Jal sanrakshan avn jal prabandhan ke liye kya kiya jana chahie

  1. CBSE Class 10 Hindi B सूचना लेखन
  2. Amrit Sarovar Yojana 2022
  3. जल संरक्षण एवं जल प्रबंधन के लिए क्या किया जाना चाहिए? Jal sanrakshan evam jal prabandhan ke liye kya kiya jana chaiye
  4. सरकारी योजना 2023
  5. जल संरक्षण के उपाय बताइए
  6. जल संरक्षण एक अनिवार्य आवश्यकता
  7. जल संरक्षण के उपाय
  8. जल प्रदूषण क्या है? कारण/स्त्रोत, प्रभाव
  9. कॉन्डम पर आपके सारे सवालों के जवाब
  10. सरकारी योजना 2023


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CBSE Class 10 Hindi B सूचना लेखन

CBSE Class 10 Hindi B लेखन कौशल सूचना लेखन मनुष्य जिज्ञासु प्राणी है। वह तरह-तरह की जानकारियों से अवगत होना चाहता है। वह सूचनाओं का आदान-प्रदान करता है। इसी तरह सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाएँ भी कुछ आवश्यक सूचनाएँ लोगों तक पहुँचाना चाहती हैं। जन साधारण की भलाई हेतु वे समय-समय पर ऐसा करती रहती हैं। इन सूचनाओं को जनता तक लिखित रूप में पहुँचाना सूचना-लेखन कहलाता है। सूचना-लेखन के माध्यम से जन साधारण से सीधे संवाद स्थापित किया जाता है। इसके माध्यम से कम खर्च और अल्प परिश्रम से अधिकाधिक लोगों तक सूचनाएँ पहुँचाई जाती हैं। छात्रों को भी तरह-तरह की सूचनाएँ विद्यालय के सूचनापट्ट पर लिखी मिलती हैं। सूचनाएँ प्रायः ऐसे स्थान पर लिखी जाती हैं, जहाँ लोगों द्वारा वे आसानी से देखी और पढ़ी जा सकें। इन्हें कॉलोनियों और रिहायशी इलाकों के मुख्य द्वार पर या प्रायः कॉलोनी के सूचनापट्टों पर लिखी मिल जाती हैं। You can also download Science NCERT Solutions Class 10 to help you to revise complete syllabus and score more marks in your examinations. सूचना-लेखन में ध्यान देने योग्य बातें- • सूचना प्रायः तीन या चार वाक्यों में लिखी जानी चाहिए। • सूचना पूर्ण और आसानी से समझ में आने वाली होनी चाहिए। • सूचना सरल शब्दों में लिखी जानी चाहिए। • सूचना की भाषा प्रभावपूर्ण और मर्यादित शब्दों में लिखी जानी चाहिए। • सूचना की लिखावट पठनीय होनी चाहिए। • सूचना देने वाले का नाम या स्थान विशेष की जानकारी अवश्य होनी चाहिए। • सूचना देने वाले के हस्ताक्षर और दिनांक अवश्य लिखा जाना चाहिए। सूचना-लेखन की विधि • सूचना लेखन में सबसे ऊपर विद्यालय या संस्था का नाम लिखा जाता है। इससे ज्ञात होता है कि सूचना किस कार्यालय द्वारा दी ...

