Pushya nakshatra 2023 in hindi

  1. पुष्य नक्षत्र नक्षत्र 2023
  2. Guru Pushya Yoga 2023: Date, time, significance and other details here
  3. पुष्य नक्षत्र 2023 भविष्यफल
  4. Pushya Nakshatra 2023 Dates And Time Buy Gold Bike Car And Property Auspicious Time Guru Pushya
  5. Guru Pushya Yog 2023:25 मई को बनेगा गुरु पुष्य योग, इन 4 राशि वालों के लिए अच्छे संकेत
  6. 2023 पुष्य नक्षत्र के दिन
  7. Ravi Pushya: 5 फरवरी को रवि पुष्य योग में करें ये काम, मिलेगा गढ़ा खजाना
  8. 20 June 2023 Tithi – Panchang – Hindu Calendar – Good Time – Nakshatra – Rashi


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पुष्य नक्षत्र नक्षत्र 2023

पुष्य नक्षत्र - दैवीय क्षमता का पोषण अंग्रेजी में नक्षत्र का अनुवाद 'चंद्र हवेली' होता है। यह 2 हिंदी शब्दों के मेल से बना है- नक्ष, जिसका अर्थ है नक्शा और तारा का अर्थ है तारा। तो फिर क्या है पुष्य नक्षत्र ? नक्षत्र शब्द 'तारे के मानचित्र' का अर्थ बनाता है। सरल शब्दों में कहें तो ये तारों का नक्शा हैं। हिन्दू ज्योतिष में कुल 27 नक्षत्र होते हैं। पुष्य इनमें से आठवें स्थान पर आता है। पुष्य एक संस्कृत शब्द है; अंग्रेजी में, इसका अर्थ है 'द नूरिशर'। इसलिए, पुष्य नक्षत्र का अंग्रेजी में अर्थ शाब्दिक रूप से 'द नॉरिशिंग लूनर मेंशन' या 'द नॉरिशिंग कांस्टेलेशन' होता है। पुष्य नक्षत्र के जातक 93°20′ से 106°40′ के बीच ज्योतिषीय सीमा के साथ कर्क राशि के हैं। जैसा कि नाम से पता चलता है, इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला (pushya nakshatra mai janme log) विशाल हृदय वाला और मदद करने वाला स्वभाव लका होगा। इसके अलावा, वे जीवन में अविश्वसनीय खुशियों और सफलता का अनुभव करेंगे। इस नक्षत्र के जातक भाग्यशाली माने जाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि देवी लक्ष्मी पुष्य नक्षत्र में पैदा हुए देवताओं में से एक हैं। सत्तारूढ़ ग्रहों के रूप में शनि और बृहस्पति का होना जातक के पक्ष में होता है। पुष्य नक्षत्र, इसकी शुभ तिथियों, विशेषता, करियर और प्रेम जीवन के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए इस ब्लॉग को पढ़ें। साथ ही पुष्य नक्षत्र की पूरी जानकारी प्राप्त करें हिंदी में (pushya nakshatra in hindi)। ज्योतिषी के साथ चैट करें ज्योतिषी से बात करें पुष्य नक्षत्र से जुड़ी पौराणिक कथाएं बृहस्पति देवों के गुरु के रूप में जाने जाते हैं। गुरु के रूप में उनकी उपाधि के कारण, बहुत सारे देवता अपनी समस्याओं के बारे में उनस...

Guru Pushya Yoga 2023: Date, time, significance and other details here

Guru Pushya Yoga 2023: Date, time, significance and other details here There will be a conjunction of the Moon and Jupiter when Pushya Nakshatra occurs in the Cancer sign. It is said that this conjunction of two planets is the most auspicious. Therefore, significant events are planned during Guru Pushya yoga. • • • • • Guru Pushya Yoga 2023: The planet Saturn is regarded as the ruler of the Pushya Nakshatra, one of the 27 Nakshatras. There will be a conjunction of the Moon and Jupiter when Pushya Nakshatra occurs in the Cancer sign. It is said that this conjunction of two planets is the most auspicious. Therefore, significant events are planned during Guru Pushya yoga. Purchasing gold is of utmost importance during Guru Pushya Yoga. People believe that this is the ideal time to invest in gold. Some of them also think of using this yoga to launch new businesses. This beneficial yoga typically occurs twice or even three times a year. This day is observed as Guru Pushya Nakshatra. Guru Pushya Yoga is supposed to arise when the Pushya Nakshatra occurs on a Thursday. And as a result, this day is regarded as being particularly lucky. Hindus pay homage to the goddess Lakshmi and seek her divine blessings. Some people think that Amrut yoga is also formed on that day. Guru Pushya Yoga 2023: Day and time The guru pushya yoga 2023 has already started today, April 27 from 7 AM IST and will end tomorrow, April 28 at 5.06 AM IST. Earlier guru pushya yoga was observed on March 30, 2023, ...

