नरेंद्र मोदी फोटो लेटेस्ट

  1. 'जो बालासाहेब का ना हुआ, वो मोदी का क्या होगा', शिंदे सरकार के विज्ञापन पर सामना में उठे सवाल
  2. 9 साल में कैसे 'हिंदू हृदय सम्राट' बने पीएम नरेंद्र मोदी, कितने मंदिरों का सरकार ने कराया 'उद्धार'
  3. भारतास ड्रोनविक्रीसाठी अमेरिकेचे प्रयत्न, मोदी यांच्या आगामी दौऱ्याची पार्श्वभूमी US efforts to sell drones to India background to Narendra Modi upcoming visit


Download: नरेंद्र मोदी फोटो लेटेस्ट
Size: 24.39 MB

'जो बालासाहेब का ना हुआ, वो मोदी का क्या होगा', शिंदे सरकार के विज्ञापन पर सामना में उठे सवाल

शिंदे सरकार का मंगलवार को अखबारों में एक विज्ञापन प्रकाशित हुआ है, जिस पर पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम एकनाथ शिंदे का फोटो लेकिन बाल ठाकरे का फोटो नहीं है. इस पर ठाकरे गुट ने शिंदे को घेरा लिया है. वहीं अब सामना में एक संपादकीय प्रकाशित हुआ है, जिसमें इस विज्ञापन के जरिए महाराष्ट्र सरकार में फूट पड़ने का दावा किया गया है. महाराष्ट्र में सरकार के विज्ञापन को लेकर राजनीति तेज हो गई है. इसी विज्ञापन को लेकर अब सामना ने अपने संपादकीय में शिंदे सरकार को घेर लिया है. उसमें लिखा कि जो बाला साहेब का नहीं हुआ, वो मोदी का क्या होगा. दरअसल शिंदे सरकार का एक विज्ञापन अखबारों में प्रकाशित हुआ है, जिसमें लिखा है-राष्ट्र में मोदी, महाराष्ट्र में शिंदे सरकार. इस विज्ञापन में ऊपर शिवसेना का चुनाव चिह्न तीर-कमान भी है. इसमें पीएम मोदी और सीएम शिंदे की तस्वीर है लेकिन शिवसेना संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की कोई तस्वीर नहीं है, जबकि शिंदे हमेशा से उन्हें अपना प्रेरणा स्रोत मानते रहे हैं. विज्ञापनबाज है शिंदे सरकार सामना ने अपने संपादकीय में लिखा- महाराष्ट्र की फडणवीस-शिंदे सरकार गजब की विज्ञापनबाज सरकार है. खुलासा हुआ है कि अब तक इस सरकार ने खुद के विज्ञापन के लिए 786 करोड़ रुपये सरकारी खजाने से खर्च कर दिया है. खर्च किया, इसकी बजाय कहना चाहिए कि विज्ञापनबाजी पर जनता का पैसा बर्बाद किया गया है. अब तक इस गैर-कानूनी सरकार ने कई विज्ञापन दिए, लेकिन कल (मंगलवार) शिंदे गुट की ओर से प्रकाशित एक फुल पेज के विज्ञापन से फडणवीस समेत उनके 105 विधायकों का कलेजा पानी-पानी हो गया है. सभी समाचार पत्रों में करोड़ों रुपये खर्च करके फ्रेंट पेज पर ‘मोदी-शिंदे’ के फोटो के साथ विज्ञापन प्रकाशित हुआ. इसमें फडणवीस गा...

9 साल में कैसे 'हिंदू हृदय सम्राट' बने पीएम नरेंद्र मोदी, कितने मंदिरों का सरकार ने कराया 'उद्धार'

