काकोरी ट्रेन एक्शन

  1. काकोरी ट्रेन एक्शन (Kakori Train Action) » भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन »
  2. योगी सरकार ने किया बदलाव, अब ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ के नाम से जाना जाएगा काकोरी कांड
  3. Kakori Action योगी आदित्यनाथ सरकार ने बदला काकोरी कांड का नाम बीते वर्ष ही कर दिया था काकोरी एक्शन
  4. kakori train action sacrifice of revolutionaries made kakori a place of pilgrimage cm yogi adityanath amy
  5. Kakori Train Action Day CM Yogi paid tribute to freedom fighters last year yogi govy changed kakori kand name
  6. ‘काकोरी ट्रेन कांड’अब ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’
  7. kakori train action sacrifice of revolutionaries made kakori a place of pilgrimage cm yogi adityanath amy
  8. Kakori Train Action Day CM Yogi paid tribute to freedom fighters last year yogi govy changed kakori kand name
  9. योगी सरकार ने किया बदलाव, अब ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ के नाम से जाना जाएगा काकोरी कांड
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काकोरी ट्रेन एक्शन (Kakori Train Action) » भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन »

Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • काकोरी ट्रेन एक्शन (कार्यवाही) ऐतिहासिक काकोरी ट्रेन एक्शन (कार्यवाही) भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के क्रांतिकारियों द्वारा सरकारी खजाना लूटने की एक महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना थी। इस साहसिक कार्यवाही को ‘ हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन’ के केवल दस सदस्यों ने रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ के नेतृत्व में 9 अगस्त, 1925 को 8 डाउन सहारनपुर-लखनऊ पैसेंजर रेलगाड़ी को शाहजहाँपुर के काकोरी रेलवे स्टेशन से छूटने पर रोककर सरकारी खजाना लूटकर अंजाम दिया था। इसी पैसेंजर ट्रेन से रेल विभाग का इकट्ठा किया गया धन लखनऊ में रेलवे के मुख्य खजाने में जमा कराने के लिए लाया जाता था। इस ट्रेन ऐक्शन में जर्मनी के बने चार माउज़र पिस्तौल काम में लाये गये थे। इन पिस्तौलों की विशेषता यह थी कि इनमें बट के पीछे लकड़ी का एक और कुंदा लगाकर इसका रायफल की तरह प्रयोग किया जा सकता था। काकोरी ट्रेन एक्शन की पृष्ठभूमि गांधी, चितरंजनदास और अन्य नेताओं की अपील पर जेल से रिहा क्रांतिकारियों में से अधिकांश सशस्त्र क्रांति का रास्ता छोड़कर महात्मा गांधी की जय’ बोल रहे थे। किंतु चौरीचौरा की घटना (4 फरवरी, 1922) के कारण असहयोग आंदोलन के अचानक स्थगन से इन जुझारू क्रांतिकारियों का अहिंसक आंदोलन की विचारधारा से विश्वास उठ गया और उन्हें लगने लगा कि देश को सिर्फ बम और पिस्तौल के द्वारा ही मुक्त कराया जा सकता है। उत्तर भारत के जुझारू नवयुवकों, जिनमें सयुंक्त प्रांत में रहनेवाले बंगाली सचिन सान्याल और जोगेश चटर्जी के अलावा अशफाकउल्ला खाँ, रोशनसिंह और रामप्रसाद ‘बिस्मिल’ जैसे पुराने नेताओं के साथ-साथ भगतसिंह, शिववर्मा, सुखदेव, भगवतीचरण बोहरा और चंद्रशेखर आजाद जैसे नवयुवकों ने भारत को अंग्रेजी शास...

योगी सरकार ने किया बदलाव, अब ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ के नाम से जाना जाएगा काकोरी कांड

• 5 hours ago • 14 hours ago • 14 hours ago • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 3 days ago • 3 days ago • 3 days ago • 3 days ago • 4 days ago • 4 days ago • 4 days ago • 4 days ago • 5 days ago • 5 days ago • 5 days ago • 5 days ago • 6 days ago • 6 days ago • 7 days ago • 7 days ago • 40.5°C लखनऊ: (अनिल सैनी) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आजादी के अमृत महोत्सव एवं चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव की शृंखला के तहत ऐतिहासिक काकोरी रेल घटना की 97वीं वर्षगांठ का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी ट्रेन एक्शन के शहीदों को नमन किया है। लखनऊ के काकोरी शहीद स्मारक स्थल पर राज्यपाल के साथ मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों तथा विधायकों के साथ शहीदों को नमन करने के साथ उन सभी को श्रद्धांजलि दी है। इस अवसर पर शहीदों के स्वजन को भी सम्मानित किया गया है। काकोरी ट्रेन एक्शन कीकी 97वीं वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि मैं देश की स्वाधीनता के लिए स्वयं को बलिदान करने वालेसभी अमर शहीदों के प्रति नमन करते हुएविनम्र श्रद्धांजलि देता हूँ।काकोरी कांड अब काकोरी ट्रेन एक्शन के नाम से जाना जाएगा। यूपी सरकार ने किया बदलाव अंग्रेजी शासन के कुछ इतिहासकारों ने इस क्रांति को कांड करार दिया था, जो अपमानजनक लगता था।मुख्यमंत्री ने कहा कि चार फरवरी 2021 से आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। उसी क्रम में आज काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर काकोरी शहीद स्मारक पर हुआआज पूरा प्रदेश काकोरी ट्रैन एक्शन की ...

