मनोविज्ञान का अर्थ

  1. मनोविज्ञान क्या है परिभाषा व अर्थ
  2. शिक्षा मनोविज्ञान (Educational Psychology) का अर्थ, परिभाषाएँ, प्रकृति एवं उद्देश्य »
  3. अधिगम (सीखना)
  4. मनोविज्ञान की अर्थ , परिभाषा, विशेषता और इतिहास
  5. मनोविज्ञान का अर्थ एवं परिभाषा,बाल मनोविज्ञान का महत्व एवं आवश्यकता


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मनोविज्ञान क्या है परिभाषा व अर्थ

manovigyan in hindi मनोविज्ञान क्या है परिभाषा व अर्थ | What Is Psychology In Hindi: मनोविज्ञान एक ऐसा विज्ञान है जो प्राणियों के व्यवहार एवं मानसिक दैहिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करता हैं. व्यवहार में मानव व्यवहार के साथ साथ पशु पक्षियों के व्यवहार को भी सम्मिलित किया जाता हैं. मनोविज्ञान क्या है परिभाषा व अर्थ | What Is Psychology In Hindi मनोविज्ञान शब्द का शाब्दिक अर्थ है मन का विज्ञान अर्थात मनोविज्ञान अध्ययन की वह शाखा है जो मन का अध्ययन करती हैं. मनोविज्ञान शब्द अंग्रेजी भाषा के Psychology शब्द से बना हैं. साइकोलॉजी शब्द की उत्पत्ति यूनानी (लैटिन) भाषा के दो शब्द साइकी तथा लोगस से मिलकर हुई हैं. साइकी शब्द का अर्थ है आत्मा जबकि लोगस का अर्थ है अध्ययन या ज्ञान से हैं. अतः अंग्रेजी शब्द साइकोलॉजी का शाब्दिक अर्थ है आत्मा का अध्ययन या आत्मा का ज्ञान. human psychology in hindi language मनोविज्ञान का जन्म यूनान में 300 ई पू को हुआ था. दर्शनशास्त्र को मनोविज्ञान का पिता कहते हैं. मनोविज्ञान को दर्शनशास्त्र से अलग करने का श्रेय संरचनावादी मनोवैज्ञानिकों को जाता हैं. मनोविज्ञान की प्रथम प्रयोगशाला की स्थापना विलियम वुंट ने 1879 ई को जर्मनी के लिपजिंग शहर में की थी. मनोविज्ञान की विचारधाराएं- psychology notes in hindi • मनोविज्ञान आत्मा का विज्ञान– यह मनोविज्ञान की प्रथम विचारधारा है जिसका समय आरम्भ से 16 वीं सदी तक माना जाता हैं. इस विचारधारा के समर्थक प्लेटो, अरस्तू, देकार्ते, सुकरात आदि को माना जाता हैं. यूनानी दार्शनिकों ने मनोविज्ञान को आत्मा के विज्ञान के रूप में स्वीकार किया हैं. साइकोलॉजी शब्द का शाब्दिक अर्थ भी आत्मा के अध्ययन की ओर इंगित करता हैं. • मनोविज्ञान मन/मस्त...

शिक्षा मनोविज्ञान (Educational Psychology) का अर्थ, परिभाषाएँ, प्रकृति एवं उद्देश्य »

मनुष्य एक ‘ बौद्धिक प्राणी‘ (Rational Animal) है और उसके ‘ सर्वांगीण विकास‘ (Harmonious Development) में ‘ शिक्षा‘ (Education) की सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका होती है और शिक्षा का मुख्य उद्देश्य भी मनुष्य का सर्वांगीण विकास करना ही होता है। इस बौद्धिक प्राणी के सर्वांगीण विकास के लिये सबसे आवश्यक बात यह होती है कि हमें उसके ‘ अनुभव‘ (Experience) तथा ‘ व्यवहार‘ (Behaviour) के सम्बन्ध में ‘ वास्तविक जानकारी‘ (Real Knowledge) हो। इस सन्दर्भ में ‘ मनोविज्ञान‘ अत्यधिक सहायता प्रदान करता है क्योंकि वह बौद्धिक प्राणी मानव के अनुभव एवं व्यवहार का विज्ञान है। शिक्षा के क्षेत्र में मनोविज्ञान से सहायता प्राप्त करने के प्रयास के परिणामस्वरूप मनोविज्ञान व शिक्षाशास्त्र की एक नवीन शाखा का प्रादुर्भाव हुआ जिसका नाम है- ‘ शिक्षा मनोविज्ञान‘ (Educational Psychology)। शिक्षा मनोविज्ञान मनोविज्ञान की एक व्यावहारिक शाखा है क्योंकि यह शिक्षा के क्षेत्र में मनोवैज्ञानिक नियमों एवं सिद्धान्तों के प्रयोग में सहायक होता है। इसी प्रकार शिक्षा मनोविज्ञान शिक्षाशास्त्र’ की भी एक महत्वपूर्ण शाखा है क्योंकि सम्पूर्ण ‘ शिक्षा प्रक्रिया‘ (Teaching Process) को सफल बनाने में सहायक होता है। शिक्षा मनोविज्ञान क्या है? यह समझने के लिये इस आर्टिकल में हम शिक्षा मनोविज्ञान के अर्थ, प्रकृति, उद्देश्य पर विचार कर रहे हैं। Table of Contents • • • • • • • शिक्षा मनोविज्ञान का अर्थ (Meaning of Educational Psychology) ‘ शिक्षा मनोविज्ञान‘ दो शब्दों के योग से बना है ‘ शिक्षा‘ (Education) तथा ‘ मनोविज्ञान‘ (Psychology)। अतः इसका शाब्दिक अर्थ है ‘ शिक्षा सम्बधी मनोविज्ञान‘। स्पष्ट शब्दों में शिक्षा मनोविज्ञान का व्यावहार...

