फूलों की रानी कौन है

  1. [Solved] फूलों की घाटी की खोज का श्रेय किसे जाता है?
  2. तितली रानी
  3. भारतीय राजकीय फूलों की सूची: किस राज्य को किस फूल के लिए जाना जाता है
  4. फूलों की घाटी किसे कहते हैं? और कहां स्थित है?
  5. उत्तराखंड के चमोली जिले में है फूलों की घाटी, यहां लक्ष्मण के लिए संजीवनी लेने आये थे हनुमान
  6. फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान


Download: फूलों की रानी कौन है
Size: 48.75 MB

[Solved] फूलों की घाटी की खोज का श्रेय किसे जाता है?

सही उत्तर फ्रैंकस्मिथेहै। Key Points • फूलों की घाटी की खोज का श्रेय ब्रिटिश पर्वतारोही फ्रैंकएस स्मिथे, आर एल होलड्सवर्थ और एरिक शिप्टन को जाता है, जो 1931 में माउंट केमेट के एक सफल अभियान के बाद संयोग से इस घाटी में पहुंच गए थे। • स्मिथे ने 1938 में "द वैली ऑफ फ्लावर्स"पुस्तक लिखी। • वैली ऑफ फ्लावर्स समुद्र तल से 3,658 मीटर की ऊंचाई पर भुइंदर घाटी में स्थित है। • वैली ऑफ फ्लावर्स नेशनल पार्क नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व का दूसरा मुख्य क्षेत्र है। • वैली ऑफ फ्लॉवर्स नेशनल पार्क एक भारतीय राष्ट्रीय उद्यान है, जो उत्तराखंड राज्य में उत्तरी चमोली और पिथौरागढ़ में स्थित है, और यह स्थानिक अल्पाइन फूलों और वनस्पतियों की विविधता के लिए जाना जाता है। • फूलों की घाटी को वर्ष 1982 में भारत का राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था और अब यह यूनेस्को काविश्व धरोहर स्थल है। Important Points उत्तराखंड • स्थापना दिवस: 9 नवंबर 2000 (इस तिथि को उत्तर प्रदेश से उत्कीर्ण किया गया और भारत गणराज्य का 27वाँ राज्य बना)। • राजधानी: गेयरसैन (ग्रीष्मकालीन), देहरादून (शीतकालीन)। • मुख्यमंत्री: तीरथ सिंह रावत। • राज्यपाल: बेबी रानी मौर्य। • राज्य पशु: अल्पाइन कस्तूरी मृग। • राज्य पक्षी: हिमालयन मोनाल। • राज्य वृक्ष: बुरहान। • राज्य पुष्प: ब्रह्म कमल। • फूलों की घाटी - उत्तराखंड।

तितली रानी

कहो कहां से आती हो रंग बिरंगे इतने सुंदर पंख कहां से लाती हो नाजुक से इन पंखों पर कोई कैसे रंग लगाता है अपने कूचे से भर भर कर तुमको कौन सजाता है फूल तुम्हें अच्छे लगते हैं तुम उन पर मंडराती हो क्या तुमको कोई भाषा आती क्या उनसे बतियाती हो उपवन बाग बगीचों की भी शोभा तुम्हीं बढ़ाती हो अपनी सखियों संग जब आकर फूलों पर इतराती हो पंख पसारे थिरक थिरक कर तुम जब भी इठलाती हो सच मानो तुम हम बच्चों के मन को बहुत लुभाती हो कोई छूना चाहे तुमको हाथ नहीं तुम आती हो इतनी तुम चंचल फुर्तीली पल भर में उड़ जाती हो फूलों के पंखुड़ियों जैसे पंख तुम्हारे लगते हैं मन को मोह लिए जाते हैं इतने कोमल दिखते हैं जहां न होती है हरियाली वहां नहीं तुम आती हो पौधों से ही जीवन है यह बात हमें सिखलाती हो हम भी अपने आंगन की बगिया में फूल खिलाएंगे तितली रानी अपने घर में तुमको रोज बुलाएंगे। - हम उम्मीद करते हैं कि यह पाठक की स्वरचित रचना है। अपनी रचना भेजने के लिए

