लॉरेंट्ज बल क्या है

  1. What Is Gravity In Hindi
  2. लॉरेन्ज बल क्या है?
  3. लॉरेंट्ज बल (Lorentz force) क्या हैं ?
  4. लॉरेंज बल क्या है? » Lorenz Bal Kya Hai
  5. अपकेन्द्रिय बल के उदाहरण , अपकेन्द्रिय बल की परिभाषा क्या है , अपकेन्द्री बल किसे कहते है , centrifugal force in hindi – 11th , 12th notes In hindi
  6. राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल
  7. डीसी मोटर बनाम डीसी जनरेटर


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What Is Gravity In Hindi

गुरुत्वाकर्षण बल की खोज सर What Is Gravity In Hindi गुरुत्वाकर्षण बल क्या है और इसकी खोज की जानकारी पर है। गुरुत्वाकर्षण बल को अंग्रेजी में “Gravity” भी कहते है। ग्रैविटी के कारण ही पृथ्वी पर जीवन सम्भव है। तो चलिए दोस्तों, गुरुत्वाकर्षण बल “Gravitational Force In Hindi” के बारे में जानने का प्रयास करते है। अब एक विचार यह आता है कि पत्थर धरती पर वापस क्यों आया? पृथ्वी पर ऐसा कोई बल है जो पत्थर को वापस खींच रहा है। इस बल को गुरुत्वाकर्षण बल (Gravity) कहते है। गुरुत्वाकर्षण बल के कारण ही पृथ्वी की हर चीज धरा पर टिकी हुई है। अगर गुरुत्वाकर्षण बल नही होता तो पृथ्वी पर जीवन संभव नही होता। गुरुत्वाकर्षण बल की खोज Discovery Of Gravitational Force In Hindi गुरुत्वाकर्षण बल ( Gravity) की खोज आइजेक न्यूटन ने की थी। एक बार न्यूटन सेब के पेड़ के नीचे बैठे थे। तभी अचानक से एक इसके बाद न्यूटन ने कई वर्षों तक गहन अध्ययन किया। न्यूटन ने बताया कि गुरुत्वाकर्षण बल ( Gravitational Force) द्रव्यमान पर निर्भर करता है। जिस वस्तु का द्रव्यमान ज्यादा होता है, उसका गुरुत्व बल भी ज्यादा होगा। हमारी पृथ्वी की ग्रेविटी उस पत्थर या सेब से ज्यादा है, इसलिए वो वापस धरती पर आते है। गुरुत्वाकर्षण बल का प्रभाव दूरी बढ़ने के साथ घटता है। पृथ्वी से दूर जाने पर गुरुत्वाकर्षण बल का प्रभाव कम हो जाता है। इसलिए अंतरिक्ष यात्री स्पेस में जाने पर भारहीनता महसूस करते है। अंतरिक्ष में Gravitational Force शून्य होता है। धरती के जितना नजदीक जाएंगे उतना ही गुरुत्वाकर्षण बल बढ़ता जाता है। न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण नियम Gravity Law Of Newton In Hindi न्यूटन के अनुसार गुरुत्वाकर्षण बल (Gravity) कहते है। दो पिंडो के मध्य लगने व...

लॉरेन्ज बल क्या है?

इस प्रश्न में हमसे पूछा गया है कि लॉरेंज बल क्या है तो आइए जानते हैं तो लॉरेंज बल हमसे कहता है कि जो लॉरेंज बल होगा वह क्या होगा वह किसी आवेश पर लग रहा विद्युतीय बल और चुंबकीय बल का योग होगा मतलब जब कोई आदेश होगा जाहिर सी बात है उस पर या तो विद्युतीय पर लग रहा होगा या फिर चुंबकीय बल लग रहा होगा या तो दोनों लग रहा होगा तो इन दोनों दलों के योग को हम कहते हैं लारेंज फोर्स यहां से यहां से हम यहां से मिल सकते हैं हमारा लॉरेंज बल एप बराबर होगा विद्युतीय बल प्लस हमारे चुंबकीय बल क्यों v-cross वेकेशन के बराबर में तो यह रहा हमारा लॉरेंस फोर्स आई हो कि आपको समझ में आ गया होगा थैंक्स फॉर वाचिंग डाउटनट

लॉरेंट्ज बल (Lorentz force) क्या हैं ?

