काला मल आने का कारण

  1. अल्सरेटिव कोलाइटिस क्या है
  2. मल में खून(पाखाने में रक्त आना) : कारण, लक्षण, उपचार
  3. लैट्रिन कितने प्रकार की होती है type of potty in hindi
  4. क्या गर्भावस्था के दौरान काला मल त्यागना सामान्य है?
  5. Baby Poop: शिशु का मल क्या बताता है स्वास्थ्य के बारे में?
  6. गुदा से रक्तस्राव आने के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और निदान


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अल्सरेटिव कोलाइटिस क्या है

English हिन्दी Bengali العربية अल्सरेटिव कोलाइटिस का क्या अर्थ है? अल्सरेटिव कोलाइटिस एक प्रकार की सूजन आंत्र रोग (आईबीडी) है जिसमें आंत की परत सूजन हो जाती है। इसके परिणामस्वरूप लंबे समय तक पाचन तंत्र में जलन और अल्सर (घावों) का निर्माण हो सकता है। अल्सरेटिव कोलाइटिस आमतौर पर बड़ी आंत के निचले हिस्से (कोलन के रूप में जाना जाता है) और मलाशय को प्रभावित करता है। अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं। कुछ मामलों में, अल्सरेटिव कोलाइटिस गंभीर जटिलताएं पैदा कर सकता है। अल्सरेटिव बृहदांत्रशोथ का कोई ज्ञात उपचार नहीं है, लेकिन डॉक्टर आपको बीमारी से जुड़े लक्षणों और लक्षणों को दूर करने के लिए उपचार की एक पंक्ति दे सकते हैं। अल्सरेटिव कोलाइटिस आमतौर पर सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित करता है, लेकिन यह ज्यादातर 15 से 35 वर्ष की आयु के लोगों में देखा जाता है। यह आमतौर पर 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों में भी देखा जाता है। हम अल्सरेटिव कोलाइटिस के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। • अल्सरेटिव कोलाइटिस के कारण और जोखिम कारक क्या हैं? (What are the causes and risk factors of Ulcerative Colitis in Hindi) • अल्सरेटिव कोलाइटिस के प्रकार क्या हैं? (What are the types of Ulcerative Colitis in Hindi) • अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षण क्या हैं? (What are the symptoms of Ulcerative Colitis in Hindi) • अल्सरेटिव कोलाइटिस वाले व्यक्ति को डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए? (When should a person with Ulcerative Colitis see a doctor in Hindi) • अल्सरेटिव कोलाइटिस का निदान कैसे करें? (How to diagnose Ulcerative Colitis in Hindi) • अल्सरेटिव कोलाइटिस का इलाज क्या है? (What is the treatment for...

मल में खून(पाखाने में रक्त आना) : कारण, लक्षण, उपचार

मल में खून आने की समस्या का कारण और उपचार काले मल के अधिकांश मामलों में काले पदार्थ या लोहे की खुराक खाने से होते हैं। मल में खून या काले रंग के मल का सबसे सामान्य कारण अल्सर से खून बहना है। रक्त के कारण होने वाले काले मल ऊपरी पाचन तंत्र में एक समस्या का संकेत देते हैं। दर्द, उल्टी या दस्त के साथ काले मल होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। मल में खून (पाखाने में खून आना) अक्सर पाचन तंत्र में एक समस्या का संकेत होते हैं। स्टूल में रक्त (पोटी में ब्लड आना) आपके पाचन तंत्र के साथ कहीं भी आपके मुँह से गुदा तक कहीं से भी आ सकता है। ऊपरी जीआई पथ में भारी या तेज़ी से रक्तस्राव से चमकदार लाल मल हो सकता है। काली मुलेठी, सीसा, लोहे की गोलियां, पेप्टो-बिस्मोल जैसे विस्मथ दवाएं, या ब्लूबेरी खाने या एनी काले रंग के खाद्य पदार्थ से भी काला मल हो सकते हैं। बीट्स और टमाटर से कभी-कभी मल लाल रंग का दिख सकते हैं। इन मामलों में, आपका डॉक्टर खून की मौजूदगी से इनकार करने के लिए एक रसायन के साथ मल की जांच कर सकता है। घुटकी या पेट में रक्तस्राव (जैसे पेप्टिक अल्सर रोग ) भी आपको रक्त की उल्टी कर सकता है । मल में खून आने का कारण घुटकी, पेट, या छोटी आंत के पहले भाग में होने वाली रक्तस्राव अक्सर मल को काला या टार जैसा दिखने का कारण बनता है। आपका डॉक्टर “मेलेना” शब्द का उपयोग कर सकता है। जीआई पथ के ऊपरी हिस्से में खून बहने के कारण सबसे अधिक बार काला मल का कारण होगा: • असामान्य रक्त वाहिकायें • बहुत तीब्र उल्टी से घुटकी में एक दरार (Mallory-Weiss tear) • पेट में अल्सर से खून बहना • जब आंतों के हिस्से में रक्त की आपूर्ति बंद हो जाता है • पेट की परत की सूजन ( • आघात या पेट में कोइ बाहरी चीज • घुटकी और ...

