नेशनल हेराल्ड मामला क्या है

  1. National Herald Case: क्या है नेशनल हेराल्ड केस, राहुल
  2. क्या है नेशनल हेराल्ड केस, जिसमें ED ने भेजा राहुल
  3. क्या है नेशनल हेराल्ड मामला
  4. national herald case what is connection with sonia gandhi and rahul Gandhi nchr
  5. क्या है नेशनल हेराल्ड केस, जिसमें ED ने भेजा राहुल
  6. national herald case what is connection with sonia gandhi and rahul Gandhi nchr
  7. क्या है नेशनल हेराल्ड मामला
  8. National Herald Case: क्या है नेशनल हेराल्ड केस, राहुल


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National Herald Case: क्या है नेशनल हेराल्ड केस, राहुल

डीएनए हिंदीःनेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी को समन भेजा है. राहुल गांधी को 2 जून और सोनिया को 8 जून को पेश होने को कहा गया है. हालांकि राहुल गांधी अभी अपनी विदेश यात्रा से वापस नहीं लौटे हैं. ऐसे में उन्हें अगली तारीख पर पेश होना होगा. इसके बाद से पूरा मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. आइये समझते हैं कि आखिर यह पूरा मामला क्या है. कब हुआ खुलासा दरअसल बीजेपी नेता और वरिष्ठ वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि यह सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को टीजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया है. ये भी पढ़ेंः क्या है नेशनल हेराल्ड केस जवाहर लाल नेहरु समेत एजेएल की क्या भूमिका एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नेशनल हेराल्ड अखबार की मालिकाना कंपनी है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने 26 फरवरी 2011 को इसकी 90 करोड़ रुपये की देनदारियों को अपने जिम्मे ले लिया था. इसके बाद 5 लाख रुपये से यंग इंडियन कंपनी बनाई गई, जिसमें इस मामले में सोनिया और राहुल गांधी के अलावा कई और कांग्रेस नेताओं का भी नाम सामने आया. जांच में सामने आया कि नवंबर 2010 में यंग इडिंया नाम से कंपनी बनाई, जिसमें उन दोनों के 76 प्रतिशत शेयर थे. उनके अलावा मोती लाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडिस के पास शेष बचे 24 प्रतिशत शेय...

क्या है नेशनल हेराल्ड केस, जिसमें ED ने भेजा राहुल

National Herald Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नोटिस भेजा है. ईडी सूत्रों ने आजतक को बताया कि राहुल गांधी को 2 जून को जबकि सोनिया गांधी को 8 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है. वहीं, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि सोनिया गांधी 8 जून को पूछताछ में शामिल होंगी. हालांकि, राहुल गांधी विदेश में हैं. ऐसे में ईडी से वक्त मांगा जाएगा. सोनिया गांधी को नेशनल हेराल्ड केस में ये नोटिस भेजा गया है. ईडी के मुताबिक, यह इस केस में पहला समन है. इस मामले में उन कांग्रेस नेताओं के बयान पहले ही दर्ज हो चुके हैं, जो नेशनल हेराल्ड और AJL में पदाधिकारी थे. सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी और सोनिया गांधी से AJL द्वारा अधिग्रहित कथित अवैध संपत्तियों के मामले में पूछताछ होगी. आईए जानते हैं कि आखिर नेशनल हेराल्ड का पूरा मामला क्या है? और कांग्रेस का इस पर क्या कहना है? क्या है मामला? बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि यह सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया. साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को टीजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया है. नेशनल हेराल्ड की स्थापना जवाहर लाल नेहरू ने स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर 1938 में की थी. एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नेशनल हेराल्ड अखबार की मालिकाना कंपनी है. कांग्रेस ने 26 फरवरी 2011 को इसकी 90 क...

क्या है नेशनल हेराल्ड मामला

- पहले नेशनल हेराल्ड की कंपनी एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को कांग्रेस ने 26 फरवरी, 2011 को 90 करोड़ रुपये का लोन दे दिया। इसके बाद पांच लाख रुपये से यंग इंडिया कंपनी बनाई, जिसमें सोनिया और राहुल की 38-38 फीसदी हिस्सेदारी है। शेष हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडिस के पास है। - इसके बाद के 10-10 रुपये के नौ करोड़ शेयर यंग इंडिया को दे दिए गए और इसके बदले यंग इंडिया को कांग्रेस का लोन चुकाना था। नौ करोड़ शेयर के साथ यंग इंडिया को एजेएल के 99 फीसदी शेयर हासिल हो गए। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ का लोन भी माफ कर दिया। यानी यंग इंडिया को मुफ्त में एजेएल का स्वामित्व मिल गया। दिल्ली हाई कोर्ट में सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने नेशनल हेराल्ड की करोड़ों की संपत्ति हड़पने के आरोपों से इन्कार किया। सोनिया और राहुल ने हाई कोर्ट में कहा कि कांग्रेस की संपत्ति उनकी निजी संपत्ति नहीं है। डोनेशन को मर्जी से खर्च करने का हक हाई कोर्ट में सोनिया और राहुल की ओर से वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस को सालों से डोनेशन मिलता रहा है। पार्टी उसे जैसे चाहे खर्च कर सकती है। कोई अन्य इसके लिए सवाल नहीं उठा सकता। स्वामी के अलावा अब तक किसी ने सवाल नहीं उठाया। अब तक पार्टी को जो डोनेशन मिला था वह नियमों के मुताबिक मिला था। यह इनकम थी, इनकम फ्रॉम प्रापर्टी। यह विचारधारा का मामला सिब्बल ने कहा कि एजेएल में 90 करोड़ का ट्रांजैक्शन था। वह कमर्शियल काम के लिए नहीं था बल्कि एक विचारधारा के लिए था। यह विचारधारा थी नेशनल हेराल्ड का रिवाइवल। इस बात का जिक्र कांग्रेस प्रवक्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी किया था। इस अखबार से कांग्रेस की भावनाएं जुड़ी हैं, क्योंकि इसकी शुरुआत...

