राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023

  1. Rajasthan Assembly Elections 2023: If the trend continues half the ministers of the Gehlot government are at risk of defeat in the elections
  2. Rajasthan Assembly Election 2023 113 Mla Going To Mumbai Ann
  3. Rajasthan Assembly Election 2023 7 New Sports Academy And Excellence Centers To Be Open With 19 New Posts
  4. Rajasthan Assembly Election 2023 BJP Wins Mewar Seat From 20 Years Congress Strategy To Win Chunav ANN
  5. Rajasthan Assembly Elections 2023: Vasundhara Raje indicated to contest from Jhalarapatan itself
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  7. Rajasthan Assembly Election 2023 7 New Sports Academy And Excellence Centers To Be Open With 19 New Posts
  8. Rajasthan Assembly Elections 2023: Vasundhara Raje indicated to contest from Jhalarapatan itself
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  10. Rajasthan Assembly Election 2023 113 Mla Going To Mumbai Ann


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Rajasthan Assembly Elections 2023: If the trend continues half the ministers of the Gehlot government are at risk of defeat in the elections

राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंत में है। प्रदेश में हर पांच साल बाद सरकार बदलने की रवायत रही है। ट्रेंड बरकरार रहा को सीएम गहलोत के आधे से ज्यादा मंत्रियों पर हार का खतरा है।कांग्रेस के रणनीतिकार ट्रेंड तोड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। 'नो रिपीट फॉर्मूला' यानी पुराने चेहरों की जगह नए चेहरों को चुनाव लड़ाने का दांव पार्टी चल सकती है। प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अलग-अलग नेताओं के साथ बैठक लेकर फीडबैक लिया है। रंधावा ने संकेत दिया कि हारने वालों को टिकट नहीं दिया जाएगा। पार्टी अपने स्तर पर सर्वे करा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि गहलोत के 10-15 मंत्री सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रहे हैं। ऐसे में पार्टी 'नो रिपीट फॉर्मूला' अपना सकती है। हालांकि, इसस निर्णय पार्टी के सामने बगावत का खतरा है। हर पांच साल बाद सरकार बदलने की रवायत राजस्थान मेंमंत्रियों का चुनाव हारना पुराना ट्रेंड रहा है। वर्ष 2013 के चुनावों में सत्ताविरोधी लहर और मोदी फैक्टर के चलते कांग्रेस की करारी हार हुई थी। तब पार्टी के केवल 21 विधायक ही चुनाव जीते थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और तत्कालीन आपदा राहत मंत्री बृजेंद्र ओला को छोड़ गहलोत के सभी मंत्री चुनाव हार गए थे। 2013 के चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक 163 सीटें जीतीं थीं। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के मंत्रियों को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ा। वसुंधरा राजे सरकार के 22 मंत्री चुनाव हार गए थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके 7 मंत्री ही फिर से चुनाव जीत पाए थे। साल 2003 और 2008 के विधानसभा चुनाव में भी मंत्रियों के हारने का यही ट्रेंड रहा है। 60 फीसदी से ज्यादा विधायक भी चुनाव हार जाते हैं। हालांकि, सीिएम अ...