Kakori Action योगी आदित्यनाथ सरकार ने बदला काकोरी कांड का नाम बीते वर्ष ही कर दिया था काकोरी एक्शन

Kakori Action : योगी आदित्यनाथ सरकार ने बदला काकोरी कांड का नाम, बीते वर्ष ही कर दिया था काकोरी एक्शन Kakori Train Action उत्तर प्रदेश सरकार ने बीते वर्ष ही काकोरी कांड का नाम बदलकर काकोरी ट्रेन एक्शन कर दिया। सरकार ने इसका नाम इसलिए बदला क्योंकि इसमें कांड शब्द जुड़ा था। सरकार ने इन सभी को बलिदानी मानने के साथ ही इसका नाम काकोरी एक्शन किया। लखनऊ के काकोरी रेलवे स्टेशन पर 9 अगस्त, 1925, सहारनपुर-लखनऊ पैसेंजर क्रांतिकारियों ने डकैती डालकर अंग्रजों का खजाना लूटा था। उनका मकसद इस लूट से एकत्र पैसों से हथियार खरीदने का था। जिससे कि अंग्रेजों के खिलाफ भारत की जंग में उनका इस्तेमाल किया जाए। अंग्रेजों ने इसे डकैती का नाम देकर इसमें शामिल पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, ठाकुर रोशन सिंह तथा राजेन्द्र प्रसाद लाहिड़ी अपराधी बनाया था। इतिहास में इस घटना को काकोरी कांड के नाम से जाना गया, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने इस घटना के नाम में बदलाव किया। सरकार ने इन सभी को बलिदानी मानने के साथ ही इसका नाम काकोरी एक्शन किया। उत्तर प्रदेश सरकार ने बीते वर्ष ही काकोरी कांड का नाम बदलकर काकोरी ट्रेन एक्शन कर दिया। सरकार ने इसका नाम इसलिए बदला क्योंकि इसमें 'कांड' शब्द जुड़ा था। सरकार ने माना कि कांड शब्द स्वतंंत्रता संग्राम के लिए हुई इस घटना में अपमान की भावना को दिखाता है, इसलिए इसका नाम बदला गया। ब्रिटिश हुकूमत ने इस घटना को डकैती बताकर राष्ट्रनायकों को अपराधी बताया था। उन्हें इसके लिए दंडित भी किया था। इतिहासकारों का मानना है कि अंग्रेजों ने उस घटना में शामिल क्रांतिकारियों को चोर-लुटेरा बताया, जबकि यह कोई डकैती नहीं थी। घटना का मकसद भारत पर कब्जा करने वाले अंग्रेजों को कमजोर करना ...

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Kakori Train Action Day: क्रांतिकारियों के बलिदान ने काकोरी को बनाया तीर्थ स्थल: सीएम योगी आदित्यनाथ 9 अगस्त 1925 को क्रांतिकारियों पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, ठाकुर रोशन सिंह और राजेंद्र प्रसाद लाहिड़ी ने अंग्रेजी सरकार के खजाने ले लिया था. जिस स्थान पर ऐतिहासिक घटना हुई वह काकोरी स्टेशन था. Lucknow: सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को 'काकोरी ट्रेन एक्शन डे' की 97वीं वर्षगांठ पर जनता से आह्वान किया कि वह आजादी का अमृत महोत्सव अपने घर पर झंडा फहरा कर मनायें. उन्होंने काकोरी में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि हमारे क्रांतिकारियों के बलिदान ने काकोरी जैसे स्थल को भी एक तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित करते हुए लोकपूज्य बना दिया है. सीएम योगी ने कहा कि 1922 में गोरखपुर के चौरी चौरा की ऐतिहासिक घटना हो या फिर 9 अगस्त 1925 को लखनऊ के काकोरी की यह घटना. देश की आज़ादी के लिए मर मिटने वाले क्रांतिकारियों ने ₹4,679 जो ट्रेन में खजाने के रूप में जा रहा था. उसे रोककर ले लिया था. इस ऐतिहासिक घटना में शामिल क्रांतिकारियों को गिरफ्तार करने के लिए ब्रिटिश सरकार ने तब ₹10 लाख से अधिक खर्च किया था. सीएम योगी ने कहा कि धरतीलोक पूज्य तब बन पाती है, जब अनगिनत बलिदान होते हैं. जब हम जाति, मत, मजहब, क्षेत्र और भाषा के आधार पर बंटे होंगे, तो यह विभाजन हमारी ताकत का ही विभाजन करेगा, भारत को कमजोर करेगा, विकास को बाधित करेगा. अव्यवस्था, अराजकता जैसी तमाम विकृतियों को जन्म देगा. भारत की ताकत, भारत की सामूहिकता है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 135 करोड़ की आबादी जब एक साथ बोलती है तो भारत दुनिया भर में सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र की मां के रूप में भी दुनिया को प्रतिनिधि...