भारतीय राजकीय फूलों की सूची: किस राज्य को किस फूल के लिए जाना जाता है

भारतीयराजकीयफूलभारतीयविविधताकोदर्शातेहैंयहांकेप्रत्येकराज्यकाफूलराज्यकेप्रतीककेरूपमेंकार्यकरतेहैं।बतादेंकिभारतमेंप्रत्येकराज्यऔरकेंद्रशासितप्रदेशकाअपनाएकअलगराज्यफूलहैजबकिकमलभारतमेंराष्ट्रीयफूलहै।अक्सरप्रतियोगीपरीक्षामें, छात्रोंकोराज्यकेफूलोंकेनामयाभारतकेराष्ट्रीयफूलकेनामसेसंबंधितकमसेकमएकप्रश्नपूछाहीजाताहै।इसलिएयदिआपकिसीपरीक्षाकीतैयारीकररहेहैं, तोआपकोराजकीयफूलकीसूचीसेअपडेटरहनाआवश्यकहै। पुदुचेरी कैननबॉलफूल भारतीयफूलोंसेसंबंधितप्रश्नोत्तर 1. भारतकाराष्ट्रीयफूलकौनसाहै? भारतकाराष्ट्रीयफूलकमल (नेलुम्बोन्यूसीफेरागर्टन) है।जोकिएकपवित्रफूलमानाजाताहैऔरप्राचीनभारतकीकलाऔरपौराणिककथाओंमेंएकअद्वितीयस्थानरखताहै।कमलकाफूलप्राचीनकालसेहीभारतीयसंस्कृतिमेंशुभकाप्रतीकमानाजाताहै। 2. कमलकाफूलकिनराज्योंकाप्रतीकमानाजाताहै? कर्नाटक, हरियाणाऔरजम्मूकश्मीरकाराजकीयपुष्पकमलहै। 3. भारतकाकौनसाराज्यफूलोंकेलिएप्रसिद्धहै? रोडोडेंड्रोन - हिमाचलप्रदेश/जम्मूऔरकश्मीर जीनसरोडोडेंड्रोनकीप्रजातियांभारतीयहिमालयऔरहिमाचलप्रदेश, नागालैंडऔरजम्मूऔरकश्मीरकेराज्यफूलमेंपाईजातीहैं। 4. भारतकेकिसफूलकोसबसेसुंदरमानाजाताहै? सूरजमुखी भारतमेंसूरजमुखीकोसबसेसुंदरफूलमानाजाताहै।सूरजमुखीकेफूलसभीपीलेफूलोकीप्रजातिमेंसबसेबड़ेहोतेहै।इनफूलोकीचौड़ाईलगभग 7-15 सेंटीमीटरतकहोतीहै।जबइनकाबीचकाभागपूरीतरहसेखुलजाताहै, तोयह 30 सेंटीमीटरसेभीज्यादाचौड़ेहोजातेहै।यहघरोऔरबगीचोंमेंसुंदरताबढ़ानेकेलिएलगाएंजातेहै।बतादेंकिइनफूलोंकोसूर्यकीतरहदिखनेकेलिएजानाजाताहै। 5. भारतमेंकिसफूलकोफूलोंकीरानीकहाजाताहै? गुलाबकेफूल अक्सरकहाजाताहैकिगुलाबकेपौधेकेबिनाएकबगीचाअधूरामानाजाताहै। 6. कौनसाफूलप्रेमकाप्रतीकमानाजाताहै? दुनियाभरमेंलालगुलाबकोप्यारकाप्रतिकमानाजाताहै।लालगुलाबकाइस्ते...

फूलों की घाटी किसे कहते हैं? और कहां स्थित है?

हमारी धरती पर शायद ही कोई ऐसा मनुष्य होगा जिसे फूलों से लगाऊं ना हो, फूल हर किसी को पसंद होते हैं, साथ ही फूलों की खुशबू इतनी मन मोहक होती है कि हर कोई फूलों को पसंद करता है। ऐसे में अगर आपको मौका मिल जाए, की आप कहीं ऐसी जगह घूमने जाएं जहां आपको सिर्फ अपने चारों तरफ तरह-तरह के फूलों के बगीचे दिखाई दे और तरह-तरह की मनमोहक खुशबू आपको सूंघने को मिले। तो मेरे हिसाब से आप में से कोई भी ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जो ऐसी जगह पर घूमना नहीं चाहेगा और आज के इस लेख में हम आपके साथ एक ऐसी ही जगह जिसे “फूलों की घाटी” कहां जाता है, इसके ऊपर विस्तार पूर्वक जानकारी देने जा रहे हैं, अगर आप कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आपको हमारे इस लेख को एक बार अवश्य पढ़ना चाहिए। Table of Contents • • • • • • • • • • • Phoolon ki ghati kise kahate hain | Fulo ki ghati kahan sthit hai फूलों की घाटी किसे कहते हैं: यहां आपकी जानकारी के लिए बता दे, कोई ऐसा खेत, जगह या स्थान जिसके चारों तरफ ऊंचे ऊंचे पहाड़ बने हो और वह जगह पहाड़ों के बीच में स्थित हो उसे हम घाटी कहते हैं और अगर उसी घाटी में फूलों का बगीचा हो तो उसे हम फूलों की घाटी कहेंगे। उम्मीद है अब आपको यह पता चल गया होगा की घाटी किसे कहते हैं और फूलों की घाटी किसे कहते हैं, तो आइए अब जानते हैं “valley of flowers in india” मैं कहां स्थित है। भारत में फूलों की घाटी कहां है: सबसे पहले तो यहां हम आपको बता दें भारत में स्थित फूलों की घाटी को “पुष्पोपत्यका राष्ट्रीय उद्यान” और “फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान” के नाम से जाना जाता है और यह भारत के पश्चिमी हिमालय के सबसे ऊंचे स्थान पर बना हुआ है, जो कि उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है। दोस्तों भारत की इस ...

