इंदौर में लड़कियां कहां मिलती है

  1. इंदौर में लड़कियां कहां मिलती है
  2. शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है ? tips and information
  3. आज जिनका जन्मदिन है, जानें कैसा रहेगा आने वाला साल
  4. Inequality of opportunities, suffering of oppression, exploitation and injustice, inequality between men and women
  5. शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है ? tips and information
  6. इंदौर में लड़कियां कहां मिलती है
  7. Inequality of opportunities, suffering of oppression, exploitation and injustice, inequality between men and women
  8. आज जिनका जन्मदिन है, जानें कैसा रहेगा आने वाला साल
  9. Inequality of opportunities, suffering of oppression, exploitation and injustice, inequality between men and women
  10. शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है ? tips and information


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इंदौर में लड़कियां कहां मिलती है

नमस्कार दोस्तों ! स्वागत है आपका एक और मजेदार पोस्ट में जहां हम आपको बताने वाले हैं इंदौर में लड़कियां कहां मिलती है या indore red light area name कहा हैं ? दोस्तों इंदौर हमारे देश के सबसे फैमस और विकसित शहरों में से एक हैं जहां एक से बड़ कर एक खूबसूरत और मॉर्डन लड़की रहती है जिसके कारण लड़कों को अक्सर तमन्ना रहती है की उनकी किसी इंदौर की लड़की से दोस्ती हो जाए । लेकिन जानकारी के अभाव में वो ऐसा नही कर पाते जिसके बाद वो red light area in indore को तलाश करते हैं ताकी बिना झंझट के जो उन्हे जो चाहिये वो मिल जाए, इसी को देखतै हुए यहां हम आपको बताने वाले हैं indore red light area kahan per hai ? जी हा ! दोस्तों क्योकि ऐसै बहुत से लड़के हैं जो इंदौर की लड़कियों का नंबर लेकर उनसे दोस्ती करना चहाते है, उन्हे जीएफ बनाना चहाते हैं लेकिन हर लड़के में लड़की पटाने का हुनर नही होता इसलिए लड़के अक्सर पूछते हैं की इंदौर में लड़कियां कहां मिलती है ? इस तरह के सवाल से उनका मतलब होता है की red light area indore में किस जगह है या इंदौर में किस जगह रेड लाइट एरिया है ? इंदौर में खैर काफी सारे रेड लाइट एरिया ( indore red light area name ) हैं लेकिन लोग इनके बारे में बात करने से कतराते हैं इसलिए इनसे रीलेटेड काफी कम जानकारी उपलब्ध है और जो जानकारी मौजूद है उसमें से भी ज्यादातर फेक होती है । इसलिए यहां आज हम आपको बताने वाले हैं इंदौर में लड़कियां कहां मिलती है ताकी आपको indore red light area name पता करने के लिए इधर – उधर ना भटकना पडे । तो आइये अब आर्टिकल को शुरू करते हैं लेकिन उससे पहले जान लेते हैं की रेड लाइट एरिया क्या होते है Read more :> जानिये क्या है इंदौर में रेड लाइट एरिया – indore red l...

शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है ? tips and information

‌‌‌ ‌‌‌यदि आपकी शादी नहीं हो रही है तो शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है shaadi ke liye ladki kaha par milti hai ?यह सवाल आपका जरूर होगा तो आइए जाने हैं कि शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है ? और किस तरह की सावधानियां जरूरी हैं। दोस्तों आपको यह जानकर हैरानी होगी कि देश के अंदर लिंगानुपात काफी तेजी से गिर रहा है। एक न्यूज के अनुसार 2014-2016 में लिंगानुपात 898 था जो 2015-2017 में घटकर 896 रह गया है। ‌‌‌जबकि बात करें 2011 की जनगणना की तो 1000 पुरूषों के पीछे 940 महिलाएं थी। लिंगानुपात पीछले तीन सालों से घट रहा है और यदि ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले समय के अंदर लड़कियां मिलनी ही मुश्किल हो जाएंगी । एक समय ऐसा भी हुआ करता था जब पुरूषों की संख्या बहुत ही कम होती थी और एक पुरूष की कई सारी पत्नी हुई करती थी। यह उस समय की बात है जब राजा महाराजा हुआ करते थे । इसका कारण ‌‌‌यह था कि जब युद्व होता था तो बड़ी संख्या के अंदर पुरूष मारे जाते थे और उसके बाद बड़ी संख्या के अंदर महिलाएं विधवा हो जाती थी। जबकि अब ऐसा हालात नहीं है। आज महिलाओं की संख्या कम होने के पीछे क्या वजह है ? इसके बारे मे तो नहीं कहा जा सकता है लेकिन ‌‌‌इतना कहा जा सकता है कि लोगों की सोच आज भी बदली नहीं है। लोगों की सोच बदलने के पीछे सरकार ने काम करना शूरू किया लेकिन वह पूरे तरीके से असफल है। चारो ओर होते बलात्कार को सरकार रोक नहीं पा रही है। ‌‌‌ऐसी स्थिति के कहीं ना कहीं माता और पिता यह सोचते हैं कि उनको लड़का होगा तो अच्छा होगी । और यदि लड़की होगी तो काफी समस्याएं होगी । उपर से बदनामी होने का डर भी होगा । ‌‌‌लकिड़यों के नाम से ही बहुत से लोग नफरत करने लगें हैं। क्योंकि उनको बचपन से ऐसी ही शिक्षा मिली है कि लड़का ही ...

आज जिनका जन्मदिन है, जानें कैसा रहेगा आने वाला साल

• 7 hours ago • 14 hours ago • 14 hours ago • 17 hours ago • 18 hours ago • 18 hours ago • 21 hours ago • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 39.9°C Today's Birthday Prediction:आज आपके जन्मदिन की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 10 जून में जन्मे व्यक्तियों का मूलांक 1 होता है, जिनके स्वामी सूर्य देव हैं। मूलांक 1 वाले जातकों का व्यक्तित्व काफी प्रभावशाली होता है। ये लोग शान-शौकत और रौब से रहना पसंद करते हैं। इनको अपने जीवन काल में शक्ति और सत्ता प्राप्त होती है। मूलांक 1 वाले जातक मान-सम्मान, यश, प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं। इन लोगों में अच्छे नेता और प्रबंधक के गुण होते हैं। मूलांक 1 वालों की निर्णायक शक्ति अच्छी होती है। इन लोगों में सही और गलत की समझ होती है। ये लोग अच्छे से सोच-समझकर परिस्थितियों के अनुरूप फैसला लेते हैं। मूलांक 1 वाले जातक स्वाभिमानी होते हैं। ये लोग स्वतंत्र विचारधारा के धनी होते हैं। जल्दी से किसी के सामने झुकना पसंद नहीं करते। इन्हें अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने से बचना चाहिए अन्यथा इन्हें नकारात्मक परिणामों का सामना करना पड़ता है। ये लोग अपने काम के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं होते। इन्हें स्वतंत्र रूप से काम करना पसंद होता है। ये लोग हमेशा ऊर्जावान और उत्साहित रहते हैं। एक बार जो ठान लेते हैं उसे पूरा करके ही छोड़ते हैं। मूलांक 1 वाले जातक राजनीति के क्षेत्र में भी सफल होते हैं। आज जिन जातकों का जन्मदिन है यह वर...

Inequality of opportunities, suffering of oppression, exploitation and injustice, inequality between men and women

