Ghadi ka avishkar kisne kiya

  1. घड़ी का अविष्कार किसने किया? जानिए पूरी जानकारी हिन्दी में
  2. मौलिक अधिकार ओर मौलिक कर्तव्य
  3. घड़ी का आविष्कार किसने किया?
  4. घड़ी का आविष्कार किसने किया ? – SMEDUCATION
  5. बैटरी क्या है, प्रकार व आविष्कार What Is Battery In Hindi
  6. लाइट का अविष्कार किसने किया था
  7. घड़ी का आविष्कार व इतिहास Watch Ka Avishkar Kisne Kiya
  8. Ghadi का आविष्कार किसने किया


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घड़ी का अविष्कार किसने किया? जानिए पूरी जानकारी हिन्दी में

घड़ी का अविष्कार किसने किया और इसका इतिहास क्या है – दोस्तों यदि आज हमारे पास साधारण सी दिखने वाली घडी नहीं होती तो आज के इस आधुनिक भरी दुनिया में हमारा जीवन बहुत ही मुश्किलों से भरा होता और इतना ही आज के टाइम जो चीजें एक एक सेकेंड के हिसाब से चल रही हैं। जैसे हवाई जहाज का समय, रेलगाड़ी का समय एवं ऑफिस जाने का समय तो सब कुछ सम्भव नहीं हो पाता। तो दोस्तो कुल मिलाकर यदि कहा जाए तो आज के आधुनिक समय में घड़ी के बिना जीवन का आधुनिक करण संभव ही नहीं था। लेकिन क्या आपको पता है की इतने महत्वपूर्ण यंत्र घड़ी का अविष्कार किसने किया और कब किया अगर नहीं पता तो आज के इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको पता चल जाएगा की घड़ी का अविष्कार कब और किसने किया था। प्राचीनकाल से लेकर आज तक घडी के अविष्कार का दिलचस्प इतिहास जानने के लिए इस लेख को अंत तक पूरा पढ़े ताकि आपको आसानी से समझ में आ सके. Table of Contents • • • • • हाइड्रोलिक घड़ियों का अविष्कार किसने किया आपको बता दे की आज से तीन सौ शादी पहले यूनान के रहने वाले आर्केडिज्म ने बॉयन्ट फोर्स की खोज कर ली थी जिसके बाद उन्होंने हाइड्रोलिक घडी का अविष्कार किया था उन्होंने पानी में तैरने वाला एक इंडिकेटर डाल दिया था और वर्तन के साथ एक मीटर लगा दिया था फिर जैसे जैसे पानी की बूंदों से वर्तन में पानी भरता गया तो मीटर के जरिए समय का पता चल जाता था। फिर इस शदी में श्रीविस्टियन नाम के वैज्ञानिक ने पानी के जरिये ही घडी बना डाली उन्होंने एक चाबीदार घडी को किसी तैरने वाली धातु पर लगाकर किसी वर्तन में डाल दिया और फिर उस छड़ को एक चाबीदार पहिए से जोड़ दिया जो की पहले से ही कुछ अंको को दर्शाती थी। फिर जैसे जैसे पानी की एक एक बून्द उस पे गिरती गयी और वो पानी को ऊपर उठाती...