उत्तराखंड के चमोली जिले में है फूलों की घाटी, यहां लक्ष्मण के लिए संजीवनी लेने आये थे हनुमान

• • Travel • उत्तराखंड के चमोली जिले में है फूलों की घाटी, यहां लक्ष्मण के लिए संजीवनी लेने आये थे हनुमान उत्तराखंड के चमोली जिले में है फूलों की घाटी, यहां लक्ष्मण के लिए संजीवनी लेने आये थे हनुमान उत्तराखंड स्थित फूलों की घाटी बेहद लोकप्रिय है. यहां हर साल लाखों की तादाद में पर्यटक आते हैं और फूलों की घाटी की सुंदरता का लुत्फ उठाते हैं. यह राष्ट्रीय उद्यान सूबे के गढ़वाल क्षेत्र के चमोली जिले में है. इसे विश्व धरोहर भी घोषित किया गया है. उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित फूलों की घाटी उत्तराखंड स्थित फूलों की घाटी बेहद लोकप्रिय है. यहां हर साल लाखों की तादाद में पर्यटक आते हैं और फूलों की घाटी की सुंदरता का लुत्फ उठाते हैं. यह राष्ट्रीय उद्यान सूबे के गढ़वाल क्षेत्र के चमोली जिले में है. इसे विश्व धरोहर भी घोषित किया गया है. पर्यटक यहां कई दिनों का टूर पैकेज लेकर घूमने जाते हैं और कैंप लगाकर रहते हैं. इसके अलावा, यह क्षेत्र ट्रेकिंग के लिए भी मशहूर है. यह घाटी 87.50 किमी वर्ग क्षेत्र में फैली है. यहां आपको फूलों की 500 से ज्यादा प्रजातियां देखने को मिल जाएंगी. हालांकि, फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान के अंदर पर्यटकों को शिविर लगाने की अनुमति नहीं दी जाती है. ऐसे में पर्यटक इस घाटी के निकटतम कैंपिंग साइट पर ही कैंपिंग करते हैं. फूलों की घाटी का नजदीकी कैंपिंग साइट घांघरिया का सुरम्य गांव होगा. जहां शिविर लगाकर पर्यटक कई दिनों तक रहते हैं और फूलों की घाटी के आसपास के पर्यटक स्थलों की भी घुमक्कड़ी करते हैं. इस आर्टिकल में आपको फूलों की घाटी के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है. फूलों की घाटी घूमने का बेस्ट टाइम अगर आप फूलों की घाटी घूमने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको इस...

फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान

अनुक्रम • 1 भौगोलिक स्थिति • 2 इतिहास • 3 भ्रमण का बेहतर माैसम • 4 आवागमन • 5 पायी जाने वाली पुष्प प्रजातियॉं • 6 विभिन्न पुष्प चित्र • 7 सन्दर्भ • 8 बाहरी कड़ियाँ भौगोलिक स्थिति [ ] यह उद्यान 87.50 किमी² क्षेत्र में फैला हुआ है। इतिहास [ ] भ्रमण का बेहतर माैसम [ ] फूलों की घाटी भ्रमण के लिये जुलाई, अगस्त व सितंबर के महीनों को सर्वोत्तम माना जाता है। सितंबर में ब्रह्मकमल खिलते हैं। आवागमन [ ] पष्पोपत्यका की यात्रा पायी जाने वाली पुष्प प्रजातियॉं [ ] नवम्बर से मई माह के मध्य घाटी सामान्यतः हिमाच्छादित रहती है। जुलाई एवं अगस्त माह के दौरान एल्पाइन जड़ी की छाल की पंखुडियों में रंग छिपे रहते हैं। यहाँ सामान्यतः पाये जाने वाले फूलों के पौधों में एनीमोन, जर्मेनियम, मार्श, गेंदा, प्रिभुला, पोटेन्टिला, जिउम, तारक, लिलियम, हिमालयी नीला पोस्त, बछनाग, डेलफिनियम, रानुनकुलस, कोरिडालिस, इन्डुला, सौसुरिया, कम्पानुला, पेडिक्युलरिस, मोरिना, इम्पेटिनस, बिस्टोरटा, लिगुलारिया, अनाफलिस, सैक्सिफागा, लोबिलिया, थर्मोपसिस, ट्रौलियस, एक्युलेगिया, कोडोनोपसिस, डैक्टाइलोरहिज्म, साइप्रिपेडियम, स्ट्राबेरी एवं रोडोडियोड्रान इत्यादि प्रमुख हैं। विभिन्न पुष्प चित्र [ ] • • العربية • অসমীয়া • Azərbaycanca • Basa Bali • Български • भोजपुरी • বাংলা • Català • Deutsch • English • Español • فارسی • Suomi • Français • ગુજરાતી • עברית • Hrvatski • Italiano • ქართული • ಕನ್ನಡ • Lietuvių • मैथिली • മലയാളം • मराठी • नेपाली • Nederlands • ਪੰਜਾਬੀ • Polski • پنجابی • Português • Русский • संस्कृतम् • Српски / srpski • Svenska • தமிழ் • తెలుగు • Українська • اردو • Oʻzbekcha / ўзбекча • Tiếng Việt • მარგალური