मौनी अमावस्या कब है 2023

  1. मौनी अमावस्या 2023: जाने मौनी अमावस्या तिथि और ज्योतिष शास्त्र में महत्व।
  2. Mauni Amavasya 2023 मौनी अमावस्या कब जानिए गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त और महत्व
  3. Mauni Amavasya 2023:
  4. Mauni Amavasya 2023: मौनी अमावस्या आज, जानें मुहूर्त, स्नान
  5. मौनी अमावस्या कब है 2023, 2024, 2025, 2026, 2027, 2028, 2029
  6. Mauni Amavasya 2023: कब है मौनी अमावस्या? 21 जनवरी या 22 को? काशी के ज्योतिषाचार्य से जान लें स्नान मुहूर्त
  7. मौनी अमावस्या 2023 कब है January Amavasya 2023 Date
  8. Mauni Amavasya 2023 Dates Timings Rituals and Significance


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मौनी अमावस्या 2023: जाने मौनी अमावस्या तिथि और ज्योतिष शास्त्र में महत्व।

हिन्दू कलेंडर के अनुसार प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष को अमावस्या पड़ती है। जनवरी यानी हिन्दू पंचांग के अनुसार माघ माह में पड़ने वाली अमावस्या को माघी अमावस्या कहते हैं। माघी अमावस्या को मुख्य रूप से मौनी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। मौनी अमावस्या के दिन माना जाता है कि पितरों का दान और भगवान विष्णु की पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और पापों से मुक्ति मिलती है। मौनी अमावस्या को गंगा स्नान करने को महत्वपूर्ण माना जाता है। इंस्टाएस्ट्रो के ज्योतिषी के अनुसार इस दिन व्रत करने से ग्रह दोष समाप्त होते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आइये जानते हैं मौनी अमावस्या तिथि क्या है और मौनी अमावस्या का महत्व क्या है? मौनी अमावस्या 2023 तिथि कब है? वर्ष 2023 में मौनी अमावस्या 21 जनवरी दिन शनिवार को है। इस दिन माघ अमावस्या व्रत और स्नान आदि किया जाएगा। मौनी अमावस्या 2023 का शुभ समय- माघी अमावस्या यानि मौनी अमावस्या आरम्भ होने का समय 21 जनवरी सुबह 6 बजकर 17 मिनट है। मौनी अमावस्या 22 जनवरी को देर रात 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगी। मौनी अमावस्या पूजा विधि- • अमावस्या का दिन अत्यधिक ख़ास माना जाता है। • इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले स्नान करना चाहिए। • स्नान किसी नदी में करना चाहिए और सूर्य देव को जल अर्पित करना चाहिए। • सूर्य देव को अर्पित करने वाले जल में तिल डाल क्र अर्पित करने से लाभ प्रदान होता है। • इसके पश्चात विष्णु जी की पूजा की तैयारी करें और विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। • विष्णु जी को फल,फूल और अगरबत्ती आदि अर्पित करें। • मौनी अमावस्या के दिन पितरों की भी पूजा की जाती है। • पूजा के दौरान सत्य नारायण की पूजा करनी चाहिए। • मौनी अमावस्या के अंत में प्रसाद को बांटना चाहिए। ...

Mauni Amavasya 2023 मौनी अमावस्या कब जानिए गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त और महत्व

नई दिल्ली, Mauni Amavasya 2023: पंचांग के अनुसार, माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। हिंदू धर्म में इस मास को काफी शुभ माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान के साथ दान करना पुण्यकारी माना जाता है। पंचांग के अनुसार साल 2024 की पहली अमावस्या है। इस अमावस्या को माघी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन स्नान दान के साथ पितरों का तर्पण और पिंडदान करना भी शुभ माना जाता है जानिए मौनी अमावस्या की सही तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व। मौनी अमावस्या 2023 पर बन रहा शुभ योग सर्वार्थ सिद्धि योग- सुबह 06 बजकर 30 मिनट से सुबह 07 बजकर 14 मिनट तक हर्षण योग- 21 जनवरी को दोपहर 2 बजकर 34 मिनट तक स्नान -दान का शुभ मुहूर्त मौनी अमावस्या के दिन स्नान और दान का विशेष महत्व है। इसलिए इस दिन सूर्योदय के समय गंगा स्नान जरूर करें। अगर आप गंगा स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं,तो घर में ही नहाने वाले पानी में थोड़ा सा गंगाजल डाल लें और मां गंगा का ध्यान करते हुए स्नान कर लें। ऐसा करने से गंगा में स्नान करने के बाद पुण्य की प्राप्ति होगी। पंचांग के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन सुबह 08 बजकर 34 मिनट से 09 बजकर 53 मिनट के बीच स्नान करना काफी शुभ होगा। डिसक्लेमर इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