लैट्रिन कितने प्रकार की होती है type of potty in hindi

‌‌‌‌‌‌इस लेख मे हम बात करने वाले हैं कि लैट्रिन कितने ‌‌‌प्रकार की होती है ? बहुत से लोग मल के बारे मे बात करना भी पसंद नहीं करते हैं।क्योंकि उनको लगता है कि मल एक बुरी चीज होती है। लेकिन जो डॉक्टरी फिल्ड के अंदर हैं उनके लिए मल कोई बुरी चीज नहीं हैं। क्योंकि डॉक्टर अनेक प्रकार की बीमारियों का पता लगाने के लिए मल का टेस्ट करते हैं।‌‌‌एक बार जब हम लोग डॉक्टर के पास गए तो किसी समस्या की वजह से उन्होंने मेरे मल की टेस्टिंग भी की थी। डॉक्टर मल का निरिक्षण करके यह पता लगाने की कोशिश करते हैं कि कौनसी समस्या आपको हो सकती है। ‌‌‌मल बीमारी का पता लगाने मे सिर्फ इंसानों मे ही सहयोग नहीं करता है वरन जानवरों के अंदर तो मल को देखकर ही कई चीजों का पता लगाया जाता है। जैसे मल मे कीड़ों का आना और मल का पतला होना समस्याओं को दर्शाता है। कभी-कभी, इसके रंग, बनावट, मात्रा और गंध में भिन्नता हो सकती है। ये अंतर चिंताजनक हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर, ये परिवर्तन महत्वपूर्ण नहीं हैं और एक या दो दिन में हल हो जाएंगे। ‌‌‌लैट्रिन कितने प्रकार की होती है ? इस बारे मे जानने से पहले हम मल की कुछ सामान्य बातों के बारे मे जान लेते हैं। • ‌‌‌लैट्रिन का गहरा भूरा रंग बिलीरुबिन नामक वर्णक की वजह से बनता है जो लाल रूधिकरणिकाओं के टूटने से बनता है। • कई बार मल के अंदर बेकार की गंध आती है। इसका कारण बैक्टीरिया होती हैं। इसकी वजह से मल मे गंध पैदा होती है। • ‌‌‌यदि मल छोटे छोटे टुकड़ों के अंदर आता है तो यह बताता है कि आपकी आंते अच्छी स्थिति के अंदर हैं। • ज्यादातर लोग एक दिन में एक बार मल पास करते हैं, हालांकि अन्य लोग हर दूसरे दिन या प्रतिदिन तीन बार तक शौच कर सकते हैं। कम से कम, एक व्यक्ति को सप्ताह में तीन ब...

क्या गर्भावस्था के दौरान काला मल त्यागना सामान्य है?

