Kaun samajik anubandh se juda hai

  1. भारत के समाज सुधारक और उनके योगदान
  2. कौन सामाजिक डार्विनवाद निकटता से जुड़ा है? » Kaun Samajik Darvinavad Nikatata Se Juda Hai
  3. सामाजिक
  4. ‎हिन्दी निबंध
  5. भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन (द्वितीय चरण)


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भारत के समाज सुधारक और उनके योगदान

भारत के समाज सुधारक किसी भी समाज में विविध और विभिन्न प्रकार के लोग रहते है; वे विभिन्न धर्म, जाति, रंग, लिंग और विभिन्न विश्वासों को मानने वाले हो सकते है। और उनसे यह उम्मीद की जाती है कि वे समाज से सामंजस्य बिठाएँ और बिना किसी भेदभाव के साथ रहे; आदर्श स्थिति तो तब मानी जाएगी जब समाज के सभी वर्गों में बराबरी, आजादी और भाईचारा हो। हालाँकि, पूरी दुनिया का मानव समाज यह दिखाता है कि कई तरह के शोषणकारी कृत्य व्याप्त है हर जगह; यह शोषणकारी सोच समाज में मानव की सर्वोच्चता, सत्ता और शक्ति की लालच में जन्म लेती है; जैसे तथाकथित उच्च वर्ग के लोग तथाकथित निम्न वर्ग के लोगों का शोषण करेंगे; श्वेत अश्वेतों का शोषण करेगें; पुरुष महिलाओं का शोषण करेगें; एक धर्म को मानने वाला दूसरे धर्म को कमजोर या गलत बताता है और अपने धर्म को श्रेष्ठ बताता है आदि। ये भेद-भाव और शोषणकारी कृत्य लंबे समय के लिये सामाजिक बुराई का रुप ले लेता है और किसी भी सभ्य समाज के चेहरे पर धब्बे के समान हो जाता है। हर देश के उसके इतिहास में, कई सारे ऐसे चमकदार व्यक्तित्व होते है जो समाज के दबे-कुचले लोगों की प्रगति के लिये जीते और कार्य करते है। और उनके इन्हीं सार्थक प्रयासों से जातियता, सती प्रथा जैसे उच्च स्तर पर फैली सामाजिक बुराईयों को समाप्त करना मुमकिन हो पाया है। इस लेख में हम भारत के महान समाज सुधारकों के बारे में पढ़ेंगे; इसके साथ ही हम लोग ये भी जानने का प्रयास करेंगे कि सामाजिक बुराई और इसके कारक क्या है; और कौन सामाजिक सुधारक आदि है। समाज सुधारक समाज सुधारक कौन है? वो व्यक्ति जो मानवता और इंसानियत के प्रति किसी भी प्रकार से चिंतित हो; जो अच्छाई के लिये माहौल में बदलाव लाना चाहता हो; एक व्यक्ति जिसके पास प्रब...

कौन सामाजिक डार्विनवाद निकटता से जुड़ा है? » Kaun Samajik Darvinavad Nikatata Se Juda Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। नमस्कार अब उसने कौन सामाजिक डार्विनवाद की निकटता से जुड़ा है तो देखिए इसका जवाब में सामाजिक डार्विनवाद की निकलता है वह हरबर्ट स्पेंसर जुड़े भी है हरबर्ट स्पेंसर सामाजिक डार्विनवाद जुड़ी हुई

सामाजिक

अनुक्रम • 1 व्युत्पत्ति • 2 सामाजिक विचारक • 3 आधुनिक उपयोग • 4 ये भी देखें • 5 सन्दर्भ • 6 बाहरी कड़ियाँ व्युत्पत्ति [ ] किसी चीज का मूल उदगम या उत्पत्ति का स्थान। किसी शब्द का वह मूल रूप जिससे निकल या बिगड़कर उसका प्रस्तुत रूप बना हो। व्याकरण कोश आदि में किसी शब्द की मौलिक रचना आदि का विवरण। सामाजिक विचारक [ ] samajwad Ek Samajik prakriya ismein Samaj se Bandhe Hue samajikaran ki prakriya ke Madhyam se Sanskriti AVN Samajik Jagah Se parichit Hone Ka avsar prapt Hota Hai ISI Madhyam se ek apni Ek Sanskriti AVN Samajik Virasat ko Bhavi pidhi Khush Hoti Hai is Prakar samajikaran Ek Aur vyaktitva Ka Vikas Hota Hai vahin dusri aur Samajik Sansthan prasaran Hota Hai आधुनिक उपयोग [ ] समकालीन समाजों में अक्सर "सामाजिक" शब्द सरकार की आय और धन के पुनर्वितरण नीतियों को संदर्भित किया जाता है जिनका उद्देश्य जनहित के कार्यों से हो जैसे ये भी देखें [ ] • • • • • • • सन्दर्भ [ ]