Amrit Sarovar Yojana 2022

जाने इस पोस्ट में क्या क्या है • • • • • • • • • • • • • • Amrit Sarovar Yojana 2022 नमस्कार दोस्तों आज के पोस्ट में हम बात करने वाले हैं Amrit Sarovar Yojana 2022, अमृत सरोवर योजना 2022 के बारे में |दोस्तों आपको बता दें कि इस योजना के अंतर्गत देश के प्रत्येक जिले में 75-75 तालाबों के निर्माण के लिए अमृत सरोवर योजना 2022 की शुरू की गयी है | नमस्कार दोस्तों, आपने पानी के बिना कहावत तो सुनी ही होगी, यह कहावत आज के समय में बहुत प्रासंगिक हो गई है, यानी पानी सभी जीवों, जानवरों, पक्षियों Amrit Sarovar Yojana बारिश से हर साल करोड़ों लीटर पानी मिलता है, अगर हम इसे गड्ढे और तालाब बनाकर इकट्ठा करें तो पानी की समस्या काफी हद तक हल हो सकती है। अमृत ​​सरोवर हमारे लिए बहुत उपयोगी है, साथ ही भूमिगत जल को बढ़ाने के साथ-साथ हम प्राकृतिक रूप से पीने, पशु-पक्षियों, सिंचाई आदि के लिए पानी की व्यवस्था भी करते हैं। हमारे देश के कुछ हिस्से अभी भी तालाबों से सिंचित हैं। तालाब भूजल स्तर को बढ़ाने के साथ-साथ दूरदराज के इलाकों में भूजल स्तर को भी बढ़ाता है, जिससे पानी की समस्या का समाधान होता है। वर्तमान में तालाबों पर अवैध रूप से कब्जा कर देश में मकान निर्माण एवं कृषि जैसे अनेक कार्य किये जा रहे हैं, जिससे तालाब अपना मूल स्वरूप खो चुके हैं। हमारे देश में तालाबों की संख्या बहुत कम हो रही है दोस्तों आपको बता दें कि Yojana के अलावा हमारे वेबसाइट दोस्तों आप सभी हमारे टेलीग्राम चैनल पर भी ज्वाइन हो सकते हैं टेलीग्राम चैनल का लिंक आपको नीचे दिया गया है तो आप जरूर से जरूर ज्वाइन हो जाएYojana से जुड़ी अपडेट सबसे पहले पाने के लिए | amrit sarovar yojana up – Overview योजना का नाम अमृत सरोवर योजना शुभारंभ 24...

जल संरक्षण एवं जल प्रबंधन के लिए क्या किया जाना चाहिए? Jal sanrakshan evam jal prabandhan ke liye kya kiya jana chaiye

सवाल: जल संरक्षण एवं जल प्रबंधन के लिए क्या किया जाना चाहिए? जैसा की आप जानते हैं धरती पर हमारे जीवन में जो सबसे बड़ा हमारे लिए स्रोत है वह जल है। भोजन बनाने, पीने, नहाने, कपड़े धोने ,फसल पैदा करने आदि सभी कामों में जल का उपयोग किया जाता है अतः इसका संरक्षण भी करना बहुत जरूरी है। जल संरक्षण के उपाय हमारे घर में पानी का रिसाव नहीं होना चाहिए जितनी आवश्यकता हो उतना ही जल का उपयोग करना चाहिए पानी के नलों को इस्तेमाल करने के बाद उनको बंद करना चाहिए नहाने के लिए अधिक जल को नहीं बहाना चाहिए। जल प्रबंधन के उपाय भारत में जल संसाधनों के प्रबंध के लिए बहुत से प्रयास किए जा रहे हैं जैसे:- 1.जल संसाधन प्रबंध एवं प्रशिक्षण योजना 2.राष्ट्रीय जल प्रबंध परियोजना 3.प्रौद्योगिकी हस्तांतरण 4.अधोभौमिक जल संसाधनों के लिए योजना 5.नवीन जल नीति गांव तथा शहरों में छोटे और बड़े पोखर और तालाबों का निर्माण किया जाना चाहिए जो क्षेत्र दूर-दूर तक फैले हुए होते हैं उन क्षेत्रों में ऐसे तालाब बनाए जा सकते हैं जिनमें पानी का रिसाव होता है। हम देखते हैं की बहुत से क्षेत्रों में दिन प्रतिदिन बाढ़ आती है ऐसे क्षेत्रों में नदियों की बाढ़ को उन क्षेत्रों में मोड देना चाहिए जिन क्षेत्रों में कुएं तालाब और नदियां होती हैं।

