लॉकडाउन

  1. लॉकडाउन के दौरान मैंने क्या सीखा पर निबंध
  2. Prohibition Has No Courage After Seeing Deaths Due To Spurious Liquor During Lockdown: Bhupesh Baghel
  3. लॉकडाउन पर निबंध
  4. लॉकडाउन में मैंने क्या किया पर निबंध


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लॉकडाउन के दौरान मैंने क्या सीखा पर निबंध

जैसा की हम सब जानते है कि पिछले दिनों आये कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया में तबाही मचाई। इसी महामारी की वजह से दुनिया भर में लाखों लोगों ने अपनी जान गवाई। इससे बचने के लिए सारी दुनिया में लॉकडाउन (तालाबंदी) लगा दिया गया था। लॉकडाउन मेरे लिए बिल्कुल नया था। सभी देशों की सरकारों ने इस खतरनाक बीमारी कोरोना से अपने नागरिकों को बचाने के लिए लॉकडाउन का उपयोग किया। बहुत से लोग अपने व्यस्त जीवन को भुलाकर लॉकडाउन के चलते घर बैठे थे, और कुछ नया करने की कोशिश भी कर रहें थे। लॉकडाउन के दौरान मैंने क्या सीखा पर दीर्घ निबंध (Long Essay on What I Learnt During Lockdown in Hindi, Lockdown ke dauran maine kya Sikha par Nibandh Hindi mein) कोरोना महामारी के कारण हुए लॉकडाउन या तालाबंदी के दौरान हमने क्या-क्या चीजें सीखी, इस निबंध में हम उसके बारे में चर्चा करेंगे। मुझे उम्मीद है कि आप सभी ने भी लॉकडाउन के दौरान कुछ नया अवश्य किया होगा। Long Essay – 1300 Words परिचय कोरोना महामारी की वजह से सारी दुनिया में लॉकडाउन लगा हुआ था। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए विश्व के अलग-अलग देशों में तालाबंदी अलग-अलग समय शुरु हुआ। भारत में 24 मार्च 2020 की रात्रि को कोरोना महामारी के कारण तालाबंदी की शुरुआत की गई। जिसे तीन चरणों में 70 दिन तक चलाया गया। यह वक्त काफी लम्बा था, पर इसी लॉकडाउन के कारण आज बहुत सी जानें सुरक्षित है। 70 दिनों के बाद भारत में इसे चरणबद्ध तरीके से खोला गया। इस लॉकडाउन का लोगों में अपने-अपने अनुभव रहे है। लॉकडाउन क्या है ? लॉकडाउन का अर्थ है “तालाबंदी”, अर्थात सब कुछ बंद। लॉकडाउन एक आपातकालीन प्रक्रिया है, जो कि किसी आपदा या महामारी के वक्त किसी जगह या देश में लागू किया जाता है। इस दौ...

Prohibition Has No Courage After Seeing Deaths Due To Spurious Liquor During Lockdown: Bhupesh Baghel

रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को कहा कि लॉकडाउन के दौरान दुकानें बंद रहने पर जहरीली शराब एवं अन्य हानिकारक पदार्थों के सेवन के कारण लोगों की मौत देखने के बाद उनमें राज्य में मद्यनिषेध लागू करने का साहस नहीं है. उन्होंने शराब और अन्य प्रकार के व्यसन के विरुद्ध अभियान चलाने की जरूरत पर बल दिया. वह यहां प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय केंद्र में ‘नशामुक्त छत्तीसगढ़ अभियान' की शुरुआत के अवसर पर बोल रहे थे. यह भी पढ़ें • सनी देओल के घर जमकर बज रहे हैं ढोल और बंट रहे लड्डू, एक्टर के बेटे की शादी की हल्दी सेरेमनी हुई शुरू, देखें पहला वीडियो • VIDEO: सनी देओल बेटे करण देओल की शादी में हुए इतने खुश, ऑफर कर दी दारू, बोले- एक बोतल ले आओ • छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने उड्डयन मंत्री को पत्र लिखकर बिलासपुर को ‘उड़ान’ योजना में शामिल करने की मांग की उन्होंने इस अध्यात्म एवं ध्यान केंद्र के ‘नशामुक्त भारत अभियान' की प्रशंसा करते हुए इसे समाज के निर्माण की दिशा में एक सराहनीय पहल बताया और लोगों से छत्तीसगढ़ को व्यसन मुक्त बनाने में सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील की. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ सामान्यत: बचपन या कम उम्र से ही व्यसन शुरू हो जाता है. प्रारंभ में वे शौक के रूप में ‘सुट्टा' के रूप में शुरुआत करते हैं और धीरे-धीरे वह व्यसन का रूप ले लेता है. जब तनाव बढ़ता है तब वे सिगरेट पीना शुरू कर देते हैं. यदि शाम के समय तनाव अधिक होता है तो मद्यपान शुरू हो जाता है. आखिरकार वे अस्पताल में पहुंच जाते हैं. व्यसन किसी भी रूप में अच्छा नहीं है. यह केवल नुकसान ही पहुंचाता है. यह हम सभी के लिए शारीरिक एवं मानसिक रूप से नुकसानदेह है. यह व्यक्ति, परिवार एवं समाज ...

