो जग जानी । श्री नारायण अंग समानी ॥ क्षीरसिन्धु में करत बिलासा । दयासिन्धु दीजै मन आसा ॥ हिंगलाज में तुम्हीं भवानी । महिमा अमित न जात बखानी ॥ मातंगी धूमावति माता । भुवनेश्वरि बगला सुखदाता ॥ श्री भैरव तारा जग-तारिणि । छिन्न-भाल भव-दुःख निवारिणि ॥ केहरि वाहन सोह भवानी । लांगुर वीर चलत अगवानी ॥ कर में खप्पर-खड्‍ग बिराजै । जाको देख काल डर भाजै ॥ सोहै अस्...