सरकारी योजना 2023

Sarkari Yojana – सरकारी योजना 2023 सरकारी योजनाओं की सूची और रजिस्ट्रेशन – Sarkari Yojana List & Online Registration Sarkari Yojana & PM Modi Yojana 2023 | सरकारी योजना (Sarkari Yojana) वेबसाइट पर पढ़ें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री की सरकारी योजनाओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी और देखें वर्ष 2023 तक लांच की गई सभी सरकारी योजनाओं की सूची विस्तारपूर्वक। UP Gaushala Yojana Registration Form 2023, Goshala Certificate Verification, Registered Goshalas List PDF Download, उत्तर प्रदेश गौशाला पंजीकरण फॉर्म, प्रिंट करें पंजीकृत गोशालाओं की सूची, प्रादेशिक गोशाला पंजीकरण प्रणाली: Uttar Pradesh government has started UP State Goshala Registration System at ahgoshalareg.up.gov.in. It will be helpful to establish registration between the government / departments / government Tags OFSS Bihar Inter Admission Online Application Form 2023 at ofssbihar.in. Students can now apply online for admissions in Intermediate (11th / 12th) Colleges and Schools, download common prospectus and check complete details here. Bihar School Examination Board (BSEB), Patna invites online applications for 11th (+1) or 12th (+2) Colleges & School Admissions through OFSS Bihar Tags Andhra Pradesh government led by CM Y.S. Jagan Mohan Reddy is implementing AP YSR Matsyakara Bharosa Scheme 2023 for fishermen community. The state govt. had earlier launched AP YSR Matsyakara Bharosa Yojana on 21 November 2019. Now the AP govt. has started disbursement of Rs. 10,000 to each fishermen under Matsyakara Bhar...

जल संरक्षण के उपाय बताइए

जल सभी जीवों के लिए पहली आवश्यकता है और चूंकि हमारा जीवन पूरी तरह से पानी पर निर्भर है, इसलिए जल संरक्षण के बारे में सोचना हमारा कर्तव्य है और हम जल संरक्षण मे योगदान करना होगा। जल संरक्षण आपकी जानकारी के लिए बात दु की हमारे पृथ्वी के पास सीमित मात्रा में ताजा, प्रयोग करने योग्य पानी है। सौभाग्य से, जल चक्र के माध्यम से पानी को प्राकृतिक रूप से पुनर्नवीनीकरण किया जाता है। मनुष्य ने इस प्रक्रिया को गति देने के लिए तकनीक विकसित की है। हालांकि, विविध कारकों सूखा, बाढ़, जनसंख्या वृद्धि, प्रदूषण, आदि के कारण जल आपूर्ति समुदाय की जरूरतों को पर्याप्त रूप से पूरा नहीं कर सकती है। जल संरक्षण यह सुनिश्चित कर सकता है कि आज और कल सभी के लिए स्वच्छ जल की आपूर्ति उपलब्ध हो। तो अब हमे महसूस होना चाहिए है कि जल संरक्षण हमारे लिए क्यों महत्वपूर्ण है। हम केवल पानी के एक छोटे प्रतिशत पर निर्भर हैं, इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे प्रदूषित न करें और इसका दुरुपयोग न करें। हम में से प्रत्येक को पता होना चाहिए कि पानी को कैसे बचाया जाए। आगे बढ़ने से पहले आइए पहले उसके प्रकारों के बारे में जान लेते हैं। जल संरक्षण के उपाय जल संरक्षण में बदलती आदतें शामिल हैं। चूंकि इनमें से कई आदतें जीवन भर विकसित हुई हैं। इसलिए उन्हें बदलना मुश्किल साबित हो सकता है। लोग सरलता से शुरू करके, फिर धीरे-धीरे पानी की खपत को कम करने के लिए और अधिक उन्नत कदम उठाकर जल संरक्षण में सक्रिय हो सकते हैं। जब भी इसका उपयोग नहीं किया जा रहा हो तो सबसे सरल आदतों में पानी को बंद कर देना शामिल है। नीचे कुछ जल संरक्षण के उपाय बताइए गए हैं - • जल को प्रदूषण से बचाकर हम जल के संरक्षण में योगदान दे सकते हैं। • पुनर्वितरण के लिए ...

