प्लेटलेट्स क्यों घटता है

  1. प्लेटलेट काउंट बढ़ाने वाले à¤
  2. एक्सपर्ट से जानें क्या हैं प्लेटलेट्स और इनकी घटती संख्या क्यों होती है नुकसानदेह
  3. Platelet count in hindi : डेंगू बुखार में क्यों कम हो जाता है 'प्लेटलेट्स', जानिए Platelet Count बढ़ाने के नैचुरल तरीके
  4. प्लेटलेट्स (platelets) बढायें
  5. प्लेटलेट क्या खाने से बढ़ता है? – ElegantAnswer.com
  6. ब्लड प्लेटलेट्स क्या हैं जो कम हुए तो बहता खून नहीं रुकता, जान तक का खतरा हो सकता है?
  7. Health and Wellness: शरीर में प्लेटलेट्स क्यों घटती है / जानिए 5 मुख्य घरेलू उपचार


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प्लेटलेट काउंट बढ़ाने वाले à¤

ब्लड विभिन्न प्रकार की सैल्स से बना होता है, जैसे- रेड ब्लड सैल्स (RBC),वाइट ब्लड सैल्स  (WBC), और प्लेटलेट्स / थ्रोम्बोसाइट्स। इनमें से प्लेटलेट्स किसी भी कट या चोट की स्थिति में ब्लड के थक्के(clots) जमने में सक्रिय भूमिका( active role) निभाते हैं और इन्हें ब्लड क्लॉटिंग सैल्स ( blood-clotting cells) भी कहा जाता है। आम तौर पर हमारे शरीर में प्रति माइक्रोलीटर ब्लड में 1.5 लाख से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। कम प्लेटलेट काउंट, 1.5 लाख से कम को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया ( thrombocytopenia) कहा जाता है और 4 लाख से अधिक प्लेटलेट काउंट को थ्रोम्बोसाइटोसिस( thrombocytosis) कहा जाता है। • Total no.of Tests - 82 • Quick Turn Around Time • Reporting as per NABL ISO guidelines वायरल संक्रमण (डेंगू), ल...

एक्सपर्ट से जानें क्या हैं प्लेटलेट्स और इनकी घटती संख्या क्यों होती है नुकसानदेह

एक्सपर्ट से जानें, क्या हैं प्लेटलेट्स और इनकी घटती संख्या क्यों होती है नुकसानदेह जिस तरह कोरोना के उपचार में प्लाज़्मा थेरेपी दी जाती है उसी तरह डेंगू के मरीज़ों को प्लेटलेट्स की ज़रूरत होती है। अकसर लोगों के मन में यह सवाल उठता है कि प्लेटलेट्स क्या हैं और इनकी घटती संख्या क्यों नुकसानदेह होती है? जानने के लिए पढ़ें यह लेख। हर साल बारिशका मौसम खत्म होने के बाद भी वातावरण में नमी बची रहती है, जो मच्छरों के लिए अनुकूल होती है। इसलिए अक्टूबर के महीने में उनकी संख्या तेज़ी से बढऩे लगती है। उनके काटने से होने वाले डेंगू और मलेरिया बुखार की स्थिति में मरीज़ की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर हो जाती है और शरीर में प्लेटलेट्स घटने लगते हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में 5 से 6 लीटर खून होता है, जो मुख्यत: तरल पदार्थ, लाल और सफेद रक्त कोशिकाओं के अलावा कई अन्य तत्वों से मिलकर बना होता है, जिनमें प्लेटलेट्स भी शामिल हैं। रेड ब्लड सेल्स पूरे शरीर मेें ऑक्सीजन को एक से दूसरी जगह ले जाने का काम करती हैं। इससे ही हमारे शरीर को एनर्जी मिलती है। सफेद रक्त कोशिकाएं हमें इन्फेक्शन से लडऩे की ताकत देती हैं। आमतौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति के एक वर्ग मिलीलीटर रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या डेढ़ से चार लाख तक होती है। इनका मुख्य कार्य चोट लगने पर खून के जमने की प्रक्रिया को तेज़ करके ब्लीडिंग को रोकना है। ऐसी स्थिति में हमारे प्लेटलेट्स कॉलेजन नामक द्रव के साथ मिलकर चोट वाली जगह पर एक अस्थायी दीवार का निर्माण करते हैं और रक्तवाहिका नली को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं। दरअसल प्लेटलेट्स बोनमैरो में मौज़ूद कोशिकाओं के काफी छोटे कण होते हैं। ये ब्लड में मौज़ूद खास तरह के हॉर्मोन थ्रोबोपीटिन के कारण विभ...

