हे राजा राम तेरी आरती उतारू लिरिक्स

  1. मन में बसाकर तेरी मूर्ति उतारू में गिरधर तेरी आरती लिरिक्स
  2. hey raaja raam teri aarati utaru aarati utaru tujhe tan baaru bhajan lyrics
  3. हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ: भजन (Hey Raja Ram Teri Aarti Utaru)
  4. हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ लिरिक्‍स Hey Rajaram Teri Aarti Utaru Lyrics In Hindi
  5. ये जग राम की रचना है ये जीवन अद्भुत सपना है लिरिक्स
  6. हे राम का आज्ञाकारी लिरिक्स
  7. chaaro dulhaa ki aarati utaro eh sakhi bhajan lyrics
  8. ज्योतिष और आध्यात्म: हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ
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मन में बसाकर तेरी मूर्ति उतारू में गिरधर तेरी आरती लिरिक्स

जिंदगी जब तेरे नाम करदी अर्पण, सब कुछ तेरा कुछ नहीं मेरा, चिंता है तुझको प्रभु संसार की, मन में बसाकर तेरी मूर्ति, उतारू में गिरधर तेरी आरती॥ वेद तेरी महिमा गाये संत करे ध्यान, नारद गुणगान करे छेड़े वीणा तान, भक्त तेरे द्वार करते है पुकार, दास व्यास तेरी गाये आरती, मन में बसाकर तेरी मूर्ति, उतारू में गिरधर तेरी आरती॥

hey raaja raam teri aarati utaru aarati utaru tujhe tan baaru bhajan lyrics

हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ आरती उतारूँ तुझे तन मन बारूँ, कनक शिहांसन रजत जोड़ी, दशरथ नंदन जनक किशोरी, युगुल छबि को सदा निहारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ........ बाम भाग शोभति जग जननी, चरण बिराजत है सुत अंजनी, उन चरणों को सदा पखारू, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ........ आरती हनुमंत के मन भाये, राम कथा नित शिव जी गाये, राम कथा हिरदय में उतारू, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ........ चरणों से निकली गंगा प्यारी, बधन करती दुनिया सारी, उन चरणों में शीश को धारू, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ........

हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ: भजन (Hey Raja Ram Teri Aarti Utaru)

हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ, आरती उतारूँ प्यारे तुमको मनाऊँ, अवध बिहारी तेरी आरती उतारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ ॥ कनक सिहासन रजत जोड़ी, दशरथ नंदन जनक किशोरी, युगल छबि को सदा निहारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ॥ बाम भाग शोभित जग जननी, चरण बिराजत है सुत अंजनी, उन चरणों को सदा पखारू, हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ॥ आरती हनुमत के मन भाए, राम कथा नित शिव जी गाए, राम कथा हृदय में उतारू, हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ॥ चरणों से निकली गंगा प्यारी, वंदन करती दुनिया सारी, उन चरणों में शीश नवाऊँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ॥ हे राजा राम तेरी आरती उतारूं, आरती उतारूँ प्यारे तुमको मनाऊँ, अवध बिहारी तेरी आरती उतारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूं ॥ जम्भ भक्ति एक ऐसा माध्यम है जिसपे आप लोग हिन्दू धर्म के भजन, जाम्भोजी के द्वारा बताये गये सभी प्रश्न उत्तर सभी एक साथ सुन और पढ़ सकते है. जम्भ भक्ति आपको भजन सुनने के लिए प्ले स्टोर पर एप्प देता है जिसे डाउनलोड करके आप भजन, आरती तथा सखी सुन सकते है. जम्भ भक्ति की वेबसाइट पर आप जाम्भोजी के बारे में, हिन्दू धर्म के बारे जान सकते है तथा पढ़ सकते है.

हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ लिरिक्‍स Hey Rajaram Teri Aarti Utaru Lyrics In Hindi

हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ, आरती उतारूँ प्यारे तुमको मनाऊँ, अवध बिहारी तेरी आरती उतारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ II कनक सिहासन रजत जोड़ी, दशरथ नंदन जनक किशोरी, युगल छबि को सदा निहारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूं II १ II बाम भाग शोभित जग जननी, चरण बिराजत है सुत अंजनी, उन चरणों को सदा पखारू, हे राजा राम तेरी आरती उतारूं II २ II

ये जग राम की रचना है ये जीवन अद्भुत सपना है लिरिक्स

ये जग राम की रचना है, ये जीवन अद्भुत सपना है, रैन बसेरा मुसाफिर खाना, सबका आना जाना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। हम राम के खेल खिलोने, कहीं फूल कहीं कांटे है, संभल संभल कर चलना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। यहाँ रंग रंगीले नीले है, कर्मो के पग पग खेले है, कर्म गति से हँसना है, कर्मो के फल रोना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। अजब राम की माया है, कहीं धुप कहीं छाया है, जो कुछ पाया वो तुझसे पाया, व्यर्थ ही जग भरमाया है, Bhajan Diary Lyrics, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। जीवन खेल है सांसो का, झूठे रिश्ते नातों का, जो बांधा यहीं छूटेगा, माटी ने खेल खिलाया है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। सूरज चंदा तारे है, गंगा के बहते धारे है, राम की नैया राम खिवैया, राम ही राम किनारे है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। हाथ जो तेरा सर पे राम, संवर गए मेरे बिगड़े काम, सांस सांस पे नाम है तेरा, साए में तेरे सिमटना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। ये जग राम की रचना है, ये जीवन अद्भुत सपना है, रैन बसेरा मुसाफिर खाना, सबका आना जाना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। Singer – Virender Negi

हे राम का आज्ञाकारी लिरिक्स

हे राम का आज्ञाकारी लिरिक्सहे राम का आज्ञाकारी हे शंकर का अवतारी म्हारे सिर पे हाथ फिराओ मैं शरण पड्या हाँ थारी म्हाने पल पल पल पल थी याद सातवे है हे वीर बलि म्हणे थारी ओल्यू आवे है म्हारे जी में आवे बाबा थे धाम आ जावां थारे धाम आके थारे चरना में लुड़ जावां म्हणे बेगा हुकम सुनाओ सालासर धाम बुलाओ म्हें आस लगाया बैठ्या थे म्हारी आस पुराओ म्हाने पल पल पल पल थी याद सातवे है हे वीर बलि म्हणे थारी ओल्यू आवे है थारा देसी घी का लाडू म्हाने याद आवे है थारो भोग चूरमो बाबा म्हाने बहुत भावे है पूरब मुख मंदिर थारो म्हाने लागे प्यारो प्यारो थे आवनिया का बाबा से बिगड्या काम संवारो म्हाने पल पल पल पल थी याद सातवे है हे वीर बलि म्हणे थारी ओल्यू आवे है म्हारो भेद हिये को बाबा थारे शामी खोलांगा जो थां सूं ना बोला तो म्हें किसने बोलांगा थारी हर्ष घनी सकलाई बेगा सा करो सुनाई शरणागत का दुःख मेटो थाने राम प्रभु की दुहाई म्हाने पल पल पल पल थी याद सातवे है हे वीर बलि म्हणे थारी ओल्यू आवे है

chaaro dulhaa ki aarati utaro eh sakhi bhajan lyrics

चारों दूल्हा की आरती उतारू ऐ सखी चितचोरवा की आरती उतारू ऐ सखी दुल्हिन स मिथलेश कुमारी दूल्हा दुलरवा स अवध बिहारी भरी भरी नैना हे निहारु आए सखी चित्तचोरवा के आरती उतारू हे सखी चारु दूल्हा के आरती उतारू हे सखी व्याह विभूषण अंग अंग साजे मणि मंडप मंगलमय राजे तन मन धन हे न्यैछारु हे सखी चारु दूल्हा के आरती उतारू हे सखी चित्तचोरवा के आरती उतारू हे सखी

