सबसे गंदा धर्म कौन सा है

  1. हिंदुओं का असली धर्म क्या है? – ElegantAnswer.com
  2. सबसे पुराना धर्म कौन सा है?
  3. सबसे सच्चा धर्म कौन सा है?
  4. Sacha Dharm Konsa Hai: कौन
  5. पृथ्वी पर सबसे पहला धर्म कौन सा है? – ElegantAnswer.com
  6. विश्व का सबसे प्राचीन, सहनशील व सभी धर्मो का जनक
  7. गत्‍यात्‍मक चिंतन: दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है ?


Download: सबसे गंदा धर्म कौन सा है
Size: 50.35 MB

हिंदुओं का असली धर्म क्या है? – ElegantAnswer.com

हिंदुओं का असली धर्म क्या है? इसे सुनेंरोकेंपू., बौद्ध धर्म और जैन धर्म ५०० ई. हिन्दू का अर्थ क्या है? इसे सुनेंरोकेंहिन्दू शब्द किसी भी ऐसे व्यक्ति का उल्लेख करता है जो स्वयं को सांस्कृतिक रूप से, मानव-जाति के अनुसार या नृवंशतया (एक विशिष्ट संस्कृति का अनुकरण करने वाले एक ही प्रजाति के लोग), या धार्मिक रूप से सनातन धर्म से जुड़ा हुआ मानते हैं। हिन्दू शब्द का ऐतिहासिक अर्थ समय के साथ विकसित हुआ है। हिन्दू धर्म संस्थापक कौन है? इसे सुनेंरोकेंहिन्दू धर्म में सबसे पहले 9057 ईसा पूर्व, स्वायंभुव मनु हुए, 6673 ईसा पूर्व में वैवस्वत मनु हुए, भगवान श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व और श्रीकृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व बताया जाता हैं । वर्तमान शोध के अनुसार 12 से 15 हजार वर्ष प्राचीन और ज्ञात रूप से लगभग 24 हजार वर्ष पुराना धर्म हिन्दू धर्म को माना जाता हैं । सबसे महान धर्म कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंहिंदू धर्म एक हीनोथीस्टिक (बहुईश्वरवादी) धर्म तथा भारत का सबसे बड़ा धर्म है; जनसंख्या में इसके 828 मिलियन अनुयायियों (2001) का अनुपात 80.5% है। हिंदू धर्म से पहले कौन सा धर्म था? इसे सुनेंरोकेंहिंदू और जैन धर्म की उत्पत्ति पूर्व आर्यों की अवधारणा में है, जो 4500 ई. पू. (आज से 6500 वर्ष पूर्व) मध्य एशिया से हिमालय तक फैले थे। कहते हैं कि आर्यों की ही एक शाखा ने पारसी धर्म की स्थापना भी की। हिंदू नाम कैसे पड़ा? इसे सुनेंरोकेंमध्य काल में जब तुर्क और ईरानी यहां आए तो उन्होंने सिंधु घाटी से प्रवेश किया. वो स का उच्चारण ह करते थे और इस तरह से सिंधु का अपभ्रंश हिंदू हो गया. उन्होंने यहां के निवासियों को हिंदू कहा और हिंदुओं के देश को हिंदुस्तान का नाम मिला. भारत में हिन्दू शब्द कब आया? इसे सुनेंर...

सबसे पुराना धर्म कौन सा है?

दोस्तों Sabse Purana Dharm Kaun Sa Hai इसकी जानकारी हम आज आपको इस पोस्ट में विस्तार से देने वाले हैं। यहाँ हम आपको Sabse Purana Dharm के रोचक तथ्य और काफी अन्य सवालों के भी जवाब देने वाले हैं। यहाँ आपको हिंदू धर्म कितने साल पुराना है? Sabse Bada Dharm Kaun Sa Hai? और भारत का सबसे पुराना धर्म कौन सा है? जैसे सवाल के जवाब भी मिलेंगे। चलिए आइये जानते हैं सबसे पुराने धर्म के बारे में। (पहला जवाब) इस्लाम सबसे पुराना धर्म माना जाता है। इस्लाम मज़हब की शुरवात तो काफी समय पहले हो चुकी थी मगर इसका 7वीं सदी में हुई थी, जब पैगंम्बर हज़रत हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम साहब ने मक्का शहर में अपने द्वारा प्राप्त किए गए मज़हब का पैग़ाम फैलाया। इस्लाम धर्म का बुनियाद Ideal ईकट्ठा, ताऊहीद (एकत्व) और इंसाफ पसंद है। इस्लाम के पवित्र किताब, कुरान, में आदिकाल से ही पहले के मज़हबों और पूर्वजों के बारे में भी लिखा हुआ है, जिससे साबित होता है कि इस्लाम धर्म का अस्तित्व बहुत पहले से ही है। इस्लाम धर्म की मान्यता के अनुसार, इलाही सन्देश कभी-कभी संसार में अपना रुप बदलते रहते हैं, लेकिन धर्म का बुनियादी सन्देश एक ही रहता है। Islam Dharm Kitna Purana Hai? इस्लाम धर्म की स्थापना 7वीं सदी में हुई थी। पैगंम्बर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम साहब को इस्लाम के मुख्य Rule और पैगामों को फैलाने का कार्य सौंपा गया था। हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम साहब के माध्यम से, इस्लाम धर्म को बुनियादी तत्व और इबादत सम्मान प्राप्त हुआ। धर्मिक महत्वपूर्णताओं (religious importance) और theory के आधार पर, इस्लाम धर्म को 7वीं सदी में प्रारंभिक रूप में माना जाता है। Video Credit: IRPC India (दूसरा) दूसरी तर...

