माता रानी की इमेज

  1. interesting facts history of idana mata temple udaipur
  2. जय माँ धारी देवी, मंदिर का रहस्य और इतिहास
  3. navratri : माता की सवारी सिंह और शेर, जानिए चौंकाने वाली जानकारी
  4. Happy Chaitra Navratri 2021 Wishes: Send these Navratri Wishes Images Status Pictures and SMS for Facebook and Whatsapp


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interesting facts history of idana mata temple udaipur

नवरात्रि में माता रानी के अनेक रूपों की पूजा की जाती है। देशभर में लोग सच्ची श्राद्धा से माता की पूजा करते है और व्रत रखते है। नवरात्रि के दौरान मां देवी की अनेक कहानियां सुनने को मिलती है। आज आपको माता रानी के एक अनोखे मंदिर के बारे में बता रहे है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में देवी मां खुद अग्नि स्नान करती है। नवरात्रि में माता रानी के अनेक रूपों की पूजा की जाती है। देशभर में लोग सच्ची श्राद्धा से माता की पूजा करते है और व्रत रखते है। नवरात्रि के दौरान मां देवी की अनेक कहानियां सुनने को मिलती है। आज आपको माता रानी के एक अनोखे मंदिर के बारे में बता रहे है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में देवी मां खुद अग्नि स्नान करती है। मान्यता है कि इसे देखने वाले की हर मुराद पूरी होती हैं। हम बात कर रहे है उदयपुर के ईडाणा माता के मंदिर (Idana Mata Temple Udaipur) की।

जय माँ धारी देवी, मंदिर का रहस्य और इतिहास

आज के इस आर्टिकल में हम जय माँ धारी देवी की जानकारी पढ़ने वाले हैं यदि आप माँ धारी देवी की जानकारी जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़िए। ताकि आप आद्य शक्ति माँ धारी देवी के बारें में जान सकें। क्योकिं माता रानी हर श्रदालु की मनोकामना पूर्ण करती है। माता रानी के दर्शन करने के लिए लोग दूरदराज से आते है यदि आप भी माता रानी के दर्शन करना चाहते है तो अवश्य माता रानी के दर्शन कर सकते है। क्योकिं मैंने बचपन से माता रानी के दर्शन किये है आज भी में माता रानी के दर्शन करता हूँ माता रानी से जो भी मैंने सच्चे दिल से माँगा है वह हमेसा पूरा हुआ है। माता रानी हमेसा दुखों को हरति है यदि आप भी सच्चे दिल से माता रानी को याद करेंगे तो आपकी भी मनोकामनायें पूर्ण होगी। माता रानी के मंदिर में कैसे जायें : यदि आप आद्य शक्ति माँ धारी देवी के दर्शन करना चाहते है। तो उत्तराखंड के श्रीनगर गढ़वाल राजमार्ग ( पौड़ी गढ़वाल ) से उन्नीस किलोमीटर दुरी पर कलियासौड़ गांव स्थित 500 मीटर नीचे अलकनंदा नदी के किनारे पर माँ धारी देवी का भव्य मंदिर स्थित है। यदि आप माँ धारी देवी जाना चाहते है तो टाटा सोमो, बस या अपनी गाड़ी का उपयोग कर सकते है। धारी देवी मंदिर का रहस्य इतिहास : माता रानी के बारे में एक स्थानीय लोगों के अनुसार माँ धारी देवी कालीमठ में भयंकर बाढ़ आने के कारन बाढ़ में बह कर आयी थी। जब माता रानी बाढ़ में बह रही थी तो धारी गांव के कुछ लोगों को मूर्ति की पुकार सुनाई दी मुझे बचाओ मुझे बचाओ माता रानी की आवाज सुनकर धारी गांव के लोग नदी के किनारे आ गये। आ तो गए पर संगम रास्ता होने के कारन माता रानी तक नहीं पहुंच पा रहे थे। फिर माता रानी से कहने लगे हे माता रानी हम आपको बाहर कैसे निकाले जहाँ पर आप है वहाँ पर...

