सावन शिवरात्रि 2022

  1. sawan shivratri 2022 time shubh muhurat puja muhurat vidhi vrat katha rare coincidence made on sawan shivratri sry
  2. Kanwar Yatra 2023 : सावन महीने में इस बार है दो शिवरात्रि, यहां जानें जलाभिषेक के लिए कौन
  3. सावन शिवरात्रि शुभ योग 2022 July Shivratri Date Time 2022
  4. Sawan Shivratri 2022 Date Shubh Muhurat And Puja Vidhi
  5. Sawan Shivratri 2022 : कल मनाई जाएगी सावन की शिवरात्रि, जानें पूजा विधि और क्या है जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त
  6. सावन शिवरात्रि शुभ मुहूर्त 2022 Sawan Shivratri 2022 Date Time
  7. Sawan Shivratri 2022:क्यों मनाई जाती है मासिक शिवरात्रि? जानिए सावन शिवरात्रि का महत्व


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sawan shivratri 2022 time shubh muhurat puja muhurat vidhi vrat katha rare coincidence made on sawan shivratri sry

Sawan Shivratri 2022: सावन शिवरात्रि आज, बन रहा है दुर्लभ संयोग, करें इस आरती का पाठ सावन शिवरात्रि पर व्रत रखने वाले भक्तों को कथा सुनना जरूर करना चाहिए. कहा जाता है कि कथा का पाठ करने से सावन शिवरात्रि व्रत का पूर्ण फल मिलता है. मान्यता है कि इस दिन शिवरात्रि व्रत कथा का पाठ करने से भक्तों को बहुत लाभ होता है. Sawan Shivratri 2022: सावन महीने में शिवरात्रि आज यानी कि 26 जुलाई 2022, मंगलवार को मनाई जाएगी. इस दिन एक बेहद शुभ संयोग बन रहा है, जिसके कारण शिव-पार्वती की पूजा से विशेष लाभ होगा. सावन शिवरात्रि पर व्रत रखने वाले भक्तों को कथा सुनना जरूर करना चाहिए. कहा जाता है कि कथा का पाठ करने से सावन शिवरात्रि व्रत का पूर्ण फल मिलता है. मान्यता है कि इस दिन शिवरात्रि व्रत कथा का पाठ करने से भक्तों को बहुत लाभ होता है. पंचांग के मुताबिक इस बार सावन की शिवरात्रि 26 जुलाई, मंगलवार की शाम 6 बजकर 45 मिनट से 27 जुलाई को रात 9 बजकर 10 मिनट तक रहेगी. ऐसे में भगवान शिव का जलाभिषेक दोनों दिन किया जाएगा. शिवरात्रि में चारों प्रहर की पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन चारों प्रहर की पूजा करने से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष इन चारों पुरुषार्थ की प्राप्ति होती है. दूध, दही, शुद्ध देशी घी, शहद, गंगा जल, कपूर, धूप, पवित्र जल, पंच रस, इत्र, गंध रोली, बेलपत्र, धतूरा, भांग, बेर, आम्र मंजरी, जौ की बालें, पुष्प, पंच फल, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, कुशासन, मंदार पुष्प, मौली जनेऊ, पंच मिष्ठान्न, गन्ने का रस, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन, शिव जी और मां पार्वती की श्रृंगार की सामग्री आदि.

Kanwar Yatra 2023 : सावन महीने में इस बार है दो शिवरात्रि, यहां जानें जलाभिषेक के लिए कौन