Platelet count in hindi : डेंगू बुखार में क्यों कम हो जाता है 'प्लेटलेट्स', जानिए Platelet Count बढ़ाने के नैचुरल तरीके

डेंगू बुखार में क्यों कम हो जाता है 'प्लेटलेट्स', जानिए Platelet Count बढ़ाने के आयुर्वेदिक घरेलू उपाय जब डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स (Platelets Count in Dengue Fever) की संख्या तेजी से कम होने लगता है तो इसे एक गम्भीर स्थिति माना जाता है। प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए कुछ प्राकृतिक उपायों के बारे में पढ़ें यहां। Written by |Updated : July 29, 2022 9:07 PM IST • • • • • Platelet count in hindi : शरीर में प्लेटलेट्स काउंट्स व्यक्ति के स्वास्थ्य को गम्भीर तरीके से प्रभावित कर सकते हैं। डेंगू जैसी बीमारियों में जब प्लेटलेट्स काउंट्स गिरने ( decreasing platelet count in hindi) लगते हैं तो यह स्थिति चिंताजनक मानी जाती है। डेंगू बुखार (Dengue Fever) एक मच्छर जनित रोग है जो डेंगू वायरस के कारण होता है। आमतौर पर, वायरस संक्रमण के दो से चौदह दिन बाद डेंगू के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इसमें तेज बुखार, मांसपेशियों दर्द और ऐंठन, सिरदर्द, ज्वाइंट पेन और त्वचा पर चकत्ते पड़ना आदि लक्षण दिखाई देते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, डेंगू होने पर इंसान के शरीर में प्लेटलेट्स कम (Platelets Count in Dengue Fever) होने लगता है। जो कभी-कभी जानलेवा भी हो सकता है। (Hazards of low platelet count in hindi) आपको बता दें कि, भारत समेत दुनियाभर के ज्यादातर देश मच्छर और इससे होने वाली बीमारियों से परेशान हैं। मच्छरजनित बीमारियों (Mosquito Borne Diseases) में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया आदि रोग सबसे आम हैं। मच्छर के काटने से होने वाली ये बीमारियां बेहद खतरनाक और जानलेवा हैं। डेंगू बुखार में क्यों कम हो जाता है प्लेटलेट्स? (Reasons of low platelet count in hindi) जब कोई डेंगू वायरस से संक्रमित मच्छर हमें काटता ...