मौलिक अधिकार ओर मौलिक कर्तव्य

भारत के मौलिक अधिकार ओर मौलिक कर्तव्य – आज हम आपको भारत के मौलिक अधिकार और भारतीय मौलिक कर्तव्य के बारे में पूरी जानकारी देना की कोशिस करेंगे. मौलिक अधिकार व मौलिक कर्तव्य यह दो अलग अलग बात है, मौलिक अधिकार भारत द्वारा भारत के नागरिको को आध्यात्मिक विकास के लिए दिये जाते ओर मौलिक कर्तव्य में भारत के प्रत्येक नागरिक को कुछ नियमो का पालन करना होता है. भारत में कुल 6 मौलिक अधिकार हे जो ये की भारत के संविधान के भाग III (अनुच्छेद 12 से 35) में निहित हैं ओर 11 मौलिक कर्तव्य का समावेश हे जो की संविधान के भाग IV-A में निहित हे. 6 मौलिक कर्तव्यों फायदे मौलिक अधिकार (Maulik adhikar kise kahate hain) आजादी से पहले भारत का मौलिक अधिकार , इंग्लैंड का बिल ऑफ राइट्स (1689), संयुक्त राज्य अमेरिका का बिल ऑफ राइट्स (1787) ओर फ्रांस के घोषणा पत्र जैसे ऐतिहासिक उदाहरणों से प्रेरित था. मौलिक अधिकारो का विकास भारत की संविधान सभा द्वारा किया गया था जो की दिसंबर 1946 को सच्चिदानंद सिन्हा की अस्थायी अध्यक्षता में संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी, उसके बाद राजेंद्र प्रसाद को इसका अध्यक्ष बनाया गया. उसके बाद विभिन्न व्यक्तियों को संविधान और राष्ट्रीय कानूनों के विकास के लिए जिम्मेदारी के पदों पर नियुक्त किया गया जिसमे भीमराव रामजी अम्बेडकर को ड्राफ्टिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया ओर जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल को विभिन्न विषयों के लिए जिम्मेदार समितियों और उप-समितियों का अध्यक्ष बनाया गया. मसौदा समिति द्वारा अंतिम ड्राफ्ट 26 जनवरी 1449 को तैयार किए गए था, जो की भारत संविधान का है. भारतीय मौलिक कर्तव्य – 26 जनवरी 1449 के सविधान ड्राफ्ट में मौलिक कर्तव्य का कोई उल्लेख नहीं मिलता है. ,मौलिक कर...

घड़ी का आविष्कार किसने किया?

आज इस पोस्ट में हम जानेंगे की Ghadi Ka Avishkar Kisne Kiya? आप सभी जानते हो घड़ी हमारे जीवन में कितना महत्व रखता है उस हिसाब से हम सभी को पता होना चाहिए की घड़ी का आविष्कार किसने किया. यह सवाल आप से किसी भी एग्जाम, कम्पटीशन में पूछ लिया जा सकता है. अपने जनरल नॉलेज को मजबूत करने के लिए भी आपको पता होना चाहिए घड़ी का आविष्कार किसने किया. इस पोस्ट में हम आपको घड़ी आविष्कारक का नाम बताने के साथ घड़ी से जुड़े दुसरे महत्वपूर्ण तथ्य भी बताएँगे. तो दोस्तों चलिए जानते है घड़ी का आविष्कारक किसने किया पूरी जानकारी हिंदी में. घड़ी की जरुरत हर किसी को है बिना घड़ी के हम पता नहीं कर पाएंगे की कोनसा काम कब करना है. चाहे स्कूल, कॉलेज या फिर ऑफिस जाना हो हम समय का पता घड़ी से ही लगा पाते है. किसी शादी, इवेंट, पार्टी में तभी हम जाते है जिस समय हमें निमंत्रित किया जाता है. पूजा पाठ, हवन इन सभी की शुरुवात भी किसी ख़ास समय पर किया जाता है. इससे पता चलता है की समय हम सभी के जीवन में कितना जरुरी है. घड़ी की जरुरत तब भी थी जब इसका आविष्कार नहीं हुआ था और आज भी हम सभी को इसकी जरुरत है. जब घड़ी का आविष्कार नहीं हुआ था तो अलग तरीके से समय का पता लगाया जाता था. चलिए पोस्ट शुरू करते है और घड़ी के इतिहास हो अच्छे से समझते है. घड़ी का आविष्कार किसने किया? घड़ी का आविष्कार सबसे पहले प्राचीन मिश्र के लोगो द्वारा हुआ 1500 BC में हुआ था. इस घड़ी का नाम सौर घड़ी था. यह घड़ी सूरज रोशनी के कारण जो परछाई बनती उस हिसाब से समय का पता लगाती थी. लेकिन इस घड़ी की सबसे बड़ी कमी यह थी की समय विश्वसनीय बिलकुल नहीं था. क्योंकि धरती सूरज के चक्कर लगाती है उस हिसाब से मौसम में भी बदलाव आता है जिस कारण समय का ठीक पता नहीं लग पाता था. दूसरी सम...

