मारियो मोलिना एजुकेशन

  1. Mario Molina: जानिए कौन हैं मारियो मोलिना, जिन्‍होंने लगाया था ओज़ोन में छेद का पता
  2. मारियो मोलिना का जीवन परिचय
  3. गुगलने डूडल बनवून एका खास व्यक्तिमत्त्वाचे टाकले फोटो
  4. Google Doodle Who is Mexican Nobel Laureate Dr. Mario Molina Why Google made doodle today
  5. Google Doodle
  6. Google Doodle on Mario Molina: गूगल ने मारियो को किया सलाम, 1995 में मिला था रसायन विज्ञान के लिए नोबेल, जानें कौन हैं?
  7. Google Doodle:कौन थे नोबेल विजेता डॉ. मारियो मोलिना? जिन्होंने ओजोन में छेद का लगाया था पता
  8. गुगलने डूडल बनवून एका खास व्यक्तिमत्त्वाचे टाकले फोटो
  9. Mario Molina: जानिए कौन हैं मारियो मोलिना, जिन्‍होंने लगाया था ओज़ोन में छेद का पता
  10. Google Doodle on Mario Molina: गूगल ने मारियो को किया सलाम, 1995 में मिला था रसायन विज्ञान के लिए नोबेल, जानें कौन हैं?


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Mario Molina: जानिए कौन हैं मारियो मोलिना, जिन्‍होंने लगाया था ओज़ोन में छेद का पता

Mario Molina: मारियो मोलिना एक महान मैक्सिकन रसायनशास्त्री और शिक्षाविद हैं। जिनका आज 80 वीं जयंती है। इन्हें पृथ्‍वी पर ग्‍लोबल वार्मिंग का पता लगाने के लिए नो‍बेल पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया गया था। Mario Molina Google Doodle Today: गूगल ने आज 19 मार्च 2023 को डूडल के माध्यम से मेक्सिको के महान वैज्ञानिक मारियो मोलिना (Mario Molina) को सम्मानित किया है। 19 मार्च, 2023 का Google डूडल मैक्सिकन रसायनज्ञ मारियो मोलिना को समर्पित है, जो ओजोन परत पर अपने काम के लिए प्रसिद्ध हैं। 19 मार्च, 2023 को मोलिना की 80वीं जयंती है। Google उन्हें एक डूडल के माध्यम से श्रद्धांजलि देता है जिसमें ‘Google’ के एक ‘O’ को O3 लिखा गया है, जो ओजोन की आणविक संरचना है, और दूसरे ‘O’ को सूर्य की तस्वीर से बदल दिया गया है। ओजोन परत सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी विकिरण से पृथ्वी की रक्षा करती है। पूरा नाम मारियो जोस मोलिना हेनरिक्ज़ जन्म तिथि 19 मार्च 1943 जन्म स्थान मैक्सिको सिटी नागरिकता मैक्सिकन आयु 77 वर्ष जाने जाते हैं क्लोरोफ्ल्यूरो कार्बन द्वारा ओजोन ह्रास की खोज और इसके लिये मॉडल विकसित करने के लिये। क्षेत्र रसायनशास्त्र परिवार रॉबर्टो मोलिना-पास्क्यूल/लियोनोर हेनरिकेज़ डी मोलिना पत्नी Luisa Y. Tan उपलब्धि नोबेल प्राइज (1995) राष्ट्रीयता मैक्सिकन और अमेरिकी कौन थे डॉ मारियो मोलिना? डॉ मारियो मोलिना का जन्म 19 मार्च 1943 को मैक्सिको शहर में हुआ था। इनके पिता का नाम रॉबर्टो मोलिना पास्क्वेल था जो की एक वकील थे। और इनकी माता जी का नाम लियोनोर हेनरिकेज़ डी मोलिना था जो की एक ग्रहणी थी। मारियो मोलिना ने मेक्सिको के नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री और जर्मनी के फ्रीब...