Rajasthan Assembly Election 2023 113 Mla Going To Mumbai Ann

Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान में विधान सभा चुनाव से पहले कुल 113 विधायक मुंबई जा रहे है. इसके लिए विधिवत रजिस्ट्रेशन कराया गया है. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी (cp joshi ) 15 से 17 जून तक मुम्‍बई में आयोजित हो रहे राष्‍ट्रीय विधायक सम्‍मेलन में भाग लेने के लिए आज रवाना होंगे. इनके साथ विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा भी मुम्‍बई जा रहे है. जानकारी के अनुसार विधायकों के इस तीन दिवसीय सम्‍मेलन में 80 से अधिक विषयगत सत्रों का आयोजन होगा. इस सम्‍मेलन में लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला (om birla kota), लोकसभा की पूर्व अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन (sumitra mahajan), डॉ. मीरा कुमार (meera kumari), डॉ. मनोहर जोशी (manohar joshi) और शिवराज पाटील (Shivraj Patil) मौजूद रहेंगे. इसमें राजस्थान के विधायक को शामिल किया जा है. पहली बार ऐसा हो रहा है राजस्थान से इतनी बड़ी संख्या में कहीं भी पहली बार विधायक जा रहे है. विधान सभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने बताया कि सभी राज्‍यों के विधायकों का सम्‍मेलन पहली बार हो रहा है. इस सम्‍मेलन में दो हजार से अधिक विधायक शामिल होंगे. इसमें विधानसभाओं की परम्‍पराओं, नियम प्रक्रियाओं के अलावा जनहित से जुडे मुद्दों पर विभिन्न सत्रों का आयोजन भी होगा. इसमें भाग लेने के लिए राजस्‍थान से 113 विधायकों ने पंजीकरण कराया है. सम्‍मेलन में देश के विभिन्‍न राज्‍यों के विधायक लोकतंत्र को मजबूत बनाने और सुशासन के मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। Rajasthan News: बीजेपी के महा जनघेराव में सीपी जोशी के गनमैन की पिस्टल चोरी, इस तरह चोर को खोज रही है जयपुर पुलिस यह है उद्देश्य इस सम्मेलन का उद्देश्य बहुत क्लीयर है. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधायी प्रतिनिध...

Rajasthan Assembly Election 2023 7 New Sports Academy And Excellence Centers To Be Open With 19 New Posts

Rajasthan Election 2023: चुनाव से पहले युवाओं पर फोकस, 7 जिलों के खिलाड़ियों के लिए बड़ी खुशखबरी, 19 नए पदों को मिली मंजूरी Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सरकार की नजर हर जगह है. अब युवाओं को साधने के लिए खेल अकादमी खोलने की घोषणा की गई है. साथ ही एक्सीलेंस सेंटर में 19 पद सृजित किए गए हैं. Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सरकार अब युवाओं को साधने के लिए खेल पर फोकस कर रही है. इतना ही नहीं, सरकार खेल अकादमी खोलने जा रही है. ये वो जिले हैं जहां पर खेल को लेकर ज्यादा रुझान युवाओं में देखा जा जाता है. सरकार का कहना है कि खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश में विभिन्न खेल अकादमियां स्थापित की जा रही हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के 7 जिलों में खेल अकादमियों के लिए 14.25 करोड़ रुपये की वित्तीय मंजूरी दी है. इसके लिए काम भी जल्द शुरू हो सकता है. सीकर, बीकानेर, भीलवाड़ा इन जिलों में कांग्रेस की बड़ी नजर है. इसीलिए यहाँ पर सरकार पूरी तरह फोकस है. इन जिलों में खुलेंगी अकादमी सीकर के कोलिड़ा और बांसवाड़ा में फुटबॉल अकादमी, बीकानेर में साइकिलिंग अकादमी, भीलवाड़ा में कुश्ती अकादमी, राजगढ़ (चूरू) में एथलेक्टिस अकादमी और बाड़मेर व सीकर में बास्केटबॉल अकादमी की स्थापना की जाएंगी. इन अकादमियों का निर्माण 2-2 करोड़ रुपये की लागत से होगा. डीडवाना (नागौर) में कबड्डी अकादमी का निर्माण 25 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा. मुख्यमंत्री के इस निर्णय से स्थानीय स्तर पर ही युवाओं को खेलों में भाग लेने के अवसर मिलेंगे. एक्सीलेंस सेंटर में 19 पद सृजित सिरोही के अंजीर उत्कृष्टता केंद्र, दौसा के पपीता उत्कृष्टता केंद्र (एक्सीलेंस सेंटर) तथा...