Mauni Amavasya 2023:

Mauni Amavasya 2023 Details:- हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। इसे माघी अमावस्या भी कहा जाता है। मौनी अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है। मौनी अमावस्या के दिन मौन रहकर किसी पवित्र नदी या जलकुंड में स्नान और दान करने का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि मौनी अमावस्या के दिन स्नान मात्र से सभी पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस अमावस्या पर मौन रहें तो अच्छे स्वास्थ्य और ज्ञान की प्राप्ति होती है। साथ ही ग्रह दोष दूर करने के लिए भी मौनी अमावस्या खास मानी गई है। Mauni Amavasya 2023:- कब है मौनी अमावस्या? हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या 21 जनवरी को प्रात: 06 बजकर 17 मिनट से शुरू हो रही है। वहीं अगले दिन 22 जनवरी को रात में 02 बजकर 22 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि को देखते हुए 21 जनवरी को मौनी अमावस्या है। मौनी अमावस्या पर ब्रह्म मुहूर्त में तीर्थ स्नान, श्राद्ध कर्म करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या पर स्नान का समय मौनी अमावस्या के दिन लोग सुबह से ही गंगा नदी में स्नान करते हैं। वहीं यदि आप गंगा स्नान नहीं कर पा रहे हैं, तो घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान कर सकते हैं। पंचांग के अनुसार, 21 जनवरी को सुबह 8 बजकर 34 मिनट से 9 बजकर 53 मिनट के बीच स्नान का शुभ मुहूर्त है। Mauni Amavasya 2023:- मौनी अमावस्या का महत्व धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन स्नान के बाद व्रत किया जाता है। इस दिन लोग मौन व्रत रखते हैं। मौन व्रत का तात्पर्य स्वयं के अंतर्मन में झांकना, ध्यान करना और प्रभु की भक्ति में लीन हो जाने स...

Mauni Amavasya 2023: मौनी अमावस्या आज, जानें मुहूर्त, स्नान

माघ मास में पड़ने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है. शनिवार के दिन अमावस्या पड़ने कारण इसे शनैश्चरी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. इस साल मौनी अमावस्या आज यानी 21 जनवरी 2023 को है. इस दिन दान धर्म कार्यों से यज्ञ और कठोर तपस्या जितने फल की प्राप्ति होती है. अमावस्या के दिन स्नान और दान का भी काफी महत्व होता है. क्योंकि इसे शनैश्चरी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है ऐसे में इस दिन दान करने से शनि के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या पर मनु ऋषि का जन्म हुआ था और मनु शब्द से ही मौनी की उत्पत्ति हुई. स्नान और दान के लिए मौनी अमावस्या को काफी शुभ माना जाता है. इस दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर पवित्र नदि में स्नान करना चाहिए. इस दिन स्नान से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है. अगर आप किसी पवित्र नदि में स्नान नहीं कर सकते तो कोशिश करें कि घर में ही पानी में कुछ बूंदे गंगाजल की मिलकार स्नान करें. 20 साल बाद बन रहा है संयोग ( Mauni Amavasya Shubh Sanyog) आज साल की पहली शनैश्चरी अमावस्या है. ऐसा बहुत कम बार होता है जब अमावस्या, शनिवार के दिन पड़ती है. आज से करीब 20 साल पहले 1 फरवरी 2003 को शनिवार के दिन माघ अमावस्या पड़ी थी. बता दें कि ऐसा दुर्लभ संयोग अब से 6 साल बाद 2027 में देखने को मिलेगा. मौनी अमावस्या का महत्व ( Mauni Amavasya Importance) मौनी अमावस्या के व्रत में मौन धारण करने का विशेष महत्व बताया जाता है. शास्त्रों के अनुसार, मुंह से ईश्वर का जाप करने से जितना पुण्य मिलता है. उससे कहीं गुना ज्यादा पुण्य मौन रहकर जाप करने से मिलता है. अगर दान से पहले सवा घंटे तक मौन रख लिया जाए तो दान का फल 16 गुना अधिक...