मारियो मोलिना का जीवन परिचय

(Mario Molina Biography In Hindi, Career, Date Of Birth, Personal Life, Career, मारियो मोलिना का पर्सनल जीवन) दोस्तों आप लोग मारियो मौलीना के नाम से अवगत ही होंगे । विश्व के सबसे बड़े रसायनिक वैज्ञानिकों में से एक थे । वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने यह पता लगाया कि क्लोरोफ्लोरोकार्बन में पाया जाने वाला एक रसायन जो ओजोन को तोड़ रहे हैं और पैराबैगनिककिरणों से पृथ्वी के सतह तक पहुंच रहा है | इस आर्टिकल में Table of Contents • • • • • • • • • • • मारियो मोलिना का जीवन परिचय | Mario Molina Biography In Hindi मारियो मोलिना का जन्म 19 मार्च 1943 को हुआ था । वह मेक्सिको के सबसे बड़े वैज्ञानिकों में से एक थे । उन्हें साल 1995 में नोबेल प्राइज से सम्मानित किया गया था | उन्हें रसायन विज्ञान में यह पुरस्कार दिया गया था | हम उन्हें इसलिए जानते हैं क्योंकि वह दुनिया के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने यह पता लगाया कि क्लोरोफ्लोरोकार्बन में पाए जाने वाले एक रसायन ओजोन की परत को तोड़ रहे हैं और पराबैंगनी किरणों को पृथ्वी की सतह तक पहुंचा रहे हैं । उनकी इसी शोध के कारण उन्हें रसायन विज्ञान में दुनिया के सबसे बड़े सम्मान नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था । डॉ मारियो 7 अक्टूबर 2020 को इस दुनिया से चले गए । उस वक्त उनका आयु 77 वर्ष हो रहा था । डॉ मारियो ने दो शादियां की थी पहली शादी साल 1973 लुइसा टैन के साथ किया और दूसरी शादी 2006 में ग्वाडालूप अल्वारेज़ के साथ किए थे । डॉक्टर मारियो केमिकल इंजीनियरिंग के पढ़ाई किए थे | उन्होंने यह पढ़ाई ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैक्सिको से किया था | इसके अलावा यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से पीएचडी किए थे । Mario Molina Biography Highlight नाम मारियो मोलिना जन्म ...

गुगलने डूडल बनवून एका खास व्यक्तिमत्त्वाचे टाकले फोटो

Dr. Mario Molina आपल्या सर्वांनाच माहिती आहे कि, गुगलचे सर्च इंजिन जगभरात वापरले जाते. असं म्हणतात कि, गुगलकडे तुमच्या सर्व प्रश्नांची उत्तरे आहेत. गुगल सर्च इंजिनवर तुम्ही तुमचा प्रश्न टाकताच तुमच्या प्रश्नाची अनेक उत्तरे तुमच्यासमोर उघडतात. तसेच गुगलच्या सर्च इंजिनला प्रत्येक कॅटेगरीच्या युजर्सपर्यंत पोहोचता येते, अशा परिस्थितीत गुगलही आपल्या यूजर्सना दररोज काहीतरी खास देत असते. आज गुगलने डूडल बनवून एका खास व्यक्तिमत्त्वाचे फोटो टाकले आहे. गुगल आज डॉ. मारियो मोलिनाचे डूडल सर्च इंजिनवर ठेवण्यात आले आहे. आता तुमच्या मनात हाच प्रश्न येत असेल, की शेवटी डॉ. मारियो मोलिना कोण आहे? या लेखात आम्ही तुम्हाला डॉ. मारिओ मोलिना बद्दल सांगणार आहे. मेक्सिकन केमिस्ट डॉ. मारियो मोलिना हे एक संशोधक होते, त्यांच्या संशोधनादरम्यान त्यांना असे आढळून आले, की क्लोरोफ्लुरोकार्बन हे पृथ्वीच्या जीवरक्षक ओझोन थरासाठी धोकादायक आहेत. डॉ. मारियो मोलिना अंटार्क्टिक ओझोन छिद्र शोधणारे पहिले होते. डॉ. मारियो मोलिनाचा जन्म आणि मृत्यू गुगल डूडलच्या माध्यमातून आज डॉ. मारियो मोलिनाचा ८० वा वाढदिवस साजरा करत आहे. यांचा जन्म 19 मार्च 1943 रोजी मेक्सिको सिटीमध्ये झाला. फक्त 2020 मध्येच 7 ऑक्टोबर रोजी महान शोधानंतर त्यांनी जगाचा निरोप घेतला होता. मेक्सिकोमध्ये राहत असताना वयाच्या ७७ व्या वर्षी डॉ. मारिओ मोलिना यांचे हृदयविकाराच्या झटक्याने निधन झाले. नोबेल पारितोषिक 1995 साली मिळाले 1995 मध्ये डॉ. मारियो मोलिना यांना त्यांच्या उत्कृष्ट शोधासाठी रसायनशास्त्रातील नोबेल पारितोषिक देण्यात आले. डॉ. मारियो मोलिना यांना लहानपणापासूनच विज्ञानात विशेष रस होता. त्यांनी आपल्या बाथरूमचे प्रयोगशाळेत रूपांतर केले. यावरून त्य...