हेलो दोस्तों पैसे दिया गया है लारेंज बल क्या होता है ठीक है तो आइए समझते हैं कि हमारा लॉरेंज बल क्या होता है मानने की कोई हमारा यह एक समान चुंबकीय क्षेत्र है एक समान कोई चुंबकीय क्षेत्र है इसको मैं बना लिया है इस ठीक है एक समाज के पीछे था जिसे मैं 20 लिखा ठीक है तो जब कोई आवेशित कण मारा जिसका आवेश अपने मालिया क्यों है विवेक से एक सामाजिक क्षेत्र में प्रवेश करता है तो उस पर लगने वाला जो बल होता है उसको हम कैसे देते हैं ऐसी फोटो क्यों वी वी बल का सूत्र दिया था यह लारेंस ने दिया था वैज्ञानिक ला रहे हैं उन्हीं के नाम पर बना था लारेंज बल एफबीबी अगर जब जब आवे समारा इसके अंदर पहुंचेगा एक समाज की जीत के इस पर जो लग रहा होगा बस इधर की दिशा में वह चुमकी क्षेत्र के क्या होगा लंबवत होगा ठीक है तू क्या करेगा व्यक्तिगत करना स्टार्ट कर देता है ठीक है वृतिकेट्टा था जिसका होता है वह एक समान रहता है बस दिशा इसकी बदल जाती है अगर घूम रहा है तो इस पर जो एंगल बनता है कौन बन जाता है तो उसको लेते ए कॉल टू क्यों बीबी साइन थीटा प्रवेश कर रहा होता है अगर यह क्षेत्र में लंबवत प्रवेश करता है तो इसको 90 डिग्री लिखते हैं तो यहां से अब तुम्हारा जाता है कि वह भी ठीक है यह होता है हमारा लारेंज बल जब कोई हमारा अभिषेक कर एक सामाजिक क्षेत्र में प्रवेश करता है ठीक है यह किसके मात्र की बात कह तुम्हारा बल है इसका महत्व जो होता है वह अगर छींटा इक्वल टू जीरो डिग्री हो मतलब के जो मारा आवेश है कि उनके क्षेत्र की दो दिशा है इसी दिशा में अगर गठित करने लगे तो ठीक-ठाक और तुम्हारा कितना हो जाएगा जीरो डिग्री तो जीरो डिग्री हो जाएगा तो शादी हो जाएगा तो यहां से नाराज क्यों हुई भी हो जाएगा वह मारा जाएगा

लॉरेंज बल क्या है? » Lorenz Bal Kya Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। भौतिकी में लॉरेंज बल विद्युत आवेश पर विद्युत चुंबकीय क्षेत्र में विद्युत चुंबकीय क्षेत्र में लगने वाले विद्युतीय और चुंबकीय बलों का मिश्रित रूप है यदि एक आवेश क्यों वे कभी भी किसी वाह चुंबकीय क्षेत्र भी में प्रवेश करता है तो उस पर गति की दिशा तथा चुंबकीय क्षेत्र की दिशा दोनों में लंबवत एक बल लगता है उसे लॉरेंज बल कहते हैं bhautiki mein lorenz BA l vidhyut aavesh par vidhyut chumbakiye kshetra mein vidhyut chumbakiye kshetra mein lagne waale vidhyutiya aur chumbakiye BA lon ka mishrit roop hai yadi ek aavesh kyon ve kabhi bhi kisi wah chumbakiye kshetra bhi mein pravesh karta hai toh us par gati ki disha tatha chumbakiye kshetra ki disha dono mein lambvat ek BA l lagta hai use lorenz BA l kehte hain भौतिकी में लॉरेंज बल विद्युत आवेश पर विद्युत चुंबकीय क्षेत्र में विद्युत चुंबकीय क्षेत्र म

