जहानाबाद जेल ब्रेक कांड

  1. भोपाल कांड से आई जहानाबाद जेलब्रेक की याद भाग निकले थे 124 नक्सली
  2. jahanabad police arrested four hardcore naxalite in jail break case
  3. जहानाबाद जेल ब्रेक कांड के मास्टरमाइंड कुख्यात नक्सली शिव शंकर रजक उर्फ बाबा की हुई मौत, naxalite shiv shankar rajak died during treatment in patna bihar
  4. Jehanabad jail break convict dies in PMCH
  5. जहानाबाद जेल ब्रेक कांड के आरोपी नक्सल गुड्डू शर्मा उर्फ मोटू पटना जिले से गिरफ्तार।
  6. IB को मिले इनपुट: बेउर जेल में दोहराया जा सकता है 'जहानाबाद जेल ब्रेक कांड', beur jail security has been tighten up as ib get inputs of jail break 1


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भोपाल कांड से आई जहानाबाद जेलब्रेक की याद भाग निकले थे 124 नक्सली

पटना [जेएनएन ]। भोपाल सेंट्रल जेलब्रेक कांड ने बिहार के बहुचर्चित जहानाबाद जेल ब्रेक कांड की यादें जेहन में ताजा करा दी हैं। यह घटना 13 नवंबर 2005 को हुई थी।तब नक्सलियों ने एक साथ जेल और पुलिस थाना पर हमला बोलकर 124 नक्सलियों को छुड़ा लिया था। पूरी प्लानिंग के साथ हमले के कारण पुलिस और प्रशासन को संभलने तक का मौका तब नहीं मिला था। बोध गया और गांधी मैदान बम विस्फोट कांड में शामिल रहे दस आतंकी बेउर जेल में हैं। ये हैं उमर सिद्दीकी, अजहरुद्दीन, इम्तियाज अंसारी, अहमद हुसैन, फखरुद्दीन अहमद, फिरोज आलम, नोमान अंसारी, इफ्तेखार आलम, हैदर अली और मुजीबुल्लाह। जहानाबाद जेल ब्रेक कांड का मुख्य आरोपी नक्सली अजय कानू, बाहुबली विधायक अनंत सिंह, विधान पार्षद रीतलाल यादव समेत चार दर्जन से अधिक अपराधी भी जेल में बंद हैं।

jahanabad police arrested four hardcore naxalite in jail break case

इनके पास से दो देसी कार्बाइन, एक देसी कट्टा, छह जिन्दा कारतूस और एक नक्सली साहित्य बरामद हुआ है। पुलिस इन चारों की गिरफ्तार को बड़ी कामयाबी मान रही है। 13 नंवबर को हुआ जेल ब्रेककांड: 13 नवंबर 2005 को जहानाबद में जेल ब्रेक कांड हुआ था। नक्सलियों ने इस दौरान दो पुलिसकर्मी और दो कैदी की हत्या कर दी थी। नक्सलियों के एक साथ जेल पुलिस थाना और जेल पर हमला बोल दिया था और 124 नक्सलियों को छुड़ाकर ले भागे थे। इन चारों गिरफ्तार नक्सलियों की संलिप्ता जेल ब्रेककांड में है। पूछताछ में इन चारों नक्सलियों ने माना है कि हाल ही में पॉइपलाइन और ब्रह्मा में लेवी नहीं देने पर जेबीसी को जलाने में इनका ही हाथ है।

जहानाबाद जेल ब्रेक कांड के मास्टरमाइंड कुख्यात नक्सली शिव शंकर रजक उर्फ बाबा की हुई मौत, naxalite shiv shankar rajak died during treatment in patna bihar