मौनी अमावस्या कब है 2023, 2024, 2025, 2026, 2027, 2028, 2029

साल 2023 में मौनी अमावस्या 21 जनवरी दिन शनिवार को है। ‘मुनि’ शब्द से ही ‘मौनी’ की उत्पत्ति हुई है। मौनी अमावस्या व्रत में मौन धारण करनेवाले को मुनि पद की प्राप्ति होती है। कहा गया है कि परमात्मा मौन में ही निवास करते हैं। इसलिए हमारे ऋषियों ने हम सब के लिए कम-से-कम एक दिन सूर्योदय से अगले सूर्योदय तक के लिए मौनी अमावस्या का विधान किया। क्योंकि हम सब जितना मौन रहेंगे, परमात्मा उतना ही हमसे संवाद कर सकेगा। आदि शंकराचार्य और महर्षि रमण ने मौन रहने से अध्यात्मिक उर्जा मिलने का बराबर संकेत किया था। अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित है। इसलिए इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण और दान आदि किया जाता है। मौनी अमावस्या के दिन मौन रहकर गंगा,यमुना, मंदाकिनी, गोदावरी, कावेरी, कृष्णा, व्यास आदि पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए। मन-ही-मन अपने इष्टदेव, गणेश, शिव, हरि का नाम लेते रहना चाहिए। इस दिन मौन रहना उत्तम है। किसी की निंदा नहीं करें। महाभारत में कहा गया है कि माघ मास में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। साथ ही सभी तीर्थ भी स्नान करने आते हैं। पद्म पुराण में कहा गया है कि माघ माह में भगवान विष्णु सूर्योदय से पूर्व गंगा स्नान (या घर में स्नान) करने से बहुत प्रसन्न होते हैं। स्नान करते हुए यह मंत्र पढ़ें— ‘ओम त्रिवेणी पापजातं में हर मुक्तिप्रदा भव।’ मौनी अमावस्या कब है? मौनी अमावस्या 2024 : 9 फरवरी, 2024, शुक्रवार मौनी अमावस्या 2025 : 29 जनवरी, 2025, बुधवार मौनी अमावस्या 2026 : 18 जनवरी, 2026, रविवार मौनी अमावस्या 2027 : 6 फरवरी, 2027, शनिवार मौनी अमावस्या 2028 : 26 जनवरी, 2028, बुधवार मौनी अमावस्या 2029 : 14 जनवरी, 2029, रविवार मौनी अमावस्या 2030 : 2 फरवरी, 2030, शनिवार मौनी अमावस्या 203...

Mauni Amavasya 2023: कब है मौनी अमावस्या? 21 जनवरी या 22 को? काशी के ज्योतिषाचार्य से जान लें स्नान मुहूर्त

मौनी अमावस्या का स्नान पापों से मुक्ति और मोक्ष प्रदान करने वाला होता है. मौनी अमावस्या का स्नान-दान तो सूर्योदय के समय से ही प्रारंभ हो जाएगा. मौनी अमावस्या पर मौन व्रत रखते हैं और प्रयागराज के संगम में स्नान करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. Mauni Amavasya 2023: माघ माह की अमावस्या को मौनी अमावस्या है. इस दिन गंगा सहित सभी पवित्र नदियों में स्नान करने का महत्व है. मौनी अमावस्या पर मौन व्रत रखते हैं और प्रयागराज के संगम में स्नान करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं. मौनी अमावस्या का स्नान पापों से मुक्ति और मोक्ष प्रदान करने वाला होता है. इस साल मौनी अमावस्या कब है 21 जनवरी को या फिर 22 जनवरी को? इसको लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति है. ऐसे में काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं कि इस साल मौनी अमावस्या कब है और स्नान दान का समय क्या है? मौनी अमावस्या 2023 की सही तारीख हिंदू धर्म में व्रत, स्नान, पूजा पाठ आदि के लिए सूर्योदय की तिथि की गणना मान्य है, लेकिन कुछ व्रतों में तिथि विशेष में पूजा मुहूर्त मान्य होता है. कई बार तिथि सूर्योदय के बाद प्रारंभ होती है और अगले दिन सूर्योदय से पूर्व ही खत्म हो जाती है. ऐसी स्थिति में व्रत-त्योहार की तारीख को लेकर असमंस की स्थिति पैदा होती है. यह भी पढ़ें: मौनी अमावस्या पर शनि संयोग, गंगा स्नान से पाएं ‘अमृत की बूंदों’ का स्पर्श, भगवान विष्णु-शनिदेव होंगे प्रसन्न पंचांग के आधार पर देखें तो माघ अमावस्या की तिथि 21 जनवरी शनिवार को सुबह 06:17 बजे से शुरू हो रही है और यह तिथि 22 जनवरी को सूर्योदय पूर्व ही 02:22 एएम पर खत्म हो जा रही है. 22 जनवरी को सूर्योदय से पहले ही मौनी अमावस्या की तिथि खत्म हो जा रही है, इसलिए उस दिन...

