मनौना धाम कहा है

  1. Manona Dham Kahan Per Hai? Know About the Holy Place
  2. सहसबान मे मनौना धाम के महंत जी का श्याम भक्तो ने फूल वर्षा कर किया भब्य स्वागत
  3. वैकुंठ धाम कहां और कैसा है, जानिए रहस्य
  4. केदारनाथ धाम कहां है, कैसे जाएं, कब जाएं, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया देखें
  5. Who is mbbs student shivranjani tiwari wants to marry baba bageshwar dham pandit dhirendra shastri


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Manona Dham Kahan Per Hai? Know About the Holy Place

People Also Read: Ballia jile se manona dham kaha hai. Anonymous November 1, 2022 at 1:25 PM. manona dham kaise Jayechamatkari manona dham kaise jaenmanona dham kahan per haimanona dham mein kya hota haimanauna dham ki live videlive aarti manona dham. How to Manona Dham kaha hai #abhishek #vilogsvideo #mandir – YouTube Manona Dham ke bare mei Janna hai to mai aapko Bata deta hu ye Dharmik Stal hai jo Bhagwan Krishna ke dwara Babri ko Khatu Shyam Diya gaya hai Hare Ka Sahar. People Also Read: Disclaimer Statement: This article was written by someone else. Their opinions are their own and not necessarily those of Nashikcorporation.in or NC. NC doesn't guarantee or endorse anything in this article, so please make sure to check that the information is accurate and up-to-date. NC doesn't provide any warranties about this article. You can also report this using our contact us form. Disclaimer: The information on this website is collected from various sources and we cannot be held responsible for its accuracy. Please verify the information yourself before relying on it. This website is not the official website of any Municipal Corporation. This Blog/Website is only for Education Purpose. - © 2023 ·

सहसबान मे मनौना धाम के महंत जी का श्याम भक्तो ने फूल वर्षा कर किया भब्य स्वागत

By Mar 19, 2023 माता पिता तथा गुरुओ का सम्मान सर्वोपरि ,सनातन का विरोध गलत – महंत जी सहसबान। आंवला विसाैली हाइवे स्थित श्री श्याम मंदिर मनौना धाम आंवला बरेली मे प्रति दिन देश भर से हजारो की संख्या मे श्याम भक्त पहुचकर बाबा श्याम प्रभू के दर्शन कर अर्जी लगा रहे है। आज रविवार को सहसबान मे मनौना धाम के अध्यक्ष महंत श्री ओमेन्द्र महाराज के आगमन मे श्याम भक्तो ने फूल बर्षा कर माला पहनाकर अंग वस्त्र प्रदान तथा डी जे के साथ भब्य स्वागत किया , सहसवान जाते समय विसौली मे ओमकार बुल्ट एजेंजी पर संजय राजपूत अखिलेश चौहान ने विल्सी रोड विसौली मे हवलदार सुखवीर सिह भदौरिया तथा गायत्री परिवार के सदस्यो ने , नरैनी पर भाजपा किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष लल्तेश ठाकुर अंकुर सिंह पत्रकार बलभ्रद सिहं ने तथा खितौरा मे एड सुनील राणा तथा श्याम भक्तो ने एवम सहसबान सीमा पर दर्जनो गाडियो के काफिले के साथ कार्यक्रम आयोजक शिवम तथा उनकी टीम ने फूल वर्षा कर माला पहनाकर कार्यक्रम स्थल विसौली स्टैंड मैन वाजार बदायूं गुन्नौर रोड होते हुए अकवरावाद शिव मंदिर तक भब्य स्वागत किया , कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महंत श्री ओमेन्द्र महाराज ने कार्यक्रम मे मोजूद सभी श्याम भक्तो को आशीर्वाद दिया तथा कहा कि बाबा श्याम प्रभू का सच्चे मन अस्था के साथ नाम लेते ही कष्ट दूर हो जाते है। जो भक्त बाबा के दरवार मे जीवन से ,व्यापार से वीमारी से हारकर आता है। वो दरवार से जीतकर जाता है। बाबा हारे के सहारे है , सभी को अपने माता पिता गुरुओ का आदर करना चाहिए , जिनके घर मे माता पिता गुरुओ का सम्मान होता है।उनके घर मे भगबान विराज मान रहते है। तथा घर मे सुख शंति समृद्धि रहती है।जो लोग सनातन का विरोध कर रहे है। वो गलत है। किसी को भी धार्मिक ग्रन्...

