फलों की रानी

  1. फलों की रानी नारंगी (संतरा)
  2. आम को फलों का राजा कहा जाता है? » Aam Ko Falon Ka Raja Kaha Jata Hai
  3. आम है अगर 'फलों का राजा' तो किसे दिया गया है 'रानी' का दर्जा? शरीर के लिए होता है बेहद फायदेमंद
  4. 100+ फल के बारे में रोचक तथ्य


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फलों की रानी नारंगी (संतरा)

फलों की रानी नारंगी। आम फलों का राजा है तो फलों की रानी बनने के सभी गुण नारंगी में हैं, इसी कारण नारंगी को फलों की रानी कहा जाता है। आयुर्वेद के ग्रन्थों में नारंगी का उल्लेख मिलता है 'नारङ्गो मधुराम्लः स्याद्रोचनो वातनाशनः' (निघंटु, मिश्रप्र० ६। ६३)। सुश्रुतसंहितामें लिखा है अम्लं समधुरं हृद्यं विशदं भक्तिरोचनम् । वातघ्नं दुर्जर प्रोक्तं नारङ्गस्य फलं गुरु॥ (सु०सं०सूत्र० ४६ ।१६१) अर्थात् नारंगी अम्ल, मधुर, हृदयके लिये प्रिय, विशद, भोजन में रुचिकर, वातनाशक, दुर्जर तथा गुरुपाकी (देरमें पचनेवाला) होता है। नारंगी की विशेषता यह है कि इसमें विद्यमान फ्रक्टोज, डेक्स्ट्रोज, खनिज एवं विटामिन-ये शरीरमें पहुँचते ही ऊर्जा देना शुरू कर देते हैं। इसका रस देरसे पचता है। नारंगी में प्रचुर मात्रामें विटामिन 'सी' है। पोटैशियम एवं लोहा उच्चमान का है। नारंगी-सेवन से हदय, स्नायुसंस्थान तथा मस्तिष्क में नयी शक्ति आ जाती है। बच्चे बूढ़े, रोगी और दुबले-पतले लोग अपनी निर्बलता दूर करनेके लिये इसके सेवन से लाभ उठा सकते हैं। तेज बुखार में इसके सेवनसे तापमान कम हो जाता है। इसका साइट्रिक एसिड मूत्ररोगों और किडनी रोगी को दूर करता है। इससे मूत्र साफ आता है। किडनी-रोग से बचनेके लिये नारंगी का सेवन करना चाहिये। छोटे बच्चों को स्वस्थ और सुपुष्ट बनाने के लिये दूध में चौथाई भाग मीठी नारंगी का रस मिलाकर पिलाना चाहिये। यह उनके लिये एक आदर्श टॉनिक है। इससे बच्चों में नयी ऊर्जा, नयी शक्ति और नया उत्साह आ जाता है। दाँत निकलते समय बच्चों को उलटी होती है तथा हरे-पीले दस्त होते हैं। इनमें नारंगी-रस देने से उनकी बेचैनी दूर होती है तथा पाचन शक्ति बढ़ जाती है। दाँतों और मसूढ़ों के रोग भी इसके सेवनसे दूर होते हैं। शरीर ...

आम को फलों का राजा कहा जाता है? » Aam Ko Falon Ka Raja Kaha Jata Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपका सवाल आम को फलों का राजा कहा जाता है कि आम को फलों का राजा इसलिए कहा जाता है कि किस की बहुत सारी वैरायटी अवेलेबल है इंडिया में भी और वर्ल्ड बीपी इंडिया की बात करें तो लगभग 200 से ढाई सौ वैरायटी इन इंडिया में है आम की कितनी वैरायटी किसी भी फोन की नहीं होती है और हर वैरायटी का अपना एक स्वाद है और अपना ही एक अलग अंदाज है इसलिए आम को फलों का राजा कहा जाता है aapka sawaal aam ko falon ka raja kaha jata hai ki aam ko falon ka raja isliye kaha jata hai ki kis ki bahut saari Variety available hai india me bhi aur world BP india ki baat kare toh lagbhag 200 se dhai sau Variety in india me hai aam ki kitni Variety kisi bhi phone ki nahi hoti hai aur har Variety ka apna ek swaad hai aur apna hi ek alag andaaz hai isliye aam ko falon ka raja kaha jata hai आपका सवाल आम को फलों का राजा कहा जाता है कि आम को फलों का राजा इसलिए कहा जाता है कि किस की

आम है अगर 'फलों का राजा' तो किसे दिया गया है 'रानी' का दर्जा? शरीर के लिए होता है बेहद फायदेमंद