प्लेटलेट्स (platelets) बढायें

प्लेटलेट्स छोटी प्लेट के आकार की कोशिकीय रचना होती हैं जो रक्त के द्वारा प्रवाहित होती रहती हैं और घाव भरने की प्रक्रिया, रक्त का थक्का जमाने और अन्य आवश्यक शारीरिक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं | थ्रोम्बोसायटोपेनिया (thrombocytopenia) कहलाने वाली इस मेडिकल कंडीशन से पीड़ित लोगों के रक्त में प्लेटलेट्स का लेवल कम हो जाता है जिससे लक्षण उत्पन्न होने लगते हैं जिनकी रेंज दुखदायी से लेकर गंभीर प्रकार तक हो सकती है | इस कंडीशन के उपचार के लिए आहार में बदलाव, दवाएं, सर्जरी या ट्रांसफ्यूजन किये जाते हैं | जब ट्रीटमेंट प्लान के बारे में निर्णय लेना हो तो डॉक्टर की सलाह को महत्व दें, कभी भी मेडिकल परीक्षण के लिए ऑनलाइन सूत्रों को एक विकल्प के रूप में उपयोग नहीं करना चाहिए | अधिक जानकारी के लिए यह लेख पढ़ें | डॉक्टर को दिखाएँ: किसी मेडिकल डिसऑर्डर (जिसमे थ्रोम्बोसायटोपेनिया भी शामिल है) को समझने और उसके उपचार का पहला कदम है-डॉक्टर के पास जाना | इसके अतिरिक्त, अपने रोग का बिलकुल सही डायग्नोसिस पाने के लिए मेडिकल प्रोफेशनल आपकी ज़रूरतों के अनुसार आपके लिए उचित ट्रीटमेंट प्लान का निर्णय लेने में आपकी मदद भी कर सकते हैं | अगर आपके डॉक्टर मानते हैं कि आपकी प्लेटलेट्स का लेवल कम है तो संभवतः वे आपकी प्लेटलेट्स लेवल का पता लगाने के लिए आपका ब्लड टेस्ट और शारीरिक परीक्षण करने की सिफारिश कर सकते हैं | • अगर आपको विश्वास है कि आपका प्लेटलेट काउंट कम है तो इसकी सबसे ज्यादा सलाह दी जाती है कि कोई भी ट्रीटमेंट प्लान अपनाने से पहले आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए | थ्रोम्बोसायटोपेनिया के कुछ लक्षण इस विकार के लिए विशिष्ट नहीं होते | साथ ही, कभी-कभी प्लेटलेट्स का लेवल कम होने पर कोई ...

प्लेटलेट क्या खाने से बढ़ता है? – ElegantAnswer.com

प्लेटलेट क्या खाने से बढ़ता है? इसे सुनेंरोकेंखून में प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए एंटीऑक्सीडेंट और हेमोस्टैटिक गुणों से युक्त चुकंदर बहुत लाभदायक होता है। इसके लिए आप एक गिलास गाजर के रस में दो-तीन चम्मच चुकंदर का रस मिलाकर पिएंगे तो ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ते हैं। इसके अलावा चुकंदर में मौजूद एंटी-ऑक्‍सीडेंट्स शरीर की प्रतिरोधी क्षमता भी बढ़ाते हैं। प्लेटलेट कम क्यों होता है? इसे सुनेंरोकेंसंजीव मिगलानी ने बताया कि प्लेटलेट्स कम होने का मतलब डेंगू होना नहीं होता। प्लेटलेट्स डेंगू के साथ ही वायरल बुखार, मलेरिया, चिकनगुनिया, किडनी और लीवर फेलियर आदि में भी कम हो सकती हैं। • प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए कीवी का सेवन करें। • गाजर का नियमित सेवन करें। • नारियल पानी का सेवन करें। इसमें मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स प्लेटलेट्स बढ़ाने में बेहद मददगार साबित होते हैं। • बकरी का दूध भी प्लेटलेट्स बढ़ाने में बहुत लाभकारी होता है। स्वस्थ मनुष्य में कितनी प्लेट होती है? इसे सुनेंरोकेंस्वस्थ व्यक्ति के शरीर में डेढ़ से चार लाख प्लेटलेट्स होती हैं। किसी कारण से यदि ये 50 हजार से कम हो जाएं तो चिंता की बात नहीं। लेकिन इससे भी कम होने पर रक्तस्त्राव होता है। कैसे खाने से प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए? तेजी से बढ़ाने हैं खून में प्लेटलेट्स तो खाएं ये पांच आहार, इम्यून सिस्टम भी होगा मजबूत • गिलोय – गिलोय का जूस प्‍लेटलेट्स को बढ़ाने का सर्वोत्तम उपाय है। • चुकंदर – चुकंदर प्राकृतिक एंटीऑक्‍सीडेंट और हेमोस्टैटिक गुणों से भरपूर होता है। • पपीता – पपीते के फल और पत्तियां दोनों ही प्‍लेटलेट्स बढ़ाने में मददगार हैं। तो आइए जानते हैं कि बिग कौन से आहार हैं जिनके सेवन से हम प्राकृतिक रूप से अपने खून में ...