Rajasthan Assembly Election 2023 BJP Wins Mewar Seat From 20 Years Congress Strategy To Win Chunav ANN

Rajasthan Election 2023: 20 साल से BJP का राज, तीन साल से कांग्रेस के पास अध्यक्ष ही नहीं, कैसे फतह होगा मेवाड़? Rajasthan Election 2023: 'जिसने मेवाड़ जीता, सरकार उसकी बनी'. हालांकि, यह मिथक पिछले चुनाव में टूटा था. उदयपुर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष(कांग्रेस) कहते हैं कि चुनाव आ रहे हैं और संगठन निष्क्रिय पड़ा है. Rajasthan Politics: राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव हैं, जिसमें अब लगभग 9 महीने बचे हैं. बीजेपी अपनी सरकार लाने की तैयारी में जुटी है और कांग्रेस सरकार रिपीट करने की. इसी को लेकर कांग्रेस में नियुक्तियों का दौर चल रहा है. ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर जिलाध्यक्ष तक की नियुक्तियां हो रही है. इसमें राजनीतिक दृष्टि से राजस्थान में महत्वपूर्ण माने जाने वाले मेवाड़ की बात करे तो यहां 20 साल से बीजेपी का राज है और यहां पिछले करीब 3 साल से कांग्रेस के पास ना तो शहर अध्यक्ष है और ना ही देहात (ग्रामीण) अध्यक्ष. अब सवाल ये है कि मेवाड़ का किला कैसे फतह होगा? इस पर कांग्रेस के पदाधिकारियों से बात की तो वह भी कहीं ना कहीं नेतृत्व की कमी के कारण परेशान नजर आए. हर तरफ बीजेपी का ही राज, जानें कैसे कहते हैं कि जिसने मेवाड़ जीता, सरकार उसकी बनी. हालांकि यह मिथक पिछले विधानसभा चुनाव में टूटा था, जिसमें मेवाड़ में पिछड़ने के बाद भी कांग्रेस की सरकार बनी थी. लेकिन बीजेपी के आकड़ों पर नजर डालें, तो हर तरफ बीजेपी ही है. जैसे मेवाड़ की मुख्य विधानसभा सीट उदयपुर शहर पर साल 2003 विधानसभा चुनाव से, यानी पिछले 20 वर्षों से बीजेपी का राज है. यही नहीं, उदयपुर जिले की 8 विधानसभा सीटों में से 6 पर बीजेपी का कब्जा है. इस सीट पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया विधायक हैं और वह विधानसभा नेता प्रतिपक्ष भ...

Rajasthan Assembly Elections 2023: Vasundhara Raje indicated to contest from Jhalarapatan itself

राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंत में है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने संकेत दिए है कि वह इस बार भी झालावाड़ जिले की झालारापाटन विधानसभा सीटसे ही चुनाव लड़ेंगी। वसुंधरा राजे ने 1 मई को अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया। वसुंधरा राजे ने 2018 में में झालारापाटन से बंपरजीत हासिल की थी। राजस्थान की सबसे हाई प्रोफाइल सीट झालड़ापाटन पर सबकी निगाहें टिकी थीं, जहां से वसुंधरा राजे और कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह के बीच मुकाबला था। वसुंधरा राजे ने पूर्व विदेश मंत्री जसंवत सिंह के बेटेमानवेंद्र सिंह को 33 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। हालांकि, वसुंधरा राजे की पार्टी बीजेपी को विधानसभा चुनाव मेंकरारी हार का सामना करना पड़ा था। हाड़ौती भाजपा का गढ़ हाड़ौती भाजपा का परंपरागत गढ़ माना जाता है। 2018 के विधानसभा चुनाव में झालावाड़ जिले की चारों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस कोहार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले 2013 के चुनाव में भी हाड़ौती अंचल के कोटा, बूंदी, झालावाड़ और बांरा की 17 सीटों में से कांग्रेस को मात्र एक सीट पर जीत हासिल हुई थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है 2023 के विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच होगा। लेकिन इस बार राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का असर दिखाई दे सकता है। भारत जोड़ो यात्रा ने मध्यप्रदेश से वसुंधरा राजे के गढ़ झालावाड़ से ही राजस्थान में एंट्री ली थी। यात्रा में जबर्दस्त भीड़ उमड़ी थी। देखना होगा कि यह भीड़ वोट में बदलती है या नहीं। इस बार वसुंधरा राजे और कांग्रेस के उम्मीदवार के बीच कड़ा मुकाबला होने के आसार दिखाई दे रहे हैं। वसुंधरा राजे को वोटर्स पर भरोसा पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के झालावाड़ की जनता पर भरोसा रहा है। झालावाड...

