mahakavya


रस - महाकाव्य में शृंगार, वीर, शांत एवं करुण में से किसी एक रस की स्थिति अंगी रूप में तथा अन्य रसों की अंग रूप में होती है।. फल - महाकाव्य.



pracheen bhaarat ke do mahakavyon ka naam bataie : प्राचीन भारत के दो महाकाव्यों का नाम (i) महाभारत, (ii) रामायण। संस्कृत के महाकाव्य - बुद्धचरित (अश्वघोष)



महाकाव्य और खण्ड काव्य में अंतर. काव्य के तीन मुख्य भेद प्रचलित हैं : महाकाव्य, खण्ड-काव्य और मुक्तक काव्य । महाकाव्य और खण्ड काव्य.