गर्भावस्था में कई प्रकार के शारीरिक परिवर्तन देखने को मिलते हैं। इनमें से कुछ परिवर्तन तो सामान्य होते हैं और कुछ ऐसे होते हैं, जो किसी गंभीर बीमारी का लक्षण हो सकते हैं। उन्हीं लक्षणों में से एक है, गर्भावस्था में काला मल होना। गर्भावस्था में काला मल होने के कई कारण हो सकते हैं और यह कई समस्याओं का लक्षण भी हो सकता है, जिसकी जानकारी होना जरूरी है। यही वजह है कि मॉमजंक्शन के इस लेख में हम गर्भावस्था में काला मल होने के कारण, निदान और उपचार के बारे में विस्तार से बता रहे हैं। यहां अब हम गर्भावस्था में काला मल होने के कारणों के बारे में बताएंगे। गर्भावस्था के दौरान काला मल होने के कारण प्रेगनेंसी में काला मल होने के कई कारण माने जाते हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं : 1. दवाओं का सेवन कुछ विशेष दवाओं (बिस्मथ सबसालिलेट युक्त) का उपयोग गर्भावस्था के दौरान गहरे रंग के मल का कारण बन सकता है • सबसे पहले डॉक्टर शारीरिक परीक्षण करने के साथ ही गर्भवती की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछ सकता है। • संदेह होने पर डॉक्टर रक्त परीक्षण या मल परीक्षण कराने की सलाह दे सकता है। • लैक्टोज इंटॉलरेंस (दुग्ध उत्पादों में मौजूद शुगर को न पचा पाना) की स्थिति में डॉक्टर बायोप्सी (प्रभावित हिस्से का नमूना लेकर की जाने वाली जांच) कराने की सलाह दे सकते हैं। आगे अब हम प्रेगनेंसी में काला मल होने पर किए जाने वाले उपचार के बारे में जानेंगे। गर्भावस्था के दौरान काला मल होने पर उपचार गर्भावस्था में काला मल आने की असामान्य स्थिति के सामने आने पर डॉक्टर निम्न उपचार की प्रक्रियाओं को इस्तेमाल में ला सकता है। • लेख में आपको पहले ही बताया जा चुका है कि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग के कारण भी काले मल की समस्या हो सकती ...

Baby Poop: शिशु का मल क्या बताता है स्वास्थ्य के बारे में?

शिशु का मल बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देता है। बच्चे के पैदा होने पर काला मल कई बार मां को या परिजनों को डरा सकता है, लेकिन ये डरने की बात नहीं होती है। बच्चा जैसे-जैसे बड़ा होता है, उसके मल के रंग में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। शिशु का मल देखने के बाद कई बातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। शिशु के मल या पॉटी के रंग को देखकर कई बातों का पता चल जाता है। बच्चा जो भी खा रहा है, या फिर शरीर में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर शिशु के मल में अंतर देखने को मिलता है। बच्चे के तीन से चार साल होने पर भी उसके मल देखें जरूर। कई बार माएं बच्चों की पॉटी को नजरअंदाज कर देती हैं। ऐसे में ये पता नहीं चल पाता है कि बच्चे का पेट सही है या फिर नहीं। बच्चों के पेट में कीड़े होने पर भी वो मल के साथ ही बाहर आते हैं। कीड़े का आकार छोटा या बड़ा भी हो सकता है। ये बेहतर रहेगा कि बच्चे के पॉटी करने के बाद मां एक बार जांच अवश्य करें। इस आर्टिकल के माध्यम से जानें कि कैसे पॉटी का रंग बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देता है। इस आर्टिकल के माध्यम से जानिए की किस तरह से शिशु के मल का संबंध उसके स्वास्थ्य से होता है। और पढ़ें: पैदा होने के बाद शिशु का मल पैदा होने के बाद अगर शिशु का मल काले रंग का है तो इसमें परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसे मेकोनियम (meconium) कहा जाता है जिसमें एमनियोटिक तरल पदार्थ, म्यूकस और स्किन सेल्स होती हैं बच्चा पैदा होने के करीब तीन से चार दिन काला मल ही करेगा। और पढ़ें: बाइल की कमी के कारण होने वाला मल शिशु का मल सफेद रंग का भी हो सकता है। जब बच्चे का लिवर पर्याप्त मात्रा में बाइल का प्रोडक्शन नहीं कर पाता है तो उसकी पॉटी सफेद होती है। बाइल या पित्त डाइजे...

गुदा से रक्तस्राव आने के लक्षण, कारण, इलाज, दवा, उपचार और निदान

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