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Rajasthan Election 2023: 20 साल से BJP का राज, तीन साल से कांग्रेस के पास अध्यक्ष ही नहीं, कैसे फतह होगा मेवाड़? Rajasthan Election 2023: 'जिसने मेवाड़ जीता, सरकार उसकी बनी'. हालांकि, यह मिथक पिछले चुनाव में टूटा था. उदयपुर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष(कांग्रेस) कहते हैं कि चुनाव आ रहे हैं और संगठन निष्क्रिय पड़ा है. Rajasthan Politics: राजस्थान में इसी साल विधानसभा चुनाव हैं, जिसमें अब लगभग 9 महीने बचे हैं. बीजेपी अपनी सरकार लाने की तैयारी में जुटी है और कांग्रेस सरकार रिपीट करने की. इसी को लेकर कांग्रेस में नियुक्तियों का दौर चल रहा है. ब्लॉक अध्यक्ष से लेकर जिलाध्यक्ष तक की नियुक्तियां हो रही है. इसमें राजनीतिक दृष्टि से राजस्थान में महत्वपूर्ण माने जाने वाले मेवाड़ की बात करे तो यहां 20 साल से बीजेपी का राज है और यहां पिछले करीब 3 साल से कांग्रेस के पास ना तो शहर अध्यक्ष है और ना ही देहात (ग्रामीण) अध्यक्ष. अब सवाल ये है कि मेवाड़ का किला कैसे फतह होगा? इस पर कांग्रेस के पदाधिकारियों से बात की तो वह भी कहीं ना कहीं नेतृत्व की कमी के कारण परेशान नजर आए. हर तरफ बीजेपी का ही राज, जानें कैसे कहते हैं कि जिसने मेवाड़ जीता, सरकार उसकी बनी. हालांकि यह मिथक पिछले विधानसभा चुनाव में टूटा था, जिसमें मेवाड़ में पिछड़ने के बाद भी कांग्रेस की सरकार बनी थी. लेकिन बीजेपी के आकड़ों पर नजर डालें, तो हर तरफ बीजेपी ही है. जैसे मेवाड़ की मुख्य विधानसभा सीट उदयपुर शहर पर साल 2003 विधानसभा चुनाव से, यानी पिछले 20 वर्षों से बीजेपी का राज है. यही नहीं, उदयपुर जिले की 8 विधानसभा सीटों में से 6 पर बीजेपी का कब्जा है. इस सीट पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया विधायक हैं और वह विधानसभा नेता प्रतिपक्ष भ...