पटना: बिहार के पटना मेडिकल कॉलेज (Patna Medical College and Hospital) में इलाज के लिए भर्ती हुए पढ़ें- रोहतास में लेवी वसूली करने वाला कुख्यात नक्सली मोहन बिंद गिरफ्तार, SSB और पुलिस की ज्वाइंट ऑपरेशन में मिली सफलता पीएमसीएच में नक्सली की मौत: आपको बता दें कि पटना के जहानाबाद जेल ब्रेक कांड (jehanabad jail break) का मुख्य आरोपी और बिहार झारखंड के एरिया कोर कमिटी का मुख्य सदस्य शिव शंकर रजक उर्फ बाबा की आज मौत हो गई. नक्सली की मौत किडनी फेल होने के कारण पीएमसीएच में हुई है. बताया जा रहा कि साल 2005 में इसे छुड़ाने के लिए नक्सलियों ने जेल ब्रेक कांड की घटना को अंजाम दिया था. 'बाबा' की मौत से नक्सलियों में आक्रोश: वहीं सरकार ने इसे पकड़ने के लिए 30 लाख का इनाम भी रखा था. बता दें कि 21 जून 2015 को पुलिस ने शिव शंकर रजक को घोसी थाना क्षेत्र के अतियावां से इसे गिरफ्तार किया था. जिसके बाद उसे बेउर जेल में रखा गया था. प्राप्त जानकारी के अनुसार शंकर रजक उर्फ त्यागी उर्फ बाबा की मृत्यु के बाद नक्सलियों में काफी आक्रोश है जिसको लेकर प्रशासन मुस्तैद है. 2015 को हुई थी गिरफ्तारी: जानकारी के मुताबिक 21 जून 2015 जहानाबाद के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक आदित्य कुमार के निर्देश पर घोषी थाना क्षेत्र में ग्राम अतियावां में कमला सिंह के घर का घेराबंदी कर छापेमारी की गयी तो वहां पूर्व से मौजूद कुख्यात नक्सली प्रदुम्न शर्मा एवं उसके पांच छह साथी चकमा देकर भाग गये परन्तु घर की तलाशी लेने पर कमला सिंह के घर में छुपे हुए प्रतिबंधित नक्सली संगठन के सदस्य चंदेश्वर रजक उर्फ शिवशंकर रजक उर्फ बाबा एवं सुरेन्द्र मांझी को देशी पिस्तौल एवं कई कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया. ये सभी लोग डकैती एवं ईंट भट्ठा मालिकों...

Jehanabad jail break convict dies in PMCH

करीब 400 बंदी हुए थे फरार, जेल में व पुल पर हुई थी हत्या पटना/जहानाबाद। हिन्दुस्तान टीम वर्ष 2005 में हुए जहानाबाद जेल ब्रेक कांड में सजायफ्ता नक्सली चंदेश्वर रजक उर्फ व्यासजी उर्फ बाबा (73) की पीएमसीएच में गुरुवार को मौत हो गयी। उसे किडनी की बीमारी थी। बीते 22 अप्रैल से ही तबीयत खराब होने के बाद उसे भर्ती करवाया गया था। बीते 26 मार्च वर्ष 2021 को आंख के इलाज के लिए केंद्रीय कारा गया से उसे बेऊर जेल भेजा गया था। मूल रूप से औरंगाबाद जिले के रफीगंज के रहने वाले चंदेश्वर पर 10 लाख रुपये का इनाम भी घोषित था। वर्ष 2015 में उसकी गिरफ्तारी जहानाबाद जिले में हुई थी। 23 जनवरी वर्ष 2021 को उसे आजीवन कारावास मिला था। चंदेश्वर पर कुल 37 मामले दर्ज थे। इधर, नक्सली की मौत के बाद जेल प्रशासन ने उसके परिजनों को सूचना दी। कानूनी प्रकिया पूरी होने के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया। इनामी माओवादी चंदेश्वर रजक उर्फ बाबा ने निभाई थी अहम भूमिका 16 साल पूर्व 13 नवंबर 2005 की रात करीब पौने नौ बजे एक साथ पुलिस लाइन और जहानाबाद जेल पर माओवादियों के द्वारा किए गए हिंसक हमले को कभी भुलाया नहीं जा सकता। जहानाबाद जेल में बंद नक्सली संगठन के एक प्रमुख ओहदेदार अजय उर्फ रवि कांदु एवं कुछ अन्य प्रमुख नक्सली नेताओं को छुड़ाने के लिए जेल ब्रेक की घटना को अंजाम दिया गया था। इस कांड में माओवादी नेता चंदेश्वर रजक उर्फ व्यास जी उर्फ बाबा की प्रमुख भूमिका थी। उस रात बिहार के विभिन्न जिलों के अलावा झारखंड, बंगाल और नेपाल के माओवादियों का भी जमावड़ा लगा था। शहर के सभी आधिकारिक आवासों के आसपास के अलावा सभी प्रमुख मार्गो पर माओवादियों का कब्जा था। रात करीब 8:45 बजे सबसे पहले पुलिस लाइन पर हमला हुआ था। वैसे तो...