navratri : माता की सवारी सिंह और शेर, जानिए चौंकाने वाली जानकारी

हिन्दू धर्म में माता रानी का देवियों में सर्वोच्च स्थान है। उन्हें अम्बे, जगदम्बे, शेरावाली, पहाड़ावाली आदि नामों से पुकारा जाता है। संपूर्ण भारत भूमि पर उनके सैंकड़ों मंदिर है। ज्योतिर्लिंग से ज्यादा शक्तिपीठ है। सरस्वती, लक्ष्मी और पार्वती ये त्रिदेव की पत्नियां हैं। इनकी कथा के बारे में पुराणों में भिन्न भिन्न जानकारियां मिलती है। पुराणों में देवी पुराण देवी में देवी के रहस्य के बारे में खुलासा होता है। प्रत्येक देवी का वाहन अलग-अलग है। देवी दुर्गा सिंह पर सवार हैं तो माता पार्वती शेर पर। पार्वती के पुत्र कार्तिकेय का नाम स्कंद भी है इसीलिए वे स्कंद की माता कहलाती हैं उन्हें सिंह पर सवार दिखाया गया है। कात्यायनी देवी को भी सिंह पर सवार दिखाया गया है। देवी कुष्मांडा शेर पर सवार है। माता चंद्रघंटा भी शेर पर सवार है। जिनकी प्रतिपद और जिनकी अष्टमी को पूजा होती है वे शैलपुत्री और महागौरी वृषभ पर सवारी करती है। माता कालरात्रि की सवारी गधा है तो सिद्धिदात्री कमल पर विराजमान है। एक कथा अनुसार श‌िव को पत‌ि रूप में पाने के ल‌िए देवी पार्वती ने कई वर्षों तक तपस्या की। तपस्या से देवी सांवली हो गई। भगवान श‌िव से व‌िवाह के बाद एक द‌िन जब श‌िव पार्वती साथ बैठे थे तब भगवान श‌िव ने पार्वती से मजाक करते हुए काली कह द‌िया। देवी पार्वती को श‌िव की यह बात चुभ गई और कैलाश छोड़कर वापस तपस्या करने में लीन हो गई। इस बीच एक भूखा शेर देवी को खाने की इच्छा से वहां पहुंचा। ले‌क‌िन तपस्या में लीन देवी को देखकर वह चुपचाप बैठ गया। इसके बाद देवी पार्वती ने गंगा स्नान क‌िया और उनके शरीर से एक सांवली देवी प्रकट हुई जो कौश‌िकी कहलायी और गौरवर्ण हो जाने के कारण देवी पार्वती गौरी कहलाने लगी। देवी पार्वती ने...

Happy Chaitra Navratri 2021 Wishes: Send these Navratri Wishes Images Status Pictures and SMS for Facebook and Whatsapp

Happy Navratri 2021: चैत्र नवरात्रि पर भेजें ये माता रानी की भक्ति से भरे ये मैसेज व इमेज, अपनों का दिन बनाएं खास हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक चैत्र नवरात्रि को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। चैत्र नवरात्रि आज 13 अप्रैल 2021, दिन मंगलवार से शुरू हो रहे हैं। आज नवरात्रि का पहला दिन है। इस दिन... हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक चैत्र नवरात्रि को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। चैत्र नवरात्रि आज 13 अप्रैल 2021, दिन मंगलवार से शुरू हो रहे हैं। आज नवरात्रि का पहला दिन है। इस दिन मां शैलपुत्री की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है।नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप की पूजा की जाती है। इस पर्व पर लोग अपनों को बधाई संदेश भी भेजते हैं। हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे शानदार SMS, इमेजेज और मैसेज जिन्हें आप भेजकर अपने रिश्तेदारों और परिवार वालों को नवरात्रि की बधाई दे सकते हैं। हे मां भगवती भटक जाऊं कभी सही राह से तो मुझे रास्ता दिखा देना इस दुनिया मेरे जो भी हैं बिगड़े काम बना देना नवरात्रि 2021 की शुभकामनाएं। .सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।। ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।। . इस नवरात्रि आपके घर आएं मां दुर्गा सुख-समृद्धि, खुशहाली साथ में लाएं मां दुर्गा नवरात्रि की शुभकामनाएं। मां का रूप है कितना मनभावन, तन, मन और जीवन हो गया पावन, मां के कदमों की आहट से गूंज उठा मेरा घर आंगन। हैप्पी नवरात्रि 2021 चैत्र नवरात्रि 2021: उत्तर-पूर्व दिशा में ही करें कलश स्थापित, जानिए घटस्थापना से जुड़े ये नियम . जब दुःख बढ़ जाता हैं, हल कहीं नहीं मि...