‎हिन्दी निबंध

आजकल के समय में निबंध लिखना एक महत्वपूर्ण विषय बन चुका है, खासतौर से छात्रों के लिए। ऐसे कई अवसर आते हैं, जब आपको विभिन्न विषयों पर निबंधों की आवश्यकता होती है। निबंधों के इसी महत्व को ध्यान में रखते हुए हमने इन निबंधों को तैयार किया है। हमारे द्वारा तैयार किये गये निबंध बहुत ही क्रमबद्ध तथा सरल हैं और हमारे वेबसाइट पर छोटे तथा बड़े दोनो प्रकार की शब्द सीमाओं के निबंध उपलब्ध हैं। निबंध क्या है? कई बार लोगो द्वारा यह प्रश्न पूछा जाता है कि आखिर निबंध क्या है? और निबंध की परिभाषा क्या है? वास्तव में निबंध एक प्रकार की गद्य रचना होती है। जिसे क्रमबद्ध तरीके से लिखा गया हो। एक अच्छा निबंध लिखने के लिए हमें कुछ बातों का ध्यान देना चाहिए जैसे कि – हमारे द्वारा लिखित निबंध की भाषा सरल हो, इसमें विचारों की पुनरावृत्ति न हो, निबंध के विभिन्न हिस्सों को शीर्षकों में बांटा गया हो आदि। यदि आप इन बातों का ध्यान रखगें तो एक अच्छा निबंध(Hindi Nibandh) अवश्य लिख पायेंगे। अपने निबंधों के लेखन के पश्चात उसे एक बार अवश्य पढ़े क्योंकि ऐसा करने पर आप अपनी त्रुटियों को ठीक करके अपने निबंधों को और भी अच्छा बना पायेंगे। हम अपने वेबसाइट पर कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 और कॉलेज विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रकार के निबंध(Essay in Hindi) उपलब्ध करा रहे हैं| इस प्रकार के निबंध आपके बच्चों और विद्यार्थियों की अतिरिक्त पाठ्यक्रम गतिविधियों जैसे: निबंध लेखन, वाद-विवाद प्रतियोगिता और विचार-विमर्श में बहुत सहायक हो साबित होंगे। ये सारे ‎हिन्दी निबंध (Hindi Essay) बहुत आसान शब्दों का प्रयोग करके बहुत ही सरल और आसान भाषा में लिखे गए हैं। इन निबंधों को कोई भी व्यक्ति बहुत ही आसानी से समझ सकता ...

भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन (द्वितीय चरण)

vivaran shuruat pramukh sangathan evan parti any pramukh aandolan parinam bharat svatantr rashtr ghoshit hua. sanbandhit lekh any janakari • • • andolan ka dvitiy charan (1905-1919 ee.) bharatiy rashtriy andolan ke is charan mean ek or ugravadi to doosari or krantikari andolan chalaye gaye. donoan hi ek matr uddeshy, british rajy se mukti evan poorn svarajy ki prapti, ke lie l d rahe the. ek taraf ugravadi vicharadhara ke log 'bahishkar andolan' ko adhar banakar l d rahe the to doosari or krantikari vicharadhara ke log bamoan aur bandookoan ke upayog se svatantrata prapt karana chahate the. jahaan ek or ugravadi shantipoorn sakriy rajanitik andolanoan mean vishvas karate the, vahian kratikari ugravadita ke karan • british sarakar dvara lagatar • • • l aaurd bekan ka yah kathan ki 'adhik daridrata aur arthik asantosh kranti ko janm deta hai', bharat ke sandarbh mean aksharashah • tatkalin antarrashtriy ghatanaoan ka bhi ugravadi tatvoan ko badhava dene mean mahattvapoorn yogadan raha hai. • • bharat mean ugr rashtravad ke uday mean mahattvapoorn bhoomika ka nirvah bal gangadhar tilak, lala lajapat ray evan vipin chandr pal ne kiya. in netaoan ke yogy netritv mean hi yah andolan phala-phoola. tilak manate the ki "achchhi videshi sarakar ki apeksha hin svadeshi sarakar shreshth hai evan 'svarajy mera janm siddh adhikar hai aur ise mai lekar rahooanga." tilak ne 'ganapati utsav' evan 'shivaji utsav' ko shuroo karavakar bharatiyoan mean rashtriy chetana ke prasar ki disha mean ...