ब्लड प्लेटलेट्स क्या हैं जो कम हुए तो बहता खून नहीं रुकता, जान तक का खतरा हो सकता है?

Advertisement कुछ दिन पहले मेरे पास एक दोस्त का फ़ोन आया. काफ़ी परेशान था. उसको अपनी पत्नी को अस्पताल में एडमिट करवाना था. उसके प्लेटलेट्स लाखों से घटकर कुछ हज़ार रह गए थे. आपने प्लेटलेट्स शब्द सुना होगा. इसका ज़िक्र अक्सर डेंगू या मलेरिया के साथ होता है. डेंगू, मलेरिया में प्लेटलेट्स काफ़ी घट जाते हैं और ये जानलेवा हो सकता है. पर मेरे दोस्त के केस में न उसकी पत्नी को डेंगू था न मलेरिया. फैक्ट ये है कि जिंदा और हेल्दी रहने के लिए इंसान के शरीर में डेढ़ लाख से साढ़े चार लाख प्लेटलेट्स होने चाहिए. ऑडनारी सही वजन, ब्लड शुगर, हाजमा के लिए बेहद जरूरी है फाइबर, ऐसे दूर करें कमी डॉक्टर मीत कुमार, अडिशनल डायरेक्टर, हेमाटोलॉजी, फ़ोर्टिस, गुरुग्राम चोट लगने पर हमारा खून बहता है, प्लेटलेट्स शरीर के ऐसे पदार्थ हैं जो बहते हुए खून के प्रवाह को रोकने का काम करते हैं. शरीर में आमतौर पर डेढ़ लाख से साढ़े चार लाख प्लेटलेट्स होते हैं. प्लेटलेट्स कम हो जाने के रिस्क -प्लेटलेट्स कम हो जाने से शरीर में अलग-अलग जगहों से ब्लीडिंग हो सकती है -खून का प्रवाह कम नहीं होता. जैसे ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आना -काला मल होना -लाल पेशाब होना -शरीर पर लाल-काले धब्बे पड़ जाना -प्लेटलेट्स की कमी से ये लक्षण देखने को मिलते हैं प्लेटलेट्स कम हो जाने से शरीर में अलग-अलग जगहों से ब्लीडिंग हो सकती है किन वजहों से प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं? प्लेटलेट्स की कमी आमतौर पर दो कारणों से होती है. पहला. प्लेटलेट्स बन नहीं रहे. यानी जहां प्लेटलेट्स बनते हैं बोन मैरो में वहां ये बन नहीं पा रहे. दूसरा. शरीर में प्लेटलेट्स सामान्य रूप से बन रहे हैं पर ये प्लेटलेट्स टूट रहे हैं. प्लेटलेट्स टूटने का सबसे आम कारण है ITP ( इम्यून थ्रोम्बो...

Health and Wellness: शरीर में प्लेटलेट्स क्यों घटती है / जानिए 5 मुख्य घरेलू उपचार

जैसा की हम सब जानते है की हमारे शरीर में रक्त (खून) कितना आवश्यक है। तो आज हम रक्त के एक महत्वपर्ण हिस्से के बारे में बात करेंगे जिसको प्लेटलेट्स कहते है। शरीर में खून (ब्लड) 4 चीजों से मिलकर बना होता है। उसमे (RBC) यानी रेड ब्लड सेल, (WBC) यानी व्हाइट ब्लड सेल, प्लेटलेट्स (Platelets) और प्लास्मा (Plasma). तो आज हम प्लेटलेट्स के बारे में बात करेंगे। शरीर में अगर प्लेटलेट्स काउंट 150000-400000 के बीच में है तो यह नॉर्मल कहा जायेगा है। लेकिन इससे कम होने पर प्लेटलेट्स काउंट घटता है। तो आइए जानते है प्लेटलेट्स काउंट पर सटीक जानकारी हमारे इस मुख्य ब्लॉग में।