रक्षाबंधन 2023

  1. 2023 में रक्षाबंधन कब है New Delhi, India में
  2. [100%New:Best] रक्षाबंधन पर शायरी 2023
  3. When Rakshabandhan In 2023
  4. इस साल 2 दिन मनेगा रक्षाबंधन! जानें तारीख और शुभ मुहूर्त
  5. Raksha Bandhan 2023
  6. रक्षाबंधन
  7. Raksha Bandhan 2023: क्या इस साल दो दिन मनेगा रक्षाबंधन पर्व जानें क्या है शुभ मुहूर्त


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2023 में रक्षाबंधन कब है New Delhi, India में

आइए जानते हैं कि 2023 में रक्षाबंधन कब है व रक्षाबंधन 2023 की तारीख व मुहूर्त। रक्षाबंधन का त्यौहार प्रतिवर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाते हैं; इसलिए इसे राखी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व भाई-बहन के प्रेम का उत्सव है। इस दिन बहनें भाइयों की समृद्धि के लिए उनकी कलाई पर रंग-बिरंगी राखियाँ बांधती हैं, वहीं भाई बहनों को उनकी रक्षा का वचन देते हैं। कुछ क्षेत्रों में इस पर्व को राखरी भी कहते हैं। यह सबसे बड़े हिन्दू त्योहारों में से एक है। रक्षाबंधन मुहूर्त रक्षा बंधन का पर्व श्रावण मास में उस दिन मनाया जाता है जिस दिन पूर्णिमा अपराह्ण काल में पड़ रही हो। हालाँकि आगे दिए इन नियमों को भी ध्यान में रखना आवश्यक है– 1.यदि पूर्णिमा के दौरान अपराह्ण काल में भद्रा हो तो रक्षाबन्धन नहीं मनाना चाहिए। ऐसे में यदि पूर्णिमा अगले दिन के शुरुआती तीन मुहूर्तों में हो, तो पर्व के सारे विधि-विधान अगले दिन के अपराह्ण काल में करने चाहिए। 2.लेकिन यदि पूर्णिमा अगले दिन के शुरुआती 3 मुहूर्तों में न हो तो रक्षा बंधन को पहले ही दिन भद्रा के बाद प्रदोष काल के उत्तरार्ध में मना सकते हैं। यद्यपि पंजाब आदि कुछ क्षेत्रों में अपराह्ण काल को अधिक महत्वपूर्ण नहीं माना जाता है, इसलिए वहाँ आम तौर पर मध्याह्न काल से पहले राखी का त्यौहार मनाने का चलन है। लेकिन शास्त्रों के अनुसार भद्रा होने पर रक्षाबंधन मनाने का पूरी तरह निषेध है, चाहे कोई भी स्थिति क्यों न हो। ग्रहण सूतक या संक्रान्ति होने पर यह पर्व बिना किसी निषेध के मनाया जाता है। राखी पूर्णिमा की पूजा-विधि रक्षा बंधन के दिन बहने भाईयों की कलाई पर रक्षा-सूत्र या राखी बांधती हैं। साथ ही वे भाईयों की दीर्घायु, समृद्धि व ख़ुशी आदि की कामना करती...

[100%New:Best] रक्षाबंधन पर शायरी 2023

रक्षाबंधन शायरी इन हिंदी 2023 -आज हम आपके लिए लेकर आए हैं किस रक्षाबंधन के त्यौहार पर शायरी जिनको आप अपनी वहीं वह भाई के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं दे सकते हैं, भाई बहन का प्यार एक अनोखा रिश्ता होता है भाई बहन में लड़ाई भी बहुत ही ज्यादा होती रहती है अगर किसी भी तरह का दुख देखना पड़े तो वह भी एक दूसरे का दर्द होता है | Rakshabandhan 2023 -भाई बहन का प्यार सबसे बड़ा पवित्र रिश्ता माना गया है. वहीं की जब शादी करवा दी जाती हैं उसके बावजूद भी वही अपने भाई के लिए रक्षाबंधन के त्यौहार पर वापस अपने घर आती है. और अपने भाई की कलाई पर एक डोरी बांधती है. और अपने भाई के लिए हमेशा दुआएं मांगते हैं. और उसकी कलाई पर रक्षा सूत्र राखी के रूप में बांधती है और भाई अपनी बहन को गले लगा कर कभी-कभी तो बचपन की यादों को याद करके रो पड़ जाते हैं. और इसी प्योर हार के मौके पर हमने आपके लिए बड़ी मेहनत से कुछ Raksha Bandhan shayari status quote 2023 लेकर आए हैं जिनको आप अपने परिवार और परिजनों में शेयर कर सकते हैं। भाई बहन – भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को लेकर हमने इस रक्षाबंधन के पावन पर्व पर बहुत ही अच्छा लेख लिखा है. जो ‘ रक्षाबंधन शायरी 2023′ अगर आपको पसंद आए तो आप अपने भाई या फिर बहन के लिए शेयर करना मत भूलें। Table of Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • रक्षाबंधन पर शायरी 2023 Best quotes for Raksha bandhan in Hindi,Happy raksha bandhan quotes in Hindi भाई की कलाई पर राख...