घड़ी का आविष्कार किसने किया ? – SMEDUCATION

घड़ी का आविष्कार किसने किया और कब किया? यांत्रिक घड़ी का आविष्कार सन् 1725 में चीन के आई सिंग व लियांग सैन ने किया था तथा पेंडुलम वाली घड़ी का आविष्कार सन् 1656 में नीदरलैण्ड के क्रिश्चियन हयुगेंस ने किया था। लेकिन इनसे पहले भी कई लोगों ने घड़ी को बनाने की कोशिस की आइए जानते घड़ी के आविष्कार का इतिहास। घड़ी के आविष्कार का इतिहास जब घड़ी का अविष्कार नहीं हुआ था तो लोग सूरज की दिशा और कई वस्तुओं की परछाई को देखकर ही समय का अनुमान लगाते थे। लेकिन आसमान में बदल होने पर इस विधि से समय का अनुमान लगाना मुस्किल हो जाता था इसके बाद चीन के “सु संग” नामक व्यक्ति ने जल घडी बनायीं। पहली घड़ी को बनाने का श्रेय पोप सिलवेस्टर द्वितीय को दिया जाता है उन्होंने 996 में घड़ी बनाई थी। घड़ी की मिनट वाली सुई का आविष्कार वर्ष 1577 में स्विट्ज़रलैंड के जॉस बर्गी ने किया था हाथ में पहनने वाली घड़ी फ़्राँसीसी गणितज्ञ और दार्शनिक ब्लेज़ पास्कल ने बनाई थी Also read…

बैटरी क्या है, प्रकार व आविष्कार What Is Battery In Hindi

Contents • • • • बैटरी क्या है What Is Battery In Hindi इस पोस्ट What Is Battery In Hindi में बैटरी क्या है, बैटरी का आविष्कार किसने किया और बैटरी के प्रकार (Battery Types In Hindi) पर बात करेंगे। बैटरी विद्युत के स्टोरेज और उपयोग के लिए इस्तेमाल की जाती है। बैटरी का उपयोग घर पर, कार्यालय में, फैक्टरियों में इत्यादि जगहों पर किया जाता है। बैटरी की क्रियाविधि और संरचना के बारे में जानने का प्रयास करेंगे। बैटरी का इस्तेमाल कहा होता है और कोनसे उपकरणों में इसे यूज़ करते है। तो आइए बैटरी के बारे में (Battery Information In Hindi) जानते है। बैटरी क्या होती है Battery Kya Hai – बैटरी ( Battery In Hindi) दो या दो से ज्यादा इलेक्ट्रॉ कैमिकल सेल्स से मिलकर बनती है। बैटरी डायरेक्ट करंट (DC) सप्लाई करती है। इसलिए हमें ऐसे उपकरण की आवश्यकता होती है जो DC को AC (Alternative Current) में बदल सके। इसके लिए इन्वर्टर का इस्तेमाल होता है। बैटरी से विद्युत उपयोग के समय में करंट Positive टर्मिनल से Negative टर्मिनल की और जाता है। इसे डिसचार्ज क्रिया कहते है। बैटरी चार्जिंग प्रक्रिया में करंट Negative से Positive की और बहता है। Battery में इलेक्ट्रोलाइट प्लेट्स से रासायनिक क्रिया करता है। इस क्रिया के द्वारा विद्युत पैदा होती है। इसे ऑक्सीडेशन क्रिया कहते है। सामान्य शब्दो मे कहे तो बैटरी रासायनिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलती है। विद्युत बैटरी में दो टर्मिनल होते है जिनमें एक एनोड और दूसरा कैथोड कहलाता है। एनोड पॉजिटिव और कैथोड नेगेटिव होता है। इलेक्ट्रान एनोड से कैथोड की तरफ प्रवाहित होते है। सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली बैटरी का नाम लेड एसिड है। इस बैटरी की मुख्य ख़ासियत रीसाइक्लिंग होती है...

