खाटूश्यामजी से सालासर बालाजी की दूरी

  1. हजारो श्रद्धालु के भगवान "सालासर बालाजी"
  2. ऑनलाइन बुकिंग के बाद ही हो सकेंगे सालासर व खाटूश्यामजी के दर्शन, पांच से खुलेगा बालाजी मंदिर
  3. Holidays rajasthan salasar balaji temple 185696 श्री सालासर बालाजी मंदिर को लेकर भक्तों में है गहरी आस्था, जानें इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
  4. फरीदाबाद का सालासर बालाजी और खाटू श्याम मंदिर (Salasar Balaji and Khatu Shyam Temple, Faridabad)
  5. सालासर बालाजी (Salasar Balaji) मंदिर कैसे जाएं, नियम और इतिहास
  6. खाटू श्याम जी से सालासर बालाजी की दूरी Archives
  7. खाटूश्यामजी, राजस्थान


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हजारो श्रद्धालु के भगवान "सालासर बालाजी"

यह मंदिर सुजानगढ़ से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर सालासर गांव में बना हुआ है। इस मंदिर में बालाजी अपने भव्य एवं आलौकिक स्वरुप के साथ सोने के सिंहासन पर विराजित हैं। यह भारत का इकलौता ऐसा मंदिर है, जहां दाढ़ी मूछों वाले हनुमान जी यानी बालाजी अपने विशाल स्वरुप में स्थापित हैं। आंध्रप्रदेश में स्थित तिरुपति बाला जी मंदिर के बाद सालासर में स्थित बालाजी का मंदिर काफी प्रसिद्ध है। राज्सथान के सालासर बालाजी जी के मंदिर में प्रतिष्ठित बाला जी की प्रतिमा के प्रकट होने को लेकर कई आश्चर्यचकित एवं चमत्कारिक कथाएं जुड़ी हुईं हैं। इस मंदिर में साल भर बाला जी के दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ता है। यहां चैत्र, आश्विन और भाद्रपद महीनों में शुक्लपक्ष की चतुदर्शी और पूर्णिमा को विशाल मेले का आयोजन किया जाता है। वहीं हनुमान जयंती पर सालासर की रौनक देखते ही बनती है। इन मौकों पर यहां देश के कोने-कोने से भक्तजन बालाजी महाराज की एक झलक के दर्शन करने आते हैं। वहीं इस मंदिर के बारे में सबसे दिलचस्प बात यह है कि भारत के इस प्रसिद्ध बालाजी मंदिर का निर्माण मुस्लिम कारीगरों द्धारा किया गया है, आइए जानते हैं सालासर बालाजीमंदिर के निर्माण, इतिहास एवं इससे जुड़ी चमत्कारिक कथाओं के बारे में- सालासर बालाजी का चमत्कारिक मंदिर – यहां बालाजी को हैं दाढ़ी-मूंछ – Salasar Balaji History सालासर बालाजी मंदिर का इतिहास एवं पौरणिक कथा – Salasar Balaji Temple Story and Information सिद्धपीठ बालाजी का उत्पत्ति और सालासर में स्थापित होने का इतिहास काफी चमत्कारिक और रोचक है। ऐसा माना जाता है कि बालाजी महाराज ने अपने परम भक्त मोहनदास की उनके प्रति गहरी आस्था और भक्ति से प्रसन्न होकर उन्हें मूर्ति के रुप में प्रकट होने ...