सबसे सच्चा धर्म कौन सा है?

दुनिया में अनेक तरह के धर्म है। दुनिया भर में अलग-अलग धर्म के लोग निवास करते हैं। वे सभी अपने अपने धर्म को सर्वश्रेष्ठ कहते हैं। अपने अपने धर्म को सर्वश्रेष्ठ धर्म मानते हैं। ऐसे में सवाल उत्पन्न होता है कि आखिर दुनिया का सबसे सच्चा धर्म कौन सा है? दुनिया का सबसे सर्वश्रेष्ठ धर्म कौन सा है? तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको पूरी जानकारी के साथ विस्तार से बताएंगे कि दुनिया का सबसे सच्चा धर्म कौन सा है? कुछ वर्षों और सदियों पहले प्रत्येक देश में धर्म के अनुसार लोग रहते थे, लेकिन अब समय बदल चुका है। लोगों में धर्म को लेकर अनबन होती है, वहीं कुछ लोग धर्म को गंभीरता से नहीं लेते हैं। वर्तमान समय में लोग अपने देश को छोड़कर दूसरे देशों में भी निवास करते हैं, वहां पर भी व्यापार करते हैं। उनका रहन-सहन बदल चुका है, खान-पान बदल चुका है। इसीलिए वर्तमान समय में संपूर्ण दुनिया में सभी धर्मों के लोग निवास करते हैं। संपूर्ण दुनिया में हिंदू यानी सनातन धर्म, मुस्लिम यानी इस्लाम धर्म, यहूदी, ईसाई, बौद्ध, जैन, सिख, पारसी इत्यादि अनेक सारे धर्म के लोग रहते हैं। इन सभी धर्मों की अलग-अलग धर्म पद्धति है, अलग-अलग मान्यता है, अलग-अलग भाषा विचार है, अलग-अलग रहन-सहन है, अलग-अलग पूजा पद्धति है, अलग-अलग देवी देवता है तथा अलग-अलग खानपान भी है। इसीलिए कभी कबार इन सभी में अनबन हो जाती है, लड़ाई झगड़े हो जाते हैं। सभी धर्म अपने आप को सर्वश्रेष्ठ कहते हैं। तो आइए हम आपको धर्म के संपूर्ण परिभाषा बताते हैं। विषय सूची • • • • • • • • • धर्म की परिभाषा धर्म का अर्थ धारण करना होता है। प्रत्येक धर्म द्वारा कुछ नियम, कानून कायदे, पूजा पद्धति, रहन-सहन के तरीके, पहनावे के तरीके, धार्मिक तरीके, सांस्कृतिक तरीके, खानपा...