अपकेन्द्रिय बल के उदाहरण , अपकेन्द्रिय बल की परिभाषा क्या है , अपकेन्द्री बल किसे कहते है , centrifugal force in hindi – 11th , 12th notes In hindi

(centrifugal force in hindi) अपकेन्द्रिय बल के उदाहरण , अपकेन्द्रिय बल की परिभाषा क्या है , अपकेन्द्री बल किसे कहते है , इसको इंग्लिश में क्या कहा जाता है ? अपकेन्द्री बल– अजड़त्वीय फ्रेम में न्यूटन के नियमों को लागू करने के लिए कुछ ऐसे बलों की कल्पना करनी होती है, जिन्हें परिवेश में किसी पिंड से संबंधित नही किया जा सकता। जिन्हें परिवेश में किसी पिंड से संबंधित नही किया जा सकता। ये बल छद्म बल या जड़त्वीय बल कहलाते है। अपकेन्द्रीय बल एक ऐसा ही जड़त्वीय बल या छद्म बल है। चूंकि घूमते निकाय मे त्वरण होता है, इसीलिए इस प्रकार के बल का अनुभव होता है। इस बल की दिशा अभिकेन्द्री बल के विपरीत होती है। इस प्रकार वृत्ताकार पथ में केन्द्र से बाहर की ओर लगनेवाले बल को अपकेन्द्री बल कहते है। उदाहरण मोड पर कार- यदि कोई व्यक्ति कार में बैठा है और कार अचानक दायी और घूम जाए तो व्यक्ति को बायीं ओर एक झटका लगता है। इससे व्यक्ति अपनी बायीं ओर एक बल लगा अनुभव करता है, जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। बल्कि होता यह है कि कार तथा व्यक्ति को दायी ओर घूमने के लिए आवश्यक अभिकेन्द्री बल चाहिए, कार तो यह अभिकेन्द्री बल सड़क एवं पहियों के बीच के घर्षण से प्राप्त कर लेता है, जबकि व्यक्ति को यह नहीं प्राप्त होता है। इसीलिए व्यक्ति जड़त्व के कारण अपनी पूर्ववत सीधी दिशा में गति करने की प्रवृत्ति रखता है और इसीलिए कार के मुड़ते ही वह विपरीत दिशा में झटका खाकर ऐसा अनुभव करता है, जैसे कि उस पर कोई बल कार्य कर रहा हो यही अपकेन्द्री बल है। बल-आघूर्ण- बल द्वारा एक पिण्ड को एक अक्ष के परितः घुमाने की प्रवृत्ति को बल-आघूर्ण कहते हैं। किसी अक्ष के परितः एक बल का बल-आघूर्ण उस बल के परिमाण तथा अक्ष से बल की क्रिया-रेखा के बीच क...

राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल

• दे • वा • सं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और नागरिक सुरक्षा ( एनडीआरएफ ) :section 44–45"आपदा प्रबंधन के लिए शीर्ष निकाय" भारत में भारत में आपदाओं के प्रबंधन की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है। प्राकृतिक आपदाओं के प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार में 'नोडल मंत्रालय' गृह मंत्रालय (एमएचए) है। जब 'गंभीर प्रकृति की आपदाएं' आती हैं, तो केंद्र सरकार राज्य के अनुरोध पर सशस्त्र बलों, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की तैनाती सहित प्रभावित राज्य को सहायता और सहायता प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होती है। संचार, वायु और अन्य संपत्तियां, जो उपलब्ध और आवश्यक हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) एनडीआरएफ एक शीर्ष संगठन है जिसमें महानिदेशक के अलावा कई महानिरीक्षक (IG) और उप IG होते हैं, जो ध्वज अधिकारी होते हैं और रैंक के बैज पहनते हैं। ये एनडीआरएफ बटालियन देश में बारह अलग-अलग स्थानों पर स्थित हैं, जो उनकी तैनाती के लिए प्रतिक्रिया समय में कटौती करने के लिए भेद्यता प्रोफाइल के आधार पर हैं। तैयारी अवधि के दौरान/खतरनाक आपदा की स्थिति में, इन बलों की सक्रिय तैनाती क्रमांक एनडीआरएफ यूनिट राज्य पीएमएफ 1 01 बीएन एनडीआरएफ, 2 02 बटालियन एनडीआरएफ, 3 03 बटालियन एनडीआरएफ, 4 04 बटालियन एनडीआरएफ, 5 05 बीएन एनडीआरएफ, 6 06 बटालियन एनडीआरएफ, 7 07 बटालियन एनडीआरएफ, 8 08 बीएन एनडीआरएफ, 9 09 बटालियन एनडीआरएफ, 10 10 बटालियन एनडीआरएफ, 1 1 11 बटालियन एनडीआरएफ, 12 12 बटालियन एनडीआरएफ, 13 13 बीएन एनडीआरएफ कार्यात्मक पैरामीटर [ ] राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण का उद्देश्य आपदा प्रबंधन के लिए एक समग्र, सक्रिय, बहु-आपदा और प्रौद्योगिकी संचालित रणनीति विकसित करके एक सुरक्षित और आ...

डीसी मोटर बनाम डीसी जनरेटर

यंत्रवत् डीसी मोटर और डीसी जनरेटर एक जैसे हैं, लेकिन तकनीकी दृष्टिकोण से डीसी, मोटर और डीसी जनरेटर बहुत भिन्न होते हैं। हालांकि, वे दोनों प्रत्यक्ष वर्तमान आपूर्ति पर अपना कार्य करते हैं, प्रत्यक्ष वर्तमान मोटर प्रत्यक्ष विद्युत शक्ति को परिवर्तित करके यांत्रिक शक्ति की आपूर्ति करता है जबकि डीसी जनरेटर यांत्रिक ऊर्जा को प्रत्यक्ष विद्युत में परिवर्तित करता है। डीसी जनरेटर आउटपुट पर प्रत्यक्ष वर्तमान या प्रत्यक्ष बिजली का उत्पादन करता है। डीसी जनरेटर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन के फैराडे के नियम की मूल अवधारणा पर आधारित है जहां डीसी मोटर लॉरेंट्ज सिद्धांत का पालन किया जाता है, बाहरी चुंबकीय क्षेत्र में रखा गया कंडक्टर ले जाने पर एक बल का अनुभव करता है जिसे लॉरेंट्ज बल के रूप में जाना जाता है और टॉर्क इस लोरेंट्ज का परिणाम है बल, स्थायी मैग्नेट स्थिर होते हैं जो चुंबकीय क्षेत्र का उत्पादन करते हैं और जब वर्तमान ले जाने वाले कंडक्टर को इसमें रखा जाता है, तो टोक़ उत्पन्न होता है जो मोटर को घुमाता है। सामग्री: डीसी मोटर और डीसी जनरेटर के बीच अंतर • डीसी मोटर क्या है? • डीसी जनरेटर क्या है? • मुख्य अंतर • वीडियो स्पष्टीकरण डीसी मोटर क्या है? चूंकि मोटर विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करता है और डीसी मोटर डीसी करंट को यांत्रिक उत्पादन में परिवर्तित करता है। डीसी मोटर सरल सिद्धांत पर काम करता है, जब भी कंडक्टर में एक धारा प्रवाहित होती है और इसे चुंबकीय क्षेत्र में रखा जाता है, यह एक टोक़ का अनुभव करता है जो मोटर की आर्मेचर को घुमाने के लिए मजबूर करता है। यांत्रिक बल जिसे करंट ले जाने वाले कंडक्टर अनुभवों की दिशा को फ्लेमिंग के दाहिने हाथ के नियम से समझा जा सकता है, ज...