Google Doodle Who is Mexican Nobel Laureate Dr. Mario Molina Why Google made doodle today

Google Doodle Who is Mexican Nobel Laureate Dr. Mario Molina Why Google made doodle today | Google Doodle: कौन हैं मैक्सिकन नोबेल विजेता डॉ. मारियो मोलिना? अपने बाथरूम को ही बना लिया था लैब | Hindi News Google Doodle: कौन हैं मैक्सिकन नोबेल विजेता डॉ. मारियो मोलिना? अपने बाथरूम को ही बना लिया था लैब Google Doodle Who is Dr. Mario Molina: जब भी कोई बड़ा इवेंट होता है या फिर किसी शख्सियत का बर्थडे या कुछ और होता है तो गूगल डूडल बनाकर सेलिब्रेट करता है. आज 19 मार्च, 2023 का गूगल डूडल मैक्सिकन कैमिस्ट डॉ मारियो मोलिना पर है आज उनका 80वां जन्मदिन है, उन्होंने सफलतापूर्वक सरकारों को ग्रह की ओजोन परत को बचाने के लिए एक साथ आने के लिए राजी किया. कैमिस्ट्री में 1995 के नोबेल पुरस्कार के सह-प्राप्तकर्ता, डॉ. मोलिना उन रिसर्चर्स में से एक थे, जिन्होंने बताया कि कैसे कैमिकल पृथ्वी के ओजोन कवच को नष्ट कर देते हैं, जो हानिकारक अल्ट्रावायलेट लाइट से मनुष्यों, पौधों और वन्यजीवों की रक्षा के लिए जरूरी है. • डॉ. मोलिना का जन्म 19 मार्च, 1943 को मेक्सिको सिटी में हुआ था. एक बच्चे के रूप में, वह साइंस के प्रति इतने जुनूनी थे कि उन्होंने अपने बाथरूम को एक अस्थायी प्रयोगशाला में बदल दिया. अपने खिलौना सूक्ष्मदर्शी पर छोटे जीवों को सरकते हुए देखने की खुशी की तुलना किसी भी चीज से नहीं की जा सकती. • डॉ. मोलिना ने मेक्सिको के नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री और जर्मनी के फ्रीबर्ग विश्वविद्यालय से एडवांस्ड डिग्री हासिल की. • अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, वह कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले और बाद में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पोस्टडॉक्टोरल रिसर्...

Google Doodle

Pic : Google नई दिल्ली : गूगल अक्सर कुछ खास दिनों को डूडल के जरिए सेलिब्रेट करता है। आज यानि रविवार को गूगल डूडल (Google Doodle) के जरिए एक मैक्सिकन केमिस्ट डॉ मारियो मोलिना (Dr. Mario Molina) की 80वीं जयंती मना रहा है। कैमिस्ट्री में 1995 के नोबेल पुरस्कार के सह-प्राप्तकर्ता, डॉ. मोलिना ने कई महत्वपूर्ण चीजों पर प्रकाश डाला है। कौन है मारियो मोलिना? मारियो मोलिना का जन्म 19 मार्च, 1943 को मैक्सिको सिटी में हुआ था। डॉ. मोलिना उन रिसर्चर्स में से एक थे, जिन्होंने बताया कि कैसे कैमिकल पृथ्वी के ओजोन कवच को नष्ट कर देते हैं। जो हानिकारक अल्ट्रावायलेट लाइट से मनुष्यों, पौधों और वन्यजीवों की रक्षा के लिए जरूरी है। इतना ही नहीं उन्होंने पृथ्वी ग्रह की ओजोन परत को बचाने के लिए सभी देशों की सरकारों को एक साथ लाने के लिए काफी अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने सभी देशों को एकसाथ आने के लिए मनाने का काम किया था। यह भी पढ़ें • बाथरूम को लैब में किया तब्दील गौरतलब है कि मारियो मोलिना बचपन से ही विज्ञान के प्रति इतने ज्यादा जुनूनी थे कि उन्होंने अपने बाथरूम को एक अस्थायी प्रयोगशाला में बदल दिया था। जी हां, आपने सही सुना। इतना ही नहीं उन्हें अपने खिलौना माइक्रोस्कोप में छोटे ऑर्गेनिज्म को देखने से बेइंतहा खुशी मिलती थी। जिसकी तुलना किसी से भी नहीं की जा सकती। दौरा पड़ने से हुई मृत्यु बता दें कि 77 वर्ष की आयु में 7 अक्टूबर, 2020 को मोलिना की मैक्सिको में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। जिसके बाद भी उन्हें और उनके काम को लोग बेहद याद करते हैं। हालांकि, मारियो मोलिना सेंटर अधिक जीवन उपयोगी और टिकाऊ दुनिया बनाने के लिए अपना काम जारी रखे हुए है। आज उनके 80वीं जयंती को गूगल डूडल के जरिए मना रह...