वैकुंठ धाम कहां और कैसा है, जानिए रहस्य

वैकुण्ठ का शाब्दिक अर्थ है- जहां कुंठा न हो। कुंठा यानी निष्क्रियता, अकर्मण्यता, निराशा, हताशा, आलस्य और दरिद्रता। इसका मतलब यह हुआ कि वैकुण्ठ धाम ऐसा स्थान है जहां कर्महीनता नहीं है, निष्क्रियता नहीं है। कहते हैं कि मरने के बाद पुण्य कर्म करने वाले लोग स्वर्ग या वैकुंठ जाते हैं। हालांकि वेद यह नहीं कहते हैं कि मरने वे बाद लोग स्वर्ग या वैकुंठ जाते हैं। वेदों में मरने के बाद की गतियों के बारे में उल्लेख मिलता है और मोक्ष क्या होता है इस पर ही ज्यादा चर्चा है। खैर, हम आपको पुराणों की धारणा अनुसार बताना चाहेंगे कि वैकुंठ धाम कहां है और वह कैसा है। हिन्दू धर्म के अनुसार कैलाश पर महादेव, ब्रह्मलोक में ब्रह्मदेव बसते हैं। उसी तरह भगवान विष्णु का निवास वैकुंठ में बताया गया है। वैकुंठ लोक की स्थिति तीन जगह बताई गई है। धरती पर, समुद्र में और स्वर्ग के ऊपर। वैकुंठ को विष्णुलोक और वैकुंठ सागर भी कहते हैं। भगवान श्रीकृष्ण के बाद इसे गोलोक भी कहने लगे। चूंकि श्रीकृष्ण और विष्णु एक ही हैं इसीलिए श्रीकृष्ण के निवास स्थान को भी वैकुंठ कहा जाता है। धरती पर बद्रीनाथ, जगन्नाथ और द्वारिकापुरी को भी वैकुंठ धाम कहा जाता है। चारों धामों में सर्वश्रेष्ठ हिन्दुओं का सबसे पावन तीर्थ बद्रीनाथ, नर और नारायण पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा, अलकनंदा नदी के बाएं तट पर नीलकंठ पर्वत श्रृंखला की पृष्ठभूमि पर स्थित है। भारत के उत्तर में स्थित यह मंदिर भगवान विष्णु का दरबार माना जाता है। बद्रीनाथ धाम में सनातन धर्म के सर्वश्रेष्ठ आराध्य देव श्री बद्रीनारायण भगवान के 5 स्वरूपों की पूजा-अर्चना होती है। विष्णु के इन 5 रूपों को 'पंच बद्री' के नाम से जाना जाता है। श्री विशाल बद्री, श्री योगध्यान बद्री, श्री भविष्य बद्र...

केदारनाथ धाम कहां है, कैसे जाएं, कब जाएं, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया देखें