national herald case what is connection with sonia gandhi and rahul Gandhi nchr

नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में राहुल गांधी सोमवार यानी की आज सुबह ED मुख्यालय में पेश हुए हैं. ED ने राहुल गांधी से पूछताछ के लिए सवालों की लंबी लिस्ट तैयार की है. राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद है. वहीं इस मामले में ED ने सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है. तो चलिए जानते हैं किया नेशनल हेराल्ड केस और क्यों चर्चा में आया. नई दिल्लीः नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में राहुल गांधी सोमवार यानी की आज सुबह ED मुख्यालय में पेश हुए हैं. ED ने राहुल गांधी से पूछताछ के लिए सवालों की लंबी लिस्ट तैयार की है. राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद है. वहीं इस मामले में ED ने सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है. तो चलिए जानते हैं क्या है नेशनल हेराल्ड केस और क्यों चर्चा में आया. जानें, क्या है नेशनल हेराल्ड मामला ? बता दें कि 2012 में बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्रायल कोर्ट में पिटीशन दायर कर आरोप लगाया था. उनका कहना था कि कुछ कांग्रेसी नेता गलत तरीके से यंग इंडिया लिमिटेड के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) का अधिग्रहण किया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि ये सारा मामला दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था. ये भी पढ़ेंः कांग्रेस ने यंग इंडिया को लोन क्यों दिया , जानें क्या है कनेक्शन ? 3 अधिकारी पूछताछ में मौजूद यहां समझें पूरा मामला ? 1. जब जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में Associate Journal Limited नाम से एक कंपनी बनाई थी. यह कंपनी नेशनल हेराल्ड नाम से एक अखबार पब्लिश करती थी. उन दिनों यह कंपनी अखबार निकाला क...

क्या है नेशनल हेराल्ड केस, जिसमें ED ने भेजा राहुल

National Herald Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नोटिस भेजा है. ईडी सूत्रों ने आजतक को बताया कि राहुल गांधी को 2 जून को जबकि सोनिया गांधी को 8 जून को पूछताछ के लिए बुलाया है. वहीं, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला और अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि सोनिया गांधी 8 जून को पूछताछ में शामिल होंगी. हालांकि, राहुल गांधी विदेश में हैं. ऐसे में ईडी से वक्त मांगा जाएगा. सोनिया गांधी को नेशनल हेराल्ड केस में ये नोटिस भेजा गया है. ईडी के मुताबिक, यह इस केस में पहला समन है. इस मामले में उन कांग्रेस नेताओं के बयान पहले ही दर्ज हो चुके हैं, जो नेशनल हेराल्ड और AJL में पदाधिकारी थे. सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी और सोनिया गांधी से AJL द्वारा अधिग्रहित कथित अवैध संपत्तियों के मामले में पूछताछ होगी. आईए जानते हैं कि आखिर नेशनल हेराल्ड का पूरा मामला क्या है? और कांग्रेस का इस पर क्या कहना है? क्या है मामला? बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि यह सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया. साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को टीजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया है. नेशनल हेराल्ड की स्थापना जवाहर लाल नेहरू ने स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर 1938 में की थी. एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नेशनल हेराल्ड अखबार की मालिकाना कंपनी है. कांग्रेस ने 26 फरवरी 2011 को इसकी 90 क...