गर्मी में लोगों को दो चीजों का सबसे ज्यादा इंतजार रहता है, पहला तो बारिश और दूसरा आम. दोनों ही इंसान को इतनी राहत देते हैं जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता. आम (Mango) को नापसंद करने वाले बहुत कम ही लोग मिलेंगे. कई लोग तो ऐसे भी होते हैं जिनका मन सिर्फ आम खाने से नहीं भरता तो वो मैंगो शेक या मैंगो जूस तक पीते हैं. शायद आम की इतनी फैन फॉलोइंग के चलते ही उसे फलों का राजा (King of Fruits) कहते हैं. अब जब फलों की दुनिया में एक राजा है तो रानी (Queen of fruits) भी जरूर होनी चाहिए. क्या आप जानते हैं कि किस फल को रानी का दर्जा दिया जाता है? मैंगोस्टीन (Mangosteen) नाम का फल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. इसे फलों की रानी या देवताओं का खाना (Food of Gods) कहते हैं. ये स्वाद में खट्टा-मीठा होता है. ये फल साउथ-ईस्ट एशियन देशों (Mangosteen found in South East Asia) में अधिक मात्रा में मिलता है. थाइलैंड, मलेशिया और सिंगापुर में सबसे ज्यादा पाया जाता है. यही नहीं, ये थाइलैंड का राष्ट्रीय फल (National Fruit of Thailand) भी है. इसका वैज्ञानिक नाम जहां गार्सीनिया मैंगोस्टाना (Garcinia mangostana) है. ब्रिटेन की रानी को भी पसंद था फल भारत जैसे विविधता भरे देश में इसे अलग-अलग भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. हिन्दी में जहां इसे मंगुस्तान कहते हैं वहीं मलयालम में इसे काटंपी कहते हैं जबकि मराठी में कोकम, कन्नड़ में हन्नू और बंगाली में काओ नाम से जाना जाता है. इस फल को अब कई शेफ भी पसंद करते हैं और अलग-अलग तरह से इस्तेमाल करते हैं. यही नहीं, ब्रिटेन की रानी विक्टोरिया को भी ये फल बहुत पसंद था. एनडीटीवी वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार लोगों का मानना है कि एक वक्त ऐसा भी था जब रानी न...

100+ फल के बारे में रोचक तथ्य

• WhatsApp • Facebook Messenger • Facebook • Telegram • Twitter • Pinterest • LinkedIn • Print दोस्तों फल किसको भला अच्छा नहीं लगता लेकिन क्या आपको इनके बारे में जानकारी प्राप्त है यदि नहीं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं फलों के बारे में ऐसे बेहतरीन रोचक तथ्य जिन्हें शायद आपने कभी सुना नहीं होगा तो चलिए आपको बताते हैं फलों के 50 मजेदार तथ्य:- 100+ फल के बारे में रोचक तथ्य || Facts About Fruits in Hindi 1. फलक वनस्पति शब्द है और वनस्पति एक पाठ शब्द है इसका मतलब है कि टमाटर को फल और सब्जी दोनों माना जा सकता है. 2. 18 से 93 में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया कि टमाटर को वनस्पति माना जाना चाहिए भले ही वनस्पति रूप से यह एक फल है. 3. अनानास एक पल नहीं है लेकिन जामुन का एक समूह है जो केंद्रीय ढंडल के लिए जुड़े हुए हैं. 4. आलू बैंगन और टमाटर सभी नाइट्सशेड परिवार में है वास्तव में हम जो हिस्सा खाते हैं उसे छोड़कर वह सभी जहरीले होते हैं. 5. कैलिफोर्निया की एक महिला का मानना था कि कैप क्रंच में क्रंच बेरीज वर्षों के लिए वास्तविक फल थे और पेप्सीको पर मुकदमा करने का प्रयास किया जब उन्हें पता चला है कि वह नहीं थे. 6. इतने सारे प्रकार के सेब हैं कि अगर आप हर दिन एक नया खा लेते हैं तो सभी को आजमाने में 20 साल से अधिक समय लगेंगे. 7. कुछ उत्परिवर्तन से आधे लाल और आधे हरे होते हैं. 8. ब्लैकबेरी और स्ट्रॉबेरी जामुन नहीं है लेकिन टमाटर एक एवोकैडो है. 9. तरबूज और कद्दू को जामुन के रूप में वर्गीकृत किया गया है. 10. अंगूर और किशमिश के परिणाम स्वरूप कुत्तों में गुर्दे की विफलता हो सकती है और अन्य पालतू जानवरों के लिए भी घातक हो सकता है. 11. संतरे में वास्तव में अमरूद लीची की भी स्टोबेरी और मोर सहित कई...