नशा मुक्ति पर चित्र

  1. नशा मुक्त भारत अभियान
  2. इसुआपुर में माली मालाकार कल्याण समिति की बैठक में पदाधिकारियों का हुआ चयन
  3. 40+ नशा मुक्ति स्लोगन
  4. नशा मुक्त विवाह करने पर शपथ पत्र भरवाकर दिए प्रशंसा पत्र
  5. नशा मुक्ति पर निबंध


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नशा मुक्त भारत अभियान

टैग्स: • • प्रीलिम्स के लिये: नशा मुक्त भारत अभियान मेन्स के लिये: ‘सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय’ द्वारा नशा मुक्ति के लिये किये गए प्रयास चर्चा में क्यों? हाल ही में ‘सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय’ (Ministry of Social Justice and Empowerment) द्वारा ‘नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ (Nternational Day Against Drug Abuse and Illicit Trafficking) के अवसर पर देश के 272 ज़िलों के लिये एक नशीली दवा-रोधी कार्य योजना/’नशा मुक्त भारत’ (Drug-Free India Campaign) अभियान की शुरुआत की गई है। प्रमुख बिंदु : • नशा मुक्त भारत अभियान वर्ष 2020-21 के लिये देश के 272 ज़िलों में शुरू किया गया है। • यह अभियान न केवल संस्थागत सहयोग पर, बल्कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो , सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के माध्यम से नशा मुक्त भारत अभियान के लिये पहचाने गए ज़िलों में सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रमों (community outreach programmes) पर भी ध्यान केंद्रित करेगा। • इस अभियान के तहत सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय नशा मुक्ति में कार्यरत संस्थानों के लिये धन जुटाने तथा युवाओं के बीच नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिये स्कूलों और कॉलेजों में नशा मुक्ति अभियान को संचालित करेगा। • इस अभियान में जागरूकता सृजन कार्यक्रम, समुदाय की आउटरीच और दवा पर निर्भर आबादी की पहचान, उपचार सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ सेवा-प्रदाताओं के लिये क्षमता-निर्माण कार्यक्रम को शामिल किया गया हैं। • नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर‘सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय’ द्वारा नशा मुक्ति अभियान का लोगो व टैग लाइन ‘नशा मुक...

इसुआपुर में माली मालाकार कल्याण समिति की बैठक में पदाधिकारियों का हुआ चयन

प्रखंड के इसुआपुर पैक्स गोदाम के पास मईया स्थान परिसर में माली मालाकार कल्याण समिति सारण की बैठक संतोष भक्त की अध्यक्षता में हुई। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपिता महात्मा ज्योतिबा फुले तथा देश की प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्रीबाई फुले के तैल चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई। जय ज्योति, जय क्रांति, जय फुले के गगनभेदी नारे भी लगाए गए। बैठक में माली मालाकार समाज के उत्थान, सामाजिक भागीदारी व अन्य बिंदुओं पर चर्चा की गई। इस वर्ग के समाज के पिछले पायदान पर होने पर भी चिंता व्यक्त की गई। साथ ही इनके शिक्षा, नशा मुक्ति व अन्य विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। फूले के बताए रास्ते पर चलने को प्रेरित किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए जिला उपाध्यक्ष राजकुमार भक्त ने माली मालाकार समाज के शिक्षा और नशा मुक्ति में सुधार पर बल दिया। वहीं जिला मुख्यालय छपरा में इस समाज के बच्चों के शिक्षा लिए एक छात्रावास की व्यवस्था करने की भी बात कही गई। इस मौके पर संगठन के प्रखंड पदाधिकारी का चुनाव भी हुआ। जिसमें सर्वसम्मति से संतोष भक्त को अध्यक्ष, पृथ्वीनाथ भक्त को उपाध्यक्ष, लालबाबू भक्त को सचिव, जमादार भक्त को मीडिया प्रभारी, राजीव भक्त, गौतम भक्त, राम अवतार भक्त, सोनू कुमार, संजीत कुमार, रामेश्वर भक्त को कार्यकारिणी का सदस्य चुना गया।