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नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में राहुल गांधी सोमवार यानी की आज सुबह ED मुख्यालय में पेश हुए हैं. ED ने राहुल गांधी से पूछताछ के लिए सवालों की लंबी लिस्ट तैयार की है. राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद है. वहीं इस मामले में ED ने सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है. तो चलिए जानते हैं किया नेशनल हेराल्ड केस और क्यों चर्चा में आया. नई दिल्लीः नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में राहुल गांधी सोमवार यानी की आज सुबह ED मुख्यालय में पेश हुए हैं. ED ने राहुल गांधी से पूछताछ के लिए सवालों की लंबी लिस्ट तैयार की है. राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद है. वहीं इस मामले में ED ने सोनिया गांधी को 23 जून को पेश होने के लिए कहा है. तो चलिए जानते हैं क्या है नेशनल हेराल्ड केस और क्यों चर्चा में आया. जानें, क्या है नेशनल हेराल्ड मामला ? बता दें कि 2012 में बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्रायल कोर्ट में पिटीशन दायर कर आरोप लगाया था. उनका कहना था कि कुछ कांग्रेसी नेता गलत तरीके से यंग इंडिया लिमिटेड के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) का अधिग्रहण किया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि ये सारा मामला दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था. ये भी पढ़ेंः कांग्रेस ने यंग इंडिया को लोन क्यों दिया , जानें क्या है कनेक्शन ? 3 अधिकारी पूछताछ में मौजूद यहां समझें पूरा मामला ? 1. जब जवाहर लाल नेहरू ने 1938 में Associate Journal Limited नाम से एक कंपनी बनाई थी. यह कंपनी नेशनल हेराल्ड नाम से एक अखबार पब्लिश करती थी. उन दिनों यह कंपनी अखबार निकाला क...

क्या है नेशनल हेराल्ड मामला

- पहले नेशनल हेराल्ड की कंपनी एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को कांग्रेस ने 26 फरवरी, 2011 को 90 करोड़ रुपये का लोन दे दिया। इसके बाद पांच लाख रुपये से यंग इंडिया कंपनी बनाई, जिसमें सोनिया और राहुल की 38-38 फीसदी हिस्सेदारी है। शेष हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडिस के पास है। - इसके बाद के 10-10 रुपये के नौ करोड़ शेयर यंग इंडिया को दे दिए गए और इसके बदले यंग इंडिया को कांग्रेस का लोन चुकाना था। नौ करोड़ शेयर के साथ यंग इंडिया को एजेएल के 99 फीसदी शेयर हासिल हो गए। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ का लोन भी माफ कर दिया। यानी यंग इंडिया को मुफ्त में एजेएल का स्वामित्व मिल गया। दिल्ली हाई कोर्ट में सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने नेशनल हेराल्ड की करोड़ों की संपत्ति हड़पने के आरोपों से इन्कार किया। सोनिया और राहुल ने हाई कोर्ट में कहा कि कांग्रेस की संपत्ति उनकी निजी संपत्ति नहीं है। डोनेशन को मर्जी से खर्च करने का हक हाई कोर्ट में सोनिया और राहुल की ओर से वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस को सालों से डोनेशन मिलता रहा है। पार्टी उसे जैसे चाहे खर्च कर सकती है। कोई अन्य इसके लिए सवाल नहीं उठा सकता। स्वामी के अलावा अब तक किसी ने सवाल नहीं उठाया। अब तक पार्टी को जो डोनेशन मिला था वह नियमों के मुताबिक मिला था। यह इनकम थी, इनकम फ्रॉम प्रापर्टी। यह विचारधारा का मामला सिब्बल ने कहा कि एजेएल में 90 करोड़ का ट्रांजैक्शन था। वह कमर्शियल काम के लिए नहीं था बल्कि एक विचारधारा के लिए था। यह विचारधारा थी नेशनल हेराल्ड का रिवाइवल। इस बात का जिक्र कांग्रेस प्रवक्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी किया था। इस अखबार से कांग्रेस की भावनाएं जुड़ी हैं, क्योंकि इसकी शुरुआत...

National Herald Case: क्या है नेशनल हेराल्ड केस, राहुल

डीएनए हिंदीःनेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने राहुल गांधी और सोनिया गांधी को समन भेजा है. राहुल गांधी को 2 जून और सोनिया को 8 जून को पेश होने को कहा गया है. हालांकि राहुल गांधी अभी अपनी विदेश यात्रा से वापस नहीं लौटे हैं. ऐसे में उन्हें अगली तारीख पर पेश होना होगा. इसके बाद से पूरा मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है. आइये समझते हैं कि आखिर यह पूरा मामला क्या है. कब हुआ खुलासा दरअसल बीजेपी नेता और वरिष्ठ वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है. उन्होंने आरोप लगाया था कि यह सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को टीजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया है. ये भी पढ़ेंः क्या है नेशनल हेराल्ड केस जवाहर लाल नेहरु समेत एजेएल की क्या भूमिका एसोसिएट्स जर्नल्स लिमिटेड (AJL) नेशनल हेराल्ड अखबार की मालिकाना कंपनी है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस ने 26 फरवरी 2011 को इसकी 90 करोड़ रुपये की देनदारियों को अपने जिम्मे ले लिया था. इसके बाद 5 लाख रुपये से यंग इंडियन कंपनी बनाई गई, जिसमें इस मामले में सोनिया और राहुल गांधी के अलावा कई और कांग्रेस नेताओं का भी नाम सामने आया. जांच में सामने आया कि नवंबर 2010 में यंग इडिंया नाम से कंपनी बनाई, जिसमें उन दोनों के 76 प्रतिशत शेयर थे. उनके अलावा मोती लाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडिस के पास शेष बचे 24 प्रतिशत शेय...