पुष्य नक्षत्र 2023 भविष्यफल

पुष्य राशि चक्र का आठवां नक्षत्र है। संस्कृत में पुष्य का अर्थ होता है पालन करने वाला। यह स्टार सार को हर तरह से व्यक्त करता है। यह मूल निवासियों को अधिक शक्ति देता है। तारे का प्रतिनिधित्व गाय के थन द्वारा किया जाता है जिसका अर्थ है पोषक। इस प्रकार मूल निवासी देखभाल करने वाले, पोषण करने वाले और दूसरों की मदद करने वाले होंगे। तारे पर दो दिग्गजों, बृहस्पति और शनि का शासन है, जिन्हें क्रमशः विस्तार के ग्रह और कर्म के ग्रह के रूप में जाना जाता है। पुष्य के लक्षण पुष्य नक्षत्र में पुरुष कमजोर होता है और इसलिए वह सही समय पर सही निर्णय नहीं ले पाता है। वह स्वार्थी है और अच्छे दोस्त नहीं बनाएगा। इस नक्षत्र की स्त्री अपने जीवनकाल में मानसिक शांति का अनुभव नहीं कर सकती है। वह बहुत ही आकर्षक और शांत स्वभाव की है लेकिन उम्मीद के मुताबिक बड़ों का सम्मान नहीं करेगी। पुष्य नक्षत्र 2023 भविष्यफल: करियर साल की शुरुआत सकारात्मक नोट के साथ हो सकती है। वर्ष की पहली तिमाही के दौरान कुछ दबाव की स्थितियों से निपटने के लिए आपके पास बेहतर ग्रहों का समर्थन हो सकता है। आपका भरोसेमंद व्यवहार भी आपको कुछ लंबित मुद्दों को हल करने में सक्षम बना सकता है और जैसे-जैसे वर्ष आगे बढ़ेगा काम करने में आसानी होगी। व्यवसायी अप्रैल और मई 2023 के महीने के आसपास बिक्री को बढ़ावा देने के लिए नए क्षेत्रों का पता लगाने के कुछ अच्छे अवसरों की उम्मीद कर सकते हैं। सितंबर 2023 के मध्य से इस वर्ष के अंत तक की अवधि उत्साहजनक अवसर पेश करती रहेगी। क्या आपको पुष्य नक्षत्र करियर और व्यवसाय के उत्तर जानने की आवश्यकता है और इसमें वास्तविक सफलता कैसे प्राप्त करें? पुष्य नक्षत्र 2023 भविष्यफल: वित्त पुष्य नक्षत्र फाइनेंस का कहना है...

Pushya Nakshatra 2023 Dates And Time Buy Gold Bike Car And Property Auspicious Time Guru Pushya

