रसराज रस के फायदे

  1. आलू के रस के फायदे और नुकसान
  2. पूर्ण चंद्रोदय रस के फायदे / Benefits of Purna Chandroday Ras
  3. Kamdhenu Ras In Hindi
  4. 10 Benefits Of Pudina Juice In Summer In Hindi: गर्मियों में पुदीने के रस के 10 फायदे


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आलू के रस के फायदे और नुकसान

सब्जियों का राजा कहे जाने वाला आलू कई कारणों से लोगों को खूब भाता है। किसी को आलू की सब्जी, तो किसी को आलू के पकोड़े काफी प्रिय होते हैं। वहीं, छोटे बच्चों की बात करें, तो आलू से बना फ्रेंच फ्राई उन्हें भी खूब पसंद आता है। आलू के बारे में तो लगभग हर किसी को पता होगा, लेकिन आलू की ही तरह आलू का जूस फायदेमंद होता है, शायद इसकी जानकारी हर किसी को नहीं होगी। तो स्टाइलक्रेज का यह लेख पढ़ने के बाद यकीनन आप आलू का जूस अपनी डाइट में शामिल करना चाहेंगे। यहां हम आपको स्वास्थ्य लाभ के लिए आलू के रस के फायदे बता रहे हैं। आलू के रस के फायदे जानने के लिए अंत तक बने रहे हमारे साथ। विषय सूची • • • • • आलू के रस के फायदे – Benefits of Potato Juice in Hindi आलू के रस का इस्तेमाल कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के लिए या लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है। ध्यान रखें कि यहां बताए गए आलू का रस के फायदे सिर्फ घरेलू तौर पर इस्तेमाल के लिए हैं। इसलिए इन्हें बीमारी का संपूर्ण इलाज न समझें। तो अब जानिए आलू के रस के फायदे, जो कुछ इस प्रकार हैं: 1. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के घरेलू उपाय में आलू का जूस शामिल कर सकते हैं। इसकी पुष्टि दो अलग-अलग अध्ययनों से की जा सकती है। पहले अध्ययन के अनुसार आलू में मौजूद कैरोटेनॉयड्स (Carotenoids) ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर भी कर सकते हैं ( 10. कैंसर का जोखिम कम करे आलू में मौजूद ग्लाइकोकलॉइड्स (Glycoalkaloids) नामक केमिकल कंपाउंड में एंटीकार्सिनोजेनिक (Anticarcinogenic) यानी कैंसर से बचाव का गुण होता है। इसका यह प्रभाव लिवर, सर्विकल कैंसर से बचाव में सहायक हो सकता है । ध्यान र...

पूर्ण चंद्रोदय रस के फायदे / Benefits of Purna Chandroday Ras

पूर्ण चंद्रोदय रस ह्रदय-पौष्टिक , वाजीकर , रसायन , बल्य , रक्त प्रसादक , जन्तुओ का नाश करने वाला , सेंद्रिय विषनाशक और योगवाही (जो औषध दूसरे औषध के गुण में वृद्धि करे उसे योगवाही कहते है) है। राज्यक्षमा ( TB), कफप्रकोप जन्य रोगों और शुक्र की निर्बलता के नाश करने में अत्यंत लाभदायक है। वीर्यस्त्राव , स्वप्नदोष , धातुक्षीणता , मानसिक निर्बलता , नपुंसकता , ह्रदय की निर्बलता , जीर्ण ज्वर (लंबे समय से आने वाला बुखार) , क्षय ( TB), श्वास , प्रमेह , विषविकार (Toxin) , मंदाग्नि (Indigestion) , अपस्मार (Epilepsy) आदि को दूर करके बल-वीर्य की वृद्धि करता है। इस पूर्ण चंद्रोदय रस का सेवन यदि रत्तीकाल (संभोग के समय) में या रति के अंत में किया जाय , तो सो स्त्रियों के साथ संभोग करने की ताकत देता है। इस रसायन के सेवन काल में घी , औंटा कर गाढ़ा किया हुआ दूध , जड़-मांस , मांस-रस , उड़द के पदार्थ और अन्य आनंदवर्धक आहार-विहार पथ्य है। इस रसायन का एक वर्ष तक सेवन करने पर कृत्रिम , स्थावर या जंगम कोई भी प्रकार का विष ( Toxin) बाधा नहीं पहुंचा सकता। मनुष्य को इस रसायन के नित्य सेवन से मृत्यु का भय नहीं सता सकता। स्वर्ण और स्वर्ण मिश्रित औषधियां ह्रदय को शक्ति देती है और खून में से जहर को निकालती है। सुवर्ण योगवाही होने से हेमगर्भ पोटली रस आदि उत्तेजक औषधियों के संयोग से ह्रदय पर उत्तेजक गुण और शामक असर दर्शाता है। पूर्ण चंद्रोदय रस में भी उत्तेजक गुण रहता है। सुवर्ण के योग से इस रसायन का उपयोग किटाणु जन्य क्षय ( TB) में होता है। राज्यक्षमा ( TB) की द्वित्यावस्था में अनेक समय उत्तम उपयोग होने के उदाहरण मिले है। इस रसायन का क्षय के किटाणुओ पर साक्षात परिणाम होता है। अतः क्षय की तीव्र अवस्था में यह स...

