रामविलास पासवान की जीवनी

  1. रामविलास पासवान की जीवनी का प्रकाशन अगले महीने
  2. पेंगुइन ने प्रकाशित की रामविलास पासवान की जीवनी
  3. Ram Vilas Paswan Biography in Hindi
  4. जीवनी
  5. [Solved] रामविलास पासवान ने अपना राजनीतिक जीवन किस रा�
  6. Ram Vilas Paswan Second Wife Reena Paswan Fathers House Is In Delhi But She Never Stayed There At Night Know The Reason Chirag Paswan LJP
  7. रामविलास पासवान: आयु, जीवनी, शिक्षा, पत्नी, जाति, संपत्ति, भाषण, राजनीतिक दल
  8. Ram Vilas Paswan Political Journey From Bihar To National Politics


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रामविलास पासवान की जीवनी का प्रकाशन अगले महीने

कुछ लोगों के जीवन पर बायोपिक बनता है तो कुछ लोगों की जीवनी लिखी जाती है। आज पेंगुइन हिंदी के प्रेस रिलीज़ से पता चला कि राजनीति के मौसम वैज्ञानिक के रूप में प्रसिद्ध भारत के वरिष्ठ नेता केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की जीवनी का प्रकाशन हो रहा है। जीवनी लिखी है जनसत्ता के पुराने पत्रकार प्रदीप श्रीवास्तव ने। ============ ऩकेंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम विलास पासवान की जीवनी प्रकाशित करने जा रहा है जिसे वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप श्रीवास्तव ने लिखा है. यह राम विलास पासवान की पहली विस्तृत जीवनी है. इस किताब को नवंबर 2019 में प्रकाशित किया जाएगा. यह पुस्तक वर्तमान भारत के एक कद्दावर राजनेता की एक बांधकर रखनेवाली जीवनी है जिसमें लेखक ने उनके बचपन, अनेक कठिनाइयों को पारकर हुई उनकी शिक्षा-दीक्षा और उनके निजी जीवन से जुड़े अन्य तथ्यों के साथ आधी सदी से ज्यादा के राजनीतिक करियर का लेखाजोखा प्रस्तुत किया है जिस दरम्यान पासवान ने इस देश के राजनीतिक इतिहास में महत्वपूर्ण भूमिकाओं का निर्वहन किया. शोधपरक और गहरे साक्षात्कारों पर आधारित इस पुस्तक में श्रीवास्तव एक ऐसे राजनेता के जीवन की प्रवाहमय किस्सागोई पेश करते हैं जो जिसने अपनी पूरी जिंदगी दलित-पीड़ित जनता और समाजिक न्याय की राजनीत को समर्पित कर दी. पेंगुइन रैंडम हाउस की एडिटर-इन-चीफ़, लैंग्वेजेज, वैशाली माथुर कहती हैं, ‘आज के दौर में ज़मीन से उठकर शिखर तक पहुंचने वाले राजनेता कम ही हैं जिन्होंने इतनी लंबी एक बेदाग पारी खेली है.एक साधारण से परिवार से आनेवाले राम विलास पासवान जिन्होंने अपने जीवन में देश की अहम राजनीतिक घटनाओँ में हिस्सा लिया और उसके नज़दीक से गवाह बने, उनकी जीवनी पाठकों अवश्य ही प्रेरित करेगी और रा...