40+ नशा मुक्ति स्लोगन

एक रिपोर्ट के मुताबिक नशे का सेवन करने से प्रतिवर्ष एक लाख से अधिक लोगों की रोड दुर्घटना में मौत हो जाती हैं। लगभग 30,000 लोग कैंसर से पीड़ित हो जाते हैं और नशे का अत्यधिक सेवन करने के कारण 1.4 लाख से अधिक मृत्यु हो जाती है। यह आंकड़ा प्रतिवर्ष बढ़ता ही जा रहा है। सरकार द्वारा नशे को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन वह काफी नहीं है। इसी कारण आज का युवा नशे की जकड़ में आता जा रहा है जो कि हमारी संस्कृति और देश के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है। इसलिए हमने नशे का सेवन बंद करने के लिए नशा मुक्ति स्लोगन लिखे है जिनकी सहायता से हम लोगों को जागरूक कर सकते हैं और नशे के सेवन से लोगों को रोक सकते है। विषय-सूची 1 • • • • • Best Nasha Mukti Slogan in Hindi (1) नशा करता है खराब, मिलकर करो इसका बहिष्कार। (2) जो है नशे का शिकार, वही है गंभीर बीमारी से बीमार। (3) नशा करोगे तो जीवन भर रोओगे। (4) नशा अपनाओगे तो खुशियों से दूर हो जाओगे। (5) नशा है धीमा जहर, जो छीन लेता है प्राण। (6) नशे से दोस्ती, जीवन से मुक्ति। (7) गृह क्लेश और मार पिटाई, अब तो छोड़ो ये नशे की लत भाई। (8) नशे में रहोगे चूर तो परिवार से रहोगे दूर। (9) जन-जन तक यह संदेश पहुंचाना है, नशे को हाथ भी नहीं लगाना है। Anti Drug Slogans In Hindi (10) जो नशे को गले लगाता है, वो मौत को पास में पाता है। (11) टीबी, कैंसर मौत की सीढी, बंद करो नशे की चुस्की । (12) जो होगा नशे का आदी, उसके जीवन की होगी बर्बादी। (13) नशे की सबसे बड़ी मार, बर्बाद करें सुख संपन्न परिवार। (14) बीड़ी, सिगरेट और तंबाकू स्वास्थ्य संपदा के है डाकू। (15) सोचो समझो बचो नशे से, जिंदगी जीओ बड़े मजे से। (16) नशा छोड़ो, घर को जोड़ो, बोतल को तोड़ो। (17) एक दो एक दो, नश...

नशा मुक्त विवाह करने पर शपथ पत्र भरवाकर दिए प्रशंसा पत्र

संस्थान के निर्भय सिंह राणावात ने बताया कि नांदाेड़ा में रामसिंह डूलावत के यहां कराैली के भाटियाें का खेड़ा के हमेर सिंह भाटी के यहां से बारात पहुंची जिस पर संस्था ने लाेगाें ने नशे के दुष्प्रभाव बताकर वर-वधु दाेनाें पक्षाें काे नशा का त्याग करने व नशा मुक्ति के अभियान का हिस्सा बन नशा मुक्त विवाह करने का प्रस्ताव रखा जिस पर सभी ने नशा मुक्त शादी करने का निर्णय लिया। इस पर नशा नहीं करने व राेकथाम के प्रयास करने के शपथ पत्र भरवाकर प्रशंसा पत्र दिए गए। जिसके बाद रिति रिवाज से सात फेराें के बंधन में दूल्हा-दुल्हन बंधे। रामसिंह चाैहान, टमरसिंह चाैहान, गाेविंद सिंह चूण्डावत, गणपत सिंह चूण्डावत, रघुराज सिंह झाला, विजय सिंह डूलावत, कुवंर सिंह डूलावत, धन सिंह डुलावत, लाल सिंह डूलावत व किशन सिंह डूलावत सहित बड़ी संख्या में समाजजन माैजूद थे।

नशा मुक्ति पर निबंध

नशा मुक्ति पर निबंध | Essay On Nasha Mukti In Hindi नशा मुक्ति पर निबंध Essay On Nasha Mukti In Hindi: हम आप सभी को एक ऐसे टॉपिक के बारे में बताने जा रहे हैं , जिसने हमारे देश के अधिकतर युवाओं को बर्बाद कर के रख दिया है। जी , हां आज हम आप सभी को नशे के हर पहलू से अवगत कराने जा रहे हैं। भारत में यह जहर बिल्कुल हवा के भांति फैल रहा है। इस आर्टिकल के द्वारा हम आपके साथ नशा मुक्ति पर निबंध | Essay On Nasha Mukti In Hindi नशा मुक्ति पर निबंध ( 250 शब्द) हमारे देश का उज्जल भविष्य युवाओं पर टिका होता है। अगर देश की युवा पीढ़ी ही गलत रास्ते में जानी लगे तो निश्चित ही उनका भविष्य अंधकार में चला जाता है। हमारे देश का युवा वर्ग को ज़िन्दगी के हर पहलु को जीने की इच्छा होती है। युवा वर्ग नशे को अपनी शान समझते है। वे शराब , गुटखा , तम्बाकू , बीड़ी , सिगरेट का नशा करते है। उनकी पार्टी नशे के बगैर अधूरी है। आजकल के हमारे युवा को और कई व्यस्क लोग भी सिगरेट या शराब का सेवन करते हुए दिखाई देते हैं। उन्हें यह समझ नहीं आता की किसी भी प्रकार का नशा उनके लिए आगे चलकर हानिकारक और जानलेवा साबित हो सकता है। आजकल युवा वर्ग के लिए नशा एक फैशन बन गया है , यह उनके लिए अमृत के समान बन चुका है। हमारे भारत देश में शराब और सिगरेट के निर्यात की वजह से करोड़ो रुपये मिलते है। सिगरेट के पैकेट्स पर नो स्मोकिंग लिखा रहता है , फिर भी रोज कम उम्र के लड़की और लड़के इसका भरपूर सेवन करते है। धूम्रपान या शराब का सेवन स्वस्थ के लिए हानिकारक होता है। तम्बाकू , खैनी और गुटखा से माउथ कैंसर हो जाता है। कई सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान करना मना होता है , मगर कुछ लोग किसी की सुनते नहीं है। उनको सिर्फ अपने मन की करनी होती है। य...