सावन महीने में अधिक मास होने के कारण इस बार 8 सावन सोमवार के व्रत. चार प्रदोष व्रत और दो सावन शिवरात्रि पड़ेगी। ऐसे में शिव भक्तों को भी कावड़ यात्रा के लिए ज्यादा समय मिलेगा। शिव भक्त पवित्र तीर्थस्थलों से गंगा जल लेकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। जिसके लिए अधिकतर भक्त शिवलिंग पर जल अर्पित करने के लिए शिवरात्रि का दिन चुनते हैं। क्या है कावड़ यात्रा ? कावड़ बांस या लकड़ी से बना एक डंडा होता है, जिसे रंगबिरंगे झंडे, धागों और आर्टिफिशियल फूलों से सजाया जाता है और उसके दोनों किनारों पर एक कलश एक कलश गंगा जल भरकर लटकाया जाता है। सावन के महीने में शिव भक्त गंगा घाटों पर जाते हैं और वहां स्नान करके कलश में गंगा जल भरते हैं। फिर उस गंगा जल से भरे कलश को कावड़ पर बांधकर अपने-अपने इलाके के शिवालय में लाते हैं और शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। कब से कब तक चलेगी कावड़ यात्रा सावन के महीने में कावड़ यात्रा का विशेष महत्व होता है। जिसके कारण साल 2023 में सावन महीना 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त यानि 59 दिनों तक का रहेगा। इस साल की कावड़ यात्रा 4 जुलाई 2023 से शुरु होकर 31 अगस्त 2023 तक चलेगी। 19 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है जिसमें सावन का महीना एक नहीं बल्कि दो महीने रहेगा। ऐसे में शिव भक्तों को कावड़ यात्रा के लिए ज्यादा समय मिल जाएगा। सावन का ये बढ़ा महीना यानि पुरुषोत्तम मास 18 जुलाई से 16 अगस्त तक रहेगा । 2023 में कब-कब चढ़ेगा शिवलिंग पर जल सावन महीने का हर दिन शुभ और पवित्र माना जाता है। ऐसे में आप किसी भी दिन शिवलिंग पर जल अर्पित कर सकते हैं। लेकिन प्रदोष और शिवरात्रि का दिन कावड़ ले जाने वालों के लिए बहुत ही खास और शुभ होता है। इस साल सावन में दो शिवरात्रि, चार प्रदोष व्रत पड़ रहे हैं। ऐसे मे...

सावन शिवरात्रि शुभ योग 2022 July Shivratri Date Time 2022

सावन शिवरात्रि व्रत कब है Masik Shivratri in July 2022 July Shivratri Date Time 2022 सावन शिवरात्रि का भगवन शिव के भक्तो के लिए वही महत्व है जो फाल्गुन के महीने आने वाली महाशिवरात्रि का होता है वैसे तो सालभर में 12 शिवरात्रि आती है लेकिन इनमें सावन की शिवरात्रि बहुत खास मानी जाती है शास्त्रों के अनुसार सावन की शिवरात्रि का महत्व इसलिए भी अधिक मना जाता है है क्योंकि सावन का पूरा महीना शिव को समर्पित है इस बार सावन शिवरात्रि 26 जुलाई को शुभ योगो में पड़ने के कारण और भी जयादा ख़ास होगी. इस दिन दूसरा मंगलागौरी व्रत भी रखा जायेगा. तो आइये जानते है 2022 में सावन शिवरात्रि पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और मनोकामना पूरी करने के लिए इस शुभ योग में किये जाने वाले उपाय क्या है. सावन शिवरात्रि शुभ मुहूर्त 2022 Sawan Shivratri Dates 2022 • साल 2022 सावन शिवरात्रि का व्रत 26 जुलाई मंगलवार को रखा जायेगा | • सावन कृष्ण चतुर्दशी प्रारम्भ होगी – 26 जुलाई सायंकाल 06:46 मिनट पर| • सावन कृष्ण चतुर्दशी समाप्त होगी – 27 जुलाई रात्रि 09:11 मिनट पर | • निशिता काल पूजा का शुभ मुहूर्त होगा- 26 जुलाई रात्रि 12:01 मिनट से रात्रि 12:47 मिनट तक | • सावन शिवरात्रि के दिन अभिषेक का शुभ मुहूर्त होगा – 26 जुलाई शाम 07:24 मिनट से रात 09:28 तक| • व्रत के पारण का शुभ समय होगा- 27 जुलाई सुबह 06:08 मिनट से शाम 3:32 मिनट तक| सावन शिवरात्रि शुभ योग 2022 Sawan shivratri shubh yog शास्त्रों के अनुसार सावन के महीने में भगवन शिव सृस्टि का सञ्चालन करते है और धरती पर शिवलिंग रूप में साक्षात् विराजते है इसीलिए सावन शिवरात्रि पर शिव पूजा महाशिवरात्रि की तरह ही फलदायी मानी जाती है. साल 2022 में सावन शिवरात्रि के दिन यानि 26 जुलाई म...