Google Doodle on Mario Molina: गूगल ने मारियो को किया सलाम, 1995 में मिला था रसायन विज्ञान के लिए नोबेल, जानें कौन हैं?

Google Doodle on Mario Molina: गूगल, नोबेल पुरस्कार विजेता रसायनज्ञ और पर्यावरण वैज्ञानिक मारियो मोलिना की 80वीं जयंती मना रहा है। कंपनी ने मैक्सिकन वैज्ञानिक की जयंती को चिन्हित किया, जिन्होंने अपने गगल डूडल के साथ पृथ्वी की सुरक्षात्मक ओजोन परत को बचाने के लिए सरकारों को एक साथ आने के लिए राजी करने का बीड़ा उठाया। आइए जानते हैं कि वैज्ञानिक मारियो मोलिना कौन हैं? 1995 में मिला था रसायन विज्ञान के लिए नोबेल डॉ. मारियो मोलिना ने क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैसों या सीएफसी से पृथ्वी की ओजोन परत के लिए खतरे की खोज में अपनी भूमिका के लिए 1995 में रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार जीता था। साल 1995 में उन्हें रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। कौन हैं डॉ. मारियो मोलिना? (Who is Dr Mario Molina) डॉ. मोलिना का जन्म मेक्सिको सिटी में 19 मार्च, 1943 को हुआ था। वो विज्ञान के प्रति बचपन से ही काफी जुनूनी थे। इसका अनुमान उसी से लगाया जा सकता है जब उन्होंने बचपन में अपने बाथरूम को ही एक अस्थायी प्रयोगशाला में बदल दिया था। इतना ही नहीं, अपने खिलौना माइक्रोस्कोप्स के जरिए वो छोटे-छोटे जीवों को सरकते हुए देखकर खुश हुआ करते थे। बचपन से ही इन्हें इस तरह के कामों में रूची आया करती थी। पढ़ाई के बाद चले गए अमेरिका पढ़ाई की बात करें तो डॉ. मोलिना ने नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैक्सिको से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री और जर्मनी के फ़्रीबर्ग विश्वविद्यालय से उन्नत डिग्री हासिल की। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, वो कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले और बाद में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पोस्टडॉक्टोरल शोध करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए। 1970 के दशक ...

Google Doodle:कौन थे नोबेल विजेता डॉ. मारियो मोलिना? जिन्होंने ओजोन में छेद का लगाया था पता

Google Doodle: कौन थे नोबेल विजेता डॉ. मारियो मोलिना? जिन्होंने ओजोन में छेद का लगाया था पता विस्तार Google Doodle on Dr. Mario Molina: बड़ी हस्तियों को याद करने के लिए अक्सर गूगल डूडल बनाता है। गूगल ने डूडल के जरिए मैक्सिकन कैमिस्ट डॉ मारियो मोलिना को याद किया है जिनका आज यानी 19 मार्च को 80वां जन्मदिन है। उन्होंने ग्रह की ओजोन परत को बचाने के लिए सरकारों को एक साथ लाने में सफलता हासिल की थी। ओजोन परत में छेद की खोज और इससे होने वाले नुकसान का पता लगाने में डॉ मारियो मोलिना ने अहम भूमिका निभाई थी। उनको इस कार्य के लिए 1995 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ. मोलिना उन लोगों में से एक थे जिन्होंने धरती पर क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFC) के प्रभावों का पता लगाया था। जानिए डॉ मारियो मोलिना के बारे में डॉ मारियो मोलिना का पूरा नाम मारियो जोस मोलिना हेनरिकेज है। डॉ मारियो मोलिना मेक्सिको के एक रसायन वैज्ञानिक थे। उन्होंने धरती पर पड़ने वाले ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों को लेकर कई बातों का पता लगाया था। इन खोज में ओजोन परत में छेद भी शामिल है जो क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैसों का प्रभाव है। इस शोध से ग्लोबल वार्मिंग के खतरे का पता लगा जिसकी वजह से मॉन्ट्रियल संधि हुई। इस अंतरराष्ट्रीय संधि के कारण करीब 100 ओजोन-क्षयकारी रसायनों के उत्पादन पर सफलतापूर्वक बैन लगाया गया। बाथरूम को बना लिया था प्रयोगशाला 19 मार्च, 1943 को मेक्सिको सिटी में डॉ. मोलिना का जन्म हुआ था। उनके अंदर बचपन से ही विज्ञान को लेकर जुनून था। उन्होंने अपने एक बाथरूम को अस्थायी प्रयोगशाला बना दिया था। डॉ. मोलिना ने मेक्सिको के नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने ...