ज्योतिष और आध्यात्म: हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ

हेराजारामतेरीआरतीउतारूँ हेराजारामतेरीआरतीउतारूँ आरतीउतारूँतुझेतनमनबारूँ, कनकशिहांसनरजतजोड़ी, दशरथनंदनजनककिशोरी, युगुलछबिकोसदानिहारूँ, हेराजारामतेरीआरतीउतारूँ........ बामभागशोभतिजगजननी, चरणबिराजतहैसुतअंजनी, उनचरणोंकोसदापखारू, हेराजारामतेरीआरतीउतारूँ........ आरतीहनुमंतकेमनभाये, रामकथानितशिवजीगाये, रामकथाहिरदयमेंउतारू, हेराजारामतेरीआरतीउतारूँ........ चरणोंसेनिकलीगंगाप्यारी, बधनकरतीदुनियासारी, उनचरणोंमेंशीशकोधारू, हेराजारामतेरीआरतीउतारूँ........ 🌷🌱🌷🌱🌷मनुर्भव🌷🌱🌷🌱🌷 • ► (6) • ► (6) • ► (3) • ► (1) • ► (1) • ► (1) • ► (9) • ► (1) • ► (1) • ► (1) • ► (1) • ► (2) • ► (1) • ► (2) • ► (24) • ► (1) • ► (1) • ► (1) • ► (3) • ► (3) • ► (1) • ► (1) • ► (4) • ► (5) • ► (4) • ▼ (79) • ► (15) • ► (5) • ► (9) • ► (8) • ► (3) • ► (2) • ▼ (22) • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • ► (7) • ► (2) • ► (1) • ► (5) • ► (37) • ► (6) • ► (1) • ► (5) • ► (8) • ► (1) • ► (3) • ► (8) • ► (3) • ► (1) • ► (1) • ► (50) • ► (1) • ► (2) • ► (4) • ► (9) • ► (13) • ► (17) • ► (1) • ► (2) • ► (1)

ये जग राम की रचना है ये जीवन अद्भुत सपना है लिरिक्स

ये जग राम की रचना है, ये जीवन अद्भुत सपना है, रैन बसेरा मुसाफिर खाना, सबका आना जाना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। हम राम के खेल खिलोने, कहीं फूल कहीं कांटे है, संभल संभल कर चलना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। यहाँ रंग रंगीले नीले है, कर्मो के पग पग खेले है, कर्म गति से हँसना है, कर्मो के फल रोना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। अजब राम की माया है, कहीं धुप कहीं छाया है, जो कुछ पाया वो तुझसे पाया, व्यर्थ ही जग भरमाया है, Bhajan Diary Lyrics, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। जीवन खेल है सांसो का, झूठे रिश्ते नातों का, जो बांधा यहीं छूटेगा, माटी ने खेल खिलाया है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। सूरज चंदा तारे है, गंगा के बहते धारे है, राम की नैया राम खिवैया, राम ही राम किनारे है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। हाथ जो तेरा सर पे राम, संवर गए मेरे बिगड़े काम, सांस सांस पे नाम है तेरा, साए में तेरे सिमटना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। ये जग राम की रचना है, ये जीवन अद्भुत सपना है, रैन बसेरा मुसाफिर खाना, सबका आना जाना है, ये जग राम की रचना हैं, ये जीवन अद्भुत सपना है।bd। Singer – Virender Negi

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हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ आरती उतारूँ तुझे तन मन बारूँ, कनक शिहांसन रजत जोड़ी, दशरथ नंदन जनक किशोरी, युगुल छबि को सदा निहारूँ, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ........ बाम भाग शोभति जग जननी, चरण बिराजत है सुत अंजनी, उन चरणों को सदा पखारू, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ........ आरती हनुमंत के मन भाये, राम कथा नित शिव जी गाये, राम कथा हिरदय में उतारू, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ........ चरणों से निकली गंगा प्यारी, बधन करती दुनिया सारी, उन चरणों में शीश को धारू, हे राजा राम तेरी आरती उतारूँ........