पेंगुइन ने प्रकाशित की रामविलास पासवान की जीवनी

रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद अचानक से हर कोई उनके बारे में ज्यादा जानने की चाह रखने लगा। उन पर किताबें ढूंढ़ी जाने लगी। इसी बीच पेंगुइन रैंडम हाउस ने हाल ही में देश के कद्दावर नेता और राष्ट्रीय दलित राजनीति के प्रमुख हस्ताक्षर रामविलास पासवान की पहली अधिकृत जीवनी प्रकाशित कर दी है। रामविलास पासवान; संकल्प, साहस और संघर्ष नाम से लिखी गई इस जीवनी के लेखक वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप श्रीवास्तव हैं और यह किताब नवंबर 2020 की शुरुआत में बाज़ार में आ गई है। यह किताब अभी ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर प्री-ऑर्डर के लिए उपलब्ध है। रामविलास पासवान की इस जीवनी में बिहार के खगड़िया जिले के एक सुदूर गाँव शहरबन्नी से शुरू हुई उनकी जीवन और राजनीतिक यात्रा से लेकर, उनके व्यक्तिगत संघर्षों और उनके मूल्यों का विशद वर्णन है। यह जीवनी इस मायने में भी ख़ास है क्योंकि पासवान की जीवनी आज़ाद भारत के अहम कालखंड की राजनीतिक दास्तां भी साथ में बयाँ करती चलती है। इस किताब में पासवान के व्यक्तिगत और राजनीतिक जीवन के सफ़र के कई ऐसे अनछुए पहलुओं को समेटा गया है जो दुनिया की नज़रों से अभी तक ओझल रहे हैं। पासवान को ऐसा नेता माना गया जो सभी वर्गों और समुदायों में समान रूप से लोकप्रिय थे। अपने पाँच दशकों से भी ज़्यादा के राजनीतिक जीवन में पासवान ने कई अहम पदों की ज़िम्मेवारियाँ संभाली जिसमें रेलवे, संचार और सूचना तकनीक और केमिकल और फर्टिलाइज़र जैसे मंत्रालयों की जिम्मेवारियाँ भी शामिल थीं। अपनी मृत्यु से ठीक पहले वह मौजूदा केंद्र सरकार में खाद्य, सार्वजनिक वितरण और उपभोक्ता मामलों के मंत्री थे। पासवान को लंबे समय से जानने वाले इस पुस्तक के लेखक और पत्रकार प्रदीप श्रीवास्तव कहते हैं कि उन्हें इस बात का गहरा दुख है कि प...

Ram Vilas Paswan Biography in Hindi

इंडिया बायोग्राफी ब्लॉग में आपका स्वागत है, इस बायोग्राफी लेख में आप रामविलास पासवान के जीवन परिचय (Ram Vilas Paswan Biography in Hindi) से जुड़ी जानकारी प्राप्त करेंगे तो चलिए जानतें हैं की कौन थे रामविलास पासवान? पासवान की आयु, जीवनी, शिक्षा, पत्नी, जाति, संपत्ति, भाषण .. जीवन परिचय – रामविलास पासवान भारतीय नेताओं में बिहार के एक प्रमुख नेता थे, इनका जन्म 5 जुलाई 1946 को खगड़िया के शाहरबन्नी गाँव बिहार में हुआ था। यह लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख नेता थे इन्होने इस पार्टी को बनाया था। यह भारत सरकार में उपभोक्ता मामले के मंत्री, केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री, केन्द्रीय खनिज मंत्री, केन्द्रीय सूचना एवं प्रचारण मंत्री और भारत के रेलमंत्री जैसे पदों पर रहे थे। वर्ष 1960 के दशक में इन्होने राजकुमारी देवी से विवाह किया था, बाद में वर्ष 1981 में उन्हें तलाक दे दिया, और वर्ष 1983 में इन्होने रीना शर्मा से दूसरा विवाह कर लिया था। इनके पास एक बेटा चिराग पासवान (पुत्र) व 3 पुत्रियां हैं। Ram Vilas Paswan Biography in Hindi वास्तविक नाम – रामविलास पासवान जन्म – 5 जुलाई 1946 को खगड़िया, बिहार में प्रोफेशन – राजनीतिज्ञ थे पार्टी – लोक जनशक्ति पार्टी माता पिता – नाम ज्ञात नहीं जीवन संगी – रीना पासवान बेटा – उपभोक्ता मामलात मंत्री, भारत सरकार – 8 अक्टूबर 2020 तक। भारत के रेलमंत्री – 1996 – 1998 केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री – 2004 – 2009 केन्द्रीय खनिज मंत्री – 2001 – 2002 शिक्षा – रामविलास पासवान के बारे में कहा जाता है की इन्होने अपने गृहनगर से ही शिक्षा ग्रहण की थी, बाद में यह कॉलेज की पढाई भी किये थे,फिर यह कई आन्दोंलन में भाग लिए और राजनितिक दुनिया में चले आये। रामविलास पासवा...