Kakori Train Action Day CM Yogi paid tribute to freedom fighters last year yogi govy changed kakori kand name

Kakori Train Action Day CM Yogi paid tribute to freedom fighters last year yogi govy changed kakori kand name | 'काकोरी ट्रेन एक्शन डे' पर क्रांतिकारियों को सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि, पिछले साल इस ऐतिहासिक दिन का बदला था नाम | Hindi News, Uttar Pradesh 'काकोरी ट्रेन एक्शन डे' पर क्रांतिकारियों को सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि, पिछले साल इस ऐतिहासिक दिन का बदला था नाम Kakori Action Anniversary:आज 9 अगस्त है. आज ही के दिन साल 1925 में लखनऊ के काकोरी रेलवे स्टेशन पर क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों से ट्रेन लूटी थी. आजादी के अमृत महोत्सव के तहत मंगलवार को सीएम योगी काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ मनाने उसी ऐतिहासिक स्थल पर पहुंचे. इस दौरान सीएम ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने के साथ ही प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया. Kakori Action Anniversary: मयूर शुक्ला/लखनऊ: 9 अगस्त 1925 का वह ऐतिहासिक दिन जब आजादी के मतवालों ने अंग्रेजों के दांत खट्टे करते हुए उनकी आंखों से काजल चुरा लिया. जगह थी लखनऊ के मलिहाबाद स्थित काकोरी रेलवे स्टेशन (Kakori Railway Station). जहां हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन (HRA) से जुड़े रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, राजेंद्र प्रसाद लाहिड़ी और रोशन सिंह समेत कई क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों से हथियार और धन लूट लिया था. ट्रेन लखनऊ से करीब 8 मील की दूरी पर थी, तब उसमें बैठे इन तीनों क्रांतिकारियों ने उसे रुकवाया और सरकारी खजाने को लूट लिया. स्वतंत्रता सेनानियों ने खजाना लूटने के लिए जर्मन माउजर का इस्तेमाल किया था. उनके हाथ सरकारी खजाने से 4600 रुपए लगे. काकोरी कांड के आरोप में रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और रोशन सिंह को फांसी दे दी गई थी. पूरा देश हर साल 9...

‘काकोरी ट्रेन कांड’अब ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’

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Kakori Train Action Day: क्रांतिकारियों के बलिदान ने काकोरी को बनाया तीर्थ स्थल: सीएम योगी आदित्यनाथ 9 अगस्त 1925 को क्रांतिकारियों पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, ठाकुर रोशन सिंह और राजेंद्र प्रसाद लाहिड़ी ने अंग्रेजी सरकार के खजाने ले लिया था. जिस स्थान पर ऐतिहासिक घटना हुई वह काकोरी स्टेशन था. Lucknow: सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को 'काकोरी ट्रेन एक्शन डे' की 97वीं वर्षगांठ पर जनता से आह्वान किया कि वह आजादी का अमृत महोत्सव अपने घर पर झंडा फहरा कर मनायें. उन्होंने काकोरी में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि हमारे क्रांतिकारियों के बलिदान ने काकोरी जैसे स्थल को भी एक तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित करते हुए लोकपूज्य बना दिया है. सीएम योगी ने कहा कि 1922 में गोरखपुर के चौरी चौरा की ऐतिहासिक घटना हो या फिर 9 अगस्त 1925 को लखनऊ के काकोरी की यह घटना. देश की आज़ादी के लिए मर मिटने वाले क्रांतिकारियों ने ₹4,679 जो ट्रेन में खजाने के रूप में जा रहा था. उसे रोककर ले लिया था. इस ऐतिहासिक घटना में शामिल क्रांतिकारियों को गिरफ्तार करने के लिए ब्रिटिश सरकार ने तब ₹10 लाख से अधिक खर्च किया था. सीएम योगी ने कहा कि धरतीलोक पूज्य तब बन पाती है, जब अनगिनत बलिदान होते हैं. जब हम जाति, मत, मजहब, क्षेत्र और भाषा के आधार पर बंटे होंगे, तो यह विभाजन हमारी ताकत का ही विभाजन करेगा, भारत को कमजोर करेगा, विकास को बाधित करेगा. अव्यवस्था, अराजकता जैसी तमाम विकृतियों को जन्म देगा. भारत की ताकत, भारत की सामूहिकता है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 135 करोड़ की आबादी जब एक साथ बोलती है तो भारत दुनिया भर में सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में ही नहीं, बल्कि लोकतंत्र की मां के रूप में भी दुनिया को प्रतिनिधि...