Kamdhenu Ras In Hindi

8 कामधेनु रस का मूल्य : Kamdhenu Ras Price कामधेनु रस क्या है ? : What is Kamdhenu Ras in Hindi कामधेनु रस टैबलेट के रूप में एक आयुर्वेदिक औषधि है । कामधेनु रस बल, वीर्यवर्धक पौष्टिक रसायन है । इस औषधि का उपयोग प्रमेह ,शुक्रमेह इत्यादि शुक्र रोगों के उपचार के लिए किया जाता है। कामधेनु रस के घटक द्रव्य : Kamdhenu Ras Ingredients in Hindi शुद्ध गंधक – 100 ग्राम, सुपक्व आंवले का चूर्ण – 100 ग्राम, भावनार्थ – आंवला स्वरस, एवं शाल्मली (सेमर) स्वरस अवश्यकतानुसार । प्रमुख घटकों के विशेष गुण : • शुद्ध गंधक : रक्त शोधक, श्लेष्म निस्सारक, जन्तुघ्न, सारक, बृष्य (पौष्टिक, बलदायक), बल्य। • आंवला : चाक्षुष्य (नेत्र संबंधी), सर्व दोषघ्न, बल्य, बृष्य, रसायन। • शाल्मली (सेमर) : बृष्य, बल्य, ग्राही, शुक्र बर्धक, रक्तपित्तशामक। कामधेनु रस बनाने की विधि : नई फसल के आंवलों का वस्त्रपूत चूर्ण 100 ग्राम अभाव में अच्छे पुष्ट पके हुए ताजे आमलों का पल्प (गूदा) 400 ग्राम पत्थर के खरल में सूक्ष्म हो जाने तक खरल करें फिर गंधक मिलाकर आंवले के स्वरस की सात भावनाएँ दें उसके उपरान्त शाल्मली स्वरस की सात भावनाएँ दें। सूख जाने पर काँच की बोतल में सुरक्षित कर लें। कामधेनु रस की खुराक : Dosage of Kamdhenu Ras 250 मि.ग्रा. से 500 मि.ग्रा. प्रातः सायं भोजन से पूर्व । अनुपान (जिस पदार्थ के साथ दवा सेवन की जाए) : शीतल जल, दूध अथवा रोगानुसार। कामधेनु रस के फायदे और उपयोग : Uses & Benefits of Kamdhenu Ras in Hindi मैथुन शक्ति हीनता में लाभकारी है कामधेनु रस का सेवन यह लघु और सुलभ योग अत्यन्त कामशक्ति बर्धक, रसायन है। 500 मि.ग्रा. की मात्रा प्रातः सायं दूध से सेवन करवाने से एक सप्ताह में अपना प्रभाव दिखाता है। एक मण...

10 Benefits Of Pudina Juice In Summer In Hindi: गर्मियों में पुदीने के रस के 10 फायदे

पुदीना जूस, जिसे पुदीने के जूस के रूप में भी जाना जाता है, एक ताज़ा और ठंडा पेय है जो गर्मी के मौसम में कई लाभ प्रदान करता है। आवश्यक पोषक तत्वों और एक अद्वितीय स्वाद के साथ पैक किया गया, यह चिलचिलाती गर्मी को मात देने के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है। गर्मियों में पुदीने के जूस का सेवन करने के 10 फायदे इस प्रकार हैं:- ठंडक प्रदान करने वाले गुण: पुदीने के रस में प्राकृतिक रूप से ठंडक देने वाले गुण होते हैं जो गर्म मौसम से राहत दिलाते हैं। यह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करता है और आपको तरोताजा और कायाकल्प रखता है। हाइड्रेशन: गर्मी के महीनों के दौरान हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है और पुदीना का रस एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है। इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में तरल पदार्थों की भरपाई करने और निर्जलीकरण को रोकने में मदद करती है। पाचन सहायता: पुदीना के रस में पाचन गुण होते हैं जो पाचन में सहायता कर सकते हैं और सूजन, अपच और अम्लता जैसे सामान्य पाचन संबंधी मुद्दों को कम कर सकते हैं। यह पाचन एंजाइमों के उत्पादन को उत्तेजित करता है, सुचारू पाचन को बढ़ावा देता है। बेहतर पाचन: पुदीना का रस गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट की चिकनी मांसपेशियों को आराम देकर पाचन में सुधार करने में मदद कर सकता है। यह पेट में ऐंठन और ऐंठन को दूर कर सकता है, बेचैनी को कम कर सकता है और स्वस्थ पाचन को बढ़ावा दे सकता है। मौखिक स्वास्थ्य: पुदीना के रस के जीवाणुरोधी और रोगाणुरोधी गुण मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में योगदान कर सकते हैं। यह बैक्टीरिया और कीटाणुओं से लड़ने में मदद करता है, जिससे सांसों की बदबू और मसूड़ों के संक्रमण जैसी दंत समस्याओं का खतरा कम होता है। श्वसन लाभ: पुदीना का रस एक प्...