जल संरक्षण एक अनिवार्य आवश्यकता

संसार के प्रत्येक प्राणी का जीवन आधार जल ही है। शायद ही ऐसा कोई प्राणी हो जिसे जल की आवश्यकता न हो। जल हमें समुद्र, नदियों, तालाबों, झीलों, वर्षा एवं भूजल के माध्यम से प्राप्त होता है। गर्म हवाओं के चलने से समुद्र, नदियों, झीलों, तालाबों का जल वाष्पित होकर ठंडे स्थानों की ओर चलता है जहाँ पर न्यून तापमान के कारण संघनित होकर वर्षा के रूप में पृथ्वी पर गिरता है। जबकि पहाड़ों पर और भी कम तापमान होने के कारण जल बर्फ के रूप में जम जाता है जोकि गर्मी के दिनों में पिघलकर नदियों में चला जाता है। मानव अपने स्वास्थ्य, सुविधा, दिखावा व विलासिता को दिखाने के लिये अमूल्य जल की बर्बादी करने से नहीं चूकता है। पानी का इस्तेमाल करते हुए हम पानी की बचत के बारे में जरा भी नहीं सोचते हैं। परिणामस्वरूप अधिकांश जगहों पर जल संकट की स्थिति पैदा हो चुकी है। यदि हम अपनी आदतों में थोड़ा-सा भी बदलाव कर लें तो पानी की बर्बादी को रोका जा सकता है। बस आवश्यकता है दृढ़संकल्प करने की तथा उस पर गंभीरता से अमल करने की, क्योंकि जल है तो हमारा भविष्य है। इसलिए यदि हम पानी की बचत करते हैं तो यह भी जल संग्रह का ही एक रूप है। एक अध्ययन से पता चला है कि मानव यदि अपनी आदतों को बदल लें तो 80 प्रतिशत से भी अधिक पानी की बचत हो सकती है। यदि मानव तमाम नहीं कुछ ही आदत बदल लें तो भी 15 प्रतिशत जल की बचत संभव है। बूँद-बूँद की बचत से एक बड़ी बचत हो सकती है। इस प्रकार पानी की बचत ही जल संरक्षण है। जल संरक्षण का अर्थ जल संरक्षण का अर्थ पानी बर्बादी तथा प्रदूषण को रोकने से है। जल संरक्षण एक अनिवार्य आवश्यकता है क्योंकि वर्षाजल हर समय उपलब्ध नहीं रहता अतः पानी की कमी को पूरा करने के लिये पानी का संरक्षण आवश्यक है। एक अनुमान के अनुसा...

जल संरक्षण के उपाय

21वीं सदी के पहले दशक के पूरे विश्व में दृष्टि डालें तो यह सत्य उभरता है कि इस दशक में पूरी मानवता कई प्राकृतिक विपदाओं से जूझ रही है। कभी बर्फबारी, कभी बाढ़, कभी समुद्री तूफान, कभी भूकम्प, कभी महामारी तो कभी जल संकट से पूरी मानवता त्रस्त है। बढ़ती आबादी के सामने सबसे बड़े संकट के रूप में जल की कमी ही उभर रही है। पर्यावरण के साथ निरंतर खिलवाड़ का यह नतीजा है कि आज पूरी जनसंख्या हेतु पर्याप्त स्वच्छ जल के संकट से पूरा विश्व गुजर रहा है। भारत में उपलब्ध जल संसाधन की दृष्टि से आकलन करें तो यह बात सामने आती है कि 2001 में प्रति व्यक्ति 1800 क्यूबिक मीटर पानी उपलब्ध था जो 2050 ई. में घटकर 1000 क्यूबिक मीटर हो जाएगा। भारत इस समय कृषि उपयोग हेतु तथा पेयजल के गंभीर संकट से गुजर रहा है और यह संकट वैश्विक स्तर पर साफ दिख रहा है। हर विकसित और विकासशील देश इस संकट को दूर करने हेतु हर तरह से उपाय पर विचार कर रहा है। इस संकट के निवारण हेतु हमें तीन स्तरों पर विचार करना होगा-पहला यह कि अब तक हम जल का उपयोग किस तरह से करते थे? दूसरा भविष्य में कैसे करना है? तथा जल संरक्षण हेतु क्या कदम उठाए? पूरी स्थिति पर नजर डालें तो यह तस्वीर उभरती है कि अभी तक हम जल का उपयोग अनुशासित ढंग से नहीं करते थे तथा जरूरत से ज्यादा जल का नुकसान करते थे। संरक्षण की जागरूकता रहने से इस स्थिति में जल संरक्षण हेतु हमें कई कदम उठाने होंगे जो इस प्रकार हैं- ये भी पढ़े :- जल संरक्षण क्या है 1. हर नागरिक में जल संरक्षण हेतु जागरूकता लानी होगी। 2. हर नागरिक शावर की जगह बाल्टी में पानी भरकर स्नान करें। 3. सेविंग करते समय नल बंद रखें। 4. बर्तन धुलते समय नल के स्थान पर टब का प्रयोग करें। 5. उत्तराखंड जल संसाधन के अनुसार, ‘...