लाइट का अविष्कार किसने किया था

Table of Contents • • • • • • • • • • 💡बल्ब का अविष्कार किसने किया और कब साथ ही बल्ब का पूरा इतिहास आपको मेरा आदाब! और सबसे पहले आपके सवाल का जवाब दे देता हु. की बल्ब का आविष्कार थॉमस आल्वा एडिसन ने किया था. लेकिन यह बात पूरी तरह सच नहीं हे जिसको हम आगे आर्टिकल में पढेंगे. दोस्तों अगर में किसी से पुछू की क्या लगता है आपको, हमारी इस पृथ्वी पर आज तक का सबसे बड़ा अविष्कार क्या है? तो शायद 90% लोगो का जवाब होगा जी बल्ब! और ये एक तरीके से सही भी है. आज अगर हम हमारी आस पास देखे तो हमने जो कुछ भी हासिल किया है वो बिजली और बल्ब के बदोलत ही है. इन सभी चीजो के कारण ही थॉमस आलवा एडिसन को एक महान विज्ञानी होने का दर्जा मिला. लेकिन यहाँ पर कुछ और चीजे भी हे जो दुनिया से छिपी हुई है. दरअसल अगर आप थॉमस आल्वा एडिसन के इतिहास को थोडा और बारीकी से देखेंगे तो आपको पता चलेगा की थॉमस आल्वा एडिसन ने उनको महान साबित करने वाले आविष्कारो को चुराया था. इतिहास में आपको इसके बहुत सारे साबुत मिल जाएंगे. जिनमे से कुछ को में आपके सामने प्रस्तुत करना चाहूँगा. और ऐसे ही कई सारे उदाहरण मौजूद हे यह साबित करने के लिए की एडिसन के जयादातर अविष्कार दुसरो की कॉपी हे. दोस्तों अब इसमें कोई बड़ी बात हे नहीं क्यूंकि यह इन्सान का सामान्य व्यवहार हे. जब किसी इन्सान के पास पावर आ जाती हे तो वह उसे अवश्य खुदके फायदे के लिए उपयोग करता हे.आपका क्या कहना हे ईस बारे में हमें जरुर बताइए. जब थॉमस को पहली बार बल्ब बनाने में सफलता मिली तो उनकी स्पर्धा दुसरे लोगो से थी.परन्तु साथ ही वो सस्ता और बहुत ही आसानी से व्यव्हार में उपयोग में आ सके इस प्रकार के बल्ब बनाने में लगे हुए थे. जिसके लिए एडिसन ने मेन्स्लो पार्क, एन.जे. में एडिसन ...