Sawan Shivratri 2022 Date Shubh Muhurat And Puja Vidhi

Sawan Shivratri 2022 Date: सावन का पावन महीना भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा के लिए बेहद खास माना गया है. इस बार सावन 14 जुलाई से शुरू हो रहा है. जबकि सावन मास की समापन 12 अगस्त को होगा. भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सावन सोमवार (Sawan Somvar 2022) के अलावा सावन की शिवरात्रि (Sawan Shivratri) भी खास मानी गई है. मान्यता है कि इस दिनविधिपूर्वक व्रत रखकर शिवजी की पूजा (Shiv Puja) करने से सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इस साल सावन की शिवरात्रि (Sawan shivratri 2022) 26 जुलाई, मंगलवार को पड़ रही है. आइए जानते हैं सावन शिवरात्रि की तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि. सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri) का व्रत चतुर्दशी तिथि को रखा जाता है. इस बार सावन शिवरात्रि की चतुर्दशी तिथि 26 जुलाई, मंगलवार को पड़ रही है. पंचांग के मुताबिक चतुर्दशी तिथि का आरंभ 26 जुलाई को शाम 6 बजकर 46 मिनट से शुरू हो रही है. जबकि चतुर्दशी तिथि की समाप्ति 27 जुलाई, बुधवार को रात 9 बजकर 11 मिनट पर होगी. भगवान शिव की पूजा और अभिषेक के लिए शुभ मुहूर्त 26 जुलाई को शाम 7 बजकर 24 मिनट से रात 9 बजकर 28 मिनट तक है. Good Luck Plant: सावन महीने में सुख-समृद्धि के लिए तुलसी के साथ लगाएं ये पौधे, माने गए हैं बेहद शुभ सावन शिवरात्रि 2022 पूजा विधि | Sawan Shivratri 2022 Puja Vidhi वैसे तो प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि कहा जाता है, लेकिन सावन मास की मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्व है. सावन शिवरात्रि (Sawan Shivratri) के दिन भगवान शिव की पूजा (Shiv Puja) के लिए भक्त सुबह उठकर नित्यकर्म से निवृत हो जाते हैं. इसके बाद स्नान करके शिवजी की ध्यान कर व्रत का संकल्प लिया जाता है. सावन शिवरात्र...

Sawan Shivratri 2022 : कल मनाई जाएगी सावन की शिवरात्रि, जानें पूजा विधि और क्या है जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त

Sawan Shivratri 2022 : सावन शिवरात्रि का हिंदुओं में विशेष महत्व है. सावन के महीने में पड़ने वाली शिवरात्रि को सावन शिवरात्रि कहा जाता है. सावन का पूरा महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इस महीने में भगवान शिव की पूजा की जाती है. सावन शिवरात्रि को पूरे देश में मनाया जाने वाला एक शुभ त्योहार माना जाता है. कृष्ण पक्ष में चतुर्दशी तिथि को सावन शिवरात्रि मनाई जाती है और इस वर्ष सावन शिवरात्रि 26 जुलाई 2022 मंगलवार को मनाई जा रही है. सावन शिवरात्रि 2022 दिन और तारीख - मंगलवार, 26 जुलाई, 2022 चतुर्दशी तिथि शुरू - मंगलवार, 26 जुलाई, 2022 - शाम 06:46 बजे चतुर्दशी तिथि समाप्त - बुधवार, 27 जुलाई, 2022 - 09:11 अपराह्न सावन शिवरात्रि 2022 का महत्व सावन शिवरात्रि पूरे भारत में शिव के भक्तों द्वारा मनाई जाती है और भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न मंदिरों में पूजा की जाती है. स्वस्थ, सुखी और समृद्ध जीवन जीने के लिए उनका आशीर्वाद मांगा जाता है. सावन के महीने में अविवाहित लड़कियां भी भगवान शिव जैसा आदर्श पति पाने के लिए व्रत रखती हैं. भारत में कुल 12 प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग हैं, जहां शिवरात्रि बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है. सावन का महीना कांवड़ यात्रा के लिए प्रसिद्ध है और लोग शिवरात्रि के दिन गंगा जल लेकर भगवान शिव को चढ़ाते हैं. कैसे मनाई जाती है सावन की शिवरात्रि 1. लोग सुबह जल्दी उठते हैं, पवित्र स्नान करते हैं और साफ कपड़े पहनते हैं 2. भक्त भगवान शिव मंदिर जाते हैं और जलाभिषेक करते हैं 3. जलाभिषेक के बाद, शिवलिंग पर पंचामृत (दूध, दही, चीनी, शहद और घी का मिश्रण) और गंगा जल के साथ रुद्राभिषेक करें जो ओम नमः शिवाय के जाप के बीच सबसे महत्वपूर्ण है 4. शिवलिंग पर सफेद और ल...