Kakori Train Action Day CM Yogi paid tribute to freedom fighters last year yogi govy changed kakori kand name

Kakori Train Action Day CM Yogi paid tribute to freedom fighters last year yogi govy changed kakori kand name | 'काकोरी ट्रेन एक्शन डे' पर क्रांतिकारियों को सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि, पिछले साल इस ऐतिहासिक दिन का बदला था नाम | Hindi News, Uttar Pradesh 'काकोरी ट्रेन एक्शन डे' पर क्रांतिकारियों को सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि, पिछले साल इस ऐतिहासिक दिन का बदला था नाम Kakori Action Anniversary:आज 9 अगस्त है. आज ही के दिन साल 1925 में लखनऊ के काकोरी रेलवे स्टेशन पर क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों से ट्रेन लूटी थी. आजादी के अमृत महोत्सव के तहत मंगलवार को सीएम योगी काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ मनाने उसी ऐतिहासिक स्थल पर पहुंचे. इस दौरान सीएम ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने के साथ ही प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया. Kakori Action Anniversary: मयूर शुक्ला/लखनऊ: 9 अगस्त 1925 का वह ऐतिहासिक दिन जब आजादी के मतवालों ने अंग्रेजों के दांत खट्टे करते हुए उनकी आंखों से काजल चुरा लिया. जगह थी लखनऊ के मलिहाबाद स्थित काकोरी रेलवे स्टेशन (Kakori Railway Station). जहां हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन (HRA) से जुड़े रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां, राजेंद्र प्रसाद लाहिड़ी और रोशन सिंह समेत कई क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों से हथियार और धन लूट लिया था. ट्रेन लखनऊ से करीब 8 मील की दूरी पर थी, तब उसमें बैठे इन तीनों क्रांतिकारियों ने उसे रुकवाया और सरकारी खजाने को लूट लिया. स्वतंत्रता सेनानियों ने खजाना लूटने के लिए जर्मन माउजर का इस्तेमाल किया था. उनके हाथ सरकारी खजाने से 4600 रुपए लगे. काकोरी कांड के आरोप में रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और रोशन सिंह को फांसी दे दी गई थी. पूरा देश हर साल 9...

योगी सरकार ने किया बदलाव, अब ‘काकोरी ट्रेन एक्शन’ के नाम से जाना जाएगा काकोरी कांड

• 9 hours ago • 18 hours ago • 19 hours ago • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • yesterday • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 2 days ago • 3 days ago • 3 days ago • 3 days ago • 3 days ago • 4 days ago • 4 days ago • 4 days ago • 4 days ago • 5 days ago • 5 days ago • 5 days ago • 5 days ago • 6 days ago • 6 days ago • 7 days ago • 7 days ago • 40.5°C लखनऊ: (अनिल सैनी) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आजादी के अमृत महोत्सव एवं चौरी चौरा शताब्दी महोत्सव की शृंखला के तहत ऐतिहासिक काकोरी रेल घटना की 97वीं वर्षगांठ का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काकोरी ट्रेन एक्शन के शहीदों को नमन किया है। लखनऊ के काकोरी शहीद स्मारक स्थल पर राज्यपाल के साथ मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों तथा विधायकों के साथ शहीदों को नमन करने के साथ उन सभी को श्रद्धांजलि दी है। इस अवसर पर शहीदों के स्वजन को भी सम्मानित किया गया है। काकोरी ट्रेन एक्शन कीकी 97वीं वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि मैं देश की स्वाधीनता के लिए स्वयं को बलिदान करने वालेसभी अमर शहीदों के प्रति नमन करते हुएविनम्र श्रद्धांजलि देता हूँ।काकोरी कांड अब काकोरी ट्रेन एक्शन के नाम से जाना जाएगा। यूपी सरकार ने किया बदलाव अंग्रेजी शासन के कुछ इतिहासकारों ने इस क्रांति को कांड करार दिया था, जो अपमानजनक लगता था।मुख्यमंत्री ने कहा कि चार फरवरी 2021 से आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। उसी क्रम में आज काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ पर काकोरी शहीद स्मारक पर हुआआज पूरा प्रदेश काकोरी ट्रैन एक्शन की...

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