ऑनलाइन बुकिंग के बाद ही हो सकेंगे सालासर व खाटूश्यामजी के दर्शन, पांच से खुलेगा बालाजी मंदिर

दर्शन से पहले ऑनलाइन बुकिंग जरूरी खास बात यह है कि अब सालासर और खाटूश्यामजी में दर्शन करने से पहले ऑनलाइन बुकिंग करवानी होगी। कोरोना महामारी के कारण कई दिन से बंद मंदिरों को दुबारा खोले जाने के साथ ही ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था शुरू की जा रही है। सोमवार को हनुमान सेवा समिति के सदस्यों की चूरू जिला कलेक्टर प्रदीप के गावंडे व एसपी पारिस देशमुख के साथ बैठक हुई, जिसमें सालासर बालाजी मंदिर के पट 5 नवंबर से खोलने की सहमति बनी है। बिना मास्क प्रवेश नहीं चूरू जिला कलेक्टर प्रदीप के गावंडे के अनुसार सालासर मंदिर में दर्शनों की व्यवस्था सुचारू करने के लिए एक एप्प बनाया जाएगा। उसी के जरिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग करवानी होगी। बुकिंग के बाद ही सालासर बालाजी के दर्शन हो सकेंगे। इसके अलावा सालासर बालाजी मंदिर के दर्शनों के आने वाले श्रद्धालुओं को मास्क लगाना जरूरी होगा। बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग की भी पूरी पालना करना अनिवार्य होगा। सुबह तय होगा कैसे होगी ऑनलाइन बुकिंग सालासर बालाजी मंदिर के अजय पुजारी ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन ऑनलाइन बुकिंग बिना नहीं करवाए जाएंगे। एक दिन में करीब तीन या चार हजार श्रद्धालुओं को ऑनलाइन बुकिंग के जरिए सालासर बालाजी के दर्शन कराए जा सकेंगे। वहीं, हनुमान सेवा समिति के अध्यक्ष यशोदानंदन पुजारी ने बताया कि 4 नवंबर की दोपहर को समिति की ओर से ऑनलाइन बुकिंग के लिए मोबाइल एप्प या सालासर धाम की वेबसाइट में से किसी एक अधिकृत किया जाएगा। मंदिर के पट कोरोना महामारी के चलते 20 मार्च 2020 से बंद हैं। इधर, खाटूश्यामजी के पट खुलने को लेकर सोमवार को प्रस्तावित बैठक चुनावी तैयारियों के कारण नहीं हो सकी। दांतारामगढ़ ...

Holidays rajasthan salasar balaji temple 185696 श्री सालासर बालाजी मंदिर को लेकर भक्तों में है गहरी आस्था, जानें इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी

भारत देश में मंदिरों का बहुत महत्व हैं और हर मंदिर से जुड़ी अपनी अनोखी कहानी हैं। भक्तगण अपनी आस्था दिखाते हुए मंदिर के दर्शन करने पहुंचते हैं। ऐसा ही एक मंदिर हैं राजस्थान में श्री सालासर बालाजी का जिसके प्रति भक्तों में गहरी आस्था है। सालासर बालाजी मंदिर राजस्थान के चूरू जिले की सुजानगढ़ पंचायत समिति के अंतर्गत आता है। राजस्थान के सीकर जिले से सालासर की दूरी मात्र 55 किलोमीटर है। सुजानगढ़ से सालासर की दूरी मात्र 27 किलोमीटर है। राजस्थान की राजधानी जयपुर से सालसर की दूरी मात्र 171 किलोमीटर है। सालासर के पास घूमने की बात करें तो यहां हर्ष भेरू, जीणमाता, शाकम्भरी माता, लोहागर्जी, खाटू श्याम जी पर्यटक स्थल हैं। श्री सालासर बालाजी मंदिर राजस्थान के सबसे बड़े धार्मिक तीर्थ स्थल में एक माना जाता है। सालासर बालाजी मंदिर की प्रसिद्धि का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है की यहाँ पर हनुमान जयंती के समय लगने वाले लक्खी मेले में सालासर बालाजी के दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु सालासर आते है। सालासर बालाजी मंदिर निर्माण की कहानी संत मोहनदास जी और सालासर से 31 किलोमीटर दूर स्थित आसोटा गाँव में जमीन से प्रकट हुई हनुमानजी की प्राचीन मूर्ति से जुड़ी हुई है। सालासर बालाजी मे लगने वाले विशाल मेले सालासर बालाजी मंदिर में प्रति वर्ष दो विशाल मेलों का आयोजन किया जाता है। यहाँ लगने वाले मेलों के समय लाखों की संख्या में श्रद्धालु बालाजी के दर्शन करने के लिए सालासर आते है। सालासर में पहला मेला साल के अप्रैल माह में आने हनुमान जयंती के समय लगता है। उसके बाद अक्टूबर महीने में शरद पूर्णिमा के समय भी सालासर में बहुत विशाल मेला लगता है। इन दोनों प्रमुख मेलों के अलावा हिन्दू धर्म के प्रमुख त...