रजत रानी मीनू हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग के परिणाम के बाद पूरे देश में एक खुशी की लहर दौड़ती दिखी। शीर्ष चार स्थानों पर लड़कियों ने परचम लहराया। नौ सौ तेंतीस सीटों में से तीन सौ बीस पर लड़कियां उम्मीदवार आगे आईं। पिछले वर्षो की अपेक्षा यह प्रतिशत लड़कियों के पक्ष में बढ़ा है। जाहिर है, यह परिणाम स्त्री समुदाय की दृष्टि से और देश के हित में बेहतर है। मगर स्त्रियां आधी आबादी होने के बावजूद पचास फीसदी का आकंड़ा नहीं छू पाई हैं। इसके साथ अनेक सवाल भी उठ रहे हैं और अनेक शंकाओं का समाधान स्त्री समर्थकों को मिल गया है कि लड़कियों को अवसर दिए जाएं तो वे लड़कों से पीछे नहीं रहती हैं। इस खुशी में भारतीय समाज की लड़कियों के प्रति मानसिकता दिखाई देती है। यानी लड़कियों को समाज ने समान अवसर नहीं दिए, इसलिए वे पिछड़ गईं। पिछड़ ही नहीं गईं, बल्कि स्त्री समुदाय के लिए कमतरी के मुहावरे भी गढ़े गए। उनका मजाक उड़ाया गया और बहुत चालाकी से उन्हें अवसरों से दूर किया जाता रहा है। इसीलिए लड़कियों को और उनके समर्थकों को बार-बार यह कहना पड़ता है कि लड़कियां लड़कों से कम नहीं हैं। आज भी लड़कियों को अपनी योग्यता का प्रमाण पत्र सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करना पड़ रहा है, जबकि अवसर मिलने पर वे अपनी क्षमता के अनुसार योगदान दे रही हैं और यह सामान्य-सी बात है। जिनका इतिहास में दमन, शोषण हुआ, वे आज भी असमानताएं झेलने को विवश इस संदर्भ में देखें तो अवसरों की समानता लड़कियों को ही क्यों, देश के हर नागरिक को मिलनी चाहिए। जिनका इतिहास में दमन, शोषण किया गया और वे आज भी विभिन्न तरह की असमानताएं झेलने को जो विवश हैं। जो चार लड़कियां संघ लोकसेवा आयोग के परिणाम में आगे आई हैं, उनके माता-पिता ने उनके साथ शायद किसी तरह का भेदभाव नहीं किय...

शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है ? tips and information

‌‌‌ ‌‌‌यदि आपकी शादी नहीं हो रही है तो शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है shaadi ke liye ladki kaha par milti hai ?यह सवाल आपका जरूर होगा तो आइए जाने हैं कि शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है ? और किस तरह की सावधानियां जरूरी हैं। दोस्तों आपको यह जानकर हैरानी होगी कि देश के अंदर लिंगानुपात काफी तेजी से गिर रहा है। एक न्यूज के अनुसार 2014-2016 में लिंगानुपात 898 था जो 2015-2017 में घटकर 896 रह गया है। ‌‌‌जबकि बात करें 2011 की जनगणना की तो 1000 पुरूषों के पीछे 940 महिलाएं थी। लिंगानुपात पीछले तीन सालों से घट रहा है और यदि ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले समय के अंदर लड़कियां मिलनी ही मुश्किल हो जाएंगी । एक समय ऐसा भी हुआ करता था जब पुरूषों की संख्या बहुत ही कम होती थी और एक पुरूष की कई सारी पत्नी हुई करती थी। यह उस समय की बात है जब राजा महाराजा हुआ करते थे । इसका कारण ‌‌‌यह था कि जब युद्व होता था तो बड़ी संख्या के अंदर पुरूष मारे जाते थे और उसके बाद बड़ी संख्या के अंदर महिलाएं विधवा हो जाती थी। जबकि अब ऐसा हालात नहीं है। आज महिलाओं की संख्या कम होने के पीछे क्या वजह है ? इसके बारे मे तो नहीं कहा जा सकता है लेकिन ‌‌‌इतना कहा जा सकता है कि लोगों की सोच आज भी बदली नहीं है। लोगों की सोच बदलने के पीछे सरकार ने काम करना शूरू किया लेकिन वह पूरे तरीके से असफल है। चारो ओर होते बलात्कार को सरकार रोक नहीं पा रही है। ‌‌‌ऐसी स्थिति के कहीं ना कहीं माता और पिता यह सोचते हैं कि उनको लड़का होगा तो अच्छा होगी । और यदि लड़की होगी तो काफी समस्याएं होगी । उपर से बदनामी होने का डर भी होगा । ‌‌‌लकिड़यों के नाम से ही बहुत से लोग नफरत करने लगें हैं। क्योंकि उनको बचपन से ऐसी ही शिक्षा मिली है कि लड़का ही ...