जीवनी

नयी दिल्ली. ‘राजनीति में आप जिसका साथ दे रहे हैं, वह आपको भुला सकता है, लेकिन अगर आप किसी समूह पर हमला बोल दें तो वे ना कभी भूलेंगे और नाहीं कभी माफ करेंगे’ रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) ने एक अनौपचारिक भोज के दौरान विभिन्न और विपरीत विचारधारा वाली पार्टियों के साथ उनके मधुर संबंधों के राज के बारे में सवाल करने पर कुछ ऐसा कहा था। पासवान की राजनीतिक विचाराधारा का यह मूल देश के महत्वपूर्ण दलित नेता के व्यक्तित्व को दर्शाता है, जो खुद कभी किंग (प्रधानमंत्री) नहीं बन सके लेकिन अपने पांच दशक से भी लंबे करियर में उन्होंने तमाम लोगों को शीर्ष की कुर्सी पर बैठाया और उन्हें उतरते हुए भी देखा। यह भी पढ़ें • लोकप्रिय दलित नेता का दिल्ली के एक अस्पताल में बृहस्पतिवार की शाम 74 साल की उम्र में निधन हो गया। हाल ही में उनके हृदय का ऑपरेशन हुआ था। पासवान हमेशा से दोस्त बनाने, संबंधों में निवेश करने में भरोसा रखते थे और कभी-कभी खुद को झगड़ रहे गठबंधन सहयोगियों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने वाले की तरह भी देखते थे। पुलिस की नौकरी छोड़कर राजनीति में कूदे पासवान 1969 में कांग्रेस-विरोधी मोर्चा की ओर से चुनाव मैदान में उतरे और पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। जमीन से शुरुआत तक कई समाजवादी पार्टियों में विभिन्न पदों पर रहते हुए, समय के साथ-साथ बदलते उनके स्वरूप के साथ देश के महत्वपूर्ण दलित नेता बनकर ऊभरे। बिहार के खगड़िया में 1946 में जन्मे पासवान आठ बार निर्वाचित होकर लोकसभा पहुंचे और फिलहाल वह राज्यसभा के सदस्य थे। चौधरी चरण सिंह नीत लोक दल में बरसों तक पासवान के साथ रहे जद(यू) के के. सी. त्यागी उन्हें 45 साल से भी लंबे वक्त तक का समाजवादी कर्मी बताते हैं। उनका कहना है कि लोक जनशक्ति पार्ट...

[Solved] रामविलास पासवान ने अपना राजनीतिक जीवन किस रा�

सही उत्तर है संयुक्ता सोशलिस्ट पार्टी। Key Points • राम वियल्स पासवान ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत संयुक्ता सोशलिस्ट पार्टी से की थी। • वे 1969 में बिहार विधानसभा के लिए चुने गए। • बाद में, वह 1974 में लोकदल में शामिल हो गए और इसके सचिव बने। • उन्होंने पहली बार 1977 में हाजीपुर निर्वाचन क्षेत्र से जनता पार्टी के सदस्य के रूप में लोकसभा में प्रवेश किया। • वह 1980, 1989, 1991 (रोसारो से), 1996, 1998, 1999, 2004 और 2014 में फिर से चुने गए। ​ Additional Information • उन्होंने 2000 में लोक जनशक्ति पार्टी का गठन किया। • 8 अक्टूबर 2020 को पासवान का निधन हो गया। • अब लोक जनशक्ति पार्टी का नेतृत्व उनके बेटे चिराग पासवान कर रहे हैं।

Ram Vilas Paswan Second Wife Reena Paswan Fathers House Is In Delhi But She Never Stayed There At Night Know The Reason Chirag Paswan LJP

रामविलास पासवान की उम्र जब करीब 8 साल थी तभी उनकी ग्रामीण परिवेश से ताल्लुक रखने वालीं राजकुमारी देवी से शादी करा दी गई थी। हालांकि पासवान का ज्यादा वक्त शहर में ही बीता। ऐसे में उनके और राजकुमारी देवी के बीच पसंद-नापसंद, रहन-सहन और बौद्धिक स्तर पर जमीन-आसमान का अंतर था। साल 1977 में जब वे पहली बार बिहार के हाजीपुर से रिकॉर्ड वोट से लोकसभा चुनाव जीतकर दिल्ली आए तो उनकी मुलाकात वाणिज्य मंत्रालय में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर कार्यरत गुरबचन सिंह से हुई। इसी दौरान वे गुरुबचन की बेटी अविनाश कौर के संपर्क में भी आए। पासवान और अविनाश कौर की नजदीकी बढ़ी और बाद में दोनों ने शादी का फैसला कर लिया। शादी के बाद