Guru Pushya Nakshatra 2023: गोल्ड, बाइक, कार और प्रॉपर्टी खरीदने के साथ इन शुभ कार्यों को करने का जानें शुभ मुहूर्त Guru Pushya Nakshatra 2023: नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र राजा माने जाते हैं. मई के अंत में गुरु पुष्य योग का संयोग भी बन रहा है. आइए जानते हैं गुरु पुष्य योग की डेट, इसमें किन चीजों की खरीदारी करें. Guru Pushya Nakshatra 2023:शास्त्रों के अनुसार व्रतों में एकादशी और नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र राजा माने जाते हैं. गुरु, नक्षत्र स्वामी- शनि, आराध्य वृक्ष- पीपल, नक्षत्र प्राणी- बकरी तथा तत्व अग्नि हैं. ज्योतिष के अनुसार देवगुरु बृहस्पति का पुष्य नक्षत्र में आने से यह समय अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है. पुष्य नक्षत्र का संयोग जिस वार के साथ होता है, इसे उसी वार के नाम से जाना जाता है. इनमें सबसे अधिक शुभ रवि पुष्य, शनि पुष्य और गुरु पुष्य नक्षत्र को माना जाता है. मई के अंत में गुरु पुष्य योग का संयोग भी बन रहा है. आइए जानते हैं गुरु पुष्य योग की डेट, इसमें किन चीजों की खरीदारी करें. पुष्य नक्षत्र महत्व (Pushya Nakshatra Significance) पौराणिक ग्रंथों में पुष्य नक्षत्र का अर्थ है पोषण करने वाला और ऊर्जा, शक्ति प्रदान करने वाला बताया गया है. पुष्य नक्षत्र में किए गए शुभ कार्य, नई चीजों की खरीदारी लंबे समय तक लाभ पहुंचाती है. गुरु पुष्य नक्षत्र 2023 डेट (Guru Pushya Nakshatra 2023 Date) पुष्य नक्षत्र का शुभ योग हर महीने में बनता है. 25 मई 2023, गुरुवार को पुष्य नक्षत्र का संयोग बन रहा है. इस दिन गुरुवार होने से ये गुरु पुष्य योग कहलाएगा. गुरु पुष्य नक्षत्र की शुरुआत 24 मई 2023 को दोपहर 03 बजकर 06 मिनट पर आरंभ होगा और इसकी समाप्ति 25 मई 2023 को शाम 05 बजकर 54 मिनट पर ह...

Guru Pushya Yog 2023:25 मई को बनेगा गुरु पुष्य योग, इन 4 राशि वालों के लिए अच्छे संकेत

Guru Pushya Yog 2023: 25 मई को गुरु-पुष्य योग का बहुत ही शुभ संयोग बनने वाला है। वैदिक ज्योतिष में गुरु-पुष्य योग को बहुत ही शुभ माना गया है। गुरु-पुष्य योग में शुभ कार्यों और शुभ खरीदारी करना बहुत ही शुभ माना जाता है। पुष्य नक्षत्र सभी 27 नक्षत्रों में सबसे अच्छा नक्षत्र माना जाता है। इस कारण से सभी नक्षत्रों का इसे राजा कहा जाता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं के अनुसार इस इस नक्षत्र में किया जाने वाला कार्यों में सफलता जरूर मिलती है। जब भी गुरुवार के दिन पुष्य नक्षत्र पड़ता है इस संयोग को गुरु-पुष्य योग कहा जाता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सालभर में गुरु-पुष्य योग दो से तीन बार ही बनता है। जब जब गुरु-पुष्य नक्षत्र का संयोग बनता है तो कुछ राशि के जातकों के ऊपर इसका बहुत ही शुभ प्रभाव देखने को मिलता है। आइए जानते हैं 25 मई को बनने वाला गुरु-पुष्य योग किन-किन राशियों को लाभ दिलाने वाला है। गुरु-पुष्य योग 2023 हिंदू पंचांग के अनुसार गुरु-पुष्य योग 25 मई को सूर्योदय के समय से लेकर शाम 05 बजकर 54 मिनट तक है। इस दिन शाम को 05:54 बजे के बाद से अश्लेषा नक्षत्र प्रारंभ है। ऐसे में 25 मई को सुबह से लेकर शाम 05:54 बजे तक शुभ वस्तुओं की खरीदारी कर सकते हैं। गुरु पुष्य योग से इन राशि वालों की बदलेगा भाग्य वृषभ राशि इस राशि के स्वामी ग्रह शुक्र ग्रह होते हैं और ज्योतिष में शुक्र ग्रह को सुख, वैभव और ऐशोआराम का कारक ग्रह होता है। 25 मई को गुरु-पुष्य योग बनने से वृषभ राशि के लोगों का बहुत ही अच्छा फायदा मिलने जा रहा है। इस योग से नौकरीपेशा जातकों को नई नौकरी की खोज पूरी होगी। आपको अच्छी जगह पर नौकरी के प्रस्ताव मिल सकते हैं। वहीं जो लोग बिजनेस करते हैं उनके लिए इस योग से ...