इंदौर में लड़कियां कहां मिलती है

नमस्कार दोस्तों ! स्वागत है आपका एक और मजेदार पोस्ट में जहां हम आपको बताने वाले हैं इंदौर में लड़कियां कहां मिलती है या indore red light area name कहा हैं ? दोस्तों इंदौर हमारे देश के सबसे फैमस और विकसित शहरों में से एक हैं जहां एक से बड़ कर एक खूबसूरत और मॉर्डन लड़की रहती है जिसके कारण लड़कों को अक्सर तमन्ना रहती है की उनकी किसी इंदौर की लड़की से दोस्ती हो जाए । लेकिन जानकारी के अभाव में वो ऐसा नही कर पाते जिसके बाद वो red light area in indore को तलाश करते हैं ताकी बिना झंझट के जो उन्हे जो चाहिये वो मिल जाए, इसी को देखतै हुए यहां हम आपको बताने वाले हैं indore red light area kahan per hai ? जी हा ! दोस्तों क्योकि ऐसै बहुत से लड़के हैं जो इंदौर की लड़कियों का नंबर लेकर उनसे दोस्ती करना चहाते है, उन्हे जीएफ बनाना चहाते हैं लेकिन हर लड़के में लड़की पटाने का हुनर नही होता इसलिए लड़के अक्सर पूछते हैं की इंदौर में लड़कियां कहां मिलती है ? इस तरह के सवाल से उनका मतलब होता है की red light area indore में किस जगह है या इंदौर में किस जगह रेड लाइट एरिया है ? इंदौर में खैर काफी सारे रेड लाइट एरिया ( indore red light area name ) हैं लेकिन लोग इनके बारे में बात करने से कतराते हैं इसलिए इनसे रीलेटेड काफी कम जानकारी उपलब्ध है और जो जानकारी मौजूद है उसमें से भी ज्यादातर फेक होती है । इसलिए यहां आज हम आपको बताने वाले हैं इंदौर में लड़कियां कहां मिलती है ताकी आपको indore red light area name पता करने के लिए इधर – उधर ना भटकना पडे । तो आइये अब आर्टिकल को शुरू करते हैं लेकिन उससे पहले जान लेते हैं की रेड लाइट एरिया क्या होते है Read more :> जानिये क्या है इंदौर में रेड लाइट एरिया – indore red l...

Inequality of opportunities, suffering of oppression, exploitation and injustice, inequality between men and women

रजत रानी मीनू हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग के परिणाम के बाद पूरे देश में एक खुशी की लहर दौड़ती दिखी। शीर्ष चार स्थानों पर लड़कियों ने परचम लहराया। नौ सौ तेंतीस सीटों में से तीन सौ बीस पर लड़कियां उम्मीदवार आगे आईं। पिछले वर्षो की अपेक्षा यह प्रतिशत लड़कियों के पक्ष में बढ़ा है। जाहिर है, यह परिणाम स्त्री समुदाय की दृष्टि से और देश के हित में बेहतर है। मगर स्त्रियां आधी आबादी होने के बावजूद पचास फीसदी का आकंड़ा नहीं छू पाई हैं। इसके साथ अनेक सवाल भी उठ रहे हैं और अनेक शंकाओं का समाधान स्त्री समर्थकों को मिल गया है कि लड़कियों को अवसर दिए जाएं तो वे लड़कों से पीछे नहीं रहती हैं। इस खुशी में भारतीय समाज की लड़कियों के प्रति मानसिकता दिखाई देती है। यानी लड़कियों को समाज ने समान अवसर नहीं दिए, इसलिए वे पिछड़ गईं। पिछड़ ही नहीं गईं, बल्कि स्त्री समुदाय के लिए कमतरी के मुहावरे भी गढ़े गए। उनका मजाक उड़ाया गया और बहुत चालाकी से उन्हें अवसरों से दूर किया जाता रहा है। इसीलिए लड़कियों को और उनके समर्थकों को बार-बार यह कहना पड़ता है कि लड़कियां लड़कों से कम नहीं हैं। आज भी लड़कियों को अपनी योग्यता का प्रमाण पत्र सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करना पड़ रहा है, जबकि अवसर मिलने पर वे अपनी क्षमता के अनुसार योगदान दे रही हैं और यह सामान्य-सी बात है। जिनका इतिहास में दमन, शोषण हुआ, वे आज भी असमानताएं झेलने को विवश इस संदर्भ में देखें तो अवसरों की समानता लड़कियों को ही क्यों, देश के हर नागरिक को मिलनी चाहिए। जिनका इतिहास में दमन, शोषण किया गया और वे आज भी विभिन्न तरह की असमानताएं झेलने को जो विवश हैं। जो चार लड़कियां संघ लोकसेवा आयोग के परिणाम में आगे आई हैं, उनके माता-पिता ने उनके साथ शायद किसी तरह का भेदभाव नहीं किय...