जहानाबाद जेल ब्रेक कांड के आरोपी नक्सल गुड्डू शर्मा उर्फ मोटू पटना जिले से गिरफ्तार।

पटना / कुंदन पांडेय/बिहार STF को बड़ी सफलता मिली , आपको बतादें की जहानाबाद जेल ब्रेक कांड समेत बिहार के दर्जनों थाने मे करीब 60 मुकदमे के बाद भी फरार चल रहे । कुख्यात नक्सली गुड्डू शर्मा उर्फ नवलेश शर्मा उर्फ अजीत शर्मा, उर्फ मोटू के नाम से कुख्यात नक्सली गुड्डू शर्मा उर्फ नवलेश शर्मा को गुरुवार के दिन गिरफ्तार कर लिया गया । आपको बता दें कि कुख्यात नक्सली गुड्डू शर्मा जहानाबाद जिले के गया जहानाबाद सीमा स्थित कड़ौना ओपी (आउट पोस्ट) क्षेत्र के मोकर गांव का रहने वाला है। STF ने गुप्त सूचना के आधार पर नक्सल गुड्डू शर्मा को पटना जिले के दक्षिण मसौढ़ी अनुमंडल स्थित भगवानगंज थाना के इलाके से गिरफ्तार किया । आपको बता दें कि नक्सल के सूचना मिलने के आधार पर एसटीएफ ने गुड्डू शर्मा के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी जिसमें बुधवार के दिन जहानाबाद और दानापुर में छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और राइफल के साथ तीन नक्सलियों को भी गिरफ्तारी हुई थी। गुड्डू शर्मा बिहार रीजनल का भीहै हेड। एसटीएफ के अधिकारियों की माने तो गुड्डू शर्मा उर्फ नवलेश शर्मा बिहार नक्सली रीजनल कमेटी का भी सदस्य है। नवलेश शर्मा पर सिरदल्ला, मुफस्सिल, रजौली, बराचट्टी और शकुराबाद समेत आधा दर्जन थानों में आर्म्स एक्ट, यूपीए एक्ट, विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज है। पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी। एसटीएफ की टीम उससे पूछताछ कर रही है, जिसमें कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है । बड़ी घटना को अंजाम देने की आशंका। पकड़े गए तीनों नक्सली के पास से जो विस्फोटक सामान बरामद हुए हैं उससे पुलिस को आशंका है कि नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे पकड़े गए तीनों नक्सली में से दो जहानाबाद और एक दा...

IB को मिले इनपुट: बेउर जेल में दोहराया जा सकता है 'जहानाबाद जेल ब्रेक कांड', beur jail security has been tighten up as ib get inputs of jail break 1

तलाशी अभियान में नहीं मिली संदिग्ध वस्तु इंटेलिजेंस ब्यूरो की ओर से स्पेशल इनपुट मिलते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया. देर रात आनन फानन में पूरे जेल को सुरक्षा घेरे में घेर दिया गया और सघन तलाशी अभियान शुरू किया गया. सिटी एसपी, एएसपी, डीएसपी समेत 6 थानों की पुलिस देर रात बेउर जेल पहुंची. जेल के तमाम बैरकों और वार्डो के अलावा दीवारों के आसपास और कैम्पस में सघन तलाशी अभियान चलाया गया. हालांकि तलाशी में कोइ संदिग्ध वस्तु नहीं पाई गयी. बेउर जेल की सुरक्षा में तैनात पुलिस अगले आदेश तक बीएमपी और स्वैट के 80 जवान तैनात जहानाबाद जेल ब्रेक कांड जैसी कोई घटना पटना में न दोहराई जा सके इसके लिए अगले आदेश तक बीएमपी और स्वैट के 80 जवानों को जेल की सुरक्षा में तैनात कर दिया गया है और लगातार पेट्रोलिंग के आदेश दिए गए हैं. सीनियर अधिकारियों ने जेल के पास ही बेउर थाने को भी लगातार पूरे इलाके में पेट्रोलिंग करने का आदेश जारी किया है. सुरक्षा के लिए पटना पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती जेल के बाहर कर दी गई है. जेल के अंदर स्थित 6 खंडों के बाहर पुलिस कर्मी तैनात हैं. कई कुख्यात और हाई प्रोफाइल अपराधी बंद बेउर जेल की सुरक्षा इसीलिए भी जरुरी है क्योंकि कई कुख्यात और हाई प्रोफाइल अपराधी इसमे बंद हैं.इनमें 2013 में पटना के गांधी मैदान में हुए सीरियल बम ब्लास्ट की घटना को अंजाम देने वाले आतंकवादी, बांग्लादेशी आतंकवादियों के अतिरिक्त कई कुख्यात नक्सली और अपराधी इस जेल में कैद हैं. साथ ही जहानाबाद जेल ब्रेक कांड का मुख्य आरोपी नक्सली अजय कानू और कई कुख्यात अंडर ट्रायल भी यहां बन्द हैं. बेउर जेल की सुरक्षा में तैनात पुलिस पुलिस ने साधी चुप्पी संभावना जताई जा रही हैं कि इन्हें कैद से छु...