मौनी अमावस्या 2023 कब है January Amavasya 2023 Date

मौनी अमावस्या शुभ मुहूर्त 2023 Magh Amavasya Shubh Muhurat 2023 Amavasya 2023 Date शास्त्रों में माघ का महीना सबसे पवित्र माना गया है. यह महीना स्नान-दान की दृष्टि से काफी शुभ होता है. इस माह में पड़ने वाली अमावस्या तिथि मौनी अमावस्या कहलाती हैं। मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन दान-पुण्य करने और इस दिन मौन रहकर व्रत व पूजन करने से जातक की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. कहते है की माघ अमावस्या के दिन संगट तट पर देवी-देवताओं का वास होता है जिस कारण इस दिन पवित्र नदी या कुंड में स्नान करना शुभ फलदायी माना जाता है। आज हम आपको साल 2023 मौनी अमावस्या की सही तारीख, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इसके नियमो के बारे में बताएँगे. माघी मौनी अमावस्या शुभ मुहूर्त 2023 Magh Amavasya 2023 Date Time • साल 2023 में मौनी अमावस्या 21 जनवरी 2023 शनिवार को है| • अमावस्या तिथि प्रारम्भ होगी – 21 जनवरी सुबह 06:17 मिनट पर| • अमावस्या तिथि समाप्त होगी- 22 जनवरी सुबह 02:22 मिनट पर| मौनी अमावस्या पर शुभ योग 2023 Mauni Amavasya Shubh Yog 2023 ज्योतिष अनुसार साल 2023 में माघ मास की मौनी अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग 21 जनवरी को प्रातः काल 6:30 मिनट से प्रातः 7:14 मिनट तक रहेगा|हर्षण योग 21 जनवरी, प्रातःकाल 06:17 से मिनट से दोपहर 2:35 मिनट तक रहेगा| मौनी अमावस्या पूजा विधि Amavasya Pooja Vidhi अमावस्या के दिन ब्रह्मुहुर्त में उठकर गंगा जी में या फिर घर पर गंगाजल मिले जल से स्नान करे. स्नान के बाद सूर्यदेव को अर्घ दे. इसके बाद विधिविधान से भगवान विष्णु जी की पूजा करे. पूजा में उन्हें पीले फल-फूल, केसर, चंदन अर्पित कर उनके समक्ष घी का दीपक जलाये. अब भगवान का ध्यान करते हुए विष्णु चालीस या विष्ण...

Mauni Amavasya 2023 Dates Timings Rituals and Significance

Mauni Amavasya 2023: मौनी अमावस्या कब है? जानिए शुभ मुहूर्त और महत्व Mauni Amavasya 2023: मौनी अमावस्या सबसे महत्वपूर्ण अमावस्या में से एक है. यह माघ माह में पड़ने वाली अमावस्या है. इसलिए इसे माघी अमावस्या भी कहा जाता है. इस दिन गंगा नदी में स्नान करना बेहद पवित्र और शुभ माना जाता है. ऐसा करने से व्यक्ति बुरे कर्मों से मुक्त हो जाता है. Mauni Amavasya 2023: मौनी अमावस्या सबसे महत्वपूर्ण अमावस्या में से एक है. यह माघ माह में पड़ने वाली अमावस्या है. इसलिए इसे माघी अमावस्या भी कहा जाता है. मौनी अमावस्या पर भक्त पवित्र नदियों में स्नान करते हैं. इस दिन गंगा नदी में स्नान करना बेहद पवित्र और शुभ माना जाता है. ऐसा करने से व्यक्ति बुरे कर्मों से मुक्त हो जाता है. माघ के महीने में इलाहाबाद, काशी, प्रयाग, कन्याकुमारी और रामेश्वरम जैसे कुछ पवित्र तीर्थ स्थलों पर जाकर स्नान करना बहुत शुभ होता है. ऐसा माना जाता है कि मौनी अमावस्या के दिन गंगा नदी का का जल अमृत में बदल जाता है. जो लोग मौनी अमावस्या के दिन अपने पितरों को तर्पण और पिंडदान करते हैं उन्हें जीवन में लक्ष्मी का अभाव नहीं रहता. मौनी अमावस्या पर क्या करें और क्या न करें मौनी अमावस्या के दिन सुबह से शाम तक मौन व्रत का पालन करें. अगले दिन प्रात:काल में व्रत का पारण करें. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करें. जरूरतमंद लोगों को दान देने से शुभ फल प्राप्त होता है. (Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.) यह भी पढ़िए- देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गै...