अधिगम (सीखना)

अधिगम (Learning) सीखना या अधिगम एक व्यापक सतत् एवं जीवन पर्यन्त चलनेवाली महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। मनुष्य जन्म के उपरांत ही सीखना प्रारंभ कर देता है और जीवन भर कुछ न कुछ सीखता रहता है। धीरे-धीरे वह अपने को इस प्रक्रिया को अधिगम या सीखने की प्रकृति (Nature of Learning) प्रत्येक प्राणी में कार्य करने की प्रवृत्ति होती है। कार्यों के द्वारा वह अपने जीवन की रक्षा करता है। बालक सहज क्रियाओं और मूल प्रवृत्तियों के अनुसार सीखते हैं। व्यक्ति के अनुभव के आधार पर उसके कार्यों में परिवर्तन होता रहता है। अनुभव के इस प्रकार लाभ उठाने की क्रिया को सीखना या अधिगम कहते हैं। प्रत्येक प्राणी अपने जीवन में कुछ न कुछ सीखता है। जिस व्यक्ति में सीखने या अधिगम की जितनी अधिक शक्ति होती है, उतना ही अधिक उसके जीवन का विकास होता है। बालक प्रत्येक समय और प्रत्येक स्थान पर कुछ न कुछ सीखता रहता है।इसी आधार पर बुडवर्थ ने कहा है, “ सीखना विकास की प्रक्रिया है।“ अधिगम (सीखना) का अर्थ (Meaning of Learning) अधिगम शिक्षा मनोविज्ञान का मुख्य घटक है। शिक्षा के क्षेत्र में इसका विशेष स्थान बताया गया है। क्योंकि शिक्षा का सर्वप्रथम उद्देश्य ही सीखना है। हम सभी जानते है मनुष्य का जीवन जन्म से लेकर मृत्यु तक सीखना ही है। घर, स्कूल एवं अपने आस-पास के वातावरण से मनुष्य कुछ ना कुछ सीखता ही रहता है और अपना सर्वपक्षीय विकास करता है। उदाहरण के लिए– छोटे बालक के सामने जलता दीपक ले जानेपर वह दीपक की लौ को पकड़ने का प्रयास करता है। इस प्रयास में उसका हाथ जलने लगता है। वह हाथ को पीछे खींच लेता है। पुनः जब कभी उसके सामने दीपक लाया जाता है तो वह अपने पूर्व अनुभव के आधार पर लौ पकड़ने के लिए, हाथ नहीं बढ़ाता है, वरन् उससे दूर हो...