2023 पुष्य नक्षत्र के दिन

पुष्य नक्षत्र पुष्य को अधिकांश शुभ कार्यों के लिये श्रेष्ठ माना जाता है। इसीलिये यह शुभ मुहूर्त में स्वीकृत है। यह पृष्ठ वर्ष 2023 में पुष्य नक्षत्र के सभी दिनों को प्रारम्भ और अन्त समय के साथ सूचीबद्ध करता है। पुष्य नक्षत्र के निम्नलिखित गुण हैं - • स्वामी : बृहस्पति • स्वभाव : क्षिप्र और लघु • आकृति : तीर • मुख स्थिति : उर्ध्व मुख • दृष्टि : अन्धाक्ष • तारा संख्या : 3 टिप्पणी: सभी समय १२-घण्टा प्रारूप में Johannesburg, दक्षिण अफ्रीका के स्थानीय समय और डी.एस.टी समायोजित (यदि मान्य है) के साथ दर्शाये गए हैं। आधी रात के बाद के समय जो आगामि दिन के समय को दर्शाते हैं, आगामि दिन से प्रत्यय कर दर्शाये गए हैं। पञ्चाङ्ग में दिन सूर्योदय से शुरू होता है और पूर्व दिन सूर्योदय के साथ ही समाप्त हो जाता है।

Ravi Pushya: 5 फरवरी को रवि पुष्य योग में करें ये काम, मिलेगा गढ़ा खजाना

Ravi Pushya: ज्योतिष में खरीदारी के लिए रवि पुष्य योग को सर्वाधिक शुभ नक्षत्र माना गया है। यह नक्षत्र न केवल खरीदारी वरन समस्त धार्मिक कार्यों के लिए ही शुभ बताया गया है। इस मुहूर्त में शुरू किए गए कार्यों में सफलता सुनिश्चित कही जाती है। जानिए रवि पुष्य योग के बारे में क्या है रवि पुष्य योग यह भी पढ़ें: इस वर्ष कब-कब है पुष्य नक्षत्र (Ravi Pushya Nakshatra 2023) पंचांग की गणना के अनुसार वर्ष 2023 में कुल 2 बार गुरु पुष्य तथा 5 बार रवि पुष्य योग बन रहे हैं। इस वर्ष रवि पुष्य योग 8 जनवरी, 5 फरवरी, 10 सितंबर, 8 अक्टूबर और 5 नवंबर को आएगा। इसी प्रकार 27 अप्रैल और 25 मई को गुरु पुष्य योग बनेगा। इन योगों में सभी तरह के शुभ व धार्मिक-मांगलिक कार्य किए जा सकेंगे। यह भी पढ़ें: 5 फरवरी को आएगा रवि पुष्य योग वर्ष 2023 का पहला रवि पुष्य योग 8 जनवरी को जा चुका है। दूसरा संयोग 5 फरवरी को आ रहा है। इस दिन आप कोई नया कार्य या प्रोजेक्ट भी स्टार्ट कर सकते हैं। आप नई जॉब भी ज्वॉइन करक सकते हैं। हालांकि इस दिन सोना, चांदी, ज्वैलरी या प्रॉपर्टी खरीदने को विशेष शुभ माना गया है।

20 June 2023 Tithi – Panchang – Hindu Calendar – Good Time – Nakshatra – Rashi

Tithi in Panchang – Hindu Calendar on Tuesday, 20 June 2023 – It is Shukla Paksha Dwitiya tithi or the second day during waxing or light phase of moon in Hindu calendar and Panchang in most regions. It is Shukla Paksha Dwitiya tithi or the second day during waxing or light phase of moon till 11:14 AM on June 20. Then onward it is Shukla Paksha Tritiya tithi or the third day during waxing or light phase of moon till 12:59 PM on June 21. (Time applicable in all north, south and eastern parts of India. All time based on India Standard Time.) Good – Auspicious time on June 20, 2023 as per Hindu Calendar – Good and auspicious time on the entire day. Nakshatra– Punarvasu or Punartham or Punarpoosam nakshatra till 9:31 PM on June 20. Then onward it is Poosam or Pushya or Pooyam nakshatra till 11:59 PM on June 21. (Time applicable in north, south and eastern parts of India). In western parts of India (Maharashtra, Gujarat, Goa, north Karnataka and south Rajasthan), Punarvasu or Punartham nakshatra till 10:37 PM on June 20. Then onward it is Poosam or Pushya or Pooyam nakshatra on the entire day on June 21 and till 1:21 AM on June 22. Rashi or Moon Sign– Mithuna Rashi till 2:58 PM on June 20. Then onward it is Karka Rashi till 2:36 AM on June 23. (Time applicable in all north, south and eastern parts of India.) In western parts of India (Maharashtra, Gujarat, Goa and south Rajasthan), Mithuna Rashi till 3:58 PM on June 20. Then onward it is Karka Rashi till 4:18 AM on June 23. Fest...