आज जिनका जन्मदिन है, जानें कैसा रहेगा आने वाला साल

• about an hour ago • 11 hours ago • 17 hours ago • 17 hours ago • 21 hours ago • 21 hours ago • 21 hours ago • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 40.5°C Today's Birthday Prediction:आज आपके जन्मदिन की आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 10 जून में जन्मे व्यक्तियों का मूलांक 1 होता है, जिनके स्वामी सूर्य देव हैं। मूलांक 1 वाले जातकों का व्यक्तित्व काफी प्रभावशाली होता है। ये लोग शान-शौकत और रौब से रहना पसंद करते हैं। इनको अपने जीवन काल में शक्ति और सत्ता प्राप्त होती है। मूलांक 1 वाले जातक मान-सम्मान, यश, प्रसिद्धि प्राप्त करते हैं। इन लोगों में अच्छे नेता और प्रबंधक के गुण होते हैं। मूलांक 1 वालों की निर्णायक शक्ति अच्छी होती है। इन लोगों में सही और गलत की समझ होती है। ये लोग अच्छे से सोच-समझकर परिस्थितियों के अनुरूप फैसला लेते हैं। मूलांक 1 वाले जातक स्वाभिमानी होते हैं। ये लोग स्वतंत्र विचारधारा के धनी होते हैं। जल्दी से किसी के सामने झुकना पसंद नहीं करते। इन्हें अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने से बचना चाहिए अन्यथा इन्हें नकारात्मक परिणामों का सामना करना पड़ता है। ये लोग अपने काम के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं होते। इन्हें स्वतंत्र रूप से काम करना पसंद होता है। ये लोग हमेशा ऊर्जावान और उत्साहित रहते हैं। एक बार जो ठान लेते हैं उसे पूरा करके ही छोड़ते हैं। मूलांक 1 वाले जातक राजनीति के क्षेत्र में भी सफल होते हैं। आज जिन जातकों का जन्मदिन है...

Inequality of opportunities, suffering of oppression, exploitation and injustice, inequality between men and women

रजत रानी मीनू हाल ही में संघ लोक सेवा आयोग के परिणाम के बाद पूरे देश में एक खुशी की लहर दौड़ती दिखी। शीर्ष चार स्थानों पर लड़कियों ने परचम लहराया। नौ सौ तेंतीस सीटों में से तीन सौ बीस पर लड़कियां उम्मीदवार आगे आईं। पिछले वर्षो की अपेक्षा यह प्रतिशत लड़कियों के पक्ष में बढ़ा है। जाहिर है, यह परिणाम स्त्री समुदाय की दृष्टि से और देश के हित में बेहतर है। मगर स्त्रियां आधी आबादी होने के बावजूद पचास फीसदी का आकंड़ा नहीं छू पाई हैं। इसके साथ अनेक सवाल भी उठ रहे हैं और अनेक शंकाओं का समाधान स्त्री समर्थकों को मिल गया है कि लड़कियों को अवसर दिए जाएं तो वे लड़कों से पीछे नहीं रहती हैं। इस खुशी में भारतीय समाज की लड़कियों के प्रति मानसिकता दिखाई देती है। यानी लड़कियों को समाज ने समान अवसर नहीं दिए, इसलिए वे पिछड़ गईं। पिछड़ ही नहीं गईं, बल्कि स्त्री समुदाय के लिए कमतरी के मुहावरे भी गढ़े गए। उनका मजाक उड़ाया गया और बहुत चालाकी से उन्हें अवसरों से दूर किया जाता रहा है। इसीलिए लड़कियों को और उनके समर्थकों को बार-बार यह कहना पड़ता है कि लड़कियां लड़कों से कम नहीं हैं। आज भी लड़कियों को अपनी योग्यता का प्रमाण पत्र सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करना पड़ रहा है, जबकि अवसर मिलने पर वे अपनी क्षमता के अनुसार योगदान दे रही हैं और यह सामान्य-सी बात है। जिनका इतिहास में दमन, शोषण हुआ, वे आज भी असमानताएं झेलने को विवश इस संदर्भ में देखें तो अवसरों की समानता लड़कियों को ही क्यों, देश के हर नागरिक को मिलनी चाहिए। जिनका इतिहास में दमन, शोषण किया गया और वे आज भी विभिन्न तरह की असमानताएं झेलने को जो विवश हैं। जो चार लड़कियां संघ लोकसेवा आयोग के परिणाम में आगे आई हैं, उनके माता-पिता ने उनके साथ शायद किसी तरह का भेदभाव नहीं किय...

शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है ? tips and information

‌‌‌ ‌‌‌यदि आपकी शादी नहीं हो रही है तो शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है shaadi ke liye ladki kaha par milti hai ?यह सवाल आपका जरूर होगा तो आइए जाने हैं कि शादी के लिए लड़कियां कहां मिलती है ? और किस तरह की सावधानियां जरूरी हैं। दोस्तों आपको यह जानकर हैरानी होगी कि देश के अंदर लिंगानुपात काफी तेजी से गिर रहा है। एक न्यूज के अनुसार 2014-2016 में लिंगानुपात 898 था जो 2015-2017 में घटकर 896 रह गया है। ‌‌‌जबकि बात करें 2011 की जनगणना की तो 1000 पुरूषों के पीछे 940 महिलाएं थी। लिंगानुपात पीछले तीन सालों से घट रहा है और यदि ऐसा ही चलता रहा तो आने वाले समय के अंदर लड़कियां मिलनी ही मुश्किल हो जाएंगी । एक समय ऐसा भी हुआ करता था जब पुरूषों की संख्या बहुत ही कम होती थी और एक पुरूष की कई सारी पत्नी हुई करती थी। यह उस समय की बात है जब राजा महाराजा हुआ करते थे । इसका कारण ‌‌‌यह था कि जब युद्व होता था तो बड़ी संख्या के अंदर पुरूष मारे जाते थे और उसके बाद बड़ी संख्या के अंदर महिलाएं विधवा हो जाती थी। जबकि अब ऐसा हालात नहीं है। आज महिलाओं की संख्या कम होने के पीछे क्या वजह है ? इसके बारे मे तो नहीं कहा जा सकता है लेकिन ‌‌‌इतना कहा जा सकता है कि लोगों की सोच आज भी बदली नहीं है। लोगों की सोच बदलने के पीछे सरकार ने काम करना शूरू किया लेकिन वह पूरे तरीके से असफल है। चारो ओर होते बलात्कार को सरकार रोक नहीं पा रही है। ‌‌‌ऐसी स्थिति के कहीं ना कहीं माता और पिता यह सोचते हैं कि उनको लड़का होगा तो अच्छा होगी । और यदि लड़की होगी तो काफी समस्याएं होगी । उपर से बदनामी होने का डर भी होगा । ‌‌‌लकिड़यों के नाम से ही बहुत से लोग नफरत करने लगें हैं। क्योंकि उनको बचपन से ऐसी ही शिक्षा मिली है कि लड़का ही ...