गुगलने डूडल बनवून एका खास व्यक्तिमत्त्वाचे टाकले फोटो

Dr. Mario Molina आपल्या सर्वांनाच माहिती आहे कि, गुगलचे सर्च इंजिन जगभरात वापरले जाते. असं म्हणतात कि, गुगलकडे तुमच्या सर्व प्रश्नांची उत्तरे आहेत. गुगल सर्च इंजिनवर तुम्ही तुमचा प्रश्न टाकताच तुमच्या प्रश्नाची अनेक उत्तरे तुमच्यासमोर उघडतात. तसेच गुगलच्या सर्च इंजिनला प्रत्येक कॅटेगरीच्या युजर्सपर्यंत पोहोचता येते, अशा परिस्थितीत गुगलही आपल्या यूजर्सना दररोज काहीतरी खास देत असते. आज गुगलने डूडल बनवून एका खास व्यक्तिमत्त्वाचे फोटो टाकले आहे. गुगल आज डॉ. मारियो मोलिनाचे डूडल सर्च इंजिनवर ठेवण्यात आले आहे. आता तुमच्या मनात हाच प्रश्न येत असेल, की शेवटी डॉ. मारियो मोलिना कोण आहे? या लेखात आम्ही तुम्हाला डॉ. मारिओ मोलिना बद्दल सांगणार आहे. मेक्सिकन केमिस्ट डॉ. मारियो मोलिना हे एक संशोधक होते, त्यांच्या संशोधनादरम्यान त्यांना असे आढळून आले, की क्लोरोफ्लुरोकार्बन हे पृथ्वीच्या जीवरक्षक ओझोन थरासाठी धोकादायक आहेत. डॉ. मारियो मोलिना अंटार्क्टिक ओझोन छिद्र शोधणारे पहिले होते. डॉ. मारियो मोलिनाचा जन्म आणि मृत्यू गुगल डूडलच्या माध्यमातून आज डॉ. मारियो मोलिनाचा ८० वा वाढदिवस साजरा करत आहे. यांचा जन्म 19 मार्च 1943 रोजी मेक्सिको सिटीमध्ये झाला. फक्त 2020 मध्येच 7 ऑक्टोबर रोजी महान शोधानंतर त्यांनी जगाचा निरोप घेतला होता. मेक्सिकोमध्ये राहत असताना वयाच्या ७७ व्या वर्षी डॉ. मारिओ मोलिना यांचे हृदयविकाराच्या झटक्याने निधन झाले. नोबेल पारितोषिक 1995 साली मिळाले 1995 मध्ये डॉ. मारियो मोलिना यांना त्यांच्या उत्कृष्ट शोधासाठी रसायनशास्त्रातील नोबेल पारितोषिक देण्यात आले. डॉ. मारियो मोलिना यांना लहानपणापासूनच विज्ञानात विशेष रस होता. त्यांनी आपल्या बाथरूमचे प्रयोगशाळेत रूपांतर केले. यावरून त्य...