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Rajasthan Election 2023: चुनाव से पहले युवाओं पर फोकस, 7 जिलों के खिलाड़ियों के लिए बड़ी खुशखबरी, 19 नए पदों को मिली मंजूरी Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सरकार की नजर हर जगह है. अब युवाओं को साधने के लिए खेल अकादमी खोलने की घोषणा की गई है. साथ ही एक्सीलेंस सेंटर में 19 पद सृजित किए गए हैं. Rajasthan Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले सरकार अब युवाओं को साधने के लिए खेल पर फोकस कर रही है. इतना ही नहीं, सरकार खेल अकादमी खोलने जा रही है. ये वो जिले हैं जहां पर खेल को लेकर ज्यादा रुझान युवाओं में देखा जा जाता है. सरकार का कहना है कि खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रदेश में विभिन्न खेल अकादमियां स्थापित की जा रही हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के 7 जिलों में खेल अकादमियों के लिए 14.25 करोड़ रुपये की वित्तीय मंजूरी दी है. इसके लिए काम भी जल्द शुरू हो सकता है. सीकर, बीकानेर, भीलवाड़ा इन जिलों में कांग्रेस की बड़ी नजर है. इसीलिए यहाँ पर सरकार पूरी तरह फोकस है. इन जिलों में खुलेंगी अकादमी सीकर के कोलिड़ा और बांसवाड़ा में फुटबॉल अकादमी, बीकानेर में साइकिलिंग अकादमी, भीलवाड़ा में कुश्ती अकादमी, राजगढ़ (चूरू) में एथलेक्टिस अकादमी और बाड़मेर व सीकर में बास्केटबॉल अकादमी की स्थापना की जाएंगी. इन अकादमियों का निर्माण 2-2 करोड़ रुपये की लागत से होगा. डीडवाना (नागौर) में कबड्डी अकादमी का निर्माण 25 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा. मुख्यमंत्री के इस निर्णय से स्थानीय स्तर पर ही युवाओं को खेलों में भाग लेने के अवसर मिलेंगे. एक्सीलेंस सेंटर में 19 पद सृजित सिरोही के अंजीर उत्कृष्टता केंद्र, दौसा के पपीता उत्कृष्टता केंद्र (एक्सीलेंस सेंटर) तथा...

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राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंत में है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने संकेत दिए है कि वह इस बार भी झालावाड़ जिले की झालारापाटन विधानसभा सीटसे ही चुनाव लड़ेंगी। वसुंधरा राजे ने 1 मई को अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया। वसुंधरा राजे ने 2018 में में झालारापाटन से बंपरजीत हासिल की थी। राजस्थान की सबसे हाई प्रोफाइल सीट झालड़ापाटन पर सबकी निगाहें टिकी थीं, जहां से वसुंधरा राजे और कांग्रेस के मानवेंद्र सिंह के बीच मुकाबला था। वसुंधरा राजे ने पूर्व विदेश मंत्री जसंवत सिंह के बेटेमानवेंद्र सिंह को 33 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। हालांकि, वसुंधरा राजे की पार्टी बीजेपी को विधानसभा चुनाव मेंकरारी हार का सामना करना पड़ा था। हाड़ौती भाजपा का गढ़ हाड़ौती भाजपा का परंपरागत गढ़ माना जाता है। 2018 के विधानसभा चुनाव में झालावाड़ जिले की चारों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस कोहार का सामना करना पड़ा था। इससे पहले 2013 के चुनाव में भी हाड़ौती अंचल के कोटा, बूंदी, झालावाड़ और बांरा की 17 सीटों में से कांग्रेस को मात्र एक सीट पर जीत हासिल हुई थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है 2023 के विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच होगा। लेकिन इस बार राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का असर दिखाई दे सकता है। भारत जोड़ो यात्रा ने मध्यप्रदेश से वसुंधरा राजे के गढ़ झालावाड़ से ही राजस्थान में एंट्री ली थी। यात्रा में जबर्दस्त भीड़ उमड़ी थी। देखना होगा कि यह भीड़ वोट में बदलती है या नहीं। इस बार वसुंधरा राजे और कांग्रेस के उम्मीदवार के बीच कड़ा मुकाबला होने के आसार दिखाई दे रहे हैं। वसुंधरा राजे को वोटर्स पर भरोसा पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के झालावाड़ की जनता पर भरोसा रहा है। झालावाड...