फरीदाबाद का सालासर बालाजी और खाटू श्याम मंदिर (Salasar Balaji and Khatu Shyam Temple, Faridabad)

रविवार , 18 जुलाई 2021 फरीदाबाद सीरीज को शुरू से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें ! फरीदाबाद भ्रमण करते हुए आज मैं सीकरी के पास कैली गाँव स्थित सालासर बालाजी और खाटू श्याम मंदिर आ पहुंचा हूँ, यात्रा के इस लेख में मैं आपको इस मंदिर से संबंधित कुछ जानकारी देने के साथ ही यहाँ के दर्शन करवाऊँगा ! वैसे आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि सालासर बालाजी का प्रसिद्ध मंदिर तो राजस्थान के चुरू जिले में स्थित है जबकि खाटू श्याम का मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में है, इन दोनों जगहों पर दर्शन करने के लिए देश भर से भारी मात्रा में लोग आते है ! लेकिन अगर आप दिल्ली के आस-पास रहते है और सफर करके इतनी दूर नहीं जा सकते, तो आपके लिए ये उपयुक्त स्थान है, दिल्ली बॉर्डर से महज 25 किलोमीटर दूर फरीदाबाद के कैली गाँव में स्थित इस मंदिर में आकर आप खाटू श्याम (Khatu Shyam) और सालासर बालाजी (Salasar Balaji) के दर्शन का लाभ ले सकते है ! जहां सालासर बालाजी का मंदिर दाढ़ी-मूंछ वाले हनुमान जी के लिए प्रसिद्ध है, वहीं खाटू श्याम का मंदिर घटोत्कच पुत्र बरबरीक को समर्पित है जिन्हें कलयुग में कृष्ण का अवतार माना जाता है ! सालासर बालाजी के बारे में विस्तृत जानकारी मैं अपने ब्लॉग पर पहले ही दे चुका हूँ जिसे आप यहाँ पढ़ सकते है, जबकि खाटू श्याम के बारे में विस्तृत जानकारी यहाँ उपलब्ध है ! मंदिर में स्थापित सालासर बालाजी की प्रतिमा आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि फरीदाबाद के कैली गाँव में स्थित ये मंदिर बहुत पुराना तो नहीं है लेकिन फिर भी आस-पास के क्षेत्र में लोगों के बीच ये काफी प्रसिद्ध है, इसलिए लोग दूर-2 से यहाँ दर्शन के लिए आते है ! चलिए, यात्रा की शुरुआत करते है, मुझे इस मंदिर में पहली बार आने का सौभाग्य 2013 में मिला थ...