Mario Molina: जानिए कौन हैं मारियो मोलिना, जिन्‍होंने लगाया था ओज़ोन में छेद का पता

Mario Molina: मारियो मोलिना एक महान मैक्सिकन रसायनशास्त्री और शिक्षाविद हैं। जिनका आज 80 वीं जयंती है। इन्हें पृथ्‍वी पर ग्‍लोबल वार्मिंग का पता लगाने के लिए नो‍बेल पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया गया था। Mario Molina Google Doodle Today: गूगल ने आज 19 मार्च 2023 को डूडल के माध्यम से मेक्सिको के महान वैज्ञानिक मारियो मोलिना (Mario Molina) को सम्मानित किया है। 19 मार्च, 2023 का Google डूडल मैक्सिकन रसायनज्ञ मारियो मोलिना को समर्पित है, जो ओजोन परत पर अपने काम के लिए प्रसिद्ध हैं। 19 मार्च, 2023 को मोलिना की 80वीं जयंती है। Google उन्हें एक डूडल के माध्यम से श्रद्धांजलि देता है जिसमें ‘Google’ के एक ‘O’ को O3 लिखा गया है, जो ओजोन की आणविक संरचना है, और दूसरे ‘O’ को सूर्य की तस्वीर से बदल दिया गया है। ओजोन परत सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी विकिरण से पृथ्वी की रक्षा करती है। पूरा नाम मारियो जोस मोलिना हेनरिक्ज़ जन्म तिथि 19 मार्च 1943 जन्म स्थान मैक्सिको सिटी नागरिकता मैक्सिकन आयु 77 वर्ष जाने जाते हैं क्लोरोफ्ल्यूरो कार्बन द्वारा ओजोन ह्रास की खोज और इसके लिये मॉडल विकसित करने के लिये। क्षेत्र रसायनशास्त्र परिवार रॉबर्टो मोलिना-पास्क्यूल/लियोनोर हेनरिकेज़ डी मोलिना पत्नी Luisa Y. Tan उपलब्धि नोबेल प्राइज (1995) राष्ट्रीयता मैक्सिकन और अमेरिकी कौन थे डॉ मारियो मोलिना? डॉ मारियो मोलिना का जन्म 19 मार्च 1943 को मैक्सिको शहर में हुआ था। इनके पिता का नाम रॉबर्टो मोलिना पास्क्वेल था जो की एक वकील थे। और इनकी माता जी का नाम लियोनोर हेनरिकेज़ डी मोलिना था जो की एक ग्रहणी थी। मारियो मोलिना ने मेक्सिको के नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री और जर्मनी के फ्रीब...

Google Doodle on Mario Molina: गूगल ने मारियो को किया सलाम, 1995 में मिला था रसायन विज्ञान के लिए नोबेल, जानें कौन हैं?

Google Doodle on Mario Molina: गूगल, नोबेल पुरस्कार विजेता रसायनज्ञ और पर्यावरण वैज्ञानिक मारियो मोलिना की 80वीं जयंती मना रहा है। कंपनी ने मैक्सिकन वैज्ञानिक की जयंती को चिन्हित किया, जिन्होंने अपने गगल डूडल के साथ पृथ्वी की सुरक्षात्मक ओजोन परत को बचाने के लिए सरकारों को एक साथ आने के लिए राजी करने का बीड़ा उठाया। आइए जानते हैं कि वैज्ञानिक मारियो मोलिना कौन हैं? 1995 में मिला था रसायन विज्ञान के लिए नोबेल डॉ. मारियो मोलिना ने क्लोरोफ्लोरोकार्बन गैसों या सीएफसी से पृथ्वी की ओजोन परत के लिए खतरे की खोज में अपनी भूमिका के लिए 1995 में रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार जीता था। साल 1995 में उन्हें रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। कौन हैं डॉ. मारियो मोलिना? (Who is Dr Mario Molina) डॉ. मोलिना का जन्म मेक्सिको सिटी में 19 मार्च, 1943 को हुआ था। वो विज्ञान के प्रति बचपन से ही काफी जुनूनी थे। इसका अनुमान उसी से लगाया जा सकता है जब उन्होंने बचपन में अपने बाथरूम को ही एक अस्थायी प्रयोगशाला में बदल दिया था। इतना ही नहीं, अपने खिलौना माइक्रोस्कोप्स के जरिए वो छोटे-छोटे जीवों को सरकते हुए देखकर खुश हुआ करते थे। बचपन से ही इन्हें इस तरह के कामों में रूची आया करती थी। पढ़ाई के बाद चले गए अमेरिका पढ़ाई की बात करें तो डॉ. मोलिना ने नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैक्सिको से केमिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री और जर्मनी के फ़्रीबर्ग विश्वविद्यालय से उन्नत डिग्री हासिल की। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, वो कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले और बाद में मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पोस्टडॉक्टोरल शोध करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए। 1970 के दशक ...