When Rakshabandhan In 2023

Rakshabandhan 2023 : नए साल को आने में बस कुछ दिन रह गया है. सभी 2023 का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. सभी ने अभी से प्लानिंग करनी शुरू कर दी है नए साल में क्या करेंगे. 2023 में कौन से त्योहार और व्रत कब पड़ेगे इसकी भी लिस्ट पंचांग ने जारी कर दीहै. ऐसे में हम भाई बहन के पवित्र रिश्ते का त्योहार रक्षाबंधन कब पड़ेगा इसके बारे में बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं तारीख और शुभ मुहूर्त (Shubh muhurat of rakhi 2023) राखी बांधनेका. हिंदू पंचांग के अनुसार सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त, बुधवार के दिन सुबह 10 बजकर 58 मिनट से शुरू होगी. उसके अगले दिन यानी 31 अगस्त गुरुवार को सुबह 07 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगी. रक्षाबंधन पर भद्रा |Bhadra on Raksha Bandhan रक्षाबंधन पर भद्रा समापन- 9 बजकर 1 मिनट पर, रक्षाबंधन भद्रा पूंछ शाम 5 बजकर 30 मिनट से 06 बजकर 31 मिनट तक रहेगा. वहीं भद्रा मुख 6 बजकर 31 मिनट से शुरू होकर 8 बजकर 11 मिनट तक होगा. जबकि रक्षाबंधन पर प्रदोष काल मुहूर्तरात 9 बजकर एक मिनट से 09 बजकर 5 मिनट तक रहेगा. यह पूरा 3 मिनट तक रहेगा.

इस साल 2 दिन मनेगा रक्षाबंधन! जानें तारीख और शुभ मुहूर्त

Raksha Bandhan 2023 kab hai: हिंदू धर्म के कई प्रमुख त्योहार चातुर्मास में पड़ते हैं, इसमें रक्षाबंधन का त्‍योहार प्रमुख है. रक्षाबंधन सावन महीने की पूर्णिमा को मनाते हैं. भाई-बहन के रिश्‍ते का महापर्व रक्षाबंधन पूरे देश में मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. साल 2023 में रक्षाबंधन मनाने की 2 तारीखें निकल रही हैं, जिससे लोगों में असमंजस की स्थिति है कि रक्षाबंधन मनाने की सही तारीख और राखाी बांधने का शुभ मुहूर्त क्‍या है. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार रक्षाबंधन का पर्व कभी भी भद्राकाल में नहीं मनाना चाहिए. भद्राकाल में राखी बांधना बेहद अशुभ होता है. भद्राकाल में कोई भी शुभ कार्य करना अशुभ माना जाता है. इसलिए रक्षाबंधन के पर्व में भद्रा का ध्‍यान रखना बहुत जरूरी होता है. लंकापति रावण को उसकी बहन ने भद्राकाल में राखी बांधी थी और उसी साल प्रभु राम के हाथों रावण का वध हुआ था इसलिए भद्राकाल में रक्षाबंधन नहीं मनाया जाता है. साल 2023 में कब मनेगा रक्षाबंधन साल 2023 में रक्षाबंधन का त्योहार 30 अगस्त, बुधवार और 31 अगस्त, गुरुवार को मनाया जाएगा. यानी कि इस साल रक्षाबंधन का पर्व 2 दिन मनेगा. हिंदू पंचाग के अनुसार सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त, बुधवार की सुबह 10 बजकर 58 मिनट से शुरू होकर 31 अगस्त गुरुवार की सुबह 07 बजकर 5 मिनट तक रहेगी. चूंकि शास्त्रों के अनुसार रक्षाबंधन मनाने के लिए दोपहर का समय अधिक उपयुक्त माना गया है. लेकिन दोपहर में भद्रा हो तो फिर प्रदोष काल में राखी बांधना शुभ होता है. साल 2023 में रक्षाबंधन के दिन यानी कि 30 अगस्‍त को भद्रा काल शाम से लेकर रात तक रहेगा. रक्षा बन्धन भद्रा पूँछ...