केदारनाथ धाम (kedarnath temple) भारत के उत्तराखंड राज्य में रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है ये प्रसिद्ध मंदिर रुद्रप्रयाग से 86 km दूर है। केदारनाथ मंदिर का शिवलिंग बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है। हिन्दू मान्यताओं में इस धाम को बहुत महत्व दिया जाता है हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन करने यहाँ आते है, केदारनाथ धाम मन्दाकनी नदी के किनारे 3553 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। Kedarnath Dham yatra in Hindi केदारनाथ उत्तराखंड के सबसे विशाल शिव मंदिरों में से है, ये मंदिर चारों तरफ से बड़ी-बड़ी पहाड़ियों से घिरा हुआ है। जिससे इस मंदिर की सुंदरता में चार चाँद लग जाते है, इस प्रसिद्ध मंदिर का नाम सबने सुना होगा क्या आप जानते है केदारनाथ धाम कहां है, और इतना प्रसिद्ध क्यों है अगर नहीं जानते है तो आज हम आपको बताएँगे। Table of Contents 1 • • • • • • • • • • • • • • • केदारनाथ धाम कहां है ? उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ धाम स्थिर है। ये मंदिर हिमालय पर्वत की गोद में बसा हुआ है यह मन्दिर एक छह फीट ऊँचे चौकोर चबूतरे पर बना हुआ है, हर साल यहां लाखों श्रद्धालु अपनी मनोकामना को पूर्ण करने के लिए दूर-दूर के शहरो से भगवान शिव के दर्शन करने पहुंचते है। ऐसा माना जाता है, चार धाम की यात्रा यमनोत्री से शुरू, फिर गंगोत्री, उसके बाद केदारनाथ यात्रा और अंत में बद्रीनाथ की यात्रा करने से ही हमारी यात्रा सफल होती है। केदारनाथ में नर नारायण मूर्ति के दर्शन करने से मनुष्य के सारे पाप नष्ट होते है। उनके बाद ही हमें आने वाले जीवन की कामना करनी चाहिए इसलिए बद्रीनाथ से पहले केदारनाथ धाम जाना जरुरी है। मंदिर जाने का कुल रास्ता 21 km है। आपदा की वजह से ये रास्ता और बढ़ गया है। ...

Who is mbbs student shivranjani tiwari wants to marry baba bageshwar dham pandit dhirendra shastri

Who is mbbs student shivranjani tiwari wants to marry baba bageshwar dham pandit dhirendra shastri | Bageshwar Dham: धीरेंद्र शास्त्री 2021 से मेरे 'प्राणनाथ'! बागेश्वर धाम में 16 जून को होगा बड़ा खुलासा | Hindi News, UPUK Trending News Bageshwar Dham: धीरेंद्र शास्त्री 2021 से मेरे 'प्राणनाथ'! बागेश्वर धाम में 16 जून को होगा बड़ा खुलासा Baba Bageshwar Dham Pandit Dhirendra Shastri: मध्य प्रदेश, बाबा बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री आए दिन सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं. देश में होने वाली सभी घटनाओं पर वो अपनी बात प्रमुखता से रखते हैं. हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले धीरेंद्र शास्त्री इन दिनों एक लड़की की वजह से चर्चा में आ गए हैं. जानें कौन है ये लड़की जो बाबा बागेश्वर को अपना प्राणनाथ बता चुकी हैं... Pandit Dhirendra Shastri: बाबा बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री से शादी की कामना रखने वाली देश में लाखों लड़कियां है जो उनसे शादी करना चाहती है. उनके दरबार में अकसर उनको शादी के प्रस्ताव दिए जाते हैं. कथा वाचक जया किशोरी के साथ काफी समय तक उनका नाम जोड़ा गया. लेकिन इस बार ऐसी खबर आई है कि एक लड़की ने धीरेंद्र शास्त्री को सीधे प्राणनाथ कह दिया है. हर कोई इस लड़की के बारे में जानना चाहता है. चलिए जानते हैं कौन है यह लड़की? विस्तार बाबा बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री को प्राणनाथ कहने वाली लड़की का नाम शिवरंजनी तिवारी है. मध्यप्रदेश के सिवनी की रहने वाली शिवरंजनी तिवारी अभी डॉक्टरी की पढ़ाई कर रही हैं. वो MBBS की छात्रा हैं. पढ़ाई के साथ वो एक यूट्यूबर और भजन गायिका भी हैं. शिवरंजनी तिवारी बाबा बागेश्वर से शादी करना चाहती हैं. इसके लिए वो गंगोत्री धाम...