मनोविज्ञान की अर्थ , परिभाषा, विशेषता और इतिहास

Table of Contents • • • • • • • • • • • मनोविज्ञा न क्या है ? मनोविज्ञान मनुष्यों , पशुओं आदि के मानसिक प्रक्रियाओं , अनुभवों एवं व्यवहारों का वैज्ञानिक अध्ययन है । मनोविज्ञान (Psychology) शब्द अंग्रेजी भाषा के Psyche जिसका अर्थ होता है आत्मा तथा Logos जिसका अर्थ होता है अध्ययन से मिल कर बना है . यानि आत्मा के अध्ययन को ही मनोविज्ञान कहा जाता है । मनोविज्ञान अनुभव तथा प्राणी के भीतर के मानसिक एवं शारीरिक प्रक्रियाओं जैसे – चिंतन भाव आदि तथा वातावरण में होने वाले घटनाओं के साथ उनका सम्बन्ध जोड़कर अध्ययन करता है । इसलिए मनोविज्ञान को व्यवहार एवं मानसिक प्रक्रियाओं के अध्ययन का विज्ञान कहा गया है । मानसिक प्रक्रियाओं के अंतर्गत सीखना , चिंतन , अवधान (Attention) स्मृति आदि आते है । मनोविज्ञान की परिभाषाएँ – • वाटसन के अनुसार – वाटसन के अनुसारमनोविज्ञान व्यवहारकानिश्चितया शुद्ध विज्ञान है। • वुडवर्थ के अनुसार – वुडवर्थ के अनुसार मनोविज्ञान वातावरण के सम्पर्क में होने वाले मानव व्यवहारों का विज्ञान है। • मैक्डूगल के अनुसार – मैक्डूगल के अनुसार मनोविज्ञान आचरण एवं व्यवहार का यथार्थ विज्ञान है। • क्रो एण्ड क्रो के अनुसार – क्रो एण्ड क्रो के अनुसार मनोविज्ञान मानव–व्यवहार और मानव सम्बन्धों का अध्ययन है। • बोरिंग के अनुसार – बोरिंग के अनुसार मनोविज्ञान मानव प्रकृति का अध्ययन है। • स्किनर के अनुसार – स्किनर के अनुसार मनोविज्ञान व्यवहार और अनुभव का विज्ञान है। • कॉलसनिक के अनुसार – कॉलसनिक के अनुसार मनोविज्ञान के सिद्धान्तों व परिणामों का शिक्षा के क्षेत्र में अनुप्रयोग ही शिक्षा मनोविज्ञान कहलाता है। • सारे व टेलफोर्ड के अनुसार – सारे व टेलफोर्ड के अनुसार, शिक्षा मनोविज्ञान का मुख्य ...

मनोविज्ञान का अर्थ एवं परिभाषा,बाल मनोविज्ञान का महत्व एवं आवश्यकता

इस अंग्रेजी शब्द pyschology का अर्थ है– आत्मा का अध्ययन।। इस प्रकार विज्ञान की वह शाखा जो किसी व्यक्ति या बालक की भाव भंगिमा का आंतरिक अध्ययन अथवा आत्म चिंतन के विषय में अध्ययन करती है, मनोविज्ञान कहलाती है। मनोविज्ञान का शाब्दिक अर्थ– मन का विज्ञान है। अर्थात मन के विषय में चिंतन करना ही मनोविज्ञान है। मनोविज्ञान की परिभाषाएं || definition of psychology थाउलैस के अनुसार “मनोविज्ञान मानव अनुभव एवंव्यवहर का यथार्थ विज्ञान है |” गार्डनर मर्फी के अनुसार “मनोविज्ञान वह विज्ञान है जिसमे जीवित प्राणियों की उन क्रियाओं काअध्ययन किया जाता है। जिनको हम वातावरण के प्रति तैयार करते है |” वारेन के अनुसार “ मनोविज्ञान जीवधारी तथा वातावरण की प्रारंभिक अंतः क्रिया से संबंधित विज्ञान है |” मैक्डूगल के अनुसार “मनोविज्ञानव्यवहर अथवा आचरण का विधायक विज्ञानं है |” वुडवर्थ के अनुसार “ सर्वप्रथम मनोविज्ञान ने अपनी आत्मा का त्याग करके, मन का त्याग फिर चेतना का त्याग किया अब यह व्यवहार की विधि को स्वीकार करता है |” साइकोलॉजी शब्द क्या है?,मनोविज्ञान किसका विज्ञान है,मनोविज्ञान की उत्पत्ति कब हुई?,मनोविज्ञान की आधुनिक परिभाषा क्या है?,मनोविज्ञान का अर्थ एवं परिभाषा,बाल मनोविज्ञान के जनक कौन हैं,बाल मनोविज्ञान की किताब,बाल विकास का महत्व,बाल विकास का अर्थ आवश्यकता एवं क्षेत्र,बाल मनोविज्ञान प्रश्न उत्तर pdf,बाल मनोविज्ञान और बाल विकास में अंतर,मनोविज्ञान किसका विज्ञान है?,मनोविज्ञान शब्द की उत्पत्ति,मनोविज्ञान की प्रथम प्रयोगशाला,मनोविज्ञान मानव व्यवहार का अध्ययन,साइकोलॉजी का मतलब क्या होता है,मनोविज्ञान के क्षेत्र,मनोविज्ञान मन का विज्ञान है किसने कहा,बाल मनोविज्ञान का महत्व एवं आवश्यकता, definiti...