Raksha Bandhan 2023

Table of Contents • • • • • • • • • • • • Raksha Bandhan 2023 | रक्षाबंधन 2023 रक्षाबंधन हा हिंदू संस्कृतीतील प्रमुख सण आहे. हा सण भारतातील मुख्य उत्सवांपैकी एक आहे आणि ह्या सणाची धार्मिक, सांस्कृतिक आणि कुटुंबियत्ता खूप महत्त्वाची आहेत. रक्षा बंधन हा सण श्रावण महिन्याच्या पूर्णिमेला साजरा केला जातो. हा सण बहीण आणि भाऊबंधांना एकत्र जोडण्याचा सण आहे. रक्षाबंधनाच्या दिवशी बहीण त्याच्या भावाला राखी बांधते आणि त्याच्या आरोग्य, शिक्षण, व्यवसाय आणि समृद्धीसाठी देवाकडे प्रार्थना करते. ह्या दिवशी भाऊ बहीणीच्या रक्षाणाची जबाबदारी घेतो. हा सण दक्षिण भारतातील तमिळनाडू, केरळा आणि आंध्र प्रदेशात मोठ्या प्रमाणावर साजरा केला जातो.तर आज Raksha Bandhan 2023 या लेख मध्ये रक्षा बंधन 2023 तारीख, शुभ मुहुर्त, पूजा विधी, रक्षाबंधन इतिहास अशी बरीच काही महत्वाची माहिती देणार आहे.त्यामुळे हा लेख संपूर्ण वाचा. रक्षाबंधन महत्व Importance Of Raksha Bandhan रक्षा बंधन हा सण भारतीय संस्कृतीतील खास महत्त्वाचा सण आहे. हा सण बहीण ला भावाचाआदर दर्शवण्यासाठी आणि भाऊबंधांना आपल्या बहिणीची सुरक्षा देण्यासाठी साजरा केला जातो. रक्षाबंधन हा भाऊ-बहिणीच्या नात्याचा पवित्र सण आहे जो हिंदू धर्मात साजरा केला जातो. श्रावण महिन्यातील पौर्णिमेला हा सण साजरा केला जातो. रक्षाबंधनाचा अर्थ “संरक्षणाचे बंधन” असा आहे. या दिवशी बहीण आपल्या भावाच्या मनगटावर राखी बांधते आणि त्याच्या रक्षणासाठी प्रार्थना करते. भाऊ तिला भेटवस्तू देतो आणि तिच्या संरक्षणाची शपथ घेतो. रक्षाबंधन हे भाऊ-बहिणीमधील अनोखे प्रेम आणि विश्वासाचे प्रतीक आहे. रक्षाबंधन इतिहास History Of Raksha Bandhan रक्षाबंधन हा हिंदू सण आहे रक्षाबंधन हा सण श्रावण मासाच्या प...

रक्षाबंधन

Read in English रक्षाबंधन हिंदू धर्म में भाई-बहन का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है। इस त्यौहार के दिन बहनें अपने भाईयों के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं, और अपने प्रिय भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं। तथा भाई अपनी बहन की सुरक्षा का वचन करते हैं। बहनें यह रक्षा सूत्र अपने भाई के दाहिने हाथ में बाँधती हैं, इस रक्षा सूत्र को प्रायः राखी कहा जाता है। रक्षाबंधन के दिन पवित्र नदी में स्नान करें, यदि नदी में स्नान नहीं हो पाए तो घर में किसी पवित्र नदी गंगा, सरयू, नर्मदा, कावेरी, क्षिप्रा इत्यादि के जल से स्नान कर लें। विभिन्न राज्यों में रक्षा बंधन उत्सव: ❀ पश्चिम बंगाल और ओडिशा में इस दिन को ❀ महाराष्ट्र में कोली समुदाय के बीच, राखी पूर्णिमा का त्योहार ❀ उत्तर भारत के क्षेत्रों में विशेषकर ज्यादातर जम्मू एवं कश्मीर में जन्माष्टमी तथा रक्षा बंधन के आस-पास के अवसरों पर पतंग उड़ाना एक आम बात सी है। संबंधित अन्य नाम राखी सुरुआत तिथि श्रावण शुक्ल पूर्णिमा कारण भाई-बहन के घनिष्ट प्रेम संबंध का उत्सव। उत्सव विधि राखी, भाई द्वारा बहन को उपहार भेंट।

Raksha Bandhan 2023: क्या इस साल दो दिन मनेगा रक्षाबंधन पर्व जानें क्या है शुभ मुहूर्त

Raksha Bandhan 2023। हिंदू धर्म में चातुर्मास के दौरान कई महत्वपूर्ण त्योहार आते हैं, जिनमें सबसे प्रमुख त्योहार रक्षाबंधन का है। हिंदू पंचांग के मुताबिक रक्षाबंधन सावन महीने की पूर्णिमा का हर साल मनाया जाता है। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का यह त्योहार पूरे भारत वर्ष में उत्साह के साथ मनाया जाता है और बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर भाई की लंबी उम्र की कामना करती है, वहीं भाई भी बहन की रक्षा करने का संकल्प लेता है। साल 2023 में रक्षाबंधन का त्योहार 30 अगस्त और 31 अगस्त को मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के मुताबिक सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त, बुधवार की सुबह 10.58 मिनट से शुरू होकर 31 अगस्त गुरुवार की सुबह 07.5 मिनट तक रहेगी। पौराणिक मान्यता के अनुसार राखी बांधने के लिए दोपहर का समय शुभ होता है, लेकिन यदि दोपहर के समय भद्रा काल हो तो फिर 'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।' Posted By: Sandeep Chourey • # • # • # • # • # • # • #