Shabd gun ki paribhasha

  1. Shabd Shakti
  2. Sangeet ka अर्थ एवं इसके paribhashik shabd
  3. Avikari Shabd Kise Kahate Hain
  4. गुणवाचक विशेषण किसे कहते हैं? गुणवाचक विशेषण के उदाहरण, परिभाषा एवं भेद gun vachak visheshan in hindi, examples


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Shabd Shakti

Contents • • • • • • • • • • • • • • • • • • • • Shabd Shakti | शब्द शक्ति : अर्थ एवं परिभाषा और उसके प्रकार Shabd Shakti | शब्द शक्ति और उसके प्रकार : दोस्तों ! आज की पोस्ट में हम Shabd Shakti | शब्द शक्ति और उसके प्रकार के बारे में अच्छे से समझेंगे। हम शब्द शक्ति का अर्थ, परिभाषा, उसके प्रकार, उदाहरण तथा अंतर आदि के बारे में महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा कर रहे है। Shabd | शब्द क्या है ? शब्द : भाषा में इस्तेमाल होने वाली सबसे छोटी इकाई जो अपने आप में पूर्ण होती है, वह शब्द है । उत्पत्ति के आधार पर शब्द के चार प्रकार माने जाते हैं : • तत्सम • तद्भव • देशी • विदेशी Shabd Shakti | शब्द शक्ति : अर्थ एवं परिभाषा Shabd Shakti : अर्थ एवं परिभाषा : शब्द किसी भी प्रकार का हो अपना अर्थ रखता है । बिना अर्थ के शब्द नहीं हो सकता और बिना शब्द के अर्थ नहीं हो सकता । प्रत्येक शब्द में अपना अर्थ बनाने की क्षमता होती है । इसी क्षमता को साहित्य शास्त्र में शब्द शक्ति कहा जाता है। परिभाषा : शब्द की वह प्रक्रिया जिसके द्वारा शब्द से किसी की अर्थ का ज्ञान होता है, शब्द शक्ति कहलाती है। Shabd Shakti | शब्द शक्ति के प्रकार : शब्द शक्ति के प्रकार : जैसा कि आप जानते हैं कि प्रत्येक शब्द में अपना अर्थ बताने की क्षमता होती है लेकिन इस अर्थ का ज्ञान अलग-अलग प्रक्रियाओं से प्राप्त करते हैं । इस प्रक्रिया की दृष्टि से शब्द शक्ति के तीन भेद किए जाते हैं : • अभिधा • लक्षणा • व्यंजना अभिधा शब्द शक्ति : अभिधा शब्द शक्ति : लोक व्यवहार में प्रसिद्ध अर्थ को व्यक्त करने वाली शब्द शक्ति अभिधा कहलाती है । साक्षात संकेतिक अर्थ को व्यक्त करने वाली शब्द शक्ति अभिधा है। • शब्द के पहले, पूर्व विधित अर्थ को बताने वाली श...

Sangeet ka अर्थ एवं इसके paribhashik shabd

Lesson - 4 Sangeet ki paribhasha व संगीत से जुड़े पारिभाषिक शब्द Sangeet kya hai isse jude paribhashik shabd Sangeet किसेkehate hain इसकीparibhasha (Definition ) kya hai तथा इसकाkya mahatva है? संगीत से सम्बंधित पारिभाषिक शब्दों के बारे जानने से पहले , हमें संगीत के विषय में पूर्णतः ज्ञान प्राप्त करना अति आवश्यक है। क्योंकि संगीत का अर्थ समझे बिना हम इससे सम्बंधित शब्दों के बारे में नहीं जान पाएंगे। संगीत प्रकृति का अमूल्य वरदान है, इसके बिना मानव जीवन व्यर्थ सा प्रतीत होता है। संगीत पूरी स्रष्टि में व्याप्त है। संगीत एक ऐसा रोचक विषय है, जिसको सुनकर मनुष्य तो क्या पशु पक्षी भी प्रफुल्लित हो जाते है। संगीत परमात्मा की अमूल्य देन है. Sangeet क्या हैं? आइये विस्तार से समझे सामान्यतः गायन, वादन तथा इन तीनों कलाओं के समावेश को ही संगीत कहतें है। ये तीनों कलाएं आपस में एक दुसरे के आधीन है। जैसे– नृत्य वादन से जुड़ा है, तो वही वादन का सम्बन्ध गायन से है। इसी तरह इन तीनों के मेल से संगीत का जन्म होता है। संगीत शब्द में “ सं” का अर्थ होता है। उत्तम तथा “ गीत” का अर्थ होता है, गायन अर्थात उत्तम गायन. दुसरे शब्दों में संगीत से तात्पर्य एक ऐसी कलां जिसमे हम लय और स्वर के द्वारा अपने मन के भावो को प्रकट कर सके अर्थात लयबद्ध कर सके. Sangeet का महत्व व धार्मिक मान्यता जैसा आप सभी जानते ही होंगे कि संगीत का सम्बन्ध विद्या और सुर की देवी माँ सरस्वती से है। पुराणों के अनुसार सर्वप्रथम ब्रम्हा जी ने देवी सरस्वती को संगीत की शिक्षा प्रदान की तत्पश्चात देवी सरस्वती ने देवर्षि नारद को इसकी शिक्षा दी। देवर्षि नारद से भरत मुनि ने संगीत की शिक्षा प्राप्त की, भरत मुनि ने “ नाट्यशास्त्र” नामक ग्रन्थ ...

Avikari Shabd Kise Kahate Hain

नीचे दिये गये वाक्यों या अविकारी शब्द के उदाहरण (Avikari Shabd Ke udahran) को पढ़िए और समझिए – • गाय धीरे-धीरे चल रही है । • घोड़ा तेज दौड़ रहा है। वाक्यों में क्रमशः ‘धीरे- धीरे’, ‘तेज’ अविकारी शब्द हैं। Avikari Shabd Kise Kahate Hain अविकारी शब्द किसे कहते हैं अविकारी शब्द की परिभाषा (Avikari Shabd Ki Paribhasha) = जिन शब्दों का लिंग, वचन, कारक, पुरुष और अविकारी शब्द के भेद (Avikari Shabd Ke Bhed) अविकारी शब्द निम्नलिखित चार प्रकार के होते हैं = • क्रिया विशेषण • संबंध बोधक • समुच्च बोधक या योजक • विस्मयादि बोधक (1) क्रिया विशेषण = जो शब्द क्रिया की विशेषता प्रकट करते हैं, उन्हें क्रिया विशेषण कहते हैं। जैसे – वह कल दिल्ली जाएगा। इस वाक्य में ‘कल’ शब्द क्रिया की विशेषता प्रकट कर रहा है। अतः ‘कल’ क्रिया विशेषण शब्द है। क्रिया विशेषण के भेद (Kriya Visheshan Ke Bhed) क्रिया विशेषण चार प्रकार के होते हैं – (अ) कालवाचक क्रिया विशेषण (ब) स्थानवाचक क्रिया विशेषण (स) रीतिवाचक क्रिया विशेषण (द) परिमाणवाचक क्रिया विशेषण (अ) कालवाचक क्रिया विशेषण = जिस क्रिया विशेषण से कार्य के होने का समय पता चले, उन्हें कालवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं। जैसे-वह अभी आया है। में आज जाऊँगा। इन वाक्यों में ‘अभी ‘ और ‘आज’ कालवाचक क्रिया विशेषण हैं। (ब) स्थानवाचक क्रिया विशेषण = जिस क्रिया विशेषण से किसी क्रिया के होने का स्थान ज्ञात हो, उसे स्थानवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं। जैसे- बाईं ओर चलो। आप इधर बैठिए। इन वाक्यों में ‘बाईं’ और ‘इधर’ स्थान वाचक क्रिया विशेष हैं। (स) रीतिवाचक क्रिया विशेषण = जो क्रिया विशेषण क्रिया की रीति- का ज्ञान कराते हैं, उन्हें रीतिवाचक क्रिया विशेषण कहते हैं। जैसे- धीरे-धीरे मत...

गुणवाचक विशेषण किसे कहते हैं? गुणवाचक विशेषण के उदाहरण, परिभाषा एवं भेद gun vachak visheshan in hindi, examples

विषय-सूचि • • • गुणवाचकविशेषणकीपरिभाषा जोशब्दकिसी जैसे: गुणवाचकविशेषणकेकुछरूपोंकेउदाहरणइसप्रकारहैं :- 1. गुणबोधक= सुंदर, बलवान, विद्वान्, भला, उचित, अच्छा, ईमानदार, सरल, विनम्र, बुद्धिमानी, सच्चा, दानी, न्यायी, सीधा, शान्तआदि। 2. दोषबोधक= बुरा, लालची, दुष्ट, अनुचित, झूठा, क्रूर, कठोर, घमंडी, बेईमान, पापीआदि। 3. रंगबोधक= लाल, पीला, सफेद, नीला, हरा, काला, बैंगनी, सुनहरा, चमकीला, धुंधला, फीकाआदि। 4. अवस्थाबोधक= लम्बा, पतला, अस्वस्थ, दुबला, मोटा, भारी, पिघला, गाढ़ा, गीला, सूखा, घना, गरीब, उद्यमी, पालतू, रोगी, स्वस्थ, कमजोर, हल्का, बूढ़ा, अमीरआदि। 5. स्वादबोधक= खट्टा, मीठा, नमकीन, कडवा, तीखा, सुगंधितआदि। 6. आकारबोधक= गोल, चौकोर, सुडौल, समान, पीला, सुंदर, नुकीला, लम्बा, चौड़ा, सीधा, तिरछा, बड़ा, छोटा, चपटा, ऊँचा, मोटा, पतला, पोलाआदि। 7. स्थानबोधक= उजाड़, चौरस, भीतरी, बाहरी, उपरी, सतही, पुरबी, पछियाँ, दायाँ, बायाँ, स्थानीय, देशीय, क्षेत्रीय, असमी, पंजाबी, अमेरिकी, भारतीय, विदेशी, ग्रामीण, जापानीआदि। 8. कालबोधक= नया, पुराना, ताजा, भूत, वर्तमान, भविष्य, प्राचीन, अगला, पिछला, मौसमी, आगामी, टिकाऊ, नवीन , सायंकालीन, आधुनिक, वार्षिक, मासिक, अगला, पिछला, दोपहर, संध्या, सवेराआदि। 9. दिशाबोधक= निचला, उपरी, उत्तरी, पूर्वी, दक्षिणी, पश्चिमीआदि। 10. स्पर्शबोधक= मुलायम, सख्त, ठंडा, गर्म, कोमल, खुरदराआदि। 11. भावबोधक= अच्छा, बुरा, कायर, वीर, डरपोकआदि। गुणवाचकविशेषणकेउदाहरण • विकासएक बलवानव्यक्तिहै। ऊपरदिएगएउदाहरणमेंजैसाकिआपदेखसकतेहैं बलवानशब्दकाप्रयोगकियागयाहै, जोकिएक इससेहमेंपताचलरहाहैकिविकासमेंअत्यधिकबलहै।अतःयहउदाहरणगुणवाचकविशेषणकेअंतर्गतआएगा। • बैंगलोरएक स्वच्छनगरहै। जैसाकिआपदेखसकतेहैं स्वच्छशब्...