लॉकडाउन पर निबंध

लॉकडाउन ( LockDown ) के फायदे और नुक्सान Hindi Essay on coronavirus lock-down in India प्रस्तावना: लॉकडाउन यह मानव-जाति के इतिहास में पहली बार है, जहाँ पुरे देश में धारा 144 के तहत सबको घर पर रहने की सलाह दी गयी है। यह इसलिए की गयी है क्यों की एक ऐसी जानलेवा वायरस ने हमला बोल दिया। पुरे दुनिया में लाखों लोगो की जान चली गयी है और अब भी संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। लॉकडाउन के फायदे( Advantages of lockdown) : लॉकडाउन रहने से कोरोना वायरस के मरीज़ो में गिरावट आएगी और संक्रमण फैलने का खतरा कम हुआ। हमारे रोजमरा की ज़िन्दगी की चीज़ों में कमी न हो इसलिए किराने की चीज़े, फल, सब्जी, दवाइयां बाजार में उपलब्ध है। लॉकडाउन से बड़े-बड़े कारखानों और वाहनों का चलना निषेद हो गया है इससे एक अच्छी चीज़ हुई है जो है प्रदुषण की कमी। कल-कारखाने का कचड़ा बाहर जल में प्रवाहित कर दिया जाता था। आकाश का रंग नीला है हम सब भूल गए थे। लॉकडाउन की वजह से प्रदुषण में कमी आयी है जिसकी वजह से नीले आसमान को देखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। लॉकडाउन के नुकसान (Disadvantage of LockDown) : बड़े-बड़े दफ्तर, कल-कारखाने को बंद करने के वजह से मज़दूरों पर आफत आन पड़ी है। जो मज़दूर दैनिक मज़दूरी पे जीते थे उनके घरो में चूल्हा जलना बंद हो गया है। बस्ती में लोग भूखे पेट सो रहे है। गरीब लोगो पर लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर पड़ा है, उनके पास घर लौटने के पैसे तक नहीं है। देश में ऐसी परिस्थिति की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री रहत कोष से जरूरत मंद लोगो की सहायता करने का निर्णय लिया। बहुत सारे लोगो ने भी आगे आकर जरूरत मंदो की मदद कर रहे है। लगभग सभी देशो के करोबार को भरी नुकसान भी पंहुचा है। बड़े बड़े कारखान...

लॉकडाउन में मैंने क्या किया पर निबंध

लॉकडाउन में मैंने क्या किया पर छोटे-बड़े निबंध (Short and Long Essay on How I Spent Lockdown Period in Hindi, Lockdown mein maine kya kiya par Nibandh Hindi mein) निबंध – 1 (300 शब्द) परिचय लॉकडाउन उस स्थिति को कहते हैं जिसमें सरकार द्वारा पूरे इलाके या देश को बंद कर दिया जाये। इसे सरलता से समझने के लिये हम बड़े स्तर की बंदी भी कह सकते हैं। यह भी एक प्रकार की आपातकालीन स्थिति होती है और इससे देश की अर्थ व्यवस्था को बेहद क्षति पहुँचती है। परंतु घर पर रह रहे लोगों के पास कोई अन्य काम न होने के कारण सब ने इस समय का अलग-अलग तरह से उपयोग किया। आइये देखें कैसा रहा मेरा लॉकडाउन। लॉकडाउन में मैंने क्या खास किया देखा जाये तो आमतौर पर लोग अपने काम में बेहद व्यस्त रहते हैं, परंतु इस दौरान बाजारों के भी बंद रहने के कारण लोगों के पास केवल घरों में रहने के अलावा कोई और विकल्प नहीं रहा। घर पर एक-दो दिन तो बीत जाता परंतु महीने भर कोई नहीं रह सकता अन्यतः जब तक आप उसे थोड़ा रोचक नहीं बनाते। आप लॉकडाउन के समय का उपयोग विभिन्न तरीकों से कर सकते हैं जैसे की मैंने किया। ऐसी स्थिति में आप अपने पुराने शौक पूरा कर सकते हैं, जैसा की मुझे गाने का शौक है और बचपन में शास्त्रीय संगीत भी सीखी हुई थी, पर जीवन की भगा दौड़ में मानो जैसे कही खो ही गयी और सब भूल गयी। मैंने इस समय का सदुपयोग करते हुए इस शौक को और निखारने की कोशिश की। इसे सीखने में इंटरनेट ने मेरी बखूबी मदद की और आज कल हर चीज इंटरनेट पर इतनी आसानी से उपलब्ध रहता है की कोई भी कुछ भी आसानी से सीख सकता है। आप भी कुछ न कुछ जरूर सीखें और इस समय का सही उपयोग करें। निष्कर्ष हालाँकि यह कोई ख़ुशी का मौका नहीं है फिर भी दिन भर घर में बैठ कर चिंता करने स...