जल प्रदूषण क्या है? कारण/स्त्रोत, प्रभाव

jal pradushan arth karan prabhav;कहा जाता है कि जल ही जीवन है, जल के बिना जीवन संभव ही नही है। जल जीवमंडल मे अत्यन्तमहत्वपूर्ण तत्व है, क्योंकि एक तरफ तो यह सभी प्रकार के जीवो के लिये सर्वाधिक तथा आवश्यक तत्व है तो दूसरी तरफ यह जीवमंडल मे पोषक तत्वों के संचरण तथा चक्रण मे सहायता करता है। इसके अलावा जल, बिजली के निर्माण, नौका परिवहन, फसलो की सिंचाई, सीवेच की निपटान आदि के लिये महत्वपूर्ण होता है। ज्ञातव्य है कि जलमंडल के सम्पूर्ण जल का मात्र एक प्रतिशत ही जल विभिन्न स्त्रोतों जैसे-- भूमिगत जल, सरिता-जल, झील-जल, मृदा मे स्थित जल, वायुमण्डलीय जल आदि से मानव समुदाय के लिये सुलभ हो पाता है। जल प्रदूषण क्या है? (jal pradushan kise kahte hai) प्राकृतिक जल मे किसी अवांछित बाहारी पदार्थ का प्रवेश जिससे जल की गुणता मे अवनति आती हो, जल प्रदूषण कहलाता है। यहां जल की गुणता से तात्पर्य जल के विभिन्न लाभदायक उपयोगों, जैसे मनुष्य तथा जन्तुओं के लिये पेयजल के रूप मे, स्वस्थ समुद्री जीवन के लिए तथा सिंचाई इत्यादि के लिए उपयुक्तता से है। "जल मे किसी ऐसे बाहरी पदार्थ अथवा लक्षण की उपस्थिति को जल प्रदूषण कहते है जो उसके गुणों को इस प्रकार प्रभावित कर दे कि जल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो जाये अथवा उसकी उपयोगिता कम हो जाये।" यह बाहरी पदार्थ अकार्बनिक, कार्बनिक, रेडियो सक्रिय पदार्थ या कोई भौतिक कारक हो सकता है। जल प्रदूषण के कारण अथवा स्त्रोत ( jal pradushan ke karan) (अ) जल प्रदूषण के पाकृतिक स्त्रोत या कारण इसके अंतर्गत मृदा-अपरदन, भूमि स्खलन, ज्वालामुखी उद्गार तथा पौधे एवं जन्तुओं के विघटन एवं वियोजन को सम्मिलित किया जाता है। मृदा-अपरदन के कारण उत्पन्न अवसादों के कारण नदियों के अवसाद-भार मे ...