रामविलास पासवान: आयु, जीवनी, शिक्षा, पत्नी, जाति, संपत्ति, भाषण, राजनीतिक दल

जीवनी राम विलास पासवान का जन्म श्री जामुन पासवान और श्रीमती के घर पर हुआ जो बिहार के खगड़िया जिले के शहरबन्नी गाँव में रहने वाला एक दलित परिवार था। पासवान ने कोसी कॉलेज, पिल्खी और पटना विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक और मास्टर ऑफ़ आर्ट्स की डिग्री हासिल की है। उन्होंने 1960 के दशक में राजकुमारी देवी से शादी की थी। 2014 में उन्होंने खुलासा किया कि उनके 1981 में लोकसभा के नामांकन पत्र को चुनौती दिए जाने के बाद उन्होंने उन्हें तलाक दे दिया था। उनकी पहली पत्नी से दो बेटियां, उषा और आशा हैं। 1983 में, उन्होंने रीना शर्मा से शादी की जो एक एयरहोस्टेस और अमृतसर से पंजाबी हिंदू परिवार से हैं। उनका एक बेटा और एक बेटी है। उनके बेटे चिराग पासवान नेता से पहले एक अभिनेता रह चुके हैं। पासवान बिहार से हैं और उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के वर्तमान कैबिनेट मंत्री हैं। उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के सदस्य के रूप में शुरू किया और 1969 में बिहार विधानसभा के लिए चुने गए। इसके बाद वे 1974 में लोक दल के गठन के बाद उसमें शामिल हो गए और इसके महासचिव बने। उन्होंने आपातकाल का विरोध किया, और इस अवधि के दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने 1977 में हाजीपुर निर्वाचन क्षेत्र से जनता पार्टी के सदस्य के रूप में लोकसभा में प्रवेश किया, उन्हें 1980,1989,1996,1998,1999,2004 और 2014 में फिर से चुना गया। वे लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष भी हैं। उन्हें आठ बार लोकसभा सदस्य और पूर्व राज्यसभा सांसद के रूप में चुना गया। 2000 में, उन्होंने इसके अध्यक्ष के रूप में लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) का गठन किया। इसके बाद, 2004 में वे सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सर...

Ram Vilas Paswan Political Journey From Bihar To National Politics

नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का गुरुवार को निधन हो गया. वे काफी वक्त से बीमार चल रहे थे. रामविलास पासवान को जमीन से जुड़ा नेता माना गया है. खगड़िया के एक छोटे से इलाके शहरबन्नी से निकलकर शीर्ष सत्ता तक अपनी पहचान बनाने में उन्होंने लंबा संघर्ष किया. बिहार से लेकर राष्ट्रीय सियासत तक उन्होंने अपनी पहचान बनाई. राम विलास पासवान के नाम एक रिकॉर्ड भी है. उन्होंने दो बार लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक मतों से जीतने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है. रामविलास पासवान देश के छह प्रधानमंत्रियों की कैबिनेट में मंत्री रहे. सियासत में उनकी पकड़ इस कदर थी कि कई बार उनकी मौजूदगी से सरकार बनती बिगड़ती थी. यही वजह रही कि वह राजनीति में हमेशा प्रभावशाली भूमिका निभाते रहे. राजनीतिक कद उनका इतना बड़ा था कि यूपीए में शामिल करने के सोनिया गांधी उनके आवास पर मिलने खुद गई थीं. हर दल से उनकी कैमिस्ट्री बहुत अच्छी थी. सभी दलों से उनके संबंध बेहद मधुर थे. पासवान छह प्रधानमंत्रियों के साथ काम कर चुके थे. 1996 से 2015 तक केन्द्र में सरकार बनाने वाले सभी राष्ट्रीय गठबंधन चाहे यूपीए हो या एनडीए, का वह हिस्सा बने. कई सरकारों में वे अलग-अलग पदों पर रहें. इसी वजह से लालू प्रसाद ने उनको ‘मौसम विज्ञानी’ का नाम दिया था. रामविलास पासवान खुद भी स्वीकार कर चुके थे कि वह जहां रहते हैं सरकार उन्हीं की बनती है. उनके बारे में कहा जाता है कि राजनीतिक मौसम का पुर्वानुमान लगाने में वे माहिर थे. वे समाजवादी पृष्ठभूमि के बड़े नेताओं में से एक थे. देशभर में उनकी पहचान राष्ट्रीय नेता के रूप में रही. हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से वह कई बार चुनाव जीते, लेकिन दो बार उन्होंने सबसे अधिक वोट से जीतने का रिकॉर्ड बनाया. बिहार की सत्ता ...