घड़ी का आविष्कार व इतिहास Watch Ka Avishkar Kisne Kiya

Contents • • • घड़ी का आविष्कार का इतिहास Watch Ka Avishkar Kisne Kiya Ghadi Ka Avishkar Kisne Kiya – घड़ी के आविष्कार (Invention Of Watch) को दो कालखंड में बांटा जा सकता है। एक पुरातन इतिहास की घड़ी का आविष्कार और दूसरा आधुनिक घड़ी का आविष्कार। प्राचीनकाल में समय की गणना हेतु सूर्य की स्थिति देखी जाती थी। सूर्य से ही समय का अनुमान लगाया जाता था। किसी पिंड, इमारत या चट्टान की छाया को देखकर पहर की गणना की जाती थी। बादल होने की स्थिति में यह समय गणना नामुमकिन थी। रात के समय में ग्रह नक्षत्र, तारे देखकर समय की गणना होती थी। इतिहास में आता है कि सबसे पहले घड़ी चीन में बनाई गई थी। इसको जल घड़ी कहा जाता था जिसमें एक बर्तन में पानी भर दिया जाता था। बर्तन के पेंदे में एक छोटा छिद्र कर दिया जाता था। उस बर्तन के नीचे एक खाली बर्तन रखते थे और पानी बून्द बून्द करके उसमें इक्कठा होता रहता था। इक्कठा हुए पानी को नापकर समय की गणना की जाती थी। बाद में पानी की जगह बालू मिट्टी से भी गणना की जाने लगी। पुराने समय में दीवार घड़ी में सेकंड के कांटे की जगह पेंडुलम का इस्तेमाल होता था। मोमबत्ती की सहायता से भी समय की गणना की जाती थी। आजकल तो स्वचालित घड़ियां आती है जो बैटरी की सहायता से चलती रहती है। पहले घड़ी में चाबी भरी जाती थी। जिन घड़ियों में सेल डाला जाता है उन्हें क्वाटर्ज घड़ी कहते है। ये घड़ियां ज्यादा समय तक सही समय नही बताती है और ये कुछ सालों बाद सही समय दिखाना बंद कर देती है। बड़े बड़े शहरों में समय दिखाने के लिए घण्टाघर होते थे जिससे आम लोगों को समय का पता चलता था। मिस्र देश में पानी से चलने वाली अलार्म घड़ी भी होती थी जिसमें तय समय पर अलार्म बजता था। घड़ी का आविष्कार Ghadi Ka Avishkar Kisne Kiya प...

Ghadi का आविष्कार किसने किया

04-17-23 | 1 Minute Read Ghadi का आविष्कार किसने किया – घडी के बारे में बताइये, घडी के प्रकार इस पोस्ट में हम जानेंगे की Ghadi Ka Avishkar Kisne Kiya और Ghadi Ke Bare Mein Bataiye साथ ही जानेंगे घडी लगाने की सही दिशा और घडी कैसे पहनते है. साथ ही पोस्ट में जानेंगे की घडी के सवाल, प्रकार, घडी पर पांच वाक्य और दुनिया की सबसे महंगी घडी कौनसी है. इन सब के बारे में इस पोस्ट में विस्तार से जानेंगे. Contents • • • • • • • • • • • • • Ghadi Ka Avishkar Kisne Kiya घड़ी का आविष्कार का श्रेय पोप सिलवेस्टर द्वितीय को दिया जाता है. इन्होने सन 996 ईस्वी में घडी का आविष्कार किया था. यूरोपीय देशो में घडियो का उपयोग 13वी शताब्दी में होने लग गया था. इसके अलावा करीबन 1288 में इंग्लैंड के Westminster में घण्टाघरो में घड़ियाँ लगायी गयी थी. उस समय बनायीं गयी घडी आज के समय से बिलकुल ही अलग थी. वह घडी पूरी तरह सही और कम्पलीट नहीं मानी जा सकती थी. घडी में मिनट वाली सुई 1577 में स्विट्ज़रलैंड के रहने वाले जोस बर्गी ने लगायी थी. उनसे पहले वाली घडी में मिनट वाली सुई नहीं हुआ करती थी. जोस बर्गी से पहले जर्मनी के न्यूरमबर्ग शहर में रहने वाले पीटर हेनलेन ने एक ऐसी घडी बना ली थी जिसे एक जगह से दूसरी जगह तक बड़ी आसानी से ले जाया जा सकता था. आज के आधुनिक समय में हम अपने हाथ में जो घडी पहनते है ठीक उसी तरह की पहली घडी का निर्माण फ़्रांसिसी गणितज्ञ ब्लेज पास्कल ने बनायीं थी. ब्लेज पास्कल को ही कैलकुलेटर का आविष्कारक भी माना जाता है. सन 1650 से पहले तक लोग घडी को जेब में रखकर घुमा करते थे. परन्तु ब्लेज पास्कल ने इस समस्यां का हल निकाल कर घडी को एक रस्सी या बेल्ट से जोड़ दिया था जिसे बड़ी ही आसानी से हाथो में पहना जा...