सावन शिवरात्रि शुभ मुहूर्त 2022 Sawan Shivratri 2022 Date Time

सावन शिवरात्रि व्रत कब है Sawan Shivratri Kab Hai 2022 Sawan Shivratri 2022 Date Time सावन का महीना भगवन शिव का सबसे अधिक प्रिय मास माना जाता है. सावन के महीने आने वाली शिवरात्रि सावन शिवरात्रि के नाम से जानी जाती है हर माह में एक शिवरात्रि पड़ने के कारण इसे मासिक शिवरात्रि भी कहते है. इस दिन व्रत रखकर विशेष रूप से शिव-पार्वती का पूजन कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है. शास्त्रों में मासिक शिवरात्रि व्रत का फल भी महाशिवरात्रि की तरह ही बताया गया है आज हम आपको साल 2022 सावन माह में पड़ने वाले सावन शिवरात्रि व्रत की शुभ तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, उपाय और विशेषकर सावन माह की शिवरात्रि के दौरान बरती जाने वाली सावधानी व उपायों के बारे में बताएँगे. सावन शिवरात्रि शुभ मुहूर्त 2022 Sawan Shivratri Dates 2022 • साल 2022 सावन शिवरात्रि का व्रत 26 जुलाई मंगलवार को रखा जायेगा | • सावन कृष्ण चतुर्दशी प्रारम्भ होगी – 26 जुलाई सायंकाल 06:46 मिनट पर| • सावन कृष्ण चतुर्दशी समाप्त होगी – 27 जुलाई रात्रि 09:11 मिनट पर | • निशिता काल पूजा का शुभ मुहूर्त होगा- 26 जुलाई रात्रि 12:01 मिनट से रात्रि 12:47 मिनट तक | • सावन शिवरात्रि के दिन अभिषेक का शुभ मुहूर्त होगा – 26 जुलाई शाम 07:24 मिनट से रात 09:28 तक| • व्रत के पारण का शुभ समय होगा- 27 जुलाई सुबह 06:08 मिनट से शाम 3:32 मिनट तक| सावन शिवरात्रि पूजा विधि Masik Shivratri Puja Vidhi Sawan Shivratri 2022 Date Time साल में 12 शिवरात्रि व्रत आते है जिनमे से 2 खास एक फाल्गुन और एक सावन की शिवरात्रि होती है. सावन शिवरात्रि व्रत से भक्तो को शिव कृपा प्राप्त होती है। सावन शिवरात्रि के दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान के बाद व्रत का संकल्प करे और ...

Sawan Shivratri 2022:क्यों मनाई जाती है मासिक शिवरात्रि? जानिए सावन शिवरात्रि का महत्व

Sawan Shivratri 2022: भगवान शिव को समर्पित सावन के पवित्र महीने की शुरुआत 14 जुलाई 2022, गुरुवार को हुई थी। सावन के इस महीने में भगवान शिव और माता पार्वती के भक्त सोमवार और मंगलवार को व्रत उपवास रख कर पूजा अर्चना करते हैं। सोमवार को रखे जाने वाले व्रत को सावन सोमवार व्रत कहा जाता है और मंगलवार को मंगला गौरी व्रत के रूप में जाना जाता है। सावन के दूसरे मंगलवार को सावन शिवरात्रि मनाई जाएगी। इस साल सावन माह की शिवरात्रि 26 जुलाई 2022 दिन मंगलवार को मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और पूजा-अर्चना करने वाले भक्तों पर महादेव जल्दी प्रसन्न होते हैं और उन्हें उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। शिव जी की कृपा जिन लोगों पर होती है, उनके जीवन में कभी भी सुख समृद्धि की कमी नहीं होती। आइए जानते हैं सावन शिवरात्रि का महत्व और क्यों मनाई जाती है सावन की शिवरात्रि सावन शिवरात्रि 2022 निशिता काल पूजा का समय शिवरात्रि पूजा करने का सबसे शुभ समय निशिता काल है, और यह 27 जुलाई को प्रातः 12:07 से 12:49 बजे तक रहता है। सावन शिवरात्रि 2022 प्रहर का समय पूजा के समय को चार प्रहरों में बांटा गया है, और वे इस प्रकार हैं: पहला प्रहर - सायं 7:16 बजे से रात्रि 9:52 बजे तक (26 जुलाई) दूसरा प्रहर - 26 जुलाई को रात्रि 9:52 बजे से 27 जुलाई को दोपहर 12:28 बजे तक तीसरा प्रहर - 27 जुलाई को पूर्वाह्न 12:28 बजे से 3:04 बजे तक चौथा प्रहर - 27 जुलाई को प्रातः 3:04 से 5:40 बजे तक क्यों मनाई जाती है सावन शिवरात्रि प्रतिवर्ष श्रावण माह में आने वाली चतुर्दशी को शिवरात्रि मनाई जाती है। कहते हैं कि भगवान शिव ने अमृत मंथन के दौरान निकले हलाहल नामक विष को अपने कंठ में रख लिया था। इसी विष की तपन को शांत करने के लिए इ...