9 Years Of Modi Government: केंद्र में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के 9 साल पूरे हो गए हैं. पीएम मोदी के कार्यकाल में कई क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं. उनके कार्यकाल के दौरान आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक मोर्चे पर देश में बड़े विकास हुए हैं. खुद को गर्व से हिंदू राष्ट्रवादी कहने वाले प्रधानमंत्री ने भारत के प्राचीन मंदिरों के पुनरुद्धार के लिए जमकर काम किया है. अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण से लेकर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तक, मोदी सरकार ने इन 9 वर्षों में कई कदम उठाए हैं. यह न केवल आध्यात्मिकता के प्रति पीएम का व्यक्तिगत झुकाव है, बल्कि उनकी दूरदर्शिता भी है. वह कई बार कह चुके हैं कि भारत के धार्मिक पर्यटन उद्योग को धीरे-धीरे विकसित करना है. आइए जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धार्मिक पर्यटन को विकसित करने की दिशा में क्या कदम उठाए हैं, उनके कार्यकाल में कितने अहम बदलाव हुए हैं. काशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है. साल 2019 में, काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए बीजेपी सरकार ने करीब 400 बड़े भवनों और छोटी जमीनों का अधिग्रहण किया. साल 2021 में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने वाराणसी के मध्य में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) का उद्घाटन किया. यह प्राचीन शहर में बड़े पैमाने पर पर्यटन को बढ़ावा देगा. यह एक मेगा प्रोजेक्ट है, जिसे सरकार ने आकार दिया है. गुजरात का सोमनाथ मंदिर. यह वही मंदिर था, जिस पर मोहम्मद गजनी की सेना ने कई बार हमला किया और लूटा. इस मंदिर का पुनर्निर्माण भी कई बार हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमनाथ मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण भी कराया है. पीएम मोदी श्री सोमनाथ ट्रस्ट (SKT) के वर्तम...

भारतास ड्रोनविक्रीसाठी अमेरिकेचे प्रयत्न, मोदी यांच्या आगामी दौऱ्याची पार्श्वभूमी US efforts to sell drones to India background to Narendra Modi upcoming visit

रॉयटर्स, वॉशिंग्टन, नवी दिल्ली : अमेरिकेकडून शस्त्रसज्ज ड्रोन खरेदी करण्याचा भारताचा प्रस्ताव दीर्घकाळ लाल फितीत अडकला असून हा खरेदी करार मार्गी लावण्यासाठी बायडेन प्रशासनाने भारत सरकारकडे आग्रह धरला आहे. पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांचा आगामी अमेरिका दौरा लक्षात घेता ड्रोन विक्रीसाठी अमेरिकेचे सरकार सक्रिय झाल्याचे या घडामोडींशी संबंधित दोन जणांनी सांगितले. भारताने दीर्घकाळपासून अमेरिकेकडून मोठे शस्त्रसज्ज ड्रोन विकत घेण्यात स्वारस्य दाखविले आहे, पण नोकरशाहीतील अडथळय़ांमुळे सी गार्डियन ड्रोन खरेदीचा प्रस्ताव अनेक वर्षे रखडला आहे. या ड्रोनची किंमत २०० ते ३०० कोटी डॉलरच्या घरात जाऊ शकते. ही विक्री मार्गी लावण्यासाठी पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांच्या २२ जूनच्या नियोजित व्हाईट हाऊस भेटीची प्रतीक्षा संबंधितांना आहे. मोदी यांच्या दौऱ्याची तारीख निश्चित झाल्यापासूनच अमेरिकेचे परराष्ट्र व्यवहार खाते, पेंटागॉन आणि व्हाईट हाऊस यांनी भारताकडे ड्रोनखरेदी व्यवहाराला गती मिळण्याची अपेक्षा व्यक्त केली आहे. मसाबा गुप्ताशी घटस्फोटानंतर मधू मंटेनाने केलं दुसरं लग्न, पत्नीबरोबरचे फोटो पाहून नीना गुप्तांची कमेंट, म्हणाल्या… एमक्यू-९बी सी गार्डियन या शस्त्र वापराची क्षमता असलेल्या तीस ड्रोनच्या खरेदी व्यवहाराला भारताकडून अग्रक्रम मिळावा, असे सांगितले जात आहे. या ड्रोनची निर्मिती जनरल अ‍ॅटोमिक्स या कंपनीने केली आहे. मोदी आणि राष्ट्राध्यक्ष जो बायडेन हे शस्त्रास्त्र आणि लष्करी वाहने यांच्या एकत्रित निर्मितीबाबतही चर्चा करण्याची शक्यता आहे. याबाबत व्हाईट हाऊसच्या प्रवक्त्याने बोलण्यास नकार दिला. सध्या भारत आणि अमेरिका यांची अधिकृत अशी संरक्षणात्मक आघाडी नसली तरी, चीनला शह देण्यासाठी बायडेन यांनी भारताश...