कॉन्डम पर आपके सारे सवालों के जवाब

कॉन्डम रबड़ से बना एक खोल जैसा होता है, जो लिंग पर पहना जाता है, यह शुक्राणुओं को योनि में जाने से रोकता है। यह नली के आकार का बहुत पतला, लचीला खोल होता है, जिसके अगले सिरे पर शुक्राणुओं को एकत्र करने के लिए निप्प्ल जैसा आकार बना होता है। कॉन्डम विभिन्न आकारों, शैलियों और आकारों में आते हैं। कॉन्डोम को लेटेक्स, पॉलीयुरेथेन या लैम्ब्स्किन से बनाया जा सकता है । आप उन्हें चिकनाई या बिना चिकनाई के प्राप्त कर सकते हैं। कभी-कभी उनमें शुक्राणुनाशक होते हैं। आप सुगंधित कॉन्डोम, रंगीला, या रिब्ड कॉन्डोम भी प्राप्त कर सकते हैं। ( जब तक आप चाहें कॉन्डम का उपयोग किया जा सकता है। कुछ जोड़े सेक्स से पहले हमेशा पुरुष कंडोम का उपयोग वर्षों तक गर्भधारण को रोकने के साधन के रूप में करते हैं जबकि अन्य इसे दोहरी सुरक्षा ( कोई और गर्भनिरोध जैसे गोली, कॉपर टी लेते हुए) के रूप में उपयोग करते हैं। आप कॉन्डम को कई सालों तक या सिर्फ एक दिन तक इस्तेमाल कर सकते हैं - वे गर्भावस्था और एसटीडी/एसटीआई को रोकने के लिए किसी भी समय, बिना किसी दुष्प्रभाव के काम करता है। यह कितना प्रभावी है? विफलता दर आम प्रयोगः 14 प्रतिशत सही प्रयोगः 3 प्रतिशत (‘विफलता दर’ का क्या अर्थ है, इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए, गर्भनिरोधक कितने प्रभावी होते हैं ? लिंक पर क्लिक कीजिए। ख़ूबियाँ और ख़ामियाँ खूबियां • गर्भधारण और • इसके लिए आपको किसी डाक्टर के पास नुस्खा लिखवाने नहीं जाना पड़ता • मिलने में आसानी- इन्हें आप अधिकांश दवा की दुकानों या सुपर मार्केट से खरीद सकते हैं • बहुत कम दुष्प्रभाव- कुछ लोगों को लेटेक्स से एलर्जी होती है, उन्हें दूसरे तरह के कॉन्डोम का प्रयोग करना चाहिए • प्रयोग करने में आसानी • जब भी गर्भवती होना चा...

सरकारी योजना 2023

Sarkari Yojana – सरकारी योजना 2023 सरकारी योजनाओं की सूची और रजिस्ट्रेशन – Sarkari Yojana List & Online Registration Sarkari Yojana & PM Modi Yojana 2023 | सरकारी योजना (Sarkari Yojana) वेबसाइट पर पढ़ें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री की सरकारी योजनाओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी और देखें वर्ष 2023 तक लांच की गई सभी सरकारी योजनाओं की सूची विस्तारपूर्वक। UP Gaushala Yojana Registration Form 2023, Goshala Certificate Verification, Registered Goshalas List PDF Download, उत्तर प्रदेश गौशाला पंजीकरण फॉर्म, प्रिंट करें पंजीकृत गोशालाओं की सूची, प्रादेशिक गोशाला पंजीकरण प्रणाली: Uttar Pradesh government has started UP State Goshala Registration System at ahgoshalareg.up.gov.in. It will be helpful to establish registration between the government / departments / government Tags OFSS Bihar Inter Admission Online Application Form 2023 at ofssbihar.in. Students can now apply online for admissions in Intermediate (11th / 12th) Colleges and Schools, download common prospectus and check complete details here. Bihar School Examination Board (BSEB), Patna invites online applications for 11th (+1) or 12th (+2) Colleges & School Admissions through OFSS Bihar Tags Andhra Pradesh government led by CM Y.S. Jagan Mohan Reddy is implementing AP YSR Matsyakara Bharosa Scheme 2023 for fishermen community. The state govt. had earlier launched AP YSR Matsyakara Bharosa Yojana on 21 November 2019. Now the AP govt. has started disbursement of Rs. 10,000 to each fishermen under Matsyakara Bhar...