सालासर बालाजी (Salasar Balaji) मंदिर कैसे जाएं, नियम और इतिहास

Facebook WhatsApp आपने राजस्थान के सालासर बालाजी मंदिर (Salasar Bala ji Mandir) के बारे में तो सुना ही होगा। यह मंदिर कितना ज्यादा प्रसिद्ध है, तो आज का हमारा यह आर्टिकल इसी मंदिर से रिलेटेड होने वाला है। आज की इस पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं कि, आखिर इस मंदिर का इतिहास क्या है? और साथ ही साथ हम आपको बताएंगे कि अगर आप सालासर बालाजी मंदिर में बालाजी के दर्शन करने के लिए जाना चाहते हैं, तो आप वहां कैसे पहुंच सकते हैं। इसके बारे मे हम आपको पूरी जानकारी इसी आर्टिकल में देने वाले हैं, इसलिए इस आर्टिकल में अन्त तक बने रहे। सालासर बालाजी मंदिर का इतिहास (Salasar Bala ji Ka Itihas) सालासर बालाजी मंदिर (Salasar Bala Ji Mandir) की बात की जाए, तो यहां हिंदुओं के लिए एक बहुत ही लोकप्रिय मंदिर है। यह बालाजी का मंदिर (Salasar Bala Ji Mandir) है। जो कि हमारे भारत के राजस्थान राज्य में चूरू जिले के अंतर्गत स्थित है। हर वर्ष यहां चैत्र पूर्णिमा और अश्विन पूर्णिमा के दिन बड़े मेलों का आयोजन किया जाता है। जिसमें बहुत ज्यादा भीड़ होती है, और इस मंदिर के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश भर से आते हैं। यह मंदिर एक ओर कारण से प्रसिद्ध है क्योंकि यह भारत का एकमात्र ऐसा बालाजी का मंदिर है, जिनमें बालाजी के दाढ़ी एवं मूंछ हैं।इनके चेहरे पर बाकी जगह राम नाम के राम आयु बढ़ाने के लिए सिन्दूर चढ़ा हुआ है। यहां बालाजी के दर्शन के लिए बहुत ज्यादा भीड़ होती है। जिसे देखते हुए आज वहां की व्यवस्था को दर्शन हेतु बहुत अच्छा किया गया है। अगर आप बालाजी के दर्शन के लिए जाते हैं तो आपको दर्शन करने में कोई भी परेशानी नहीं होगी। इस मंदिर के बनने के पीछे एक बहुत बडा और रोचक इतिहास भी है। कहा जाता ह...

खाटू श्याम जी से सालासर बालाजी की दूरी Archives

खाटूश्यामजी (Khatu Shyam) भारत के राजस्थान राज्य के सीकर जिले में स्थित एक कस्बा है। जहां की श्याम बाबा का एक विश्व प्रख्यात मंदिर स्थित है, और रही बात सालासर बालाजी (Salasar Balaji) की, तो यह भी राजस्थान मे चूरू नामक जिले में स्थित है। अगर खाटू श्याम जी से सालासर बालाजी की दूरी की बात करें, तो दोनों के बीच दूरी लगभग 100 से 105 km की है।

खाटूश्यामजी, राजस्थान

अनुक्रम • 1 कैसे पहुंचे • 2 दूरियाँ • 3 कस्बे की विशेषताएँ • 3.1 खाटूश्यामजी • 3.2 श्याम कुंड • 3.3 श्याम बगीची • 3.4 गौरीशंकर मन्दिर • 4 इन्हें भी देखें • 5 सन्दर्भ कैसे पहुंचे [ ] खाटू नगरी के समीप ही दूरियाँ [ ] ■ नजदीकी शहर • • • • • ■ मुख्य शहरों से दूरी • • • • • • सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जयपुर में है। कस्बे की विशेषताएँ [ ] खाटूश्यामजी [ ] श्याम कुंड [ ] मंदिर से कुछ दूरी पर ही पवित्र श्याम कुंड स्थित है। बाबा श्याम का शीश इसी जगह से प्राप्त हुआ था इस वजह से इस कुंड के पानी को बड़ा पवित्र माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यह पानी पाताल लोक से आता है और जो भी व्यक्ति इस पानी से स्नान करता है उसके सभी पाप धुल जाते हैं। पुरुषों एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग कुंड बने हुए हैं। कुंड के पास में ही छोटे श्याम मंदिर के साथ-साथ अन्य कई मंदिर बने हुए हैं। श्याम बगीची [ ] मन्दिर के पास में एक समृद्ध बाग है, जहाँ से देवता को समर्पित करने के लिए फूल प्राप्त किये जा सकते हैं। गौरीशंकर मन्दिर [ ] यहाँ शिव मन्दिर भी है, जो खाटू श्यामजी के मन्दिर के पास में ही है। इन्हें भी देखें [ ] • • सन्दर्भ [ ]