Sacha Dharm Konsa Hai: कौन

हमारी इस दुनिया में अलग-अलग धर्मों और रीति रिवाजों को मानने वाले लोग रहते हैं। आप, हम या कोई भी नागरिक किसी न किसी धर्म से सम्बंधित होता है। हम जानते हैं की मनुष्य के जन्म के बाद उसका कुल, धर्म, जाति पहले से ही निर्धारित हो जाती है। दोस्तों दुनिया में बहुत से धर्म हैं, लेकिन क्या आपके मन में कभी यह सवाल आया है कि दुनिया का सबसे तमाम धार्मिक सवालों के जवाब देने की पूर्ण कोशिश की है। आज इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि आखिर “Sacha dharm kon sa hai”, दुनिया का सबसे सच्चा धर्म कौन सा है और सही धर्म कौन सा है। हम सभी का किसी न किसी • ऐसे में आपके मन में भी ये सवाल जरूर आया होगा कि आखिर “Sacha Dhram Hai Kon Sa”। उसकी पहचान क्या है ? और कौन उसे अपना सकता है , धरम की सचाई को जानें हमारे साथ-तो आइए इस लेख में इन सभी सवालों के जवाब पाएं। धर्म क्या है- Dharm Kya Hai? वैसे तो धर्म की कोई एक परिभाषा नहीं होती है लेकिंन दुनिया भर के विभिन्न धार्मिक नेताओं, विचारकों और लेखकों द्वारा धर्म को अलग-अलग तरीके से परिभाषित किया जा रहा है। लेकिन हमने देखा है सभी धर्मों में साफ तौर पर मन है कि हर धर्म एक विचारधारा है जो जीवन को सही तरीके से और शुद्धता से जीने का रास्ता दिखाता है।हर धर्म हमें सिखाता है कि लड़ाई-झगड़ों को छोड़कर प्यार से रहना चाहिए। यदि किसी व्यक्ति ने कभी आपसे कोई सहायता मांगी हो और आप उसकी सहायता करने में सक्षम हों तो आपको उस व्यक्ति की सहायता अवश्य करनी चाहिए, यही धर्म का नैतिक सिद्धांत है। यदि हम हिन्दू धर्म में देखें तो उसमें भी सभी धर्मों की समानता की व्याख्या करते हुए यह भी कहा गया है कि “वसुधैव कुटुम्बकम”अर्थात यह सारा संसार मेरा एक परिवार है हमारे देश में धर्म की आबादी अग...

पृथ्वी पर सबसे पहला धर्म कौन सा है? – ElegantAnswer.com

पृथ्वी पर सबसे पहला धर्म कौन सा है? इसे सुनेंरोकेंहिन्दू धर्म (संस्कृत: हिन्दू धर्म) एक धर्म (या, जीवन पद्धति) है जिसके अनुयायी अधिकांशतः भारत, नेपाल और मॉरिशस में बहुमत में हैं। इसके अलावा सूरीनाम, फिजी इत्यादि। इसे विश्व का प्राचीनतम धर्म माना जाता है। इसे ‘वैदिक सनातन वर्णाश्रम धर्म’ भी कहते हैं जिसका अर्थ है कि इसकी उत्पत्ति मानव की उत्पत्ति से भी पहले से है। क्या गे होना पाप है? इसे सुनेंरोकेंबहरहाल, गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि समलैंगिक समुदाय को भी समान अधिकार हैं. चीफ़ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पाँच सदस्यीय पीठ ने आईपीसी की धारा 377 को मनमाना और अतार्किक बताते हुए असंवैधानिक करार दिया. हिंदुओं का पवित्र ग्रंथ क्या है? इसे सुनेंरोकेंहिंदू धर्म एक विशाल धर्म है और इसके विभिन्न ग्रंथ हैं जिन्हें वे पवित्र मानते हैं। वेद बहुत महत्वपूर्ण धार्मिक शास्त्र हैं। वेद 4 हैं- ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद। वेदों में ऋग्वेद की रचना 1300-1500 ईसा पूर्व के बीच की मानी जाती है और इसे विश्व का सबसे बड़ा धर्मग्रंथ माना जाता है। ईसाई कौन सी कास्ट में आते हैं? इसे सुनेंरोकेंईसाइयों में मुख्ययतः तीन सम्प्रदाय हैं, कैथोलिक, प्रोटेस्टेंट और ऑर्थोडॉक्स तथा इनका धर्मिक ग्रंथ बाइबिल है। ईसाइयों के धर्मिक स्थल को गिरिजाघर कहते हैं। विश्व में क्रिश्चियन/ईसाई धर्म के अनुयायियों की संख्या सर्वाधिक हैं। गे कैसे पैदा होते हैं? इसे सुनेंरोकेंजब एक मर्द का दूसरे आदमी से आकर्षण और सेक्सुएल रुझान हो तो उसे गे कहते हैं। किसी की महिलाओं के बजाय पुरुषों में अधिक रुचि है तो वर गे हो सकता है। गे लड़के लड़कियों से ज्यादा लड़कों के लुक्स को नोटिस करते हैं। गे लड़का किसी दूसरे लड़के ...

विश्व का सबसे प्राचीन, सहनशील व सभी धर्मो का जनक

Sanatan Dharma Age-सनातन धर्म/हिन्दू धर्म कितना पुराना:- अगर किसी के मन में यह प्रश्न उभर रहा है कि धरती का सबसे प्राचीन धर्म(सबसे पुराना धर्म) कौन सा है। तो उसका एक ही उत्तर है और वो यह है-- सनातन धर्म (Sanatan Dharm) वास्तव में, सनातन धर्म अर्थात हिन्दू धर्म विश्व का सबसे प्राचीन और प्रथम धर्म है। अब तक के मिले सभी लिखित व अलिखित साक्ष्य इस बात को साबित भी करता है। विभिन्न देशो व स्थानों पर धरती के अंदर से समय समय पर खोदाई में निकले हिन्दू देवी देवताओ की प्रतिमाओं व अन्य साक्ष्यों ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि सनातन धर्म ही विश्व का प्रथम धर्म (Dharti Ka Pahla Dharm) है। विश्व का कोई भी अन्य धर्म सनातन धर्म जितना पुराना नहीं है। विश्व में आज जितने भी धर्म है, वे या तो सनातन धर्म से अलग होकर अपने अस्तित्व में आये है अथवा उसके बहुत बाद स्वतंत्र रूप से प्रचलित हुए है। वास्तव में, सनातन धर्म इस धरती का सबसे प्राचीन और पहला धर्म (Dharti Ka Sabse Prachin, Aur Pahla Dharma) है। सनातन धर्म कितना पुराना है सनातन धर्म का आधार वेद है-वेद इस धरती पर का सबसे प्राचीन और श्रेष्ट धार्मिक ग्रन्थ है: पुराणों में वर्णित यह भविष्यवाणी कि कलयुग (Kalyug) में अनेक धर्म होंगे और उनके अनेक मानने वाले भी होंगे, ये आज सच साबित हो चुकी है। सनातन धर्म वेद पर आधारित धर्म है (Sanatan Dharm Ved Par Adharit Dharm Hai) और इन वेदो में भी ऋंगवेद की प्रमुखता है। इस तरह सनातन धर्म मूलतः ऋंगवेद पर आधारित धर्म है। ऋंगवेद को संसार की सबसे प्राचीन और प्रथम पुस्तक माना गया है। माना यह भी गया कि ऋंगवेद को ही आधार बनाकर कालांतर में यदुर्वेद, सामवेद और अथर्वेद की रचना हुई थी। इस प्रकार यह कहना गलत नहीं होगा कि ...

गत्‍यात्‍मक चिंतन: दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है ?

सकारात्मक का मतलब क्या होता है, सकारात्मक और नकारात्मक सोच क्या है, सकारात्मक सोच कैसे बनाये, सकारात्मक सोच के फायदे क्या हैं, सकारात्मक सोच के उपाय क्या कर सकते हैं, खुद को, दिमाग को पॉजिटिव कैसे रखें - कुल मिलाकर इस ब्लॉग में पॉजिटिव थिंकिंग टिप्स यानि सकारात्मक सोच पर निबंध और सकारात्मक दृष्टिकोण मिलेगा आपको ! Duniya ka sabse purana dharm konsa hai दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है ? धर्म क्या है ? आज उसे गलत ढंग से परिभाषित किया जा रहा है। धर्म का अर्थ है धारण करने योग्य व्यवहार , जिससे पूरी मानव जाति का शारीरिक , आर्थिक , मानसिक और पारिवारिक .... और इन सबसे अधिक नैतिक विकास हो सके , भले ही उसके लिए दुनिया को थोड़ा भय , दबाब या लालच दिया जाए। लेकिन यह तो मानना ही होगा कि कोई भी विश्वास कभी ज्यादती के आधार पर नहीं हो सकती। यह सर्वदेशीय या सर्वकालिक भी नही हो सकता। इसलिए दूसरे देश या काल में भले ही किसी धर्म का महत्व कम हो जाए , जिस युग और जिस देश में इनके नियमों की संहिता तैयार होती है , यह काफी लोकप्रिय होता है। किसी भी देश में साधन और साध्‍य के मध्‍य तालमेल बनाने में समाज हमेशा दबाब में होता है और इस दबाब से बचाने के लिए किसी तरह का विकल्प तैयार किया जाए , तो वह इसे अपनाने को पूर्ण तैयार होता है , इसे ही धर्म कहकर पुकारा जाता है। कालांतर में इसमें कुछ ढकोसले , कुछ अंधविश्वास , कुछ तुच्छता स्वयमेव उपस्थित होते चले जाते हैं , जिसको समय के साथ शुद्ध किया जाना भी उतना ही आवश्‍यक है। अब आप समझ सकते हैं कि दुनिया का सबसे पुराना धर्म कौन सा है ? यदि सनातन धर्म की ओर ध्‍यान दें, तो यहां गुरू सिर्फ आध्‍यात्मिक मामलों के ही गुरू नहीं , हर विषय के अध्‍येता हुआ करते थे। वे वैज...