Rajasthan Assembly Elections 2023: If the trend continues half the ministers of the Gehlot government are at risk of defeat in the elections

राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंत में है। प्रदेश में हर पांच साल बाद सरकार बदलने की रवायत रही है। ट्रेंड बरकरार रहा को सीएम गहलोत के आधे से ज्यादा मंत्रियों पर हार का खतरा है।कांग्रेस के रणनीतिकार ट्रेंड तोड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। 'नो रिपीट फॉर्मूला' यानी पुराने चेहरों की जगह नए चेहरों को चुनाव लड़ाने का दांव पार्टी चल सकती है। प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने अलग-अलग नेताओं के साथ बैठक लेकर फीडबैक लिया है। रंधावा ने संकेत दिया कि हारने वालों को टिकट नहीं दिया जाएगा। पार्टी अपने स्तर पर सर्वे करा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि गहलोत के 10-15 मंत्री सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रहे हैं। ऐसे में पार्टी 'नो रिपीट फॉर्मूला' अपना सकती है। हालांकि, इसस निर्णय पार्टी के सामने बगावत का खतरा है। हर पांच साल बाद सरकार बदलने की रवायत राजस्थान मेंमंत्रियों का चुनाव हारना पुराना ट्रेंड रहा है। वर्ष 2013 के चुनावों में सत्ताविरोधी लहर और मोदी फैक्टर के चलते कांग्रेस की करारी हार हुई थी। तब पार्टी के केवल 21 विधायक ही चुनाव जीते थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और तत्कालीन आपदा राहत मंत्री बृजेंद्र ओला को छोड़ गहलोत के सभी मंत्री चुनाव हार गए थे। 2013 के चुनाव में भाजपा ने ऐतिहासिक 163 सीटें जीतीं थीं। साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के मंत्रियों को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ा। वसुंधरा राजे सरकार के 22 मंत्री चुनाव हार गए थे। तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके 7 मंत्री ही फिर से चुनाव जीत पाए थे। साल 2003 और 2008 के विधानसभा चुनाव में भी मंत्रियों के हारने का यही ट्रेंड रहा है। 60 फीसदी से ज्यादा विधायक भी चुनाव हार जाते हैं। हालांकि, सीिएम अ...

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Rajasthan Election 2023 News: राजस्थान में विधान सभा चुनाव से पहले कुल 113 विधायक मुंबई जा रहे है. इसके लिए विधिवत रजिस्ट्रेशन कराया गया है. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी (cp joshi ) 15 से 17 जून तक मुम्‍बई में आयोजित हो रहे राष्‍ट्रीय विधायक सम्‍मेलन में भाग लेने के लिए आज रवाना होंगे. इनके साथ विधानसभा के प्रमुख सचिव महावीर प्रसाद शर्मा भी मुम्‍बई जा रहे है. जानकारी के अनुसार विधायकों के इस तीन दिवसीय सम्‍मेलन में 80 से अधिक विषयगत सत्रों का आयोजन होगा. इस सम्‍मेलन में लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला (om birla kota), लोकसभा की पूर्व अध्‍यक्ष सुमित्रा महाजन (sumitra mahajan), डॉ. मीरा कुमार (meera kumari), डॉ. मनोहर जोशी (manohar joshi) और शिवराज पाटील (Shivraj Patil) मौजूद रहेंगे. इसमें राजस्थान के विधायक को शामिल किया जा है. पहली बार ऐसा हो रहा है राजस्थान से इतनी बड़ी संख्या में कहीं भी पहली बार विधायक जा रहे है. विधान सभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने बताया कि सभी राज्‍यों के विधायकों का सम्‍मेलन पहली बार हो रहा है. इस सम्‍मेलन में दो हजार से अधिक विधायक शामिल होंगे. इसमें विधानसभाओं की परम्‍पराओं, नियम प्रक्रियाओं के अलावा जनहित से जुडे मुद्दों पर विभिन्न सत्रों का आयोजन भी होगा. इसमें भाग लेने के लिए राजस्‍थान से 113 विधायकों ने पंजीकरण कराया है. सम्‍मेलन में देश के विभिन्‍न राज्‍यों के विधायक लोकतंत्र को मजबूत बनाने और सुशासन के मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। Rajasthan News: बीजेपी के महा जनघेराव में सीपी जोशी के गनमैन की पिस्टल चोरी, इस तरह चोर को खोज रही है जयपुर पुलिस यह है उद्देश्य इस सम्मेलन का उद्देश्य बहुत क्लीयर है. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में विधायी प्रतिनिध...