इस उपन्यास के अंश में तीस के दशक की ग्राम्य संस्कृति का चित्रण है। आज की ग्रामीण संस्कृति में आपको किस तरह के परिवर्तन दिखाई देते हैं।

  1. NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kritika Chapter 1 माता का आँचल
  2. माता का आँचल
  3. Question 6:इस उपन्यास अंश में तीस के दशक की ग्राम्य संस्कृति का चित्रण है। आज की ग्रामीण संस्कृति में आपको किस तरह के...
  4. Mata Ka Anchal माता का आँचल
  5. इस उपन्यास अंश में तीस के दशक की ग्राम्य संस्कृति का चित्रण है। आज की ग्रामीण संस्कृति में आपको किस तरह के परिवर्तन दिखाई देते हैं।
  6. माता का आँचल NCERT Solution Class 10 Chapter 1 Kshitij हिंदी
  7. NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kritika Chapter 1


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NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kritika Chapter 1 माता का आँचल

NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kritika Chapter 1 माता का आँचल यहाँ सरल शब्दों में दिया जा रहा है. NCERT Class 10 Hindi Kritika Chapter 1 Question Answer को आसानी से समझ में आने के लिए हमने प्रश्नों के उत्तरों को इस प्रकार लिखा है की कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक बात कही जा सके. NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kritika Chapter 1 माता का आँचल प्रश्न – अभ्यास 1.प्रस्तुत पाठ के आधार पर यह कहा जा सकता है कि बच्चे का अपने पिता से अधिक जुड़ाव था, फिर भी विपदा के समय वह पिता के पास न जाकर मां की शरण लेता है। आपकी समझ से इसकी क्या वजह हो सकती है? उत्तर :- ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मां दिनभर घर के कामों में उलझी रहती है और उसके पास बच्चों के साथ खेलने-कूदने, उनसे बातें करने व उनका मन बहलाने के लिए समय नहीं होता; जबकि पिता बच्चों के साथ एक अच्छे मित्र की तरह रहते हैं और समय-समय पर उनके लिए मिठाइयां लाकर उन्हें खुश कर देते हैं। कई बाहर बच्चों की भलाई के लिए मां को उन्हें डांटना व मारना भी पड़ता है, इसलिए बच्चे पिता के साथ रहना अधिक पसंद करते हैं। लेकिन विपदा के समय उन्हें सिर्फ मां की ममता, स्नेह, लाड-प्यार और दुलार की आवश्यकता होती है क्योंकि केवल मां ही उनकी भावनाओं को समझती है। 2. आपके विचार से भोलानाथ अपने साथियों को देखकर से सिसकना क्यों भूल जाता है? उत्तर :- बच्चे बहुत भोले और मासूम होते हैं। उनका ध्यान भटकाना और मन बहलाना बहुत आसान होता है। छोटी-छोटी चीजों से रोते हुए बच्चों का मन बहलाया जा सकता है। इसी प्रकार भोलानाथ भी अपने साथियों को देखकर उनके साथ विभिन्न प्रकार के खेल खेलने के लिए उत्सुक हो उठता है और उनके साथ खेलने-कूदने की खुशी में अपना रोना और सिसकना भूल जाता ह...

माता का आँचल

Class 10 Hindi Kritika Chapter 1 Mata Ka Anchal Question Answer कक्षा 10 हिंदी कृतिका पाठ 1 माता का आँचल बोध-प्रश्न माता का आँचल प्रश्न 1: प्रस्तुत पाठ के आधार पर कहा जा सकता है कि बच्चे का अपने पिता से अधिक जुड़ाव था, फिर भी विपदा के समय वह पिता के पास न जाकर माँ की शरण लेता है । आपकी समझ से इसकी क्या वजह हो सकती है? Mata ka anchal पहला उत्तर: बच्चे का अपने पिता से अधिक जुड़ाव हो, तो भी वह अपनी माँ के आँचल में खुद को ज्यादा अच्छा महसूस करता है । माँ का स्नेह उसके मन में बैठे डर को दूर कर देता है । भोलानाथ का अपने पिता जी से बहुत स्नेह था। पर जब उस पर विपदा आई, तो उसे जो शांति और प्रेम माँ की गोद में जाकर महसूस हुआ, वह शायद पिता के साथ नहीं हो पाता । माता का आँचल प्रश्न 2: आपके अनुसार भोलानाथ अपने साथियों को देखकर सिसकना क्यों भूल जाता है? Mata ka anchal दूसरा उत्तर: भोलानाथ अपने साथियों को देखकर सिसकना इसलिए भूल जाता है क्योंकि जब भोलानाथ अपने मित्रों को मज़े से खेलते हुए देखता है, तो खुद को नहीं रोक पाता और रोना भूलकर अपने साथियों के साथ खेलने लगता है । माता का आँचल प्रश्न 3: आपने देखा होगा कि भोलानाथ और उसके साथी जब-तब खेलते-खाते समय किसी न किसी प्रकार की तुकबंदी करते हैं । आपको यदि अपने खेलों आदि से जुड़ी तुकबंदी याद हो तो लिखिए । Mata ka anchal तीसरा उत्तर: मुझे अपने बचपन के कुछ खेलों से जुड़ी तुकबन्दियाँ याद हैं- • अक्कड़-बक्कड़ बम्बे बो, अस्सी नब्बे पूरे सौ। • पोषम पा भई पोषम पा, डाकिये ने क्या किया। • आदा पादा किसने पादा । माता का आँचल प्रश्न 4: भोलानाथ और उसके साथियों के खेल और खेलने की सामग्री आपके खेल और खेलने की सामग्री से किस प्रकार भिन्न है? Mata ka anchal चौथा उत्त...

Question 6:इस उपन्यास अंश में तीस के दशक की ग्राम्य संस्कृति का चित्रण है। आज की ग्रामीण संस्कृति में आपको किस तरह के...

Answer: तीस के दशक अर्थात् 1930 के आस-पास ग्रामीण संस्कृति में बनावटी (दिखावा) जीवन का अभाव था। लोग बहुत ही सीधा-सादा जीवन व्यतीत करते थे। उस समय ग्रामीण लोगों पर विज्ञान का अधिक प्रभाव नहीं था। लोग बाज़ार अथवा दूसरों पर कम आश्रित थे। चोट लगने अथवा बिमार पड़ने पर भी बाज़ारू दवाइयों के स्थान पर घरेलु नुस्ख़ों का अधिक प्रयोग करते थे। पहले की तुलना में आज की ग्रामीण संस्कृति में काफी परिवर्तन आए हैं। अब गाँव में भी विज्ञान का प्रभाव बढ़ता जा रहा है; जैसे- लालटेन के स्थान पर बिजली, बैल के स्थान पर ट्रैक्टर का प्रयोग, घरेलु खाद के स्थान पर बाज़ार में उप्लब्ध कृत्रिम खाद का प्रयोग तथा विदेशी दवाइयों का प्रयोग किया जा रहा है। पहले की तुलना में अब किसानों (खेतिहर मज़दूरों) की संख्या घट रही है। घर की छोटी-छोटी चीज़ों के लिए भी लोग दूसरों पर आश्रित हैं।

Mata Ka Anchal माता का आँचल

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इस उपन्यास अंश में तीस के दशक की ग्राम्य संस्कृति का चित्रण है। आज की ग्रामीण संस्कृति में आपको किस तरह के परिवर्तन दिखाई देते हैं।

इस उपन्यास में 30 के दशक की ग्रामीण संस्कृति का चित्रण किया गया है। तीस के दशक की ग्रामीण संस्कृति और आज की संस्कृति में काफी कुछ परिवर्तन आ चुका है। तीस के दशक के आसपास की ग्रामीण संस्कृति में बनावटी पर नहीं था। उस समय के लोग सादा जीवन व्यतीत करते थे। प्रदूषण का नामोनिशान नहीं था। गाँव के खेत हरे-भरे होते थे। गाँव में घर कच्ची मिट्टी के बने होते थे। बहुत अधिक सुख-सुविधाएं नहीं होती थी, लेकिन फिर भी लोग खुश थे और सुकून से रहते थे। गाँव में संयुक्त परिवार होते थे, जो भरे पूरे होते थे और सब लोग मिल जुल कर रहते थे। आज के गाँव बिल्कुल बदल चुके हैं, अब मिट्टी के घर यदा-कदा ही पाए जाते हैं। अब ज्यादातर गाँव के घरों में पक्के मकान हो गए हैं। गाँव में भी तकनीक एवं संचार का प्रभाव होने लगा है। पहले के गाँव जहाँ लालटेन की रोशनी से जगमगाती थे, आज के गाँव में बिजली पहुंच चुकी है। पहले खेतों में बैल होते थे। अब आज के गाँव में खेतों में ट्रैक्टर होते हैं। घरेलू खाद की जगह रसायनिक खाद का प्रयोग होता है। पहले के किसान खुद ही खेती करते थे अब के किसान मजदूरों से खेती करवाते हैं। पहले के गाँव के लोग सीधा सादा जीवन बिताते थे आज के ग्रामीण लोग भी शहरों की बातें आधुनिकता की चकाचौंध में फंस गए हैं। पाठ के बारे में… ‘माता का आँचल’ पाठ शिवपूजन सहाय द्वारा लिखा गया पाठ है, जिसमें उन्होंने भोलानाथ के बचपन के प्रसंग का वर्णन किया है। इस पाठ में भोलानाथ एक बच्चा है जिसका अपने पिता से बेहद लगाव था और वह हर समय अपने पिता के साथ ही रहता था। उसके पिता भी उसे हर समय अपने साथ रखते और उसे घुमाने ले जाते। उसे साथ बिठा कर पूजा करते, लेकिन जब भी कोई दुखद स्थिति आती तो वह अपने माँ के पास ही जाता था। माँ के आँचल ...

माता का आँचल NCERT Solution Class 10 Chapter 